Friday, 12 July 2019

Story Of Life : भला मानुष (भाग -2)

Story Of Life : भला मानुष (भाग -1) के आगे....

Story Of Life : भला मानुष ( भाग - 2 )


गाँव वाले बहुत परेशान थे, आए दिन किसी न किसी की मासूम बेटी लापता  हो रही थी। चंद दिनों में लोगों को समझ आने लगा था, कि हो ना हो ये काम उस राका का है, जिसके आने के बाद से ही ये घटना घटित हो रही हैं। 

एक दो लोगों ने उस तक पहुँचने की कोशिश भी की, पर नाकाम रहे, क्योंकि वो अपने घर के बाहर सख्त पहरा रखता था। 

केवल मगन को पता था, कैसे राका के घर जा सकते थे। गाँव वालों ने बेटियों का घर से निकलना बन्द कर दिया, पर अभी भी कुछ मासूम शिकार हो रहीं थीं।

गाँव वालों को समझ नहीं आ रहा था, कि आखिर कैसे लड़कियाँ वहाँ पहुँच जाती हैं, और कैसे इस अत्याचार को रोका जाए। उन लोगों ने अब पहरा भी देना शुरू कर दिया।

अब मगन अपना काम नहीं कर पा रहा था, इससे राका बहुत क्रोधित रहने लगा। एक दिन मगन जब राका को मना करने जा रहा था, कि अब वो और मासूमों को नहीं ला पाएगा। 

तब छगन भी साथ जाने की जिद करने लगा, कि वो भी चलेगा उस बड़े वाले घर में। चुनिया बोली ले जाओ, घूम आएगा। चुनिया को छगन के जाने से कोई चिंता नहीं थी, उसका बेटा जो था।

मगन राका से बात कर रहा था, तब छगन वहीं खड़ा aquarium में रंग बिरंगी मछलियाँ देख रहा था। राका गुस्से से आग बबूला हो रहा था, उसने मगन को अपने घर से बाहर निकाल दिया। मगन वहाँ से निकलते समय छगन को साथ ले जाना भूल गया।

छगन साँवली काया का मोहक नैन-नक़्श का लड़का था, चुनिया उसे बहुत सजा के रखती थी, इसलिए साँवला होने के बाद भी छगन गाँव का सबसे खूबसूरत लड़का लगता था।

राका ने जब छगन को देखा, तो वो.......

क्या राका, छगन को पकड़ लेगा? और मगन को छगन के एवज में गलत काम करते रहने होंगे? जानिये: भला मानुष (भाग-3) में