Friday, 25 November 2022

Poem : रुह से एक हो गए

रुह से एक हो गए



प्यार की सौगात बनकर,

आप मेरे दिल में समाए।

सदियों तक चलती रहें,

हमारे प्रेम की गाथाएं।

साल दर साल आपके साथ,

यूं ही गुज़रते जाएं।

यादों के सिलसिले, 

सुख की अनुभूति दिलाएं।

अलग अलग थे हम, 

आज के ही दिन, 

एक हो गए।

एक दूसरे में,

हम ऐसे खो गए।

जिस्म हैं अलहदा पर, 

रुह से एक हो गए।।


शादी के अटूट बंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🎉

ईश्वर कृपा व आप सभी का आशीर्वाद सदैव बना रहे 🙏🏻😊💞

आज की यह छोटी सी कविता, अपने जीवन साथी और उन सबको समर्पित, जिन्हें अपनी शादी की वर्षगांठ एक विशेष उत्सव लगता है...  😊💞