Tuesday, 16 April 2019

Article : माही-way


माही-way


आप ने कभी ध्यान दिया है? कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनसे हमारा कोई रिश्ता नहीं होता है। पर फिर भी वो हमें अपने से प्रतीत होते हैं। यहाँ मैं ऐसे इंसान की बात करने जा रही हूँ। जिसका हम सब से बिन बंधन का रिश्ता है।
    आज मैं महेंद्र सिंह धोनी की बात कर रही हूँ। जी हाँ, अपने भारतीय क्रिकेट टीम के former captain- माही! उन्हीं की ही बात कर रही हूँ।

    आज कल लोगों में IPL matches का बोल-बाला है। और आप सब जानते होंगें, ज़्यादातर लोगों की favourite team CSK है। पर इसका मतलब नहीं है, कि CSK fans केवल Chennai वाले ही हैं। जी नहीं, प्रेमी अधिकतर धोनी के हैं। इंडिया में जो भी cricket पसंद करते हैं, उनमें से अधिकांश का favourite player M. S. Dhoni ही है। जिसके कारण लोगों की favourite team CSK है।
    Actually CSK लोगों को Chennai की नहीं, धोनी की team लगती है। अगर आप को cricket का शौक नहीं है, तो भी एक बार धोनी को खेलते हुए जरूर देखिएगा।
    जब आप देखेंगे तो पाएंगे, धोनी जब field में होता है, लोगों के दिलों में विश्वास रहता है, कि हम ही जीतेंगे। खिलाड़ी तो बहुत सारे खेल रहे होते हैं, लेकिन पूरी stadium में नाम केवल एक ही गूंज रहा होता है। धोनी, धोनी.....
    पर साथ खेल रहा कोई भी खिलाड़ी, इस बात से चिढ़ता नहीं है। आप देखिएगा पूरे match के दौरान माही का temperament, अपने खिलाड़ियों के लिए cool, पर opposite team के लिए aggressive रहता है। वो ऐसा captain है, जो जानता है, कब किस को कहाँ क्या काम देना है।
    धोनी के captaincy के कारण पूरी team अपना best दे पाती है। यही कारण है, कि जब धोनी खेलता है। हमें ये लगता है, इंडिया खेल रहा है। पिछला world cup India धोनी की ही captaincy में जीता था। आज भी हम सब Indians का मन है, कि धोनी को ही world cup team का captain बना दिया जाए, जिससे इस बार भी India ही world cup जीते।
    पर आपने कभी सोचा, कि माही देश की पहचान कैसे बन गया? एक छोटे शहर के साधारण परिवार से आया, हुआ लड़का,  कब और कैसे India की पहचान बन गया।
   इसके लिए धोनी ने बहुत मेहनत की। पर मेहनत के साथ ही है, उसका देश के लिए जज़्बा। हमको हमारी मेहनत तो आगे बढ़ाती ही है, पर अगर मेहनत करने का कारण, अपने को ऊंचा उठाना ना होकर, देश को ऊपर उठाना होता है। तब आपको सबकी पहचान बनने से कोई नहीं रोक सकता।
    माही का India के लिए cricket खेलने का एक मात्र यही उद्देश्य था, कि India को world cup जिताना था। और वो उसमें कामयाब भी रहा।
    आप जब उसे match में batting करते देखेंगे, तो पाएंगे, जब तक वो field में होगा, उसके साथी player का performance भी बढ़िया रहेगा। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वो खेल के दौरान अपने साथी player को बताता जाता है, कि किस तरह से वो अपने खेल को और अच्छा खेल सकता है। जिसका नतीजा ये होता है, कि अगर bowler भी bating करने आते हैं, तो वो भी चौके- छकके लगाते हैं। और ऐसा वो ही कर सकता है, जो अपने लिए ना खेलता हो, बल्कि अपनी team की जीत के लिए खेलता हो।
    जब टीम bowling कर रही होती है। उस समय यदि miss-fielding हो जाए या bowler की ball पर कई चौके- छकके लग जाएँ। ऐसे समय में सारे captain गुस्से में आ जाते हैं। पर माही तब भी अपने खिलाड़ियों पर विश्वास दिखाता है।
    जिस समय team अच्छी performance नहीं कर पाती है, वो team को जिताने का सारा load अपने ऊपर ले लेता है। इस का जीता जागता उदाहरण world cup है। वो जीत ही संभव ना होती, अगर माही ना टिकता, छक्का ना लगाता।
    माही में astounding captain बनने के सारे गुण हैं, वो formidable wicket keeper है, tremendous batsman है, जब टीम को आवश्यकता हो, तब most trustworthy खिलाड़ी है, साथी players का tempo high रखता है। जब टीम लड़खड़ा रही हो, अपना temperament cool रखता है। team को match जिताने के लिए अपना temperament aggressive रखता है। And the list goes on...
    यही सब कारण है, कि माही सबसे अलग है, हम सब की पहचान है। It is माही-way