Poem : राखी का त्योहार
राखी का त्योहार
राखी का त्योहार ऐसा
भाई बहन के प्यार जैसा
रहें किसी भी छोर
बांधे उनको रेशम की डोर
उनमें घुला है प्यार इतना
मिठाई में मीठा हो जितना
बहन बलाएँ लेती जाए
जब द्वार पे भाई आए
रोली चन्दन का तिलक लगाए
उससे प्यार की खुशबू आए
ना चाहे बहना कुछ मोल
उसका भाई है अनमोल
beautiful poem❤️
ReplyDeleteThank you
DeleteHappy Rakhi 💓
Bhai behan ka prem...kitna niswarth..
ReplyDeleteNice poem👌👌
Thank you
DeleteHappy Rakhi 💓
Thank you
ReplyDeleteHappy Rakhi 💓