Thursday, 27 February 2020

Short Stories : स्वार्थी

स्वार्थी

सिया पाँच भाई बहन में तीसरे नम्बर की थी। ज़िन्दगी बहुत हँसी-खुशी से चल रही थी। पर सिया अभी मात्र 16 साल की थीऔर माँ ने बिस्तर पकड़ लिया।

बाकी सब की ज़िंदगी अपनी रफ़्तार से चलती रहीपर सिया की ज़िंदगी वहीं थम गयी। वो दिन रात माँ की सेवा में लगी रहतीजिस कारण वो बहुत पढ़ भी नहीं पाती थी।

साल गुज़रते गएएक-एक करके सभी भाई-बहन की शादी हो गयीगृहस्थी हो गयीसब उसमें रम गए। अब तो पापा भी retire हो गए थेवो भी सिया पर आश्रित हो गए।

सिया ने एक मामूली सी job join कर लीउम्र भी बढ़ती जा रही थीपर कोई उसके विवाह की नहीं सोच रहा था। माँ-पापा भी अब स्वार्थी हो चले थेक्योंकि सिया के अलावा बाकी बच्चे अपने जीवन में व्यस्त थे। ना कोई भाई-बहन चाह रहे थेकि सिया की शादी होक्योंकि सिया के माँ-पापा के पास होने से वे माँ-पापा की ज़िम्मेदारी से मुक्त थे।

सिया के office में राघव भी job करता थावो सिया को मन ही मन बहुत प्यार करता था।

अपने प्यार का राघव ने सिया से कभी इज़हार नहीं किया थाजबकि सिया जानती थीकि राघव उसे बेहद चाहता है। पर सिया कभी माँ-पापा से ऊपर उठकर अपने बारे में सोच ही नहीं पाती थी। 

एक शामसिया अपने पापा के साथ बाज़ार से कुछ सामान लेने गयी थी। वहाँ दुकानदार से कुछ बहस हो गयीबात इतनी बढ़ी कि वो सिया की इज्ज़त पर बन आईदुकानदार और उसके साथीसिया की ओर बढ़ने लगे। पापा में इतना सामर्थ्य नहीं थाकि वो कुछ रोक पाएँ।

तभी ना जानेकहाँ से राघव आ गयाऔर उसने ना केवल सिया को उन गुंडों से बचायाबल्कि उन्हें सुरक्षित घर भी छोड़ गया।

आज पहली बार सिया को लगाउसे अपने future और protection के लिए राघव का हाथ थाम लेना चाहिए। उसने अपने मन की बात राघव को बता दीपर साथ ही यह भी बताया कि उसे अपने माँ-पापा की बहुत चिंता है।

राघव बोलातुम्हारा यह फैसला तुम्हें कभी गलत नहीं लगेगा।

सिया और राघव का विवाह हो गयापर उसकी शादी में घर से कोई शामिल नहीं हुआसब सिया को स्वार्थी बोल रहे थेक्योंकि कोई चाहता जो नहीं थाकि सिया शादी करे।

राघव ने शादी के बादअपना वादा निभायाअब से वो भी सिया के माँ-पापा का बहुत ध्यान रखता था। राघव को ऐसा करते देखकर सारे भाई-बहन फिर से अपने कर्तव्य से मुक्त हो गए।

चंद सालों बाद पहले माँफिर पापा भी इस दुनिया को छोड़ गए।पर आज सिया अकेले नहीं थीअसुरक्षित नहीं थी। आज उसके साथ सच्चा प्रेम करने वाला जीवन साथी थाजिसने अपने सारे वादे पूरे किए थे।

वो सोच रही थीअगर उस दिन वो थोड़ी स्वार्थी ना होतीतो आज वो अकेली भी होती और असुरक्षित भी।