Tuesday, 27 August 2024

Recipe : Chocolate Coffee Mousse

Kitty party हो या get-together, कुछ नया बनाने को मिल जाए तो आपकी वाहवाही हो जाती है, तो चलिए कुछ ऐसी ही नयी instantly and easily prepare होने वाली dish, share कर देते हैं कि हर ओर आपकी ही तारीफ हो…

Chocolate Coffee Mousse




A. Ingredients :

  • Slice cake - 1 packet 
  • Full cream milk - 2 cups
  • Coffee - 2 sachets 
  • Cornflour - 1 tbsp. 
  • Sugar - ½ cup
  • Chocolate - for garnishing 
  • Sugar balls - for garnishing


B. Method :

  1. 1 bowl में 1 tbsp दूध में cornflour डालकर घोल बना लें।
  2. एक wok में दूध और चीनी डालकर 2 boil आने तक पकाएं।
  3. Flame slow कर दीजिए।
  4. अब दूध में cornflour solution बराबर चलाते हुए mix कर लीजिए।
  5. जब coffee solution pouring consistency का हो‌ जाए, तब gas off कर दीजिए।
  6. अब एक glass casserole में cake slices बिछा दीजिए।
  7. उसके ऊपर coffee solution डाल दीजिए।
  8. इस process से दो layer बना लीजिए।
  9. फिर 1 hour के लिए freezer में set होने के लिए रख दीजिए।
  10. Serving से पहले इसे chocolate and silver balls से garnish कर दीजिए।

Instantly and easily prepare होने वाला, यह dessert, सबको बहुत पसंद आएगा।

कुछ tips and tricks भी note कर लीजिए।


C. Tips and Tricks :

  • सबसे अच्छा combination तो chocolate slice cake से आता है, because coffee and chocolate का combination एक-lukeदूसरे को अच्छे से complement करते हैं। फिर भी अगर आप चाहें तो दूसरे flavour का cake भी ले सकते हैं।
  • अगर आप के पास कोई भी slice cake नहीं है, तो आप fresh bread use कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखिएगा; पहला bread बिल्कुल fresh and soft होनी चाहिए। दूसरा, bread corner‌ हटा के use कीजिए। साथ ही अगर आप bread की layering कर रहे हैं तो bread की हर layering पर मीठे दूध (lukewarm दूध में चीनी डालकर ready कर लें) को डालते जाएं, जिससे bread tasteful बनी रहे।
  • Chocolate grate करें या crush करके डाल दें। 
  • Sugar balls डालना पूरी तरह optional है।

Recipe, tips and tricks को follow करते हुए Chocolate Coffee Mousse ready कर लीजिए, आपकी tea party or kitty party में चार चांद लग जाएंगे।

Monday, 26 August 2024

Bhajan (Devotional Song): कान्हा जी तुम आ जाओ

 कान्हा जी तुम आ जाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ 

आके बाल रूप दिखाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ   

माखन का भोग लगाओ 


कान्हा जी तुम आ जाओ 

मुरली की मीठी तान सुनाओ 


कान्हा जी तुम आ जाओ 

आ करके रास रचाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ 

ग्वालों संग गाय चराओ


कान्हा तुम आ जाओ 

सभी को संकट से बचाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ 

भक्तों पर किरपा बरसाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ 

मुक्ति का मार्ग दिखाओ


कान्हा जी तुम आ जाओ


आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻 

प्रभू श्री कृष्ण जी की कृपा सदैव हम सब पर बनी रहे 🙏🏻🙏🏻



💐🙏🏻हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की💐🙏🏻

Friday, 23 August 2024

Article: National Space Day

 National Space Day 

 



आज यानी 23 अगस्त 2024 को पूरा देश Chandrayaan-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग landing की पहली वर्षगांठ मना रहा है. यानी राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस।

यह वो सुखद दिन था, जब भारत माता और चंदा मामा के बीच की दूरी, scientifically काफ़ी घट गई थी।

वैसे चन्द्रमा पर अपने यान को उतारने वाला भारत पहला देश नहीं था, ना ही आखिरी...

फिर क्यों इतना propoganda किया गया?

तो वो इसलिए कि, भारत पहला ऐसा देश था, जिसने अपना चंद्रयान, चंन्द्रमा के south pole पर उतारा था। जबकि बाकी देशों ने अब तक north pole पर ही उतारा है।

North pole की comparatively south pole में चंद्रयान उतारना बहुत कठीन था। 

South pole में अंधेरा अधिक रहता है, साथ ही गड्डे भी बहुत होते हैं, जिसके चलते soft landing करना बहुत कठीन था।

दूसरा अन्य देश, जिन्होंने soft landing की है, उन सभी देशों के पास अथाह धन था, इस project को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए।

पर भारत के पास, उतना धन नहीं था, और दूसरा इच्छा थी कि south pole पर ही soft landing करेंगे, क्योंकि ऐसा करने से ही भारत का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाता।

और इस असंभव कार्य को भारत ने ना केवल किया, बल्कि समय-सीमा के अंदर कर दिखाया, वो भी अदम्य साहस के साथ।

जब चंद्रयान ने चांद की जमीन पर soft landing की, तो लगा मानो, हमारा चंदा मामा से प्यार और प्रगाढ़ हो गया।

आज भारत का नाम विश्व के चार बड़े देशों में लिया जाने लगा है, और इसका पूरा श्रेय भारतीय वैज्ञानिकों को जाता है।

बहुत से लोगों के मन में यह भी सवाल होगा कि क्या हासिल कर लिया, ऐसा कर के?

तो आप को बता दें कि इससे बहुत सी तरह की जानकारी प्राप्त होगी, जो हमारे लिए बहुत कारगर साबित होगी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि अगर कोई दुश्मन देश हम पर हमला करना चाहेगा तो उसके नापाक इरादे हम पहले ही भांप लेंगे और उनको मुंह तोड़ जवाब देकर हार की धूल चटा देंगे। 

तो चलिए गर्व के साथ राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाते हैं और देश को बाकी के क्षेत्रों में भी सर्वोच्च बनाते हैं।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

Article : क्या आपके नमक और चीनी में प्लास्टिक है?

 क्या आपके नमक और चीनी में प्लास्टिक है?


यह खबर बहुत तेजी से, हर news channel पर viral हो रही है कि आज कल, हर brand के नमक और चीनी में प्लास्टिक पाया जा रहा है। 

प्लास्टिक? क्या बकवास है.. 

प्लास्टिक डलेगी और हमें पता भी नहीं चलेगी, How come?

फिर नमक और चीनी तो हम लोग अधिकतर पका कर खाते हैं, means सब्जी, दाल, नाश्ते, दूध, चाय, काॅफी, मीठा आदि में..

उसमें तो heat के साथ प्लास्टिक गल जाएगी और अलग ही दिखेगी...

बिल्कुल दिखती, अगर plastic होती पर यह तो micro plastics है, वो भी रंग-बिरंगी.. 

यही कारण है कि easily पकड़ नहीं पा रहे हैं।

पर जैसा कि हम सब जानते हैं कि plastic का शरीर में जाना, cancer को invite करना है तो बस यह micro plastics, हमारे शरीर में slow poison का काम कर रहे हैं।

लोगों के मन में यह बात आ रही है कि किस तरह के नमक और चीनी में प्लास्टिक पायी जा रही है?

तो आपकी जानकारी के लिए बता दें, हर तरह का नमक, चाहें वो सेंधा नमक हो, सादा नमक हो, काला नमक हो या समुद्री नमक, और चीनी भी पांचों तरह की मिलावट के साथ ही मिल रही है। हां, कहा जा रहा है कि organic salt and sugar में micro plastics की मात्रा कम पाई जा रही है।

पर अब दूसरा सवाल आता है कि क्या क्या छोड़ दें और क्या खाएं?

क्योंकि हालात तो बद से बद्तर होते जा रहे हैं, कोई भी चीज़ तो बिना adulteration के नहीं मिल रही है। 

कहां, कहां तक और क्या, क्या छोड़ें?

बाकी यह तो मिलावट करने वाले सोचें...

क्यों और किस लिए करनी है मिलावट? क्या इसके बिना business संभव नहीं है? 

क्या उनका परिवार, इससे अछूते रहेंगे?

नहीं, बिल्कुल नहीं, आज नहीं तो कल वो भी चपेट में आएंगे...

फिर चंद पैसों के लिए, क्यों किसी की भी जान लेने का काम करना?

पर ऐसे में हम क्या कर सकते हैं, आंखें मूंद लेने के अलावा?

कर सकते हैं, बस इतना की थोड़ा सचेत रहें, जितना हो सके organic चीज़ें लें। हां एक बात एकदम पक्की है कि इसमें adulteration कितना होगा, कितना नहीं, पता नहीं, पर जो बात जगजाहिर है कि इनके दाम ज़रूर ज़्यादा होते हैं।

मतलब कि एक जगह adulteration है तो दूसरी जगह, महंगाई...

अब आपको निर्धारित करना है कि किस ओर जाया जाए? 

आप को हम कुछ चीजें शुद्ध है या अशुद्ध, कैसे पता चलेगी वो हम आगे आने वाले article में बताएंगे। आप उसे अवश्य पढ़ें और जागरूक रहें।

तब तक के लिए, जागरूक रहें, सचेत रहें...

Thursday, 22 August 2024

Tips : Tasty remedy for acidity and gastric problem

आज कल लोगो में, acidity and gastric problem बढ़ती जा रही हैं।

उसका main कारण है, time बे time खाना खाना, बहुत ज़्यादा fast foods का diet में शामिल होना, खाने-पीने की हर चीज़ में मिलावट, घर से ज्यादा बाहर का खान-पान।

Healthy food के नाम पर tasteless खाना, खाने पर जोर...

चलना-फिरना कम, एक जगह बैठ कर काम ज्यादा करना...

ऐसे ही बहुत से और कारण हैं, जिसके कारण acidity and gastric problem बढ़ गई हैं।

आज इसके लिए आपको जो remedy बता रहे हैं, उसे पढ़कर आपको अटपटा लग सकता है, पर इसे हमने अपने ऊपर apply किया है, फिर बता रहे हैं। 

हमें बहुत ज़्यादा acidity की problem बढ़ गई है, जिसके कारण हमें सोने में भी problem होती है। बहुत से treatment किए, पर आराम नहीं मिला, पर इस tip से बहुत relief मिलता है।

आप एक बार, use करके देखिएगा, अगर आप को भी effective लगे, तो continue रखिएगा, वरना मत कीजिएगा।

वैसे आपको बता दें, यह आपके लिए problem solver भले ही ना हो, पर harmful बिल्कुल नहीं होगा।

Tasty remedy for Acidity and gastric problem



Acidity and gastric problem होने का main reason होता है, आपने जो कुछ भी खाया है, उसका complete digestion नहीं हुआ है।

आपको बता दें कि हम जो भी खाते हैं, उसका digestion, मुंह से होना शुरू हो जाता है। और उस digestion की starting saliva की presence में start हो जाता है।

Saliva जितना अधिक बनेगा, food का digestion उतना ही अच्छा होगा। इसलिए ही कहा जाता है कि खाना खूब चबा-चबाकर खाएं।

ऐसा इसलिए कहते हैं, क्योंकि आप जितना खाना चबाकर खाएंगे, उतना ही saliva बनेगा और उतना ही अच्छा digestion होगा।

पर अब भाग-दौड़ भरी जिंदगी में खाने को time देकर खाना possible नहीं होता है, तो क्या किया जाए।

बस उसकी ही tip है।

आप खाना खाने के कुछ देर बाद ही chewing gum को खा लें, और उसे तब तक chew करते रहें, जब तक वो taste less ना हो जाए, बल्कि कुछ और देर तक।

Chewing gum में mint होता है, वो acidity को कुछ हद तक कम कर देता है। उसके बाद उसे chew करते रहने से saliva formation होने लगता है, जो कि आप के द्वारा खाए गए खाने को properly digest कर देगा।

इससे आपकी acidity and gastric problem, काफ़ी हद तक ठीक हो जाएगी।

Chewing gum को chew करने से एक और benefit है कि आप की jawline भी shape में रहेगी, double chin की problem भी कुछ हद तक solve हो जाएगी। 

Chewing gum को chew करने से एक और problem है, जो solve हो जाती है, वो है अगर flight से जाने में आपके कानों में दर्द होता है, तब भी आप chewing gum, chew कर सकते हैं, आपको कानों में दर्द की problem बिल्कुल नहीं होगी।

हमें इससे बहुत relief मिला, इसलिए share किया, एक बार आप भी करके देखिएगा, tasty remedy है, शायद आप की भी problem solve हो जाए। वैसे हम तो centre fresh mint लेते हैं, पर आप जिस भी company का जो भी flavour लेना चाहें, लीजिए।

वैसे acidity problem को solve करने में mint, सबसे ज़्यादा effective होता है।


Note : 

अगर आप diabetic हैं तो sugar free chewing gum लीजिए, या chewing gum खाना avoid करें।

यह remedy, पूरी तरह से हमारे द्वारा अपनाई गई है, किसी doctor द्वारा बताई गई नहीं है, आप से अनुरोध है कि अगर आप को उचित लगे, तभी इसे use करें ... आपकी समस्या अधिक गंभीर है तो कृपया doctor से मिलें और उचित इलाज करें।

Monday, 19 August 2024

Article : राखी और बहनें

आज राखी का पवित्र, पावन त्यौहार है। भाई बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का अनूठा त्यौहार..

अनूठा क्यों? 

क्योंकि, यही एक ऐसा रिश्ता है, जिसमें मोह पा लेने का या अपना बना लेना का नहीं होता है, बल्कि दे देने और अपना होने का होता है। 

और इसी खूबसूरत रिश्ते का सबसे बड़ा त्यौहार है राखी...

जो बंधा है कच्चे धागे से मजबूत रिश्ता... डोर नाजुक पर पकड़ सख़्त...

राखी और बहनें

इस त्यौहार के आने के बहुत पहले से बहनें जुट जाती हैं, अपने भाई की कलाई को सजाने के लिए, राखी लाने के लिए...

ना जाने एक राखी खरीदने के लिए, कितनी ही दुकानें और राखियां देख डालती हैं।

कैसा रंग, कैसी design चाहिए? दुकानदार पूछता रह‌ जाता है और इनकी नजरें ना जाने क्या ढूंढ रही होती हैं?

एक ऐसी राखी, जो इनके भाई को जंच जाए, जिसको देखकर भाई की आंखें चमक जाए, और वो उसे अपनी कलाई पर सजा देखकर खुश हो। साथ ही वो राखी, ऐसी भी हो, जो खूबसूरत तो बहुत हो, पर भाई के चुभे नहीं...

बस एक दिन और कुछ पलों के लिए बंधने वाली राखी के लिए, बहनें पूरी दुनिया एक कर देती हैं। और अगर भाई, त्यौहार के बीत जाने के बाद भी, अपनी कलाई पर राखी बांधें रहे, तो इनकी खुशी का ठिकाना ही क्या...

तो इस राखी पर अपने और सभी के भाइयों से सभी बहनों की तरफ से सिर्फ एक बात कहनी है कि, राखी को बहुत मान दीजिए, उसमें आपकी बहन का अथाह प्रेम और अपार मेहनत शामिल है। 

आपकी कलाई सजती है, तो आपकी बहन सुख, प्रेम और गर्व की अनुभूति से भर जाती है।

याद रखिएगा कि आपके लिए हो सकता है वो, बस एक राखी हो, कुछ धागों से बनी, एक राखी, पर उसके लिए अपने भाई के पास पहुंचाने वाली प्रेम और विश्वास की सूचक है, जिसे आपके पास समय से पहुंचाने के लिए उसने अथक प्रयास किए हैं। 


बहन के प्यार को मान दीजिए,

उसके विश्वास को सम्मान दीजिए।


Happy Raksha Bandhan...

Sunday, 18 August 2024

Article: क्रूरता का अंत

आज कल हर जगह एक ही चर्चा चल रही है, Dr. Moumita Devanath के साथ हुआ अमानवीय कृत्य..

निर्भया के साथ जैसा कुकृत्य हुआ था, कुछ वैसा ही भयावह कुकृत्य हुआ है, जो कि किसी को भी यह सोचने पर मजबूर कर देगा कि इतना भयावह कुकृत्य होने का क्या कोई अंत है भी?



और क्या ऐसे करने वालों के लिए उतनी ही क्रुरता पूर्ण सजा का प्रावधान होना चाहिए?

क्यों हिम्मत होती है, किसी की भी स्त्रियों के साथ इस तरह के अमानवीय कृत्य करने की?

क्या मोमिता को न्याय मिलेगा?

क्या CBI का इस case से जुड़ना, उसे न्याय दिलाएगा?

आखिर क्यों, मोमिता के संग ऐसा उस जगह पर हुआ, जो उसके लिए सबसे सुरक्षित जगहों में से एक होनी चाहिए थी?

क्या मोमिता की जगह कोई आदमी होता तो उसके साथ ऐसा नहीं होता? (आदमी की नृशंस हत्या)

क्या स्त्री होना अपराध है?

क्या स्त्रियों का घर से बाहर निकल कर अपना अस्तित्व बनाना, इतना असुरक्षित है?

क्या कोई system corr*pt हो तो आवाज़ नहीं उठानी चाहिए?

लड़कियों की सुरक्षा किस तरह की जाए?

ऐसे ही बहुत से सवालों से घिरा हुआ है यह case...

बहुत देर तक पढ़ा, देखा और समझा तो, सबसे पहले यह ही विचार आया कि क्यों दुनिया इतनी असुरक्षित है?

शायद उसका बहुत बड़ा कारण यह है कि, अपराधियों को उतनी ही क्रुर सजा देने का प्रावधान नहीं है, जो कि अवश्य ही होनी चाहिए।

साथ ही news में यह भी आ रहा है, case सिर्फ r*pe and brutal m*rd€r का ही नहीं है बल्कि hospital से जुड़े rackets का भी है।

और मोमिता के साथ हुए कुकृत्य में आरोपी का साथ, hospital में मौजूद कुछ लोगों ने भी दिया था। 

वैसे भी, सोचने वाली बात है कि एक दुष्ट प्रवृत्ति का मनुष्य, जो कि hospital से associated नहीं था, फिर भी वो seminar room में पहुंच गया...

उसे कैसे पता चला कि मोमिता वहां है और वो भी अकेली...

एक ऐसी जगह, जहां मोमिता ने कभी नहीं सोचा होगा कि वो इतनी असुरक्षित है कि उसके संग ऐसा भयावह कुकृत्य हो जाएगा...

इस कुकृत्य को अब पूरी दुनिया में कोई बर्दाश्त नहीं करना चाहता है, कोई नहीं चाहता है कि अब हमारे देश में लड़कियां असुरक्षित रहें। इसी कारण से सबने मिलकर आवाज़ उठाई है और वो पूरी तरह से सही भी है।

सुरक्षा रहे, इसके लिए सबको एकजुट होना ही चाहिए और इस तरह के कुकृत्य ना हो, इसके लिए सरकार को कुछ इस तरह का कठोर दण्ड रखना होगा, जिसकी कल्पना मात्र हो जाने से हर कोई सिहर उठे।

पर इसके साथ ही दो बातों पर सबको ध्यान रखना है।

पहला बेटियों को अपनी सुरक्षा के लिए मजबूत बनाएं, उन्हें self defence सिखाएं, साथ ही उन्हें बताएं कि और ज्यादा सतर्क रहें, जिससे उनके साथ ऐसा कुछ ना हो।

किसी के भी साथ जरुरत से ज्यादा घनिष्ठता ना बढ़ाएं। ज़रुरत से ज्यादा घनिष्ठता, सभी के लिए harmful होती है, फिर चाहे वो किसी पुरुष से हो या स्त्री से। 

अकेले रहना, अंधेरी जगह जाना, अगर avoid किया जा सकता है, तो जरूर करें। पर अगर ज़रुरी है जाना या मजबूरी है जाना, तो पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था के साथ जाएं। 

पर, दूसरी बात इससे भी और ज्यादा जरुरी है, कि अपने बेटों को शिक्षा दें, स्त्री सम्मान की..

क्योंकि जब सबके मन में सम्मान की भावना रहेगी, तभी इसको पूर्ण रूप से रोकना संभव है।

कभी भी corruption के against आवाज़ उठानी है तो अर्जुन बन जाने के बाद। अगर आप अभिमन्यु हैं (मतलब अगर आपको चक्रव्यूह में घुस कर निकलना नहीं आता है), तो फिर हश्र, भयावह होने की बहुत ज़्यादा सम्भावना है, फिर चाहे वो कोई लड़की हो या लड़का...

ईश्वर से प्रार्थना है कि वो सभी की रक्षा करें और सरकार से अपील है कि इस कुकृत्य के सभी अपराधियों को कठोर से कठोर दण्ड दे, जिससे आगे ऐसा ना हो और देश में स्त्रियां सुरक्षित रह सकें 🙏🏻

क्योंकि स्त्री होना कोई अपराध नहीं है, वो कमजोर भी नहीं हैं, साथ ही उन्हें भी अपना जीवन, खुलकर जीने का अवसर मिलना चाहिए। बिना किसी असुरक्षित होने की भावना के साथ...

इतना तो हम सब कर सकते हैं, अपनी बेटी, बहन, बहू, मां और दोस्त, रिश्तेदार के लिए...

Thursday, 15 August 2024

Poem : विश्व विजयी भारत

हम सभी को 78वीं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🇮🇳💐

 विश्व विजयी भारत

बरसों रहा है दुश्मन 

पर कुछ हिला ना पाया 

भारत की संस्कृति को 

कोई मिटा ना पाया 


वो थी सत्य सनातन 

आज भी अखंडित 

अस्तित्व के चिराग को 

कोई बुझा ना पाया


मैदान में थे रणबांकुरे 

आज भी डटे हैं 

उनके हौसलों को 

कोई डिगा ना पाया 


 पारसी, मुस्लिम, ईसाई 

जब भी, जो था आया 

प्रेम से, कर आलिंगन 

सबको अपना बनाया 


सर्व धर्म, सर्व सम्मत 

समभाव से बना है 

विश्व में इसके जैसा 

कहीं कोई ना नज़र आया 


हैं भारत मां से सौगंध 

हर क्षेत्र में,

विश्व पर 

तिरंगा ही लहराएगा 


सदियों सदियों तलक 

तिरंगा ही लहराएगा 

 विश्व विजयी भारत कहलाएगा 

विश्व विजयी भारत कहलाएगा


🇮🇳 जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 

Wednesday, 14 August 2024

Recipe : Cheese & Cheese Bar

सावन का खुशनुमा मौसम हो रहा है, ठंडी-ठंडी फुहारों के साथ हर पल बहुत खूबसूरत लग रहा है। और ऐसे में बरसात का साथी भी मजेदार मिल जाए तो मज़ा ही आ जाए..

बिल्कुल, समझ रहे हैं, आपके मन की बात, इस लिए इस yummy tasty dish को share कर रहे हैं, जो आपके रोमांटिक मूड में चार चांद लगा देगा।

Cheese & Cheese Bar

A. Ingredients :

  • Paneer - 400 gm.
  • Cheese block(s) - 200 gm.
  • Cornflour - 3 tbsp.
  • Salt - as per taste
  • Tomato ketchup - 3 tbsp.
  • Mix herbs - 1 tbsp.
  • Black pepper  - 1 tsp.
  • Cornflakes - 1 cup
  • Ghee - for frying


B. Method :

  1. Cornflakes को एक paper में रखकर wrap कर दीजिए।
  2. अब इस पर बेलन चलाकर, cornflakes का चूरा बना लीजिए।
  3. पनीर के thick rectangular blocks काट लीजिए।
  4. अब हर block के बिल्कुल बीच में एक slit लगा दीजिए।
  5. Cheese block से लंबी-लंबी strip काट लीजिए।
  6. Cheese strip को पनीर की slit में फंसा दीजिए। Tomato sauce में herbs, black pepper, salt mix कर दीजिए।
  7. अब पनीर bar को sauce mix पर roll कर दीजिए, जिससे उस पर sauce mix की coating लग जाए।
  8. इस coated पनीर को cornflakes के चूरे पर roll कर दीजिए, जिससे cornflakes का चूरा पूरी तरह से पनीर bar पर coat हो जाए।
  9. अब इसे घी में deep fry कर लीजिए।


Yummy and crispy Cheese and cheese bar is ready to serve.

चलिए अब झटपट से इसके tips and tricks भी बता देते हैं।


C. Tips and Tricks :

  • सबसे पहले तो नाम cheese and cheese bar इसलिए है, क्योंकि पनीर को भी english में cottage cheese ही कहते हैं और filling में cheese ही है, साथ ही इसका shape bar जैसा है, इसलिए इसे cheese and cheese bar कहेंगे।
  • पनीर को slit करते समय ध्यान रखिएगा कि slit ऐसा नहीं होना चाहिए कि वो आर-पार हो जाए, वरना cheese frying के समय spill कर जाएगा।
  • Cheese strip के size का ध्यान अवश्य रखें, वो इतनी लम्बी और मोटी होनी कि वो slit में easily fit हो जाए। 
  • अधिक लंबी और मोटी होने से वो fit नहीं होगी और पनीर को तोड़ देगी।
  • पनीर की slit में cheese fit करते समय बहुत हल्के हाथों से सावधानी पूर्वक करना है, जबरदस्ती fit करने की कोशिश ना करें। इससे shape deform भी होगा और cheese spill भी हो जाएगा।
  • Cornflakes का चूरा बेलन से roll करके ही कीजिएगा। Mixer grinder में डालकर चूरा करने से proper texture नहीं आएगा, powder बन जाएगा। Powder होने से crispy and crunchy नहीं बनेगा।
  • Cornflakes चूरा लगाया है तो याद रखिएगा कि यह बहुत जल्दी prepare हो जाएगा, बहुत देर तक fry मत कीजिएगा। वरना सारा cornflakes जल जाएगा।
  • Deep fry medium slow flame पर करिएगा। बहुत high flame पर cornflakes जल जाएगा।
  • अगर आप के पास cornflakes ना हो तो bread crumbs भी ले सकते हैं। 
  • बस इतना है कि cornflakes का चूरा लगाने से, bar जल्दी ready होगा और crisp भी ज्यादा अच्छा आएगा।
  • आप अगर diet conscious हैं तो इसे air fryer पर बना लें या pan पर shallow fry कर लीजिए।
  • उस process से भी यह बहुत tasty बनता है।

Cheese and Cheese bar अपने आप में पूरा complete है, इसे किसी भी sides की जरूरत नहीं है, फिर भी अगर आप चाहें तो इसे sauce or chutney के साथ serve कर सकते हैं।

बारिश की फुहार, ठंडी-ठंडी हवाएं, hot coffee साथ में cheese and cheese bar, बस फिर क्या है, हर शाम cafe में गुज़र रही है, ऐसा ही लगेगा।

Tuesday, 13 August 2024

Poem : सावन का महीना

 सावन का महीना

सावन का महीना,

प्रेम, प्रीत और मिलन की,

 आस लाता है,

त्यौहारों के साथ आता है।


सैंया से भैया तक,

सबके मन को भाता है।


तीज से आरंभ होकर,

राखी तक जाता है।

नभ, धरा और सभी को,

सुख का एहसास दिलाता है।


हर दिल को इसलिए ही,

सावन बहुत हर्षाता है।


चातक की प्यास बुझाने,

गोरी को साजन से मिलाने,

भाई की कलाई सजाने,

सावन का महीना आता है।

 

प्रेम, प्रीत और मिलन की,

आस लाता है।

Monday, 12 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-6)

सुहाना सावन (भाग-1),

सुहाना सावन (भाग-2),

सुहाना सावन (भाग-3),

सुहाना सावन (भाग-4)

सुहाना सावन (भाग-5) के आगे…

सुहाना सावन (भाग-6)

इस बरस जब सावन आया, तो पूरी दुनिया प्रीत के रंग में रंग गई, पर उन बूंदों को देखकर, शिखा के मन में बस यही चलता रहता।


'लगी आज सावन की

फिर वो झड़ी है 

वही आग सीने में 

फिर जल उठी है'


उसको इंतज़ार था, अपने प्यार का, उसे विश्वास था कि अंकुर एक दिन ज़रूर लौटेगा, और एक बार फिर उसके जीवन में पहले वाला सुहाना सावन लौट आएगा...

अब कोई दिन नहीं जाता, जिस दिन शिखा को अंकुर की याद ना आती हो...

एक दिन ऐसे ही बहुत तेज बारिश हो रही थी, और शिखा बहुत दुःखी होकर उन बूंदों को देख रही थी और उन पलों को याद कर रही थी, जब वो अंकुर के साथ भीग रही थी।

पूरा एक साल हो गया था, जिसके कारण उसके दिमाग में यह बात कहीं ना कहीं घर गई थी कि अंकुर अब उससे बहुत दूर जा चुका है, पर दिल है कि मानता नहीं, उसे आज भी हर आहट अंकुर की ही लगती थी।

वो अभी इसी उहापोह में थी कि बाहर से बहुत तेज़ आवाज़ में गाना सुनाई देने लगा...


'मोहब्बत बरसा देना तू

सावन आया है 

तेरे और मेरे मिलने का

मौसम आया है...'


जो गाना, कभी उसका favourite song था, आज वो उसे शूल की तरह चुभ रहा था।

वो गुस्से से भुनभुनाती हुई बाहर आई, तभी किसी ने उसकी आंखों पर अपना हाथ रख दिया।

गुस्से से भुनभुनाती हुई शिखा, दो पल के लिए एकदम शांत हो गई थी, उसके मन में अनेक प्रश्न घूमने लगे।

यह... यह कैसा एहसास है, ऐसा.. ऐसा कैसे हो सकता है...

नहीं, नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है।

वो ऐसा सोच ही रही थी कि एक आवाज़ उसके कानों में गूंज गई, तुम कुछ बोलोगी भी, या हमेशा के लिए शांत हो गई हो?

शिखा पलटी और देखकर दंग रह गई और सीने से लग कर फफक-फफक कर रोने लगी।

तुम, तुम यहां कैसे? तुम तो...

हां, मैं मर ही गया था शिखा, पर तुम्हारे प्यार ने मुझे बचा लिया...

मर गये थे... बचा लिया... तुम कहां थे इतने दिनों तक? मुझसे मिले क्यों नहीं?

अरे बाप रे! इतने सवाल? 

अंदर बुलाओगी या सब यहीं बताना है?

अरे, आओ ना अंकुर, तुम्हारा ही घर है...

कहकर, शिखा बहुत सारी चीज़ें खाने-पीने की trolley में लेकर आ गई और अंकुर के सामने रखकर बोली...

अब बताओ मुझे सब...

शिखा मैं बात, उस सावन से शुरू करता हूं, जब हम भीगे थे।

तुम्हें नहीं पता, पर मुझे severe निमोनिया हो चुका था और इस कारण से doctor ने मुझे, धूल-धक्कड़, पानी में भीगना, ठंडी-ठंडी चीज़ें खाने-पीने के समय बहुत ध्यान रखने को कहा था। 

जिसका मेरी माँ बहुत ध्यान रखती थी।

पर उस दिन हद का भीगने के कारण, मेरी सांस उखड़ने लगी थी, पर मैंने ना तुम्हें ज़ाहिर होने दिया ना किसी और को, नतीजतन बात, मेरी जान पर आ गई।

उस दिन, जब तुम मेरे पास ICU में आई, तो तुम्हारे भरी हुई आंखों को मैं मरने के बाद भी नहीं भूल पाया। और उसी कसक ने मुझे, तुम्हारे जाने के आधे घंटे बाद ही फिर से जीवन दे दिया। 

ओह! क्या ही अच्छा है... पर फिर तुम मेरे पास लौटे क्यों नहीं?

क्योंकि अब मैं तुम्हारे पास पूरी तरह से ठीक होकर के ही आना चाहता था।

इसलिए मैंने एक आयुर्वेदिक center को join कर लिया था, जहां ancient Indian treatment दिया जाता है। Meditation, yoga, सात्विक भोजन और खुला व स्वच्छ वातावरण आदि था। जिसने मुझे पूर्ण नवजीवन प्रदान किया है।

अब मैं तुम्हारे साथ ज़िन्दगी के सब सुख ले सकता हूं, सबसे बड़ी बात, सुहाने सावन को enjoy कर सकता हूं।

उसके बाद शिखा ने गाना बजा दिया...


'अब के सावन ऐसे बरसे

बह जाए रंग, मेरी चुनर से

भीगे तन मन, जिया ना तरसे

जम के बरसे जरा

रुत सावन की, घटा सावन की

घटा सावन की ऐसे जम के बरसे'


दोनों खूब खुश थे और बेसुध एक दूसरे की बाहों में खोए हुए थे, आखिरकार पूरे साल भर बाद, उनके जीवन में सुहाना सावन आया था और वो भी हमेशा के लिए...

Sunday, 11 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-5)

सुहाना सावन (भाग-1),

सुहाना सावन (भाग-2),

सुहाना सावन (भाग-3)

सुहाना सावन (भाग-4) के आगे…

सुहाना सावन (भाग-5)

दोनों की शादी की तैयारी शुरू हो गई, लेकिन एक दिन सुबह-सुबह अंकुर की मम्मी का फोन आया...

शिखा, बेटा तुम जल्दी से city hospital आ जाओ, अंकुर तुम्हारा बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है।

Hospital में... पर वहां क्यों? 

हां बेटा, कुछ मत पूछ, बस जल्दी से आ जाओ...

शिखा, अपनी मां के साथ आनन-फानन में hospital की ओर दौड़ गई।

Hospital में पहुंचने पर, अंकुर की मां बोली, बेटा तुम सीधे ICU की ओर चली जाओ, अंकुर ने अपनी चंद सांसें तुम्हारे लिए बचाकर रखी हैं।

ICU, चंद सांसें... यह आप कैसी बातें कर रही हैं मम्मी जी? 

आप ऐसा क्यों बोल रही हैं? कहते-कहते शिखा की आंखों से बरबस ही अश्रु बहने लगे।

बेटा, यही सच्चाई है, तुम बस जल्दी से जाओ।

जब शिखा, अंकुर के पास पहुंची, उस समय अंकुर के चेहरे पर अनोखा तेज़ था और आंखें, वो तो ऐसी, जैसे ना जाने कितनी सारी बातें कहने को बेताब लग रही थी।

अंकुर क्या हुआ? तुम यहां कैसे आ गए?

शिखा वो सब छोड़ो, अभी बस इतना ही, कि जो सावन मैंने तुम्हारे साथ हमारे प्रेम की वर्षा में बिताया है, वो मेरी ज़िन्दगी का सुहाना सावन है।

मैंने अपनी जिंदगी में पढ़ाई के ऊपर कभी कुछ रखा ही नहीं, मेरी ज़िन्दगी का बस एक लक्ष्य था, IAS exam qualify करना है। वो pass करके, जैसे मेरा लक्ष्य पूरा हो गया था। ऐसा मुझे लगा...

पर जब तुमने बारिश में भीगने को कहा, तो उन शीतल बूंदों ने, तुम्हारे अनछुए स्पर्श ने और प्रेम की गर्माहट ने एक अजब सा जादू किया। 

वो मुझे एक अनोखी दुनिया में ले गया, जिसकी मैंने कभी कल्पना तक नहीं की थी और सच कहूं तो उस अनोखे अनुभव को मैं शब्दों में व्यक्त भी नहीं कर पा रहा हूं।

ओह अंकुर! मुझे कब से इस पल का इंतज़ार था, कहकर, उसने अंकुर को गले लगा लिया।

थोड़ी देर बाद, "पर यह सब क्या है? तुम यहां क्यों हो?" कहकर शिखा रोने लगी...

शिखा, I am sorry... मैं तुम्हारा साथ नहीं निभा पाऊंगा। हां, इस सुहाने सावन की मीठी याद के साथ अपनी आंखें मूंद रहा हूं, इस वादे के साथ, जल्द ही जन्म लूंगा और तुम्हारे पास लौट आऊंगा...

कहकर, अंकुर चिर निद्रा में लीन हो गया...

अंकुर के जाने के बाद, शिखा एकदम शांत हो गई, वो अपनी सारी duties अच्छे से निभाती, सिवाय शादी करने के...

वो हर पल अपने अंकुर के लौट आने का इंतजार कर रही थी, क्योंकि सावन तो उसकी आंखों से हरदम रहता था।


'मेरे नैना सावन भादो,

फिर भी मेरा मन प्यासा'


इस बरस जब सावन आया, तो पूरी दुनिया प्रीत के रंग में रंग गई, पर उन बूंदों को देखकर, शिखा के मन में बस यही चलता रहता।


'लगी आज सावन की

फिर वो झड़ी है 

वही आग सीने में 

फिर जल उठी है'

 

उसको इंतज़ार था, अपने प्यार का, उसे विश्वास था कि अंकुर एक दिन जरूर लौटेगा, और एक बार फिर उसके जीवन में पहले वाला सुहाना सावन लौट आएगा...


आगे पढें, सुहाना सावन (भाग-6) में…

Saturday, 10 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-4)

सुहाना सावन (भाग-1),

सुहाना सावन (भाग-2)

सुहाना सावन (भाग-3) के आगे…

सुहाना सावन (भाग-4)

पर देखने वाले यही सोचते-कहते कि दोनों प्रीत की डोर से बंधे हुए हैं।

आखिर वो दिन भी आ गया, जिसको पाने का सपना दोनों ने सजाया था। 

दोनों ने IAS exam clear कर लिया था। Result देखकर वो बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि बहुत ज़ोर से बादल घिर आए हैं, वो चंद कदम ही चले थे और झमाझम बारिश शुरु हो गई।

अंकुर ने छतरी खोली तो, शिखा बोली, नहीं अंकुर आज नहीं...


'छतरी ना खोल बरसात में 

छतरी ना खोल बरसात में 

भीग जाने दे

भीग जाने दे

भीगी रात में

भीग जाने दे भीगी रात में'


आज मैं भीग जाना चाहती हूं, अपनी सफलता में, तुम्हारे साथ में, तुम्हारे प्यार में...

यह बारिश नहीं है, यह तो मेरा इतने दिनों का इंतजार है, जो अब और सब्र नहीं रख सकता है। 

सच कह रही हो, यह वो सुहाना सावन है, जो सिर्फ मेरे लिए आया है, मुझे आज सारी दुनिया बहुत रंगीन लग रही है। आज मुझे जिंदगी की सारी खुशियां मिल गई, मेरी मंज़िल भी, और उस पर साथ चलने वाला हमसफ़र भी...


'पहले प्यार की पहली ये बरसात है

हम दोनों एक दूजे के साथ हैं

भीगेंगे हम-तुम, तुम-हम बरसात में

बरसात है...'


दोनों बारिश में खूब भीगे, आज उनकी दोस्ती प्रीत में बदल रही थी।

जब दोनों ही अपने-अपने घर पहुंचे तो वो अलग ही दुनिया में थे। दोनों की family जानती थी कि दोनों को सिर्फ result का इंतजार है, उसके बाद दोनों को एक होने से कोई नहीं रोक सकता है।

दोनों के परिवार वालों को यह रिश्ता सहर्ष स्वीकार था। आखिर दोनों made for each other जो थे।

दोनों की शादी की तैयारी शुरू हो गई, लेकिन एक दिन सुबह-सुबह अंकुर की मम्मी का फोन आया...


आगे पढें, सुहाना सावन (भाग-5) में...

Friday, 9 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-3)

सुहाना सावन (भाग-1) और

सुहाना सावन (भाग-2) के आगे…

सुहाना सावन (भाग-3)


Second semester का result आया, तो वही हुआ, जो होना था, शिखा ने top किया, लेकिन अंकुर...

शिखा के साथ-साथ अंकुर ने भी top किया था।

अंकुर एक बार फिर आया, लेकिन इस बार bouquet के साथ...

Congratulations शिखा... आज तुम में वही शिखा नजर आ रही है, जो पहले दिन college आई थी।

तुम्हें पता है, तुम बला कि खूबसूरत हो, तुम्हें निहारे बिना, तुम्हें प्यार किए बिना कोई नहीं रह सकता, मैं भी नहीं... पर मैं बहुत ही साधारण सा दिखने वाला, साधारण से परिवार का लड़का हूं, जिसके लिए मंजिल प्यार नहीं, बल्कि अपना‌ लक्ष्य है...

अगर चाहत तुम्हें पाने की है, तब भी मुझे अपने लक्ष्य पर पहले पहुंचना है। अपने आप को लायक बनना है तुम्हारे... फिर मांगूंगा, तुम्हें तुम से...

और साथ ही मैं यह भी नहीं चाहता था कि तुम्हारे जैसी होनहार लड़की, यूं प्यार में पड़कर अपने भविष्य को बर्बाद करें...

इसलिए पहले दिन से तुम से बेरुखी रखी और उस दिन तुम्हें ना जाने क्या-क्या बोल दिया, I hope, तुम मुझे माफ़ कर दोगी...

अंकुर की बात सुनकर जैसे शिखा का मन गा उठा...


'आज कल पाँव ज़मीं पर नहीं पड़ते मेरे

बोलो देखा है कभी तुमने मुझे उड़ते हुए

आज कल पाँव ज़मीं पर नहीं पड़ते मेरे'


शिखा बोली, अंकुर तुमने मुझे जीवन का लक्ष्य दिखा दिया, तुमने मुझे बर्बाद होने से बचा लिया है। तुम से भला मैं कैसे नाराज़ रह सकती हूं। 

मैंने भी सोच लिया है कि मैं भी जब तक अपनी मंजिल को ना पा लूं, मैं भी किसी अन्य विषय के बारे में नहीं सोचूंगी।

उसके बाद से दोनों मिलते, घंटों बातें भी होतीं, मगर सारी केवल पढ़ाई-लिखाई से सम्बंधित...


'हाँ यही रास्ता है

तेरा तूने अब जाना है

हाँ यही सपना है

तेरा तूने पहचाना है

तुझे अब ये दिखाना है

रोके तुझको आँधियाँ

या ज़मीन और आसमान

पायेगा जो लक्ष्य है तेरा

लक्ष्य तो हर हाल में पाना है'


पर देखने वाले यही सोचते-कहते कि दोनों प्रीत की डोर से बंधे हुए हैं।

आखिर वो दिन भी आ गया, जिसको पाने का सपना दोनों ने सजाया था।


आगे पढें, सुहाना सावन (भाग-4) में...

Thursday, 8 August 2024

Article : कैसी होगी किस्मत?

कैसी होगी किस्मत ?



आजकल पेरिस में Olympic games चल रहे हैं, जिसमें भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी चल रहा है।

अब तक तीन bronze medal भारत की झोली में आ चुके हैं और बाकी खिलाड़ी, इस प्रयास में तन-मन से समर्पित हैं कि वो भी अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत को सम्मानित करें।

इन खिलाड़ियों में भारत की विनेश फोगाट भी गई थी। और ना केवल वो गई, बल्कि उसके प्रदर्शन ने भारत को गौरवान्वित भी करना आरंभ कर दिया था।

अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को परास्त करते हुए, वो final match तक पहुंच गई थी।

एक रात पहले ही उसके doctor ने उसे weight ज्यादा होने की बात कही थी।

और उसने weight lose करने का भरसक प्रयास किया, जैसी meal skip की, blood donate किया, jogging की, cycling की, अपने बाल और नाखून काट दिए,यहां तक की पूरी रात आंखों में गुजार दी। एक पल के लिए भी नहीं सोई...

पर हाय रे किस्मत! यहां पहुंच कर वो काल के क्रूर हाथों का शिकार हो गई और महज़ 100 gm. के अतिरिक्त वजन के कारण disqualify कर दी गई।

इतनी मेहनत से उसे severe dehydration हो गया और उसे hospital में admit होना पड़ा।

उन्होंने कुछ समय की मांग भी की थी, पर United World Wrestling ने उसे खारिज कर दिया गया। जिसके चलते विनेश फोगाट को उससे replace कर दिया गया जो third place पर थी।

फोगाट अत्यंत दुखी हो गई और उसने disqualify होने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई। माफ करना, आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके है। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2021-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।’

यह सब होना, फोगाट के साथ-साथ, भारत देश के लिए भी एक दुर्भाग्य है। क्योंकि फोगाट का final तक पहुंचना, इस बात की ओर इशारा था कि, gold or silver में से एक medal पक्का था।

अभी-अभी मिली सूचनाओं से यह पता चला है कि, फोगाट ने Court of Arbitration and Sports (CAS) में appeal की है, उसे silver medal दे दिया जाए...

पेरिस में आज दोपहर 2 बजे के करीब, Indian time के according शाम 5:30 से इस फैसला को लिए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी कि, विनेश फोगाट को silver medal दिया जाए या नहीं...


A. UWW के rules :

UWW के नियमों के मुताबिक अगर कोई athlete weight measurement process के मापदंड को पूरा  करने में असफल रहता है तो उसे स्पर्धा से बाहर कर दिया जाता है और बिना rank के आखिरी स्थान पर रखा जाता है।


हम सब भारतीय यही चाहेंगे कि विनेश फोगाट को atleast silver medal अवश्य दिया जाए।

विनेश फोगाट, भारत के लिए कोई नया नाम नहीं है। वो गीता फोगाट और बबीता फोगाट की चचेरी बहन है। 

Olympic games से पहले भी उसने भारत को कई बार सम्मानित किया है।


B. विनेश फोगाट का career:

2014 commonwealth games में विनेश फोगाट ने अपना पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। उन्होंने gold medal जीता, तो ओलंपिक खेलों में कदम रखने के लिए आत्मविश्वास बढ़ा। फिर 2016 Rio Olympic के quarter final में जगह बना ली। हालांकि, उस दौरान वह medal जीतने से चूक गईं, लेकिन इसके बाद उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में gold medal हासिल किया।

नूर सुल्तान में पहला विश्व चैंपियनशिप पदक हासिल किया और इससे पहले एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में bronze medal जीतकर सभी को हैरान कर दिया। 2021 एशियाई चैंपियनशिप में अपना पहला gold medal जीता। टोक्यो ओलंपिक का हिस्सा बनीं। साथ ही राष्ट्रमंडल खेल 2022 में लगातार तीसरी बार gold medal अपने नाम किया है। विनेश फोगाट तीन राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं।

साथ ही Olympic games में wrestling में final तक पहुंचने वाली भी पहली खिलाड़ी है।

विनेश फोगाट के प्रदर्शन को सम्मानित किए जाने के लिए हम उन्हें सदैव याद रखेंगे, उनके बेहतरीन प्रदर्शन की सदैव सराहना की जाएगी। 

साथ ही हम सब दिल से ईश्वर से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि फैसला विनेश फोगाट के पक्ष में आए और उन्हें silver medal मिल जाए... 

जिससे यह पल पूर्ण रूप से ना सही पर फिर भी विनेश फोगाट और हम सब भारतीयों के मन में मीठी याद बनकर रहे।

 अब देखना है, क्या आता है फैसला? कैसी होगी किस्मत?...

विनेश फोगाट को एक grand salute के साथ यह article शेष करते हैं... 

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 

Wednesday, 7 August 2024

Song: आया तीज का त्यौहार

आया तीज का त्यौहार




आया तीज का त्यौहार

है यह सावन की बहार 

पड़े बूंदों की बौछार 

हर्षे सब नर नार 

सुनो सुनो रे  

छम-छम छम-छम मोर नाचे 

कोयल गीत मल्हार गाए

पवन ठंडी चलती जाए

सुनो सुनो रे...

आया तीज का त्यौहार

है यह सावन की बहार 

पड़े बूंदों की बौछार 

हर्षे सब नर नार 

सुनो सुनो रे 

घर आंगन सजा लो 

झूला, कदम्ब पे डालो

ऊंची ऊंची पेंग लगा लो 

सुनो सुनो रे 

आया तीज का त्यौहार

है यह सावन की बहार 

पड़े बूंदों की बौछार 

हर्षे सब नर नार 

सुनो सुनो रे 

मेंहदी, हाथों में लगा लो 

चूड़ी हरी हरी डालो

चुनर से, तुम रुप सजा लो

सुनो सुनो रे 

आया तीज का त्यौहार

है यह सावन की बहार 

पड़े बूंदों की बौछार 

हर्षे सब नर नार 

सुनो सुनो रे 



आप सभी को हरियाली तीज पर हार्दिक शुभकामनाएं 🎉 

Tuesday, 6 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-2)

सुहाना सावन (भाग-1) के आगे…

सुहाना सावन (भाग-2)

अब तो आए दिन वो अंकुर के ही इर्द-गिर्द घूमती रहती, पर अंकुर, इस बात से बेपरवाह रहता कि college की सबसे हसीन लड़की, उसके आसपास मंडरा रही है।

इस दीवाने लड़के को कोई समझाए, 

प्यार मोहब्बत से ना जाने क्यों यह घबराए...

अंकुर की बेरुखी से शिखा तंग आने लगी, उसका पढ़ाई में मन लगना बंद होने लगा। 

Admission के समय top ranking वाली शिखा, कब above average हो गई, यह उसे भी नहीं पता चला।

हर समय वो अंकुर के ख्यालों में खोई रहती।

जब first semester का result आया तो अंकुर ने top किया और शिखा की 10th position आयी।

यह देखकर शिखा फफक-फफक कर रोने लगी। उस दिन अंकुर उसके पास आया और बोला, शिखा हम लोग यहां पढ़ने आए हैं, फालतू की इश्क बाज़ी करने नहीं।

तुम्हारा तो मुझे पता नहीं, पर मुझे first attempt में IAS exam clear करना है। इसलिए मैं अपनी studies को लेकर पूरी तरह focused हूं।

इसलिए तुम्हारी बला की खूबसूरती मुझे डिगाती नहीं है और सच मानो तो मैं इन दिनों तुम से दूर ही रहना चाहता हूं।

हां, एक बार, मैंने अपना target achieve कर लिया और तब भी तुम से जुड़ा रहा तो तुम्हें अपना जीवन साथी बना कर दुनिया का सबसे भाग्यशाली इंसान बनाना चाहूंगा।

पर उससे पहले नहीं।

यह सुनकर, शिखा जैसे आसमान से जमीन पर आ गिरी हो...


छन से जो टूटे कोई सपना

जग सूना-सूना लागे, 

जग सूना-सूना लागे

कोई रहे ना जब अपना 

जग सूना...


उसे लगा जैसे उसे किसी ने झकझोर दिया हो, वो यह करने तो नहीं आई थी college... उसका भी एक सपना था, उसकी भी एक मंजिल थी। वो क्यों कर उससे भटक गई.... क्या अंकुर से इस तरह से अपमानित होने के लिए...

नहीं नहीं... अब नहीं.. 

मैं अंकुर के साथ ही, पूरी दुनिया को भी यह दिखा दूंगी कि मुझसे बेहतर, इस college में दूसरा कोई नहीं है।

और उस दिन से उसने अंकुर के चक्कर काटना छोड़कर, सारा ध्यान, सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई में लगा दिया।

Second semester का result आया, तो वही हुआ, जो होना था, शिखा ने top किया, लेकिन अंकुर...


आखिर क्या शिखा और अंकुर में प्यार पनपेगा?

आगे पढ़ें, सुहाना सावन (भाग-3) में…

Monday, 5 August 2024

Story of Life : सुहाना सावन (भाग-1)

हर बार की तरह, इस सावन में भी गीतों से सजी कहानी share कर रहे हैं, आप सब से अनुरोध है कि इसे भी अपना‌ वही प्यार दीजिएगा, जो प्यार आपने पिछली कहानियों को दिया था।

सुहाना सावन (भाग-1)

शिखा के पास bank से फोन आया कि, Ma'am, आप की FD mature हो गई है तो आकर renewal करा लीजिए।

शिखा ने कहा, ठीक है कल ही आऊंगी bank...

फोन रखने के साथ ही वो अपनी FD ढूंढने लगी, जो कि mature हो गई थी।

वो खोज-बीन कर ही रही थी कि उसे FD के साथ ही एक लिफाफा भी रखा मिला।

उसने FD और लिफाफा दोनों ही उठा लिया। जब लिफाफा खोला तो उसमें रखे पत्र को पढ़कर उसकी आंखों से बरबस अश्रु धारा बहने लगी।

वो भूली दास्तां,

लो फिर याद आ गई, 

नज़र के सामने घटा सी छा गई...

अंकुर और शिखा, दो जिस्म एक जान थे। पूरे कालेज में जितना शिखा की खूबसूरती के चर्चे थे, उतना ही उनकी प्रीत के किस्से मशहूर थे।

शिखा को कालेज का पहला दिन याद आ गया, जब वो घर से निकली थी, मौसम बहुत सुहाना था, साथ ही उसका मन भी बहुत सारे सपने बुन रहा था। 

वो पढ़ने में बहुत होशियार थी, तो list में सबसे ऊपर उसका नाम था, इस बात पर उसे घमंड भी था।

जब वो कालेज पहुंची, बहुत से लड़कों की line लग गई उसके पीछे, पर अंकुर, उसने तो जैसे शिखा की ओर नज़र भर कर देखा भी नहीं, जबकि शिखा लगभग उसके बगल मे ही जाकर खड़ी हो गई।

अंकुर का यह व्यवहार, शिखा को बड़ा ही नागवार गुजरा। क्योंकि उसे हमेशा अपनी खूबसूरती के दीवाने ही मिले थे। अंकुर जैसा पहला निर्मोही मिला था।

अब तो आए दिन वो अंकुर के ही इर्द-गिर्द घूमती रहती, पर अंकुर, इस बात से बेपरवाह रहता कि college की सबसे हसीन लड़की, उसके आसपास मंडरा रही है।

इस दीवाने लड़के को कोई समझाए, 

प्यार मोहब्बत से ना जाने क्यों यह घबराए...


आगे पढें - क्यों नहीं है, एक साथ शिखा और अंकुर...

सुहाना सावन (भाग-2) में...

Sunday, 4 August 2024

Poem : दोस्ती को निभाया

दोस्ती का अनोखा रिश्ता, जिसने हमारे भारत के इतिहास को गौरवान्वित किया है, आज उसी को कविता के रूप में उकेरा है। आइए इस अनूठे रिश्ते को हम भी जीएं‌ और जीवन को सुख से भर दें।

आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🎉💞💐

दोस्ती को निभाया

राम ने विभीषण संग,

दोस्ती को निभाया। 

माता सीता के बदले,

लंका को रावण मुक्त बनाया।

सच्ची मित्रता को,

नया आयाम दिलाया।


खाकर सुदामा के चावल, 

कान्हा ने दोस्ती को निभाया।

चंद चावलों के बदले,

करोड़ों का राजपाट थमाया।

दोस्ती को अमीरी-गरीबी से,

ऊपर उठाया।


कर्ण ने दुर्योधन संग,

दोस्ती को निभाया।

राजपाट के बदले,

अपनी जान ही वार आया।

दोस्ती सर्वोपरि है,

ऐसा इतिहास बनाया। 


जो मिली है विरासत में,

दोस्ती हमें। 

वो हम भी निभाएंगे,

ऐ दोस्त तुम पर,

तन-मन-धन, 

सब वार आएंगे।


Happy friendship day 🥳