Tuesday, 31 August 2021

Article : Tokyo 2020 Paralympic

Tokyo 2020 Paralympics





आज हम बात करने जा रहे हैं, उन लोगों की, जिन्होंने दिखा दिया कि ज़िन्दगी जिंदादिली का नाम है। उन लोगों की, जिन्होंने हार नहीं मानी, समझौता नहीं किया। 

यह वो लोग हैं, जिन्हें कठिन परिस्थितियों से लड़ना आता है, जीतना आता है। विपरित दिशा में चलने वाली हवा के रुख को अपनी तरफ मोड़ना आता है। 

उन्हें आता है, हर हालात में जीतना। ऐसे ही लोगों के लिए कहा जाता है कि " हिम्मते मर्दा तो मददे ख़ुदा", मतलब जो अपनी लड़ाई स्वयं लड़ते हैं, ईश्वर भी उसकी मदद करते हैं। 

Tokyo Olympic games के बाद, Tokyo में चल रहे Paralympic में भी भारत के रणबांकुरे अपनी क्षमताओं का सशक्त प्रदर्शन कर रहे हैं।
आप कहेंगे कि वहाँ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं ना कि रणबांकुरे...

तो हमारा सिर्फ इतना ही कहना है कि जिन्होंने olympics में participate करा था वो players थे।

पर Paralympic में participate करने वाला हर खिलाड़ी, चाहे वो किसी भी देश का क्यों ना हो, वो रणबांकुरा ही होगा...  जिसे कठिन परिस्थितियों को हराना आता हो, वो रणबांकुरा या यौद्धा ही है। 

वैसे तो वहाँ जाने वाला हर रणबांकुरा प्रशंसा का पात्र है तथापि Bhavina Patel, Nishad Kumar, Avani Lakhera, Yogesh Kathuniya, Sumit Antil, Devendra jhajharia, Sundar Singh Gurjar, Singhraj Adana, Mariyappan Thangavelu, Sharad Kumar विशेष स्थान रखते हैं।

जिसमें, Bhavina Patel ने women's singles table tennis class 4 category में Silver Medal, Nishad Kumar ने men high jump T47 Silver Medal, Avani Lakhera ने  women's Air rifle shooting SH1 में Gold Medal, Yogesh Kathuniya ने men's discus throw F56 में Silver Medal, Men's javelin throw T46 में Devendra Jhajharia ने  Silver and Sundar Singh Gurjar ने Bronze Medal , Sumit Antil ने Men's javelin throw T64 में Gold Medal व Singhraj Adana ने 10m air pistol SH1 में Bronze Medal, Men's high jump T63 में Mariyappan Thangavelu, ने Silver Medal व Sharad Kumar ने Bronze Medal जीता है। 

अब तक भारत को 10 Medals जिनमें, 2 Gold Medal, 5 Silver Medal और 3 Bronze Medal मिल‌ चुके हैं। 

सभी विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएँ व बधाईयाँ💐 

साथ ही अभी और भी बहुत से रणबांकुरे Tokyo Paralympic games में अपनी क्षमताओं का सशक्त प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी good wishes उनके साथ है, हमें पूर्ण विश्वास है कि वो भी भारत को गौरवान्वित करेंगे।

शायद आप को भी लग रहा हो, भारत हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है, फिर चाहे वो युद्ध का मैदान हो, Tokyo Olympic games का मैदान या Tokyo Paralympic games का मैदान।

हर ओर रहना विजयी, ओ मेरे भारत, आज तेरा हर देशवासी, तिरंगा ऊंचा करने को तत्पर है।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻

Monday, 30 August 2021

Bhajan (Devotional Song): दर्शन देंगे कान्हा

कृष्णा, केशव,माधव, गिरधारी, मुरलीधर, मुकुंद , गोविन्द, हरि, जगदीश्वर,  श्याम, किसी भी नाम से पुकारें पर जब भी प्रेम से बुलाएंगे, कान्हा जी आएंगे जरुर...


जगदीश्वर के धरती पर अवतरण दिवस, कृष्ण जन्माष्टमी पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🙏🏻


हे हरि, हम सब पर सदैव अपनी कृपा बनाए रखे 🙏🏻🙏🏻


दर्शन देंगे कान्हा




कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो - 4

 

राधा ने पुकारा

गोविन्दा बन आएं 

ठुमक ठुमक 

  रास लीला रचाएं - 2


कान्हा तो देखें हैं...


कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो-4


सुदामा ने पुकारा

माधव बन आएं 

चावल के दाने में

 दुनिया दें आएं -2


कान्हा तो देखें हैं ...


कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो 

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो-4


द्रोपदी ने पुकारा

कृष्णा बन आए 

बढ़ाकर साड़ी  

लाज बचाएं -2


कान्हा तो देखें हैं...


कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो-4


अर्जुन ने पुकारा

केशव बन आए 

धर्मयुद्ध में 

  विजयी बनाएं -2


कान्हा तो देखें हैं ...


कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो-4


भक्तों ने पुकारा

हरि बन आए 

उनके चरणों में

मुक्ति हम पाएं -2


कान्हा तो देखें हैं...


कान्हा तो देखें हैं बस

प्रेम तिहारो

दर्शन देंगे कान्हा

बस प्रेम से पुकारो-4



 

Saturday, 28 August 2021

India's Heritage : नागार्जुन(The Unsung Hero)

आज से अपने viewers के लिए एक नया segment शुरू कर रहे हैं, India's heritage (भारत की विरासत)।

हमारा भारत हमेशा से विश्व में सर्वोच्च स्थान पर रहा है, भारत का इतिहास समृद्ध है और इस इतिहास में ऐसे अनेक शख्स शामिल हैं, जिन्होंने इतिहास को गढ़ने में अपना योगदान दिया है। भारत के ऐतिहासिक पन्नो में दर्ज कई ऐसे महान पुरुषों की गाथाएं मिलती हैं, जो आज भी प्रेरणा से कम नहीं हैं। इन महान विभूतियों ने विश्व में भारत को अग्रणी बनाया है, पर यह हमारा दुर्भाग्य है कि हम और हमारे नौनिहाल इससे अवगत नहीं है।

इस segment की शुरुआत इस गीत से करना ही पूर्ण संगत होगा...

भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं...

आज से इस segment को शुरू करने का औचित्य यही है कि आप को हमारे गौरवशाली इतिहास से अवगत कराया जाए जिससे हम सभी समझ सकें कि भारत में जन्म लेना हमारे लिए सौभाग्य की बात है, गौरव की बात है।

आज आप को भारत के सबसे महान रसायनशास्त्री नागार्जुन के बारे में बता रहे हैं जो हर धातु को सोने में बदलने वाली तरकीब जानते थे ।


नागार्जुन(The Unsungnsung Hero)




इस article द्वारा हम करीब तीन हजार वर्ष पहले Chemistry और Metallurgy के इतिहास को जानेंगे।

प्राचीन भारत के महान scientist नागार्जुन ने मात्र 11 वर्ष की उम्र में ही chemistry के क्षेत्र में research work शुरू कर दिया था। वे भारत के chemist, metallurgist और doctor थे। उन्होंने इन सब पर कई books भी लिखी हैं। कहा जाता है कि नागार्जुन किसी भी metal को gold में बदल देते थे।

Ancient India 3 हजार साल पहले भी Chemistry और Metallurgy में आगे था। इस बात का अनुमान 1600 वर्ष पूर्व बने दिल्ली के महरौली में मौजूद ‘लौह स्तंभ’ से लगाया जा सकता है, जिसमें आज तक rust नहीं लगी है। 

Chemistry और Metallurgy पर Research work

नागार्जुन ने प्राचीन भारत में Chemistry और Metallurgy पर कई Research work किए। Research work करने के दौरान उन्होंने कई पुस्तकों की रचना भी की, जिसमें ‘रस रत्नाकर’ और ‘रसेंद्र मंगल’ काफी ज्यादा famous है। उन्होंने अपनी किताब रस रत्नाकर में कई metals को शुद्ध करने के method बताए हुए हैं। इतना ही नहीं, इस किताब में किसी भी प्रकार के metal को gold में convert करने का भी method बताया हैं।

राजघराने से संबंध रखने वाले नागार्जुन हमेशा research work में ही व्यस्त रहते थे। उन्होंने ने अमृत की खोज करने के लिए एक बड़ी lab भी बनवाई थी, जिसमें वे अपना अधिकतर समय बिताते थे। वहीं वे ज्यादा invention किया करते थे और इसी दौरान उन्होंने कितनी कोशिशों के बाद उस विधि को खोज निकाली, जिसमें किसी भी धातु को सोने में बदला जा सकता था।

रोगों से मुक्ति के लिए शोध 

नागार्जुन ने ऐसे कई औषधियों की खोज की, जिससे रोगों को खत्म किया जा सकता था। उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में mercury पर भी कई प्रयोग किए। नागार्जुन ने mercury को शुद्ध करना और medicinal use के  method भी विस्तार से बताए हैं। 

कैसे हुई नागार्जुन की मृत्यु?

Medicines की खोज के बाद नागार्जुन ने अमर होने वाली चीजों की खोज करनी आरंभ कर दी। इस खोज में वे दिन-रात लगे रहते थे, जिसके कारण उनके राज्य में अव्यवस्था फैलने लगी। जब यह बात उनके बेटे ने उन्हें बताई और राज्य पर ध्यान देने के लिए कहा, तब उन्होंने बताया कि वह अमर होने वाली medicine बना रहे हैं। इस बात से उनके बेटे को भी खुशी हुई लेकिन उन्होंने ये बातें अपने दोस्तों को बता दी। इसी कारण साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी गई और नागार्जुन का सपना अधूरा रह गया। 

Thursday, 26 August 2021

Kids Story : माँ की दवाई

 माँ की दवाई




कुंदन रोज़ घर से 20 गुब्बारे लाता और चौराहों में दौड़-दौड़ कर बेचा करता। 

इससे मुश्किल से उसके पास इतना ही पैसा इकट्ठा हो पाता कि एक दिन खाना मिलता और एक दिन फांकों में गुजरते क्योंकि माँ की दवाई में बहुत पैसे लग जाते थे।

फिर भी कुंदन पूरे जोश से गुब्बारे बेचता रहता।

एक दिन कुंदन गुब्बारे बेचने के लिए, एक car के नज़दीक गया।

Car में एक समाजसेवी बैठा था। कुंदन को देखकर बोला...

 तुम गुब्बारे क्यों बेचते हो?

पढ़ाई क्यों नहीं करते हो?

यह बताइए, क्या होगा पढ़ाई कर के?

समाजसेवी बोला, तुम पढ़-लिख जाओगे तो बड़े होकर पैसे कमाओगे।

कुंदन बोला, वो तो मैं अभी भी कमा रहा हूँ।

समाजसेवी बोला, अरे, इतने कम नहीं और ज्यादा कमा सकते हो।

अच्छा, पर जब मैं पढ़ाई करुंगा, तब पैसे कहाँ से आएंगे और मेरी पढ़ाई के लिए... वो पैसे कहाँ से आएंगे। खाने-पीने के लिए भी तो पैसे चाहिए।

अरे, छोटी सी जान! अभी से तुझे पैसे की कितनी फ़िक्र है। मैं दूंगा तुझे पैसे, पढ़ने, खाने-पीने सब के लिए।

कुंदन बोला, मेरी माँ बहुत बीमार रहती हैं, उसकी दवाई के लिए ही मैं गुब्बारे बेचता हूँ। अगर मैं पढ़ने जाऊंगा तो वो बिना दवाई के नहीं बचेंगी।

मुझे नहीं पढ़ना।

समाजसेवी बोला -कुंदन, अगर मैं उसके लिए भी पैसे दे दूं तो?

कुंदन सुनकर खुशी से झूम उठा, बोला अगर आप मेरी माँ की दवाई के पैसे देंगे और मुझे सिर्फ एक time ही खाना देंगे तो भी चलेगा। मुझे बहुत सारा काम करना भी मंजूर है...

पर आप ने जिस दिन से मेरी माँ की दवाई के पैसे नहीं दिए, मैं सब छोड़कर आ जाउंगा।

समाजसेवी, कुंदन का माँ के प्रति प्रेम देखकर गदगद हो गया। वो बोला, बेटा ऐसा कभी नहीं होगा, अगर तुम मन लगाकर पढ़ोगे। 

आप जो कहेंगे, सब करुंगा...

कुंदन मन लगाकर पढ़ने लगा, उसे रोज़ खाना भी मिल रहा था और माँ का उचित इलाज भी हो रहा था। 

कुंदन का माँ के प्रति प्रेम और कर्तव्य उसे आगे बढ़ने को प्रेरित करता रहा क्योंकि वो माँ की दवाई के लिए कुछ भी करने को तैयार था।

Tuesday, 24 August 2021

Tips ; सूजी, बेसन, मैदा को कीड़े से बचाना

बरसात का मौसम जितना सुहावना होता है उतना ही कीड़े-मकोड़े से भरा हुआ भी होता है, ऐसे में घर में सूजी, मैदा, बेसन को store कर के रखना, अपने आप में बहुत बड़ी problem है।

पर कोरोना काल में रोज़-रोज़ सब लेने जाना भी आसान नहीं है, ऐसे में कैसे इस problem से बचा जाए। 

पर फ़िक्र की क्या बात, जब Shades of Life है साथ...

आज आप को इसी समाधान की tips and tricks बता रहे हैं.... 

सूजी, बेसन, मैदा को कीड़े से बचाना


1. Green cardamom -

4 to 6 साबुत (हरी या छोटी) इलायची, सूजी, बेसन, मैदा से कीड़े-मकोड़े को भगाने के लिए बहुत कारगर सिद्ध होती है।

2. Black cardamom -

अगर आप के पास (काली या बड़ी) इलायची है तो 3-4 साबुत बड़ी इलायची भी, सूजी, बेसन, मैदा से कीड़े-मकोड़े भगाने के लिए use कर सकते हैं।

3. Cinnamon stick -

दालचीनी की ½ inch की stick भी सूजी, बेसन, मैदा से कीड़े-मकोड़े भगाने में बहुत सहायक सिद्ध होती है।

4. Bay leaf -

तेज पत्ता सूजी, बेसन, मैदा से कीड़े-मकोड़े भगाने का बेहतरीन तरीका होता है। 2-3 तेजपत्ता डालने से आपको सूजी, बेसन, मैदा से कीड़े-मकोड़े free मिलेंगे। 

तो kitchen की परेशानी, kitchen के सामानों से ही दूर कर लीजिए।

Home remedies को use करना ही best होता है, क्योंकि उनको use करने से किसी भी तरह के ख़तरे और side effects का डर नहीं रहता है।

तो आप इन home remedies के द्वारा सूजी, बेसन, मैदा में लगने वाले कीड़े-मकोड़े से मुक्ति पाएं और पूरे परिवार के लिए बढ़िया-बढ़िया पकवान बनाकर उन्हें खुश करें।

Monday, 23 August 2021

Short Story : सौदा

 सौदा



Main market में बहुत बड़ा restaurant खुला था। वहाँ का ambience जितना soothing and relaxing था, खाना उतना ही tasty. 

जिसके कारण वो बहुत जल्दी, बहुत famous हो गया।

उस restaurant में रोज़ एक बुजुर्ग आता और हमेशा सिर्फ सब्जी-रोटी का order करता। 

खाना ख़त्म करने पर हमेशा कहता कि purse घर में भूल गया है, और बिना पैसे दिए restaurant से निकल जाता।

Restaurant का owner कभी भी उनके आने पर रोक नहीं लगाता।

किसी को समझ नहीं आता कि मालिक उसे free में क्यों खाना खिलाते हैं।

एक दिन एक waiter से नहीं रहा गया, उसने मालिक से कहा, आप एक-एक पैसे का हिसाब रखते हैं। किसी के bill में कोई भी concession नहीं करते हैं, फिर वो चाहे कितना भी powerful क्यों ना हो।

और इन बुजुर्ग का आप रोज़ पैसा छोड़ देते हैं, जबकि ना तो यह कोई powerful इंसान लगते हैं ना देखने में बहुत गरीब ही लगते हैं।

Restaurant का मालिक बोला, जब मैं गांव से शहर आया था तो मेरे पास रोज़ रोटी खाने के पैसे तक नहीं थे।

इन बुजुर्ग के घर के बाहर ही एक दिन, मैं बेहोश होकर गिर गया।

यह मुझे घर ले गए। इन्होंने और इनकी पत्नी ने मुझे खाना दिया। मुझे दवा दी, कुछ कपड़े भी पहनने को दिए। मैं उन्हें अंकल और आंटी बोलने लगा।

उन्होंने मुझे, कुछ पैसे भी दिए, जिससे मैंने  Tea stall लगा ली।

मेरी मेहनत रंग लाई और मैंने छोटा सा ढाबा खोल लिया।

मैं दिन-रात मेहनत करता रहा और ईश्वर मेरा साथ देता रहा।

मैं जब भी ऊंचे मुकाम पर पहुंचता, इन लोगों से मिलने जरूर जाता और मुझे वो लोग बहुत हौसला देते, आशीर्वाद देते।

जिस दिन मैंने यह restaurant ख़रीदा, उस दिन ही आंटी की सड़क दुघर्टना में मौत हो गई और अंकल जी ने अपनी याददाश्त खो दी। वो मुझे भी भूल गए...

जब कुछ दिन बाद, मैं उनके पास गया, वो बहुत दुखी थे और परेशान भी। तो मैंने उनसे कहा कि, एक restaurant खुला है, आप वहाँ जाकर रोज़ खाना खा सकते हैं।

तब से ही वो रोज़ खाना खाने आते हैं। पर वो सिर्फ उतना ही लेते हैं, जिससे उनका पेट भर जाए। उन्होंने कभी बहुत महंगा खाना order नहीं किया। ऐसे सज्जन पुरुष से मैं, कुछ भी कहकर उनको सोचने नहीं देना चाहता कि वो free में खाना खाते हैं। 

उनका यहाँ आना मेरे लिए सबसे बड़े ग्राहक का आना है। और यह सौदा मुझे संसार की सबसे बड़ी खुशी देता है।

Sunday, 22 August 2021

Recipe. : Raj Bhog Icecream

 Raj Bhog Icecream



राखी ऐसा पवित्र और अनमोल त्यौहार, जिससे भाई बहन के बीच परस्पर प्रेम और बढ़ जाता है।

महत्व तो हर त्यौहार का अपना अपना है। पर राखी के उत्सव का उत्साह ही अलग होता है।

Sundae Chocolate Icecream की recipe कुछ दिन पहले share की थी, तब सारे बच्चे बहुत खुश हो गये थे। लोगों ने उस recipe को बहुत पसंद किया था।

तो सोचा, राखी के शुभ अवसर पर आप के लिए ऐसी recipe share करें कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब के मुंह से निकले, "वाह मजा आ गया"....

आज आप के लिए ऐसी Icecream लाए हैं, जिसे अभी तक आप ने मिठाई के रूप में बहुत खाया होगा, लेकिन शायद Icecream कम ही खाई होगी।

बहुत easily आप इसे घर पर बना सकते हैं, बहुत ही soft and smooth बनेगी। बिल्कुल Icecream parlour जैसी, without any crystal.

तो चलिए आज मिठाई और Icecream दोनों का मज़ा, एक साथ लेते हैं, और छा जाते हैं सब पर।

Raj Bhog Icecream


Ingredients

Full cream milk -3 Cup

Sugar - ⅓ cup

Cornflour -1tbsp

Milk powder - 2tbsp

Non dairy cream - 1cup

Lemon juice -1 tsp.

Dry fruits ( cashew, almond, pistachio) ½cup

Silver leaf - 1 to 2

Dry Rose petals - 1 tsp 

Saffron threads 2 to 3 

Green cardamom powder - 1 tsp


Method 

  1. 2 Cup दूध को boil कर के, उसमें 1tsp lemon juice डालकर दूध फाड़कर छेना बना लीजिए। इससे approx 1 tbsp छेना बन जाएगा।
  2. छेने को हथेली की सहायता से मसल कर soft and smooth कर लीजिए। 
  3. Non dairy whip cream को stiff peaks आने तक Whip कर लीजिए। इसे कैसे करते हैं इसके लिए आप इस पर  Icing tips and tricks click कर सकते हैं। 
  4. Dry fruits की coarse cutting कर के, उन्हे slightly roast कर लीजिए। 
  5. 1 tsp milk में saffron threads को डाल कर छोड़ दीजिए, जिससे पीला रंग ready हो जाए।
  6. In another wok , 1cup milk, milk powder और Cornflour powder को अच्छे से mix कर लीजिए।
  7. अब इस wok को medium to slow flame पर continuously चलाते हुए 1 boil आने तक पका लीजिए। दूध की consistency thick हो जाएगी
  8. अब इसमें sugar add कर के अच्छे से mix कर लीजिए ।
  9. Sugar add करने से, thickness कम हो जाएगी, इसलिए दूध को 2 minutes के लिए continuously चलाते हुए गाढ़ा कर लें। 
  10. जब दूध ठंडा हो जाए तो उसमें, soft and smooth छेना, saffron milk, cardamom powder, whipped cream व roasted dry fruits (half amount) add कर दीजिए
  11. अब इसे हल्के से uniform होने तक mix कर लीजिए।
  12. अपनी पसंद के shape का container  लीजिए, उसमें cellophane foil बिछा दीजिए।
  13. अब container में Icecream solution डालकर tap कर दीजिए। जिससे Icecream की surface, level हो जाए।
  14. Cellophane foil से Icecream  wrap कर दीजिए। अब container पर lid ढक-कर freezer में 7 to 8 hours के लिए रख दीजिए।
  15. जब Icecream जम जाए, तो उसे cellophane foil से निकाल कर बचे हुए roasted dry fruits, rose petals और silver leaf  से decorate कर दीजिए।

Now beautiful and yummy RajBhog Icecream is ready to serve.

चलिए perfect Icecream बनाने की tips and tricks भी बता देते हैं- 

Tips and Tricks

  • दूध full cream लीजिएगा, पतला दूध गाढ़ा भी देर से होता है और उसमें crystal formation भी जल्दी होता है।
  • छेना ही use कीजिएगा। चाहे आप घर पर बनाएं या market से लें। पनीर मत use कीजिएगा, वरना proper texture नहीं आएगा।
  • आप छेने की जगह मावा भी ले सकते हैं।
  • Roasted dry fruits से बहुत अच्छा flavour आ जाता है।
  • Cellophane foil में wrap करके Icecream बनाने से Icecream crystal-free बनती है।
  • इस Icecream में मिठाई जैसा flavour रहता है इसलिए आप इसे festival में भी बना सकते हैं।


तो इस राखी में राजभोग Icecream बनाएं और अपने भाई के दिल में राज करें।

आप सभी को राखी के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं 💐🙏🏻❤️

Wednesday, 18 August 2021

Article : आतंकवाद की भेंट

 आतंकवाद की भेंट



एक और देश आतंकवाद की भेंट चढ़ गया।

अफ़ग़ानिस्तान जिसका अपना एक वजूद था, अपनी एक पहचान थी, आज आतंकवाद के तले रौंद दिया गया है।

तालिबानियों द्वारा, अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों में से, gents होने से उन्हें या तो मार दिया जा रहा था या तो उन्हें अपनी सेना में भर्ती करवाया जा रहा था और ladies के साथ दुष्कर्म किया जा रहा था। 

अगर आप ने Airlift movie देखी है तो आज कल अफ़ग़ानिस्तान की यही सच्चाई बन गई है। वहाँ रहने वाले दूसरे देशों के लोग, बहुत मुश्किल से अपनी जान बचाने में कामयाब हो रहे हैं।

हमारा देश भारत, भारतीयों को बचाने के लिए, air services provide कर रहा है, जिससे वहाँ रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित लाया जा सके।

अफ़ग़ानिस्तान को गर्त में मिलवाने में पाकिस्तान ने भरपूर साथ दिया है। उस पाकिस्तान ने जिसके पास खुद के लिए कुछ नहीं है, पर दूसरे को बर्बाद करने का दम बहुत है।

तब सोचिएगा कि भारत को बर्बाद करने का सपना तो वो ना जाने कितने सालों से देख रहा है। साथ ही उसके आका, चीन का भी यही सपना है।

पहले की बात करें तो शायद कुछ दिनों में भारत का भी यही हश्र होता, पर जब से BJP की सरकार आयी है, उसने सेना को इतना सशक्त कर दिया है कि चीन और पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ती है।

पहले सेना को दुश्मन-देश के प्रति कार्यवाही करने के लिए government से permission लेनी पड़ती थी कि वो जवाबी कार्रवाई करें कि नहीं?

और कई बार उन्हें मना कर दिया जाता था, जिससे उनके हाथ बंध जाते थे और वो चाहकर भी उचित जवाबी कार्रवाई नहीं कर पाते थे। 

जिसके कारण हमारे बहुत से जांबाज सिपाही शहीद हो गए। पर जबसे मोदी जी की सरकार आयी है, उन्होंने हमारी सेना के जवानों को यह अधिकार दिया है कि जब आप सरहद पर तैनात हैं तो आप से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है कि क्या जवाबी कार्रवाई की जाए? और कब की जाए? 

अतः आप को इस संबंध में किसी तरह की कोई permission की requirement नहीं है, आप पूर्णतया स्वतंत्र हैं, उचित कार्यवाही के लिए।

मोदी जी के इस निर्णय से सेना में गज़ब का आत्मविश्वास भर गया है। साथ ही सेना को बहुतायत से अस्त्रों एवं शस्त्रों को उपलब्ध करा दिया गया है जिसने हमारे एक-एक सैनिक को अभेद्य दुर्ग बना दिया है।

जिसका ही नतीजा है कि दुश्मन देश भारत से थर-थर कांप रहे हैं।

पर यह तब तक संभव है जब तक नेतृत्व करने वाला राष्ट्रवादी सोच का हो ना कि स्वार्थी सोच का हो। अगर स्वार्थी सोच वाली government power में आयी तो हमारे देश का भी क्या हश्र होगा? शायद यह बताने की जरूरत नहीं है।

इसलिए आप सब से अनुरोध है कि आप चुनाव में सोच समझकर ही सरकार चुनें।

आप का एक-एक वोट निर्धारित करता है कि देश सशक्त और सुरक्षित रहेगा या उसका नामोनिशान मिटा दिया जाएगा व आतंकवाद की भेंट चढ़ा दिया जाएगा।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻

Monday, 16 August 2021

Bhajan : प्रभु बिना मुश्किल है जीना

आप सभी को सावन के चौथे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐🙏🏻

प्रभु महादेव हम सब पर कृपा करें 🙏🏻🙏🏻


प्रभु बिना मुश्किल है जीना 


सावन का महीना 

हंहं........हां

सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले-2

तीनों लोक के तुम रखवाले -2

तुम बिन कटता एक दिन ना

हंहं........हां


सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले-2

गले में नागों को डाले -2

तुम सा दिखता मुझको कोई ना

हंहं..... हां


सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले -2

हालाहल को पीने वाले -2

तुम सा देखा भोला कोई ना

हंहं..... हां


सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले -2

बाधाम्बर को तन में डालें -2

तुम सा कोई जोगी कहीं ना

हंहं..... हां


सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले -2

भभूति को मलने वाले -2

तुम सा कोई मलंग कहीं ना

हंहं..... हां


सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना 

ओ मेरे शंकर भोले भाले -2

विपदाओं को हरने वाले -2

तुम सा दयालु होगा कोई ना 

हंहं..... हां

सावन का महीना

प्रभु बिना मुश्किल है जीना....




Sunday, 15 August 2021

Poem : संस्कृति हिंदुस्तान की

आज स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

 हमारा देश भारत, संस्कृति में, स्वास्थ्य में, शिक्षा में, निवेश में, औधोगिक क्षेत्र में, खेल में धन-धान्य में... आदि सभी क्षेत्रों में, संपन्न और सफल रहे। हमारा देश भारत, विश्व में सर्वोच्च स्थान पर रहे.... 

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

आज आप सब के साथ मुझे इंदौर से श्रीमती उर्मिला मेहता जी की कविता को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।

इस कविता में उन्होंने बड़ी खूबसूरती से हमारी संस्कृति को बयान किया है...

आइए हम सब इसका आनन्द लें।


संस्कृति हिंदुस्तान की




आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ 

संस्कृति हिंदुस्तान की

अहिंसा परमोधर्म की

धर्म हिंसा तथैव की


भारत ने वीरों को जन्मा

अन्यायी को भगा दिया

मातृभूमि की रक्षा हेतु

प्राणों को भी गँवा दिया


सत्य अहिंसा प्रेम के पथ पर

 चल कर  सबको बता दिया 

सबको अपना ही समझा

विश्वबंधुत्व विस्तार किया


धरती माँ है शूरवीर की

वचन कर्म कर्तव्य की

इसके आगे नत मस्तक सब 

शिक्षा लें कल्याण की


पुष्पक  विमान भी यहीं बना था

हम सब कुछ यह भूल गये

राइट बंधु को श्रेय दिया और

भारत का अपमान किया


नारद जी आते जाते थे

बिन वाहन के क्षण भर में

क्या सोचा है?किस विद्या से 

आ जाते थे पल भर में


ऋषि मुनि तपस्वी को

ज्ञान था कितना मत पूछो

एक शाप, वरदान की 

कीमत, यदि पढ़ो तो जानो


जाति धर्म और राजनीति

 सबकी एक मिसाल थी

मिल जुलकर सब रहते थे

जिंदगी बड़ी कमाल थी


सेतु बनाया रामेश्वर में

मेल मिलाप का काम था

सभी देश ने लोहा माना

भारत का हर ओर नाम था 


तब भी नारी पूजी जाती थी

गृह लक्ष्मी कहलाती थी

उसके बिन घर की रौनक

नामुमकिन सी लगती थी


अबला नहीं, सबला है वह

पहले भी बलवान थी

सरस्वती से लेकर चंडी

शक्ति की अवतार थी


भारत जब कमजो़र हुआ

तो कारण बस जयचंद था

आज़ादी को दाँव पे रक्खा

उसका ही प्रपंच था


नज़र लगी भारत को 

सब भाई चारा भूल गये

भाई -भाई लड़ बैठे 

भारत को कई शूल दिए


देशवासियों अब भी जागो 

आज़ादी अनमोल है

मिली है ये हमको मुश्किल से 

कभी न इसको तुम भूलो 


Disclaimer:
इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Friday, 13 August 2021

Article : एक कदम राष्ट्र की ओर...

 एक कदम राष्ट्र की ओर...


भारत की स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है।

कोरोना काल में एक कदम राष्ट्र की ओर अग्रसित होने के लिए इससे सुनहरा अवसर और कुछ नहीं हो सकता।

एक अच्छी सोच, जिसमें सबकी सुरक्षा भी शामिल है और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य और गौरव भी। 

एक ऐसी मुहिम, जिसमें जो जहाँ हैं, वहीं से जुड़ जाए। 

एक अदृश्य और अद्भुत एकता संगठन। जिसमें सब एक दूसरे को जानते नहीं हैं, फिर भी एक दूसरे का हाथ थामे हुए हैं।

क्या आप शामिल हुए हैं, इस राष्ट्र भक्ति में?

क्या कहा, आप को नहीं मालूम कि यह क्या है और इसमें क्या करना है?

कुछ भी कठिन नहीं है। 

राष्ट्रगान के जरिए आजादी के जश्न मनाने के लिए सरकार ने website launch की है। आप इस website पर जाकर अपना video upload कर सकते हैं।

सरकार ने आजादी के जश्न के लिए, 'आजादी का अमृत महोत्सव' campaign launch किया है।



भारत का राष्ट्रगान, जिसे गाते वक्त हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। भारत का राष्ट्रगान, जिसे गाते वक्त रोंगटे तक खड़े हो जाते हैं। वही राष्ट्रगान इस बार इतने लोग गाएंगे कि नया record बन सकता है। इसके लिए सरकार ने एक मंच दिया है, जहाँ आप राष्ट्रगान record कर के भेज सकते हैं। ये मंच है, rashtragaan.in website जहां आपको राष्ट्रगान record करना है। Website launch होने के बाद, लोगों ने इस पर अपने video record करने शुरू कर दिए हैं। 

इसका मकसद क्या है?

इसका मकसद गर्व के उन पलों को याद करना है, जिनसे भारत की आजादी का इतिहास जुड़ा है। साथ ही  digital तरीके से राष्ट्रगान को एक साथ ज्यादा से ज्यादा संख्या में गाना भी इसका मकसद है. इस पर जो भी video record होंगे, उनका प्रदर्शन लाल किले पर और airport पर होगा. इसीलिए राष्ट्रगान का कार्यक्रम सरकार ने देश की जनता के सामने रखा है।

इस पहल पर केंद्रीय एवं संस्कृति मंत्री श्री किशन रेड्डी जी ने कहा, “सभी बड़े बड़े लोगों से.. बुद्धिजीवियों से… शिक्षाविदों से… फिल्म कलाकारों से.. क्रिकेटरों से… और सभी लोगों से अपील करता हूं कि अपने phone में राष्ट्रगान गाकर rashtragaan.in पर upload करें। मैं सभी लोगों को आमंत्रित करता हूं कि राजनीति से ऊपर उठकर इसका हिस्सा बनें। यह जनता का महोत्सव बनना चाहिए यह सरकार का उत्सव नहीं है.”


मिलेंगे ये दो मौके

राष्ट्रगान का बेहतर video बनाने वालों को दो बड़े मौके मिलेंगे।

पहला, उन्हें भारत के नामी गीतकार और संगीतकार के साथ नए गाने में आने का मौका मिलेगा।

दूसरा, सबसे बेहतर 100 video- TV, Radio और YouTube जैसे सोशल social media platforms पर display किए जाएंगे।


Video upload करने के लिए करना क्या होगा?

>> सबसे पहले rashtragaan.in पर login करें.

>> इस website पर आपको तीन विकल्प (step) मिलेंगे


Steps:

STEP-1>> अपना नाम और अन्य जानकारी भरें।

STEP-2>> खड़े होकर राष्ट्रगान record करें।

STEP-3>> बनाए गए वीडियो को upload करें।

STEP-4>> अपना certificate download करें।




हर भारतीय को गर्व से भर देने वालों लम्हों का हिस्सेदार बनने के लिए भाग लें आजादी के अमृत महोत्सव में (#AzadiKaAmritMahotsav) देशभक्ति की इस मुहिम से जुड़ने के लिए rashtragaan.in पर चल रहे  campaign का हिस्सा बनें। सबसे पहले rashtragaan.in पर login करें और फिर वहां दिए गए तीन step के जरिए अपना video upload करें।

इसमें अब तक users की संख्या 1करोड़ 20 लाख 60 हजार से भी ज्यादा हो चुकी है। और प्रति पल यह संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। 

तो सोच क्या रहे हैं, बिल्कुल भी देर नहीं कीजिए, जल्दी से अपना राष्ट्रगान गाकर upload कीजिए और जुड़ जाइए राष्ट्रीय एकता से।

आप 14 अगस्त तक ही राष्ट्रगान upload कर सकते हैं।

आप इस मुहिम से जुड़ कर अमृत महोत्सव को सफल बनाएं और देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर को गौरवान्वित कीजिए।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻

Thursday, 12 August 2021

Article : कहेंगे अच्छे दिन?

 कहेंगे अच्छे दिन? 


मोदी सरकार का एक वादा यह भी था कि उनके आने से अच्छे दिन आएंगे।

बहुत लोग यह मानते हैं कि, वह अपना वादा पूरे करते जा रहे हैं, पर अब भी बहुत लोग ऐसा नहीं मानते हैं।

चलिए हम निष्पक्ष देखते हैं कि उनका वादा पूरा हो रहा है या नहीं...

सबसे पहले सबसे महत्वपूर्ण विषय पर बात करते हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा की...

हमारी भारतीय सेना इतनी सशक्त हो गई है कि हम जो पहले चीन और पाकिस्तान से डरते थे, आज हमारी सेना से चीन और पाकिस्तान डर रहे हैं। उनकी कोई भी धूर्त योजना कामयाब नही हो रही है। 

पहले आतंक का कहर हमेशा कायम रहता साथ ही कभी इधर कभी उधर आतंकी हमले होते ही रहते थे, पर अब आतंकवाद भी घुटने टेक रहा है। ईश्वर की कृपा और मोदी सरकार के सहयोग व सशक्त बलों के अधिकारियों के शौर्य, बुद्धिमत्ता और मेहनत से आतंकी हमले बहुत कम हो गये, और जो गिने-चुने प्रयास कर भी रहे हैं वो भी विफल हो रहे हैं।

क्या हम इसे कहेंगे अच्छे दिन?

अब बात करते हैं, भारत के विश्व में बढ़ते कद की। आज हर विकसित देश, भारत से जुड़कर काम करना चाह रहा है। सभी का मानना है कि भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है,  साथ ही उनका यह भी मानना है कि मोदी जी बहुत दूरदर्शी हैं और उन्हें सभी परिस्थितियों से सफलता पूर्वक निपटना आता है।

मोदी जी को UNSC का अध्यक्ष बना दिया गया है, जो किसी भी देश के लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। आप को यह भी बता दें कि, मोदी जी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया है। हमारा देश आज विश्व गुरु बन गया है।

क्या हम इसे कहेंगे अच्छे दिन? 

अब आजकल, जिस बात की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, उस पर भी विचार कर लेते हैं- 

हाँ अभी हम Olympics की ही बात कर रहे हैं। इस बार का olympics, भारत के लिए,  सबसे ज्यादा सफल olympics माना जा रहा है। क्योंकि इस बार भारत को 7 medals मिले हैं। पर आप ने इसकी वजह जाननी चाही? नहीं.... 

चलिए हम बताते हैं। 

उसके लिए आप का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करेंगे कि शायद आप ने ध्यान दिया हो, भारत के olympics के लिए गए एक एक खिलाड़ी को मोदी जी ने स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई थीं, साथ ही जो खिलाड़ी किसी भी तरह की training  चाहता था, उसे वो सुविधा प्रदान की, उनके लिए विदेशों की trips arrange की। करोड़ों रुपए खिलाड़ियों को निखारने में लगाया। Olympics में जाने के पहले से एक एक खिलाड़ी के विषय में  मोदी जी सब कुछ जानते थे, उनकी खुशी, पीड़ा, चोट कष्ट परेशानी सभी। और उन्हें कैसे सुविधा प्रदान की जाए, इसका प्रयत्न करते थे। सभी खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया। ‌जो खिलाड़ी जीत रहे थे, उन खिलाड़ियों को मोदी जी, स्वयं बधाई दे रहे थे और जो जीत से कुछ कदम की दूरी से रह गये, उन्हें सांत्वना दें रहे थे, आगे अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे। 

क्या इससे पहले कभी किसी भी प्रधानमंत्री को ऐसा करते हुए देखा था। नहीं ना?

इसका ही नतीजा है कि इस बार olympics में 1 gold 2 silver and 4 bronze medal मिले हैं। दो साल पहले मोदी जी ने खेलों इंडिया का मिशन भी दिया था। स्कूलों में भी खेल में विशेष ध्यान देने को कहा था। उनकी दूरदर्शिता आप को दिखाई दी?

यह देखा गया है कि भारत जब भी किसी विशेष अभियान से जुड़ता है, मोदी जी उनके साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ जाते हैं। फिर चाहे वो चंद्रयान की यात्रा हो या देश का olympics में participate करना।

क्या हम इसे कहेंगे अच्छे दिन?

पहले का अभियान था, बेटी बचाओ.... उसको सम्पूर्ण करके नया नारा... बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का अभियान प्रारंभ किया, जिसका नतीजा यह रह रहा है कि सभी तबके में बेटियों की शिक्षा का स्तर बढ़ता जा रहा है। इससे महिला सशक्तिकरण बढ़ रहा है। 

इसका बहुत बड़ा उदाहरण है कि इस बार सबसे अधिक महिला सांसदों का चयन किया गया है। इतनी महिला सांसद तो तब नहीं थीं, जब भारत की प्रधानमंत्री स्वयं एक महिला थीं। 

आज गरीब परिवारों के लिए, जितनी भी योजनाएं आ रही हैं , फिर चाहे वो gas subsidiary हो या बैंक में खाता या ऐसी और योजनाएं...वो सब महिलाओं को प्रदान की जा रही हैं, जिससे घर- घर में महिलाओं का स्तर व सम्मान ऊपर उठ सके।

क्या हम इसे कहेंगे अच्छे दिन? 

कश्मीर से 370 अनुच्छेद हटे 2 साल हो गए हैं। इन दो सालों में कश्मीर में काया कल्प हो गया है। जो कश्मीर पहले पत्थर बाजी और आतंकवाद के साए में जी रहा था वहाँ आज अमन चैन कायम हो गया। जिंदगी खुशहाली की तरफ लौट रही है। इस बार के स्वतंत्रता दिवस के लिए वहाँ जोश और उत्साह से तैयारियाँ चल रही हैं। भारत माता की जय, वन्दे मातरम् के नारे लगाए जा रहे हैं। जो आज से पहले सोचना तक संभव नहीं था।

क्या हम इसे कहेंगे अच्छे दिन? 

यह आप की इच्छा है कि आप इन दिनों को क्या कहेंगे, पर पूरा देश तो यही मान रहा है कि अच्छे दिन आते जा रहे हैं।

आप भी एक बार सोचिएगा जरुर, साथ ही एक बात और सोचिएगा कि अगर BJP नहीं आती तो हमारे देश की हालत भी अफगानिस्तान जैसी ही होती, क्योंकि BJP के आने से पहले आतंकवाद चरम सीमा पर पहुंचता जा रहा था। 

आगे भी आप को किसे लाना है, यह आप को सोचना है। पर याद रखिएगा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और वो BJP के ही हाथ में है...

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

Wednesday, 11 August 2021

Poem : हरियाली तीज

आज हरियाली तीज के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐 

सावन त्यौहारों से सजा महीना होता है, जिसमें हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है। 

इस त्यौहार में स्त्रियाँ हरे रंग से अपना श्रृंगार करती हैं। हरी-हरी चूड़ियाँ, हरी बिंदी, हरे रंग का ही पहनावा पहनती हैं।

उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत होता है, मानो सृष्टि ने नारी का रूप धारण कर लिया हो।

सब मिलकर सावन के गीत गाते-गुनगुनाते हैं, हंसते-खिलखलाते हैं। झूला झूलते हैं, दुनिया के पकवानों का आनन्द लिया जाता है। यह दृश्य बड़ा ही मनोरम लगता है।

आज आप सब के साथ मुझे गाजियाबाद से श्रीमती रीमा ठाकुर जी की कविता को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।

इस कविता में उन्होंने बड़ी खूबसूरती से हरियाली तीज का वर्णन किया है...

आइए हम सब इसका आनन्द लें।

हरियाली तीज




हुआ है हरियाली तीज का आगाज , 

आना सखियों, सब मिल बैठेंगे साथ, 

खनकायेगें हरी हरी चूड़ियों से भरे हुए हाथ, 

बैठकर झूले पर करेंगे मीठी मीठी बात, 

चटपटे व्यंजनों का लेते हुए स्वाद, 

छेडेंगे मस्त सुरों का साज़, 

लगायेंगे ठुमके रिमझिम फुहारों  के साथ, 

आना सखियों, मिलेंगे हम अरसे बाद, 

ऐसा करेंगे धमाल, 

कैद कर लेंगें कैमरे में सारी मीठी याद|

Monday, 9 August 2021

Bhajan : भोले भोले भंडारी


भोले भोले भंडारी 

   


        

भोले भोले जपते जाओ
सब दे दें भंडारी
उनके दर पर जो कोई आए
कभी ना जाए खाली

वो तो हैं भंडारी
भोले भोले भंडारी -2

श्रृद्धा और विश्वास से
जो कोई उनके दर पर आए
बिन मांगे ही उसको 
उनसे सब कुछ ही मिल जाए

वो तो हैं भंडारी
भोले भोले भंडारी -2


प्रेम भाव  से जो कोई उन पर
बेल पत्र चढ़ाए
मनवांछित फल मिले उसे
जीवन सफल हो जाए

वो तो हैं भंडारी
भोले भोले भंडारी -2

जल के संग जो अपनी
भक्ति अर्पण करता जाए
प्रसन्न होकर प्रभू उसे
फिर दर्शन देने आए  

वो तो हैं भंडारी
भोले भोले भंडारी -2


सावन के तीसरे सोमवार की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

🙏🏻देवों के देव महादेव हम सब पर कृपा करें 🙏🏻

💐 🔔हर हर महादेव🔔💐 





Saturday, 7 August 2021

Article : India's proud moment

 India's proud moment



जिसका हमें था इंतज़ार, जिसके लिए दिल था बेकरार, वो घड़ी आ गई, आ गई आज, खुशी हमको सबको दिखाना है आज, भारत में भी दम है सबको बताना है आज...

जी हाँ, आज Tokyo Olympics में भारत के नीरज चोपड़ा ने Javelin Throw में Gold medal जीता है।

भारत में Olympics में 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज किया जाएगा, क्योंकि उनकी वजह से भारत के तिरंगे झंडे  को एक बार फिर से Gold medal की सलामी मिली है।

नीरज ने 87.58 मीटर Javelin throw कर के Tokyo Olympic 2020 में gold medal जीतकर इतिहास रचा है। 

भारत का यह अब तक का सबसे सफल Olympic बन गया है। भारत ने इसमें 1 gold, 2 silver और 4 bronze medal समेत कुल 7 medal जीत लिए हैं।

जिसमें नीरज के gold के अलावा मीराबाई चानू ने weight lifting में silver, पीवी सिंधु ने badminton में bronze और लवलिना बोरगोहेन ने boxing में bronze medal जीता है। इसके अलावा India की men's hockey team ने bronze और कुश्ती में रवि दाहिया ने silver medal मेडल जीता। वहीं बजरंग पूनिया ने bronze medal जीता।

Neeraj Chopra ने इससे पहले 5 बड़े events में gold medals जीते हैं -

 नीरज अपने carrier में Tokyo Olympics से पहले 5 Mega sports event में gold medals जीत चुके हैं। उन्होंने Asian Games, Commonwealth Games (CWG), Asian Championships, South Asian Games, and World Junior Championships  में gold medal अपने नाम किया है। साथ ही Asian Junior Championships में भी silver medal अपने नाम किया है।

Olympics में 13 साल बाद भारत को किसी individual event में gold medal मिला है। इससे पहले 2008 में Beijing Olympics में Shooting में अभिनव बिंद्रा ने gold medal जीता था। बिंद्रा ने 10 metres Air rifle shooting event का gold medal अपने नाम किया था।

अब तक भारत ने 2 individual events में और 8 hockey में total 10 gold medals जीते हैं।

हमारा आज का यह सुपरस्टार ना केवल खेल में नंबर 1 हैं, साथ ही Neeraj Chopra VSM हमारी Indian Army के जांबाज़ सूबेदार भी हैं जिन्हें विशिष्ट सेवा medal (VSM) से सम्मानित भी किया गया है।

नीरज चोपड़ा जी आज आपको पूरा देश अनेकानेक बधाईयां दे रहा है साथ ही आभार प्रकट करता है कि आप ने हमारे तिरंगे को Gold medal से सम्मानित किया। आपका भविष्य उज्जवल रहे और आप सदैव ही भारत को सम्मान दिलाते रहें।

तू भी राणा का वंशज है, फेंक जहाँ तक भाला जाए....

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

Friday, 6 August 2021

Story of Life : हसीन मुलाकात (भाग-3)

 हसीन मुलाकात (भाग-1)

हसीन मुलाकात (भाग-2) के आगे....


हसीन मुलाकात (भाग-3)




शायद आज की मुलाकात इतनी ही थी। पर आज उसकी खनखनाती हंसी और मीठी आवाज़ ने मुझे पूरी तरह दीवाना बना दिया था...

ना जाने कहाँ से आई है, ना जाने कहाँ को जाएगी, दीवाना किसे बनाएगी यह लड़की...

अगले दिन जब मैं उठा तो रात में देर तक भीगने के कारण बहुत तेज़ fever हो गया था और बदन बुरी तरह से टूट रहा था। 

आह! आज कैसे मिलूंगा उससे... 

मैं बहुत ही sincere employee हूँ। कभी बगैर बात के छुट्टी नहीं लेता था।

पर आज ना जाने क्या हो गया था कि office से छुट्टी की परवाह नहीं थी, पर उससे नहीं मिल पाना मुझे बहुत सता रहा था।

तभी बाहर बारिश की झड़ी लग गई, और आज तो ऐसी झड़ी लगी थी कि रात तक एक पल को भी नहीं थमी। उसे देखकर मन गा उठा,

लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है, वही आग सीने में फिर जल उठी है.... 

और मैं कब उसे याद करता हुआ, नींद के आगोश में चला गया, मुझे नहीं पता। 

आज कुछ तबियत ठीक लग रही थी, मैंने सोचा office नहीं जाऊंगा पर उससे मिलने जरूर जाऊंगा। 

Office से पहुंचता था तो थका-हारा दिखता था, आज घर से जाना था तो बन-ठन कर gift लेकर गया था।

आज बारिश नहीं हो रही थी, पर मौसम बहुत ज्यादा humid था। मैं बहुत देर तक इधर-उधर घूम कर उसका इंतज़ार कर रहा था।

तभी एक आदमी आया, बोला तुम अंकिता का इंतजार कर रहे हो?

अंकिता... अंकिता कौन? मैंने उससे पूछा...

एक बहुत सुन्दर मासूम सी लड़की, जिसे सावन बहुत पसंद था...

मैं उसका नाम नहीं जानता, पर मैं जिसका इंतजार कर रहा हूँ, शायद आप उसी के बारे में बोल रहे हैं...

वो थोड़ी दूर पर ही रहती थी... उसका नाम अंकिता था। वो बड़ी मासूम और दयालु थी।

यह आप बार-बार थी.. थी... क्यों बोल रहे हैं?

क्योंकि कल वो तुम्हारे इंतज़ार में बहुत देर तक यहाँ खड़ी भीगती रही, पर तुम नहीं आए, लेकिन कोई और आ गया!

कौन?... मैंने घबराते हुए पूछा?  

उसकी मौत!

क्या...

तुम्हारे नहीं आने से उसका दिल टूट गया और बहुत अधिक भीगने से शरीर...

आज सुबह ही उसे ICU में भर्ती करवाया गया था और शाम तक शायद उसे तुम्हारा इंतज़ार था, पर तुमने बहुत देर कर दी...

मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई‌, मैं उससे अब कभी नहीं मिल पाऊँगा। मैं यह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। मैं वहीं घुटनों के बल बैठ कर रोने लगा।

क्या आप मुझे बता सकते हैं कि वो कहाँ रहती थी?

अब क्या करोगे जानकर?...

आप पहेली ना बुझाएं, कहां रहती थी, वो... वो बताएं....

वो जो चौराहे पर पीली कोठी है, वहीं घर है उसका। यह कहकर वो चला गया।

मैं उसके बताए हुए रास्ते पर गया, तो देखा वहाँ तो पीली कोठी, खंडर में बदल चुकी थी। 

मुझे कोठी देखकर, अजीब सी सिरहन हुई, क्या यहाँ रहती थी अंकिता?

मैं अंदर जाने वाला था कि लगा कोई मेरे पीछे खड़ा था। मैं जैसे ही पलटा तो, मेरे मुंह से निकला - अरे अंकिता तुम जिंदा हो?

कौन अंकिता?.. मैं तो अंजलि हूँ...

मुझे नहीं पता कौन अंकिता, तुम ठीक हो, बस यही मेरे लिए सच है। कहकर मैंने उसका माथा चूम लिया...

वो कुछ पल जिसमें मुझे लगा था कि मैंने अपने प्यार को खो दिया, वो मुझे हजारों मौत दे गया था।

पर उसी समय, अंजलि का मुझसे मिलनाआना, मेरी जिंदगी की सबसे हसीन मुलाकात थी...

तभी बहुत तेज बारिश होने लगी, हमारे प्यार की साक्षी बनकर, जैसे वो भी हमारे मिलन से खुशी से झूम उठी हो।

बरसो रे मेघा मेघा.... बरसो रे मेघा मेघा, बरसो रे मेघा बरसो....

Thursday, 5 August 2021

Story of Life : हसीन मुलाकात (भाग -2)

 हसीन मुलाकात (भाग -1) के आगे...

हसीन मुलाकात (भाग -2)


Office पहुँच कर भी दिल जनाब के अंदाज ना बदले। आज office में काम कुछ कम था, तो जल्दी खत्म हो गया। सब अपना-अपना बोरिया बिस्तर समेटने लगे। पर हम आराम से बैठे हुए थे। 

Friends पूछने लगे, यार अमन, घर नहीं जाना है?

अब उन्हें कौन बताए कि दिल जनाब बांवरे हो गये हैं, 12 बजे के पहले घर के लिए प्रस्थान ही नहीं करेंगे।

खैर 12 बजे तक बेवजह का over time कर के घर चल दिया। आज पहली बार पैदल चलने में बहुत आनंद अनुभव हो रहा था। आज लग रहा था, मुझसे ज्यादा भाग्यशाली और कोई नहीं है..

रात कल सी ही थी, मतलब काले बादल और वैसा ही माहौल, बारिश की पड़ती बौछारें...बस इंतजार था, उस हसीना का।

पर यह क्या, अब तो घर बस 10 minute की दूरी पर था और वो हसीना... वो तो अभी तक दिखाई नहीं दी थी, दिल बैठा जा रहा था।

तभी ज़ोर से बिजली कड़की और साथ ही वो हसीना सामने थी।

उसे देख कर मन मयूर नाच उठा, और गाने लगा, 

एक लड़की भीगी भागी सी, सोती रातों में जागी सी, मिली एक अजनबी से, कोई आगे ना पीछे...

आज वो काले कपड़ों में थी, उसे देखकर लग रहा था कि ईश्वर ने उसे बहुत फुर्सत में तराशा है। आज से पहले मैंने इतनी खूबसूरत कोई लड़की नहीं देखी थी, शायद वो अप्सराओं से भी बहुत ज्यादा हसीन थी। मैं तो उसे देखकर पलकें झपकाना ही भूल जाता था।

आज तो वो भी मुझे देखकर हंस दी, शायद मेरा दीवानापन उसे भी समझ आ रहा होगा।

उसको हंसता देखकर, हम तो वहीं सड़क पर रपट गये। उसने मुझे उठने के लिए अपना हाथ दिया... 

उस समय तो लगा, हम भी किसी हीरो से कम नहीं हैं, और लगे गाना गाने, 

आज रपट जाएं तो हमें ना उठ्ठइयो, हमें जो उठ्ठइयो तो खुद भी रपट जइयो....

वो मेरा बेसुरा गाना सुनकर खिलखिला कर हंसने लगी, और बोली बड़े फिल्मी हो आप...

उसकी यह बात सुनकर मैंने झेंप कर मुंह नीचे कर लिया। पर जब मैंने फिर ऊपर देखा तो वो कहीं नहीं थी। 

आगे पढ़े, हसीन मुलाकात (भाग-3) में..

Wednesday, 4 August 2021

Story of Life : हसीन मुलाकात

अपने वादे के अनुसार, सावन के सौंदर्य से परिपूर्ण मौसम में एक बार फिर आप के लिए गीतों से सजी हुई कहानी लेकर आए हैं, हर बार की तरह इस बार भी कहानी को अपना स्नेह दीजिएगा..


हसीन मुलाकात




बरसात की काली स्याह अंधेरी रात, 12 बजे के ऊपर का समय रहा होगा। शायद अब तक तो आधी से ज्यादा दुनिया नींद के आगोश में जा चुकी होगी।

बरसात की रात होने के कारण, अजीब सा माहौल था, सन्नाटा तोड़ती, झिंगुर की झांय-झांय की आवाज, तो कभी, बीच-बीच में मेढ़क के टर्राने की आवाज।

तभी बचा-खुचा श्रेय तेजी से कड़कती बिजली की आवाज से पूरा हो गया।

सोच रहा था कि तेज़ क़दमों से चलते हुए, बारिश शुरू होने से पहले घर पहुंच...

पर मन का सोचा पूरा हो जाए, यह तो भाग्यशाली लोगों के साथ होता है। और भाग्य तो कितना बड़ा वाला था, यह तो आधी रात को पैदल घर आ रहा था, उससे ही पता चल रहा था।

बस घर जाने की पूरी बात सोच भी नहीं पाया था कि, मोटी-मोटी बूंदों ने टिप-टिप कर के गिरना शुरू कर दिया था।

मैं सबको कोसता हुआ आ रहा था कि अचानक कोई मुझ से टकराता है, हवा के झोंके के साथ ही उसके शरीर की भीनी खुशबू से मेरा रोम-रोम पुलकित हो उठा। पर वो है कौन यह मालूम नहीं पड़ रहा था।

और तभी अनायास बिजली कड़की, तो देखा बेहद बला की हसीन लड़की मेरे सामने थी। उसके दूधिया रंग पर उसके बालों की काली लट से टपकता पानी, बेहद दिलकश लग रहा था और बारिश से भीगा बदन, उसे और हसीन बना रहा था। 

कुछ क्षण तो मैं स्तब्ध सा उसे देखता ही रहा, पर अगले ही पल वो ओझल हो गई...

उसके जाने के बाद भी मेरे कदम आगे नहीं बढ़ रहे थे। पर वहाँ से तो वो कब की जा चुकी थी।

उसके ही ख्यालों में खोया हुआ मैं घर आ गया।

घर पहुंचने पर भी मन वहीं रुक गया था। और बस एक ही गीत गुनगुना रहा था,

एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई, फिर क्या हुआ यह ना पूछो, कुछ ऐसी बात हो गई.... 

सुबह हो गई, मैं जल्दी-जल्दी office जाने की तैयारी में लगा हुआ था और यह मन... यह तो जैसे बांवरा होकर निरा निक्कमा हो चला था। मैं physically जितना भड़भड़ा रहा था, mentally उतना ही उस हसीना के ख्यालों में खोया निष्क्रिय था। बस यह गाना मस्तिष्क पर हावी हो रहा था,

ज़िन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात, एक अंजान हसीना से मुलाकात की रात...

आगे पढ़े, हसीन मुलाकात ( भाग -2)...

Tuesday, 3 August 2021

Article : गर्व है बेटियों पर

गर्व है बेटियों पर 


आज भारत का सीना सचमुच 56 inch का हो गया है, जब उसकी हौसले और जोश से भरपूर बेटियाँ Tokyo में आयोजित Olympic games में Medals जीत रही हैं। तिरंगे की आन, बान और शान बढ़ा रही हैं। 

फिर वो चाहे मीराबाई चानू हो, पी. वी सिधु, लवलीना बोरगोहेन हो या हाॅकी की सेमी-फाइनल में पहुंच चुकी, महिला हाॅकी टीम की रानी रामपाल सिंह, वंदना कटारिया, नेहा गोयल, सविता पूनिया, गुरजीत कौर, और इनके साथ ही अन्य महिला खिलाड़ी भी...

इन बेटियों ने यह केवल भारत को ही नहीं वरन् पूरे विश्व को दिखा दिया है कि उन्हें जिस भी क्षेत्र में आने का मौका मिलेगा, उस हर क्षेत्र में भारत का तिरंगा सर्वोच्च स्थान पर लहराएगा। 

इन बेटियों में कुछ तो गरीब परिवारों से भी हैं, जहाँ उचित रूप से खाने को नहीं मिलता है। वहाँ किसी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर के सफलता के झंडे गाड़ देना, बहुत ही प्रेरणादायक है।

इस तरह से वो हमारे युवा वर्ग के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं कि सफलता पाने के लिए सभी परिस्थितियाँ आप के अनुरूप हों, यह आवश्यक नहीं है। किसी भी परिस्थिति को अपनी असफलताओं के लिए ढाल बनाने वाला कभी सफल नहीं हो सकता।

सफलता उनको मिलती है, जिनमें जोश हो, जज्बा हो, जुनून हो, लगन हो, कुछ कर गुजरने की इच्छा हो, अथक परिश्रम करने की काबिलियत हो। उनको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है, स्वयं ईश्वर उनको सफल बनने में मदद करते हैं। 

आप सभी भारतीय खिलाड़ियों को सम्पूर्ण भारत की तरफ से शत् शत् नमन। आप ऐसे ही सदैव हमारे देश को और अपना नाम पूरे विश्व में उज्जवल करते रहें।

आप के उज्जवल भविष्य के लिए हम सभी मंगल कामनाएँ कर रहे हैं।

तिरंगा ऊंचा ऊंचा करते जाना

सम्पूर्ण विश्व में भारत को विजयी बनाना 

ईश्वर की कृपा रहे सदा

तुम तिरंगे की आन और शान बढ़ाना।।  

🥇🥈🥉🇮🇳 जय हिन्द, जय नारी शक्ति 🇮🇳🥇🥈🥉

Monday, 2 August 2021

Article : संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र,अर्थ, जप विधि व लाभ

संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र,अर्थ, जप विधि व लाभ 


सावन मास, भगवान शिव की आराधाना के लिए समर्पित होता है। ऐसे में आज हम सावन के दूसरे सोमवार में, आपको उनके सबसे प्रभावशाली महामृत्युंजय मंत्र के बारे में बता रहे हैं।

महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ क्या है?

महामृत्युंजय मंत्र के जाप की विधि क्या है?

महामृत्युंजय मंत्र के जाप से होने वाले लाभ क्या हैं? 

महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखें?


इस मंत्र की रचना मार्कंडेय ऋषि ने की थी। इसका वर्णन ऋग्वेद से लेकर यजुर्वेद तक में मिलता है। वहीं शिवपुराण सहित अन्य ग्रंथो में भी इसका महत्व बताया गया है।

संस्कृत में महामृत्युंजय उस व्यक्ति को कहते हैं जो मृत्यु को जीतने वाला हो। इसलिए भगवान शिव की स्तुति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जप किया जाता है।


संपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र 


ॐ हौं जूं स: ॐ भूर्भुव: स्व: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌ ॐ स्व: भुव: भू: ॐ स: जूं हौं ॐ !!


लघु मृत्युंजय मंत्र


ॐ जूं स माम् पालय पालय स: जूं ॐ।


महामृत्युंजय मंत्र का बीज मंत्र


ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !! 


रोगों से मुक्ति के लिए वैसे तो महामृत्युंजय मंत्र विस्तृत है लेकिन आप बीज मंत्र के स्वस्वर जाप करके भी रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। इस बीज मंत्र को जितना तेजी से बोलेंगे आपके शरीर में कंपन होगा और यही औषधि रामबाण होगी। जाप के बाद शिवलिंग पर काले तिल और सरसों का तेल(तीन बूंद) चढाएं।

महामृत्‍युंजय मंत्र का अर्थ

इस पूरे संसार के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान शिव की हम पूजा करते हैं। इस पूरे विश्‍व में सुरभि फैलाने वाले भगवान शंकर हमें मृत्‍यु के बंधनों से मुक्ति प्रदान करें, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।

महामृत्‍युंजय मंत्र जप की विधि

  1. महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप आपको सवा लाख बार करना चाहिए। 
  2. वहीं, भोलेनाथ के लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप 11 लाख बार किया जाता है। 
  3. सावन माह में इस मंत्र का जाप अत्यंत ही कल्याणकारी माना जाता है। 
  4. वैसे आप यदि अन्य माह में इस मंत्र का जाप करना चाहते हैं तो सोमवार ​के दिन से इसका प्रारंभ कराना चाहिए।
  5. इस मंत्र के जाप में रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करें। इस बात का ध्यान रखें कि दोपहर 12 बजे के बाद महामृत्‍युंजय मंत्र का जाप न करें।
  6. मंत्र का जाप पूर्ण होने के बाद हवन करन उत्तम माना जाता है।

क्यों करते हैं महामृत्युंजय मंत्र का जाप

महामृत्युंजय मंत्र का जाप विशेष परिस्थितियों में ही किया जाता है। अकाल मृत्यु, महारोग, धन-हानि, गृह क्लेश, ग्रहबाधा, ग्रहपीड़ा, सज़ा का भय, प्रॉपर्टी विवाद, समस्त पापों से मुक्ति, आदि जैसे स्थितियों में भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है। इसके चमत्कारिक लाभ देखने को मिलते हैं। इन सभी समस्याओं से मुक्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र या लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है।

शिव पुराण में भगवान शिव को खुश करने के लिए बहुत सारे मंत्र बताए गए हैं।  महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का बहुत प्रिय मंत्र है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति मौत पर भी जीत हासिल कर सकता है। इस मंत्र के जाप से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और असाध्य रोगों का भी नाश होता है। शास्त्रों में इस मंत्र को अलग-अलग संख्या में करने का विधान है।


महामृत्युंजय मंत्र -

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌।

उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌॥


भय मुक्ति के लिए

महामृत्युंजय पाठ 1100 बार करने पर भय से छुटकारा मिलता है। महामृत्युंजय मंत्र 108 बार पढ़ने से भी फायदा मिलता है। 

रोग मुक्ति के लिए

ओम त्र्यंबकम यजामहे मंत्र का 11000 बार जाप करने पर रोगों से मुक्ति मिलती है।

पुत्र व सफलता के लिए 

महामृत्युंजय मंत्र का जाप सवा लाख बार करने से पुत्र और सफलता की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अकाल मृत्यु से भी बचाव होता है।

महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते समय रखें इन बातों का ध्यान-

  1. मंत्रों का जाप सुबह-शाम किया जाता है।
  2. जैसी भी समस्या क्यों न हो, यह मंत्र अपना चमत्कारी प्रभाव देता है।
  3. भगवान शिव के मंत्रों का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए।
  4. भगवान शिव की प्रतिमा, फोटो या शिवलिंग के सामने आसन बिछाकर इस मंत्र का जाप करें।
  5. मंत्र जाप शुरू करने से पहले भगवान शिव को बेलपत्र और जल चढ़ाएं।
  6. पूरी श्रद्धा और विश्वास से साधना करने पर इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
  7. महामृत्युंजय चालीसा का उच्चारण सही तरीके और शुद्धता से करना चाहिए।
  8. मंत्र उच्चारण के समय एक शब्द की गलती भी भारी पड़ सकती है।
  9. मंत्र के जप के लिए एक निश्चित संख्या निर्धारित कर लें। जप की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाएं लेकिन कम न करें।
  10. महामृत्युंजय का मंत्र जाप धीमे स्वर में करें। मंत्र जप के समय इसका उच्चारण होठों से बाहर नहीं आना चाहिए।
  11. महामृत्युंजय मंत्र के दौरान धूप-दीप जला कर रखें।
  12. मंत्र का जप सदैव पूर्व दिशा की ओर मुंह करके करना चाहिए। जब तक मंत्र का जप करें, उतने दिनों तक तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। आहार-विहार शुद्ध व सात्विक होना चाहिए।


महामृत्युंजय मंत्र बहुत ही प्रभावी मंत्र है। पर यह किस को कितना फलीभूत होगा, यह मंत्र का जाप करने वाले की भक्ति, आस्था, श्रृद्धा, विश्वास और शुद्धता पर निर्भर करता है। 

देवों के देव महादेव तो भोले भंडारी हैं, जो उनके पास सच्चे मन, प्रेम, भक्ति, आस्था, श्रृद्धा, विश्वास और शुद्धता से परिपूर्ण होकर आता है, उस को तो प्रभू बिना कुछ कहे ही सब दे देते हैं...
यहाँ शुद्धता का अर्थ केवल शारीरिक नहीं है अपितु मन और विचारों से है।

आप सभी को सावन के दूसरे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

🙏🏻 महादेव हम सब पर कृपा करें 🙏🏻