Wednesday, 16 March 2022

Article : The Kashmir Files, एक क्रांति

 The Kashmir Files, एक क्रांति



अभी 11 March को release हुई Kashmir files.

Release होने के साथ ही एक क्रांति आ गई। जहाँ लोगों ने cinema hall में जाकर movie देखना लगभग छोड़ दिया था, वहीं cinema hall में भीड़ उमड़ पड़ी है। 5 दिनों में ही इस फिल्म ने 60 करोड़ रुपए कमा लिए हैं। 

विवेक अग्निहोत्री का कहना है कि उन्होंने व उनकी पूरी team ने, film बनने से पहले ही यह decide किया था, कि film से मिलने वाले धन से, जितने ज्यादा हो सकेंगे, उतने कश्मीरी पंडितों को कश्मीर में पुनः स्थापित करने का प्रयास करेंगे।

यह एक ऐसी फिल्म है, जिसमें कश्मीरी पंडितों पर 19 जनवरी 1990 में हुए असहनीय अत्याचारों को प्रदर्शित किया है।

इस फिल्म को देखकर, आप असीम वेदना से भर जाएंगे। आप को एहसास होगा कि वो रात कितनी भयावह थी। 

पर ऐसा कोई ज़रुरी नहीं है कि, फिल्म केवल उन्हीं को प्रभावित कर रही है, जो कश्मीरी पंडित हों, बल्कि हर वो इंसान जो अपने अंदर इन्सानियत रखता है, जिसे अपने देश से प्रेम है, उस हर एक इंसान को यह पसंद आ रही है। 

भारत के प्रत्येक राज्य, जिसमें दक्षिण भारतीय राज्य भी शामिल हैं, सभी जगह फिल्म का प्रदर्शन अपने चरम पर है। अब तक सात राज्यों में इसे tax-free भी कर दिया गया है।

सबसे बड़ी बात यह है कि, इस फिल्म की popularity, ना केवल India में बल्कि abroad के भी बहुत से countries में हो रही है। USA के Rhode Island House of Representatives ने भी इस movie के द्वारा Kashmir genocide को offical recognise & acknowledge किया है।

आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ है कि किसी फिल्म की प्रसंशा बड़े-बड़े नेता लोग कर रहे हों। आम जनता से लेकर, बड़ी बड़ी हस्तियों तक सभी फिल्म का promotion कर रहे हैं। इतनी ज्यादा mouth publicity किसी भी फिल्म को नहीं मिली है।

फिल्म को देखकर लौटते हुए लोग, आंखों में नमी और दिल में राष्ट्र भक्ति लिए लौट रहे हैं। सारे ही cinema halls से वंदे मातरम्, जय हिन्द, भारत माता की जय के स्वर गूंज रहे हैं।

यह फिल्म, लोगों के मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि हकीकत से रूबरू कराने की कोशिश है, साथ ही देश में जागरुकता लाने का प्रयास किया गया है जिसमें विवेक अग्निहोत्री पूर्णतः सफल भी हुए हैं। 

अगर इसके कलाकारों की बात की जाए तो एक से एक मंझे हुए कलाकार इसमें शामिल हैं, अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी जैसे और भी कई...

जिन्होंने इस फिल्म के एक-एक scenes को जीवंत कर दिया है।

इस फिल्म को देखने जरूर जाएं, इसलिए नहीं कि उस दिन कश्मीर में क्या हुआ था? बल्कि इस लिए जाएं, कि आप जान सकें कि अगर आप, अब भी नहीं जागे तो, आप के साथ भी क्या-क्या हो सकता है? 

कश्मीरी पंडित तो, कश्मीर से पलायन कर भारत के विभिन्न हिस्सों में आ गए। पर आप भाग कर कहाँ जाएंगे?

आप जान सकें कि 370 कानून हटना कितना जरूरी था।

फिल्म के द्वारा किए गए, अत्यंत कठिन प्रयास को पूर्णतः सफल बनाएं और सभी को राष्ट्र भक्ति की ओर भी प्रोत्साहित करें।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳