Tuesday, 20 August 2019

Kids Story : Advay the Hero: Matches

Advay the hero : Matches


Advay जिस apartment में रहता था, उस apartment और बगल वाले apartment, दोनों के बीच में एक ही playground था। अतः दोनों apartment के बच्चों को उसे share करना पड़ता था।

जब जहाँ के बच्चे पहले आते, वही वहाँ खेलते थे। Advay की team के बच्चे छोटे थे, इसलिए आए दिन वो ही playground में नहीं खेल पाते थे।

इससे advay की team bore होने लगी। एक दिन advay बहुत 
उदास बैठा था। उसकी mumma ने पूछा, क्या हुआ? आज बड़े चुप-चुप बैठे हो, खेलने भी नहीं गए।

Advay: Mumma मेरी पूरी team बोर हो रही है।

Mumma: क्यों?

Advay: Playground में दूसरे apartment के बच्चे खेलते हैं, तो हम नहीं खेल पाते हैं।

Mumma: तो तुम लोग उनके साथ ही खेल लो।

Advay: साथ में कैसे mumma? वो तो दूसरे apartment के हैं।
Mumma: तो क्या हो गया? सब साथ में खेलोगे, तो ज्यादा मज़ा आएगा। पर उसके लिए तुम्हें interesting game सोचने होंगे।

Advay: अच्छा वो कैसे होगा?

Mumma: तुम उन लोगों के साथ matches plan करो।

Advay: हम लोग छोटे हैं, हार जाएंगे, advay दुखी होते हुए बोला।

Mumma: Matches age से नहीं practices से जीतते हैं, अगर तुम्हारी तरह सचिन भी सोचता तो, उसका कभी इतना नाम ना होता। फिर खेल है, कोई जीतेगा, कोई हारेगा। पर मज़ा तो आएगा। Advay को idea जंच गया।

Advay: Love you mumma कह कर वो खेलने चला गया।

उसने अपने दोस्तों से दूसरे apartment वालों के साथ cricket match रखने की बात की।

सब बोले हम हार जाएंगे। तो mumma ने जो बात बोली थी, advay ने अपने दोस्तों से कह दी, खेल है, कोई जीतेगा, कोई हारेगा। पर मज़ा तो आएगा। पर हम जीत कर दिखाएंगे, बहुत practice करेंगे, हम सचिन बन कर दिखाएंगे।

उन्होंने जब दूसरे apartment से बात की, वो तुरंत मान गए, उन्हें पता था, वही जीतेंगे।

Advay बोला,week बाद match होगा, हम अपने mumma-papa को भी match देखने बुलाएँगे।

बात final हो गयी। Advay की टीम ने बहुत मेहनत से practice शुरू कर दी। जबकि दूसरे apartment के बच्चे बिल्कुल भी practice नहीं कर रहे थे, वो जानते थे कि बिना practice के भी वही जीतेंगे।

आखिर वो दिन भी आ गया......