Wednesday, 11 August 2021

Poem : हरियाली तीज

आज हरियाली तीज के पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐 

सावन त्यौहारों से सजा महीना होता है, जिसमें हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है। 

इस त्यौहार में स्त्रियाँ हरे रंग से अपना श्रृंगार करती हैं। हरी-हरी चूड़ियाँ, हरी बिंदी, हरे रंग का ही पहनावा पहनती हैं।

उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत होता है, मानो सृष्टि ने नारी का रूप धारण कर लिया हो।

सब मिलकर सावन के गीत गाते-गुनगुनाते हैं, हंसते-खिलखलाते हैं। झूला झूलते हैं, दुनिया के पकवानों का आनन्द लिया जाता है। यह दृश्य बड़ा ही मनोरम लगता है।

आज आप सब के साथ मुझे गाजियाबाद से श्रीमती रीमा ठाकुर जी की कविता को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।

इस कविता में उन्होंने बड़ी खूबसूरती से हरियाली तीज का वर्णन किया है...

आइए हम सब इसका आनन्द लें।

हरियाली तीज




हुआ है हरियाली तीज का आगाज , 

आना सखियों, सब मिल बैठेंगे साथ, 

खनकायेगें हरी हरी चूड़ियों से भरे हुए हाथ, 

बैठकर झूले पर करेंगे मीठी मीठी बात, 

चटपटे व्यंजनों का लेते हुए स्वाद, 

छेडेंगे मस्त सुरों का साज़, 

लगायेंगे ठुमके रिमझिम फुहारों  के साथ, 

आना सखियों, मिलेंगे हम अरसे बाद, 

ऐसा करेंगे धमाल, 

कैद कर लेंगें कैमरे में सारी मीठी याद|

2 comments:

  1. Thanks Anamikaji to provide me a platform and to appreciate my composition.....

    ReplyDelete
    Replies
    1. Thanks to you Reemaji for providing such a nice composition to Shades of Life.

      Delete

Thanks for reading!

Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)

Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.