Sunday, 4 August 2024

Poem : दोस्ती को निभाया

दोस्ती का अनोखा रिश्ता, जिसने हमारे भारत के इतिहास को गौरवान्वित किया है, आज उसी को कविता के रूप में उकेरा है। आइए इस अनूठे रिश्ते को हम भी जीएं‌ और जीवन को सुख से भर दें।

आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🎉💞💐

दोस्ती को निभाया

राम ने विभीषण संग,

दोस्ती को निभाया। 

माता सीता के बदले,

लंका को रावण मुक्त बनाया।

सच्ची मित्रता को,

नया आयाम दिलाया।


खाकर सुदामा के चावल, 

कान्हा ने दोस्ती को निभाया।

चंद चावलों के बदले,

करोड़ों का राजपाट थमाया।

दोस्ती को अमीरी-गरीबी से,

ऊपर उठाया।


कर्ण ने दुर्योधन संग,

दोस्ती को निभाया।

राजपाट के बदले,

अपनी जान ही वार आया।

दोस्ती सर्वोपरि है,

ऐसा इतिहास बनाया। 


जो मिली है विरासत में,

दोस्ती हमें। 

वो हम भी निभाएंगे,

ऐ दोस्त तुम पर,

तन-मन-धन, 

सब वार आएंगे।


Happy friendship day 🥳