Tuesday 21 December 2021

Article : बढ़ती ठंड, कांपती दुनिया

 बढ़ती ठंड, कांपती दुनिया


इस बार शरद ऋतु, जब अपने चरम पर पहुंच रही है तो देखा जा रहा है कि ठंड northern plains पर अपना भयंकर कहर बरपा रही है।

दिल्ली और आसपास के region में temperature 3° और उससे नीचे जा रहा है।


Records broken this winter :

वहीं पहली बार ऐसा हुआ है कि जब राजस्थान के चार जिलों,  चूरू, सीकर, जयपुर और सिरोही में पारा 0° से नीचे चला गया है। सबसे कम minimum temperature  -3.8° सीकर जिले के फतेहपुर में record किया गया है।

इस बार वहाँ पर फसलों पर, pipe line पर, किसी भी बर्तन में रखे पानी, आदि पर बर्फ जमी हुई देखी गई है। 

जिससे पाला पड़ कर, सबसे ज्यादा रबी की फसलों का नुक़सान होने की संभावना है। 

पर शरद ऋतु में कभी ज्यादा ठंड कभी कम ठंड, इसका कारण क्या है?

इसका बहुत बड़ा कारण है, जिसे समझने के लिए हम थोड़ा geography की ओर चलते हैं...


Geographic reason of extreme winter by weather experts :

Weather experts के according, Al Nino and la Nina दो शब्द का reference Pacific Ocean के sea level के temperature में होने वाले परिवर्तन से है।

Scientific language में Pacific Ocean में equator line से ऊपर 140° to 120° के बीच के हिस्से को Nino - 3.4 region कहा जाता है।

जब इस area में sea level का temprature normal से नीचे होता है तो इस स्थिति को La-Nina कहते हैं। Means temprature down होगा, ठंड बढ़ेगी। 

इसी तरह जब temperature normal से ऊपर होता है, तो उसे Al-Nino कहा जाता है, means temperature rise करेगा, गर्मी बढ़ेगी।

इस बार Pacific Ocean में temperature normal से down होने से La-Nina effect रह रहा है, जिसकी वजह से India के northern plains में भारी ठंड और बारिश की संभावना बढ़ गई है।

La Niña Impact : 

La niña impact के कारण, भारत में इस बार winter के season में ज्यादा ठंड पड़ने वाली है। Weather experts के according, November के तीसरे हफ्ते से ही इसका असर देखने को मिल रहा है और December में शीतलहर जैसी स्थिति आ गई है।

दिल्ली सहित उत्तर भारत में पहले से ही temperature में गिरावट के साथ-साथ प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में 'la niña' की वजह से ज्यादा ठंड पड़ने से उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई है। 

Weather experts के according December- January में India के Northern, Central and Eastern part में temperature बहुत जगह पर zero और उससे नीचे जा सकता है।

Temperature में भंयकर गिरावट के चलते, हमें छोटे बच्चों और बुजुर्गो का विशेष ध्यान रखना होगा। 

Things we should do in winters:

  • हमें अपनी diet को carbohydrates, protein and iron rich रखना होगा।
  • पहनने ओढ़ने के कपड़ों का proper stock and arrangement रखना होगा।
  • घरों में plastic curtain use कीजिए, यह ठंडक में घरों को गर्म रखने में बहुत उपयोगी होते हैं।
  • Beds में bedsheet के ऊपर पतले blanket बिछा दीजिए, जिससे beds पानी जैसे ठंडे ना रहे। Blankets से beds बहुत जल्दी गर्म हो जाते हैं, साथ ही bed बहुत cozy हो जाता है, जिससे गर्माहट के साथ ही comfort level भी बढ़ जाता है।


Cure for chapped hands, feet & lips :

Winter season में हाथ, पैर, lips etc. फटने लगते हैं। 

पैरों की heels को scrub करके उसे neat and clean बना लीजिए और फ़िर उसमें lotion / cold cream / vaseline लगा के rub कर लीजिए और फ़िर socks पहन लीजिए। इसी तरह आप अपनी पूरी body में lotion / cold cream / vaseline लगा के और rub कर के अपनी skin की care कर सकते हैं।

For Natural skin care products (cure for chapped hands, feet & lips) :

Natural skin care के लिए आप होंठ पर घी और navel में mustard oil लगा सकते हैं।

ऐसी ही छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रख कर आप इस शीतलहरी से अपने और अपने परिवार को safe रख सकते हैं।

Be safe, be happy😊

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