Friday, 31 May 2024

Article : कारण भीषण गर्मी का

गर्मी अपने पुरजोर पर है, हर जीव त्राहि-त्राहि कर रहा है। फिर वो पेड़-पौधे हों या जीव-जन्तु, या हों पशु-पक्षी या इंसान, सब की हालत त्रस्त है।

ना पानी है ना छाया..., है तो बस कंक्रीट की दीवारें और पैसों की माया। और इसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ हम इंसान हैं और हमारा हद का स्वार्थ और अथाह लालच।

आधुनिकता की अंधी दौड़ और बेपनाह पाने की जिद्द ने हमें इस कगार पर ला दिया।

सोचिए जरा एक बार…

कारण भीषण गर्मी का

हमें नदी से पानी नहीं रेत चाहिए, वृक्ष से छाया नहीं लकड़ी चाहिए, पहाड़ों से औषधि नहीं पत्थर चाहिए, खेत से अन्न नहीं नकदी फसल चाहिए।

बस इस अंतहीन भूख ने नदियों को सुखाकर रेत समेट ली, और बना दी चौड़ी कंकरीली सड़क, पहाड़ तोड़कर बटोर लिए पत्थर मकान के लिए और पेड़ों का अस्तित्व बदलकर नक्काशीदार खिड़की और दरवाज़े बना डाले।

और अन्न, उसका तो कहना कि क्या, थोड़ा ज्यादा अनाज, थोड़ा और, थोड़ा और की इच्छा ने अन्न को धीमे-धीमे, slow poison बना दिया है। मतलब अन्न, जो कि जीवनदायनी होना चाहिए, वो और की चाहत में मौत का सामान हो गया ...

वाह रे इंसान! क्या छोड़ा पृथ्वी पर उसके अस्तित्व के लिए, उसे तुम्हें खुशहाल रखने के लिए?

कितनी सटीक हैं यह lines, जिसने भी लिखी है :


अब भटक रहे हैं !!

सूखे कुओं में झाँकते,

रीती नदियाँ ताकते,

झाड़ियां खोजते लू के थपेड़ों में,

बिना छाया के ही हो जाती सुबह से शाम !!

और गली-गली ढूंढ़ रहे हैं आक्सीजन,

फिर भी सब बर्तन खाली !!

सोने के अंडे के लालच में,

मानव ने मुर्गी मार डाली !!


बस सिर्फ यही और यही कारण हैं, भीषण गर्मी के...

और आपको पता है, प्रकृति में वो क्षमता है कि वो हर क्षण अपने को revive कर सकती है, अगर आज से भी हम प्रकृति को संवारने की ओर ध्यान केंद्रित करेंगे तो वो फिर से जीवन को सुख और समृद्धि से भर‌ देगी, यकीन ना हो तो याद कीजिए, lockdown के बाद पूरी प्रकृति rejuvenate हो गई थी... मात्र चंद महीनों में...

जीवन के लिए ज़रूरी है, जीवन प्रकृति का...

उसमें मौजूद रहना नदी, पेड़, पहाड़, दरिया, पशु-पक्षी का…

अगर सुख-चैन चाहिए तो इस बात का ध्यान तो रखना ही पड़ेगा…

दीपावली और होली पर उधम मचाने वालों, कुछ ध्यान दिनभर चलते AC और दौड़ती कारों पर रोक लगाने पर भी देना, त्यौहारों से रौनक कम करने से ज्यादा ज़रूरी है, अपने सुख का कुछ परित्याग...

कर सकेंगे??

Thursday, 30 May 2024

Satire : हाय हाय गर्मी

कुछ दिनों पहले ठंड पड़ रही थी, नहीं-नहीं हद की ठंड पड़ रही थी। इतनी की दांतों के साथ-साथ हड्डियां भी कीर्तन कर रही थी, और हवन भी चल रहा था शरीर में।‌ 

हवन! पर वो कैसे?

बताते हैं, हर बार मुंह खोलने के साथ ही धुआं जो निकलता था। 

सोचा चलो, किसी बाबा जी या किसी ओझा से बात की जाए तो शायद कुछ अच्छा हो जाए।

बारी बारी से दोनों के पास गए...

दोनों ने आश्वासन दिया, "बच्चा! परेशान मत हो, चंद दिनों की बात है, फिर सब अच्छा ही अच्छा..."

अपन भी लौट आए, पर अपने को कंपकंपाने से ना बचा पाए।

पर बात सही थी, ठंडक गुज़री, गर्मी आई...

हाय हाय गर्मी


पर यह क्या, अपने संग मच्छरों की बारात ले आई।

जहां देखो, मच्छरों की गुनगुनाहट, उनके ही प्रेम की गर्माहट...

चाहे जितने भी मार लो, उनकी बढ़ती जनसंख्या रोक ना पाएँ।

कछुआ छाप, mortein, all-out, fast card सब के सब fail... मच्छर हद के, कि जीवन हो जाए अझेल...

फिर अपन दोबारा भागे, अब कुछ करो उपाय, मच्छर से कैसे जान बचाएं...

दोनों ने आश्वासन दिया, "बच्चा! परेशान मत हो, चंद दिनों की बात है, फिर सब अच्छा ही अच्छा..."

सचमुच ऐसा ही हुआ, चंद दिनों के बाद, मच्छर रहे ना छिपकली, जाने कहां नदारद हो गए, पर हमें सुख चैन दे गए...

आह हा हा! पर यह क्या अपन भी अंडे की तरह उबलने लगे, सिर से लेकर पांव तक जलने लगे।

हर जगह, अब तवा-सी नज़र आती है, बैठते ही तशरीफ़ जल जाती है...

टस-टस पसीने की धार, गर्मी अपरम्पार!

इधर-उधर सब जगह हर कोई चिल्लाए, गर्मी-गर्मी, हाय-हाय, चैन कहीं मिल ना पाए।

ना पंखा ना कूलर भाए, दिन रात AC चलाए, फिर बिजली का बिल सरपट दौड़ लगाए...

घड़े, सुराही का पानी रास ना आए, उससे अब कहाँ प्यास बुझ पाए...

हाय-हाय गर्मी, तू जल्द चली जा, फिर लौट के ना आ, कुछ दिन तो सुख के बिताएँ, कोई तो हो ऐसा मौसम, कि चैन आ जाए।

इस पर बाबा जी और ओझा एक स्वर में बोले, "चैन इंसान को कहीं नहीं आता है, चंद दिनों का सुख, फिर दुःख ही दुःख नजर आता‌ है..."

Tuesday, 28 May 2024

India's Heritage : कुछ खेल सनातन के

किसी भी धर्म, सभ्यता और संस्कृति को बढ़ावा देना हो, तो उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो इस तरह से frame किया जाए कि वो easily understandable हो, interesting हो और उसे सीखने-समझने के लिए बाध्यता ना की जाए।

वैसे तो सब धर्मों में सिर्फ और सिर्फ हिन्दू धर्म ही ऐसा है, जिसको अपनाने के लिए कभी, किसी को बाध्य नहीं किया जाता है। बाकी सभी धर्म अपने विस्तार के लिए लोगों को कभी विवश करके तो कभी प्रलोभन देकर अपने धर्म को मानने के लिए बाध्य करते हैं।

पर आखिर कब तक हिन्दुत्व का विस्तार करने के लिए, उसकी सर्वश्रेष्ठता का प्रचार करने के लिए कुछ नहीं किया जाएगा।

कुछ खेल सनातन के


सब धर्मों में आने वाली पीढ़ी को उसकी महत्ता, उसकी सर्वश्रेष्ठता का ज्ञान दिया जाता है। पर हम हिन्दू, हम पर तो आधुनिकता का‌ ऐसा चश्मा चढ़ा है कि हम तो अपने बच्चों को हिन्दुत्व के विषय में कुछ नहीं बताते हैं।

हमारी पीढ़ी ने तो फिर भी रामायण पढ़ी है और उसका पाठ भी कर लेते हैं। साथ ही धन्यवाद है दूरदर्शन का, कि उसमें मनोरंजन के नाम पर रामायण और महाभारत जैसे serials दिखाए गये थे। और तब channel भी एक ही था तो लोगों के पास option भी नहीं था, इसलिए सबने देखा भी।

आज कल ना तो बच्चे interested हैं ऐसे program देखने में, और ना parents सोचते हैं कि बच्चों को इस विषय में जानना चाहिए।

मतलब पीढ़ी-दर-पीढ़ी हिन्दुत्व का, सनातन का ज्ञान बड़ा सा zero होता जा रहा है।

अब अगर बच्चों का सनातन धर्म में रुझान बढ़ाना है तो एक कदम आगे का सोचना पड़ेगा। यह सोचा जा रहा है कि कैसे हम अपने बच्चों को सनातन धर्म के विषय से अवगत कराएं।

इसके लिए एक बेहद ही आकर्षक योजना बनाई जा रही है, और वो‌ है gaming : 🎮

Video games ऐसे game हैं, जो आज लगभग हर बच्चे की पहुंच तक आ गया है।

ऐसे में इस तरह के game plan किए जा रहे हैं, जो कि सनातन धर्म से जुड़े हुए हैं। जिसके hero हैं :

  • प्रभु श्रीराम
  • भगवान कृष्ण
  • गौतम बुद्ध
  • गुप्त साम्राज्य के सम्राट विक्रमादित्य
  • गुप्त साम्राज्य के सम्राट समुद्रगुप्त
  • मौर्य साम्राज्य के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य
  • मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक
  • चोला साम्राज्य के सम्राट राजेन्द्र

उनके शौर्य, उनके महान व्यक्तित्व, उनकी प्रतिभा का ज्ञान, बच्चों को खेल-खेल में ही हो जाएगा।

आप से अनुरोध है कि बच्चों तक सनातन धर्म का ज्ञान पहुंचे तो उसके लिए इतना तो कर ही सकते हैं कि बच्चों को ऐसे games provide कीजिए, प्रोत्साहित कीजिए।

हमारे बच्चे, chinese, japanese, american games को खेलें और वहां के virtual character को अपना idol समझें, उससे अच्छा है कि सनातन से जुड़ें, वास्तविकता से जुड़ें, अपनी देश की सभ्यता और संस्कृति से जुड़ें।

Gaming के through बच्चे easily, interesting way में, और बिना किसी ज़ोर-ज़बरदस्ती के सनातन से जुड़ते चले जाएंगे।

आप चाहें इसे मानें, या ना मानें, आगे सर्वत्र सनातन धर्म ही व्याप्त होगा, तो हमारे घरों में आज से ही क्यों नहीं?


जय सनातन, जय हिन्दुत्व, जय भारत 🇮🇳 🙏🏻 😊 

Friday, 24 May 2024

Recipe : Dal Vada

आज summer vacation celebration की recipe में हम लाए हैं, बंगाल cuisine की एक बहुत ही tasty and healthy dish.

दाल वड़ा एक street food है, इसे मसाला वड़ा या चना दाल वड़ा भी कहते हैं, जिसे authentically चने की दाल से बनाते हैं। यह बहुत ही spicy and oily होता है। पर हमने इसमें कुछ twist and turn करते हुए इसे और ज़्यादा healthy and light बनाया है। 

हां, स्वाद की पूरी guarantee है, एक बार evening tea time में जरूर से बनाएं, मज़ा आ जाएगा।

वैसे हम आपको इसकी automatic recipe भी बता देंगे, जिससे आप for the change उसे भी बना सकें।

चलिए पहले जान लेते हैं इसका lite version.

दाल वड़ा


A. Ingredients :

  • Green gram lentils (moong dal) - 1 cup
  • Onion - 2 (big)
  • Capsicum - 1 (big)
  • Salt - as per taste 
  • Eno fruit salt - 1 sachet
  • Coriander leaves - handful
  • Curd - ½ cup 
  • Rice - ½ cup 
  • Chickpea lentils (chana dal) - ¼ cup
  • Curry leaves - 8 to 10
  • Clarified butter (ghee) - 5 tbsp.


B. Method : 

  1. दोनों दालें और चावल, 2 to 5 minutes के लिए dry roast कर लीजिए। 
  2. अब इन्हें mixer grinder jar में पीसकर powder बना लें।
  3. इस दाल-चावल के powder में दही व नमक मिलाकर ½ an hour के लिए रख दीजिए।
  4. Onion, capsicum, coriander leaves को finely chop कर लीजिए।
  5. Curry leaves को भी roughly तोड़ लीजिए।
  6. अब दाल-चावल mix में थोड़ा पानी डालकर soft dough prepare कर लें। अब इसमें onion, capsicum, coriander leaves और curry leaves, eno fruit salt डालकर अच्छे से mix कर लें।
  7. अब इनकी छोटी-छोटी टिक्की बना लीजिए।
  8. एक nonstick pan लीजिए, उस पर 1 tbsp. घी डाल दीजिए।
  9. उस पर 6 to 8 टिक्की place कर दीजिए।
  10. टिक्की को ढककर slow flame पर crispy होने तक shallow fry कर लें।
  11. टिक्कियों में घी लगाकर उसे flip कर दें और slow flame पर ही ढककर दूसरी तरफ से भी सुनहरा होने तक shallow fry कर लें।

Crispy and tasty Dal Vada is ready to serve, you can serve it with sauce and chutney.

Authentic Dal Vada की recipe भी बता दें...

  1. चने की दाल को 2 घंटे भीगा दें। फिर दाल से पानी निकाल कर दरदरा पीस लें।
  2. अब उसमें जो ingredients हमने बताए हैं, उसमें से चावल और मूंग दाल छोड़ कर बाकी सभी content और हरी मिर्च, अदरक‌ और काली मिर्च, सूखा धनिया को दरोर कर दाल में डाल दीजिए और mix कर दीजिए।
  3. फिर बड़े का shape देकर, slow flame पर deep fry कर‌‌ लीजिए।

Perfect crispy Dal Vada के लिए tips and tricks भी देख लीजिए।


C. Tips and Tricks : 

  • ध्यान रखिएगा, dry roast इतना ही करना है कि रंग ना बदले।
  • Dry roast करने से powder जल्दी बनेगा।
  • हमने मूंग दाल और चावल का base बनाया है इसलिए हम इन्हें dry ही पीस लेंगे। 
  • दाल से softness और चावल से crisp texture आता है।
  • मूंग दाल और चावल easily गल जाते हैं और easily digest भी हो जाते हैं, इसलिए हम इसे बिना भिगाए भी बना सकते हैं।
  • दाल भिगाकर बनाने से उसमें water content बढ़ जाता है, तो बनाते समय पानी छींटता है, उससे हाथ जलने का डर रहता है।
  • पानी content ज़्यादा होने से पकने में time ज़्यादा लगता है, साथ ही crisp भी अच्छा नहीं आता है।
  • चने की दाल, सिर्फ authentic taste से similarity के लिए डाली है।
  • पीसने में चने की दाल पूरी तरह नहीं पिसेगी और उसे बहुत महीन पीसना भी नहीं है। दाल को थोड़ा दरदरा ही पीसना है, क्योंकि दाल का crunch ही इस dish का signature है
  • दाल वड़ा बनाने में प्याज की मात्रा अच्छे से होती है, जो इसे crispy, juicy and tasty बनाता है।
  • Authentic taste में capsicum नहीं होता है, पर हमने डाला है, क्योंकि हमने बच्चों को ध्यान में रख कर, इस वड़े का taste and flavour बनाया है, साथ ही capsicum बहुत अच्छा flavour देता है, और वड़ा इससे juicy भी हो जाता है।
  • आपको spicy vada बनाना हो तो इसमें हरी मिर्च, अदरक‌ और काली मिर्च, सूखा धनिया को दरोर कर डाल दीजिए। इससे हर bite करारी और चटपटी हो जाती है।
  • हमने इन्हें shallow fry किया है, जिससे घी की मात्रा थोड़ी कम रहे, जिससे diet conscious लोग भी इसे try कर सकें।आप चाहें तो deep fry भी कर सकते हैं।
  • आपको authentic and different flavour, दोनों की ही recipe बता दी है, इसे बनाएं और स्वाद की दुनिया में चले जाएं।

Thursday, 23 May 2024

Recipe : Mango Faluda

आज की recipe, summer special recipe है तो इसको तो summer vacation celebration में शामिल करना सबसे ज़रूरी है।

आज की recipe का hero है, फलों का राजा - आम...

यह इतनी ज्यादा tasty and yummy है कि एक बार खाने के बाद कोई अपने आप को दूसरा glass लेने से रोक नहीं पाएगा।

Mango Faluda





A. Serves 4


B. Ingredients :

  • Mango - 2 (big)
  • Mango icecream - 4 to 6 scoops (for garnishing)
  • Faluda - 4 tbsp. 
  • Sabja seeds - 3 tbsp.
  • Vanilla custard powder - 1 tbsp.
  • Full cream milk - 1 litre
  • Sugar  - 1 cup
  • Dry fruits - for garnishing


C. Method :

  1. One tbsp. दूध में custard powder डालकर mix कर लीजिए।
  2. Pan में बाकी दूध और ½ cup चीनी डालकर उबलने रख दीजिए।
  3. उबल जाने पर चलाते हुए 10 min. slow flame पर दूध को गाढ़ा कर लीजिए। 
  4. Boiled दूध में custard powder mix को डालकर मिलाते जाएं। अब एक बार और boil कर लें।
  5. इसे ठंडा करके fridge में रख दें, इससे custard set भी हो जाए और थोड़ा chilled भी।
  6. Sabja seeds and faluda threads को उसी तरह से बना लीजिए, जैसा हमने kulfi faluda में बताया था। आप को recipe देखनी हो तो Kulfi Faluda पर click कर लें - https://shadesoflife18.blogspot.com/2024/05/recipe-kulfi-faluda.html?m=1
  7. 1 आम के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
  8. दूसरे आम को काटकर mixer grinder के cup में डाल दें, ½ cup sugar और थोड़ा-सा दूध डालकर smooth paste बना लें।
  9. Dry fruits को finely chop कर लीजिए।


D. Assembling :

  1. एक कांच का glass लीजिए।
  2. इसमें सबसे पहले आम के छोटे-छोटे टुकड़े डाल दीजिए।
  3. फिर उसमें थोडे़ soaked sabja seeds डालेंगे।
  4. उसके बाद mango paste डाल दें।
  5. उसके बाद फालूदा डालें।
  6. उसके ऊपर custard डाल दें।
  7. फिर से soaked sabja seeds डालें। 
  8. फिर से फालूदा की layer लगाएं। 
  9. आखिर में उसको mango icecream से top-up कर दीजिए, फिर finely chopped dry fruits से garnish कर दीजिए।

Cool and tasty mango faluda is ready for your craving.

कुछ tips and tricks भी देखते चलें।


E. Tips and Tricks :

  • Custard के लिए दूध full cream ही लीजिए।
  • 10 min. boil करने के बाद ही custard powder mix डालें, और उसे दूध में mix करते समय चलाते हुए ही boil करें।
  • Custard powder को normal दूध में डालकर उसका mix भी ज़रूर बनाएं।
  • आप custard powder का flavour, vanilla की जगह mango या कोई और भी रख सकते हैं, पर सबसे अच्छा combination vanilla flavour से ही बनता है।
  • आप icecream को discard भी कर सकते हैं, पर mango icecream से इस recipe में चार चांद लग जाते हैं। 
  • Dry fruits finely chopped ही रखें। 
  • किसी भी dish को बनाने में अगर ingredients की layer लग रही है तो उसकी serving हमेशा कांच के utensils में ही serve करें। कांच transparent होता है, इसलिए इसमें serving presentable लगती है।

इसे बनाएं और summer vacation को enjoy कीजिए ...

मिलते हैं अगली recipe के साथ कल...

Wednesday, 22 May 2024

Recipe : Pizza (with homemade base)

Summer vacation celebration में अगली recipe है Pizza...

जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने, Pizza. वो भी homemade.

Pizza, सुनकर बच्चे तो नाचने लगते हैं, बल्कि कहें कि बच्चों से लेकर बड़ों तक, सब का ही favourite होता है। 

Pizza costly भी होता है और थोड़ा unhealthy भी, तो मन होने के बाद भी उसका number जल्दी नहीं आता है।

लेकिन अब आएगा, क्योंकि आप इसे easily घर पर बना लेंगे और taste बिल्कुल renowned brand जैसा। और healthy उससे ज्यादा। और यह पूरी तरह आप पर निर्भर करेगा कि आप कितना ज्यादा healthy बनाना चाहते हैं। 

आप pizza base घर पर लाकर pizza बनाते होंगे। But इससे proper pizza नहीं बनता है।

पर हम आज आपको Pizza base से लेकर complete Pizza बनाने तक के सारे steps बताएंगे, जिससे बिल्कुल वैसा ही Pizza बनेगा, जैसा आप किसी famous restaurant में खाते होंगे।

Pizza (with homemade base)


A. Serves 4 (1 pizza each).


B. Ingredients (Pizza base) :

  • Bread crumbs - 1 cup
  • Maida - 1 cup
  • Suji - ½ cup
  • Sugar - 1½ tsp.
  • Baking powder - ½ tsp.
  • Salt - 1 tsp.
  • Olive oil - ½ cup 
  • Butter - 3 tbsp. 
  • Garlic - 6 to 7 cloves
  • Sauce - 4 tbsp.


C. Toppings (variable) :

  • Onion
  • Capsicum
  • Sweet Corn
  • Mushroom
  • Olive
  • Cheese slices
  • Cheese blend (diced)
  • Mix herbs


D. Method :

  1. मैदा, सूजी और bread crumbs को मिला कर थोड़ा गीला-गीला dough सान लें
  2. ½ hours का rest दे दीजिए। 
  3. आधे घंटे के बाद इसमें oil डालकर अच्छे से mix कर दीजिए। ½ hours का, फिर से rest दे दीजिए। 
  4. आधे घंटे के बाद dough थोड़ा पटक-पटक कर सान लें, जिससे आटे में लोच आ जाए, और आटा चिकना भी हो जाए।
  5. अब इसके चार टुकड़े कर लें।
  6. थोड़ा-सी मोटी रोटी बेल‌ लें।
  7. किनारे-किनारे से उठा दें, जिससे topping ना बहे।
  8. रोटी को fork से थोड़ा-थोड़ा prick कर लें।
  9. Butter में garlic डालकर 2 min microwave कर लीजिए। 
  10. अब रोटी में butter-garlic paste and sauce spread कर दें। 
  11. थोड़ा cheese blending डालें।
  12. अब cheese slices तोड़कर spread कर दें।
  13. फिर सारी topping spread कर दें।
  14. ऊपर से फिर से Cheese blend डाल दें, फिर हल्का-हल्का butter-garlic mix छिड़क दें।
  15. अब convection mode को fast heat कर लें।
  16. फिर 220°C पर 15 minutes and 5 minutes 200°C पर bake कर लीजिए।

Yummy, cheesy pizza is ready to serve. Enjoy!

Enjoy तो कर लीजिएगा, पर उससे पहले कुछ tips and tricks, जिससे आपका pizza एकदम perfect बने।


E. Tips and Tricks :

वैसे हमने इसमें सूजी और मैदा का combination, इसे healthy बनाने के लिए ही लिया है, पर अगर आप और ज्यादा healthy version चाहते हैं तो मैदै की जगह आटा भी ले सकते हैं, और bread crumbs भी brown bread के ले सकते हैं। 

क्योंकि हम इसमें bread crumbs डाल रहे हैं, इसलिए yeast, baking soda, दही etc. नहीं डालना पड़ता है।

Just to be on the safer side, इसमें ½ tsp. baking powder डाला है। 

आप baking powder discard भी कर सकते हैं, बस इससे हो सकता है कि pizza base उतना ज़्यादा soft and spongy ना बने।

अगर आप cheese burst pizza खाना चाहते हैं तो topping के समय मोटी रोटी के साथ ही एकदम पतली रोटी भी बना लें।

मोटी रोटी पर cheese को spread कीजिए, फिर उस पर पतली रोटी रखें। फिर complete topping कर दीजिए।

एक बार try ज़रूर कीजिएगा...


F. Note : इस homemade pizza को खाने के बाद, आप को और आपके परिवार को कोई और pizza इतना tasty, delicious and yummy नहीं लगेगा। 

Tuesday, 21 May 2024

Recipe : Moong Bites

चलिए summer vacation celebration को आगे बढ़ाते हुए आज आपके लिए एक और healthy, tasty, easily prepare होने वाले एक snack की recipe share कर रहे हैं।

बच्चों को सब्जी और दाल खिलाना थोड़ा कठिन होता है। Veggies के variation तो बहुत हैं, पर दाल के tasty version थोड़े कम हैं तो आज की recipe में हमारा hero, मूंग की दाल है।

और क्योंकि यह मूंग दाल की dish है तो बच्चों के साथ-साथ बुजुर्गों की भी favourite बन जाएगी। 

कारण तो आपको पता ही होगा, कि मूंग दाल digestion के लिए बहुत अच्छी होती है।

और साथ ही इसमें घी की मात्रा भी बहुत कम use होती है तो diet conscious लोगों के लिए भी बहुत अच्छी है।

Moong Bites


A. Ingredients :

  • Green gram (moong dal) - 250 gm.
  • Lime juice - 1 tsp. 
  • Baking powder - ½ tsp.
  • Salt - ⅓ tsp. / as per taste
  • Sugar - 1 tsp. 
  • Onion - 1 (medium)
  • Clarified butter (ghee) - 1 tbsp.
  • Mustard seeds - ½ tsp.
  • Curry leaves - 5 to 6 leaves 
  • Coriander leaves - for garnishing
  • Tomato sauce - for garnishing
  • Green chutney - for garnishing


B. Method :

  1. मूंग दाल को रात भर के लिए भिगा दें।
  2. पानी छानकर मूंग दाल को mixer grinder में डालकर fine paste बना लें।
  3. अब इसे इतना फेंटे की मूंगदाल का रंग थोड़ा light हो जाए।
  4. फेंटी हुई दाल में नमक, चीनी, नींबू और baking powder डालकर अच्छे से mix कर लीजिए।
  5. अब इसे एक बर्तन में डालकर steam कर लीजिए, जैसे ढोकला बनाते हैं।
  6. अब इन्हें bites size में cut करके रख दीजिए।
  7. एक कढ़ाई में घी गरम कर लीजिए। 
  8. घी गर्म होने पर इसमें mustard seeds and curry leaves डालकर चटका लीजिए।
  9. अब इसमें chopped onion डालकर golden brown होने तक stir and fry कर लीजिए।
  10. अब इसमें moong bites डालकर अच्छे से भून‌ लीजिए।


Now, your 'nutri-licious' Moong Bites are ready to serve and relish. While serving, you can garnish it with a fresh coriander leaf, tomato ketchup, and green chutney.

चलिए, अब कुछ tips and tricks पर नज़र डालते हैं।


C. Tips and Tricks :

  • मूंगदाल रात भर अवश्य भिगाएं।
  • दाल पीसते समय कम से कम पानी डालकर महीन पीसें।
  • आप मूंगदाल को steam किसी में भी कर सकते हैं; cooker में, कढ़ाई में, इडली stand में और microwave में।
  • दाल जितनी अच्छे से फेंटेंगे, moong bites उतनी yummy and tasty बनेंगे।
  • आप चाहें तो onion को discard भी कर सकते हैं।
  • इसे आप गर्म और ठंडा दोनों तरह से serve कर सकते हैं। अतः, आप इसे tiffin में भी रख सकते हैं।


कल फिर मिलेंगे, एक नई recipe के साथ, तब तक के लिए, 'Bon Appétit!'

Monday, 20 May 2024

Recipe: Kulfi Faluda

गर्मी के मौसम में बच्चों से लेकर बड़ों तक जिसका इंतज़ार रहता है, आ गई है वही, गर्मी की छुट्टियां..

और इसके साथ ही बच्चों की demand कि कुछ अच्छा खाना है, जिसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाए। 

तो इस पूरे week हम recipes share करेंगें, कुछ mouthwatering, कुछ traditional, कुछ easily prepare होने वाली, कुछ different, etc..

पर आज शुरू करेंगे, heat को beat करने वाली, सबकी all time favourite कुल्फी फालूदा से... 

वही कुल्फी फालूदा, जिसकी demand गर्मियों में बहुत बढ़ जाती है। 

कुल्फी फालूदा



A. Ingredients :

  • Mawa Kulfi - 4
  • Faluda - 100 gms.
  • Sabja Seeds - 2 tsp.
  • Rooh Afza - 4 tsp.
  • Dry Fruits - finely chopped 
  • Essence - few drops
  • Sugar - 1 tsp. / as per choice


B. Method :

  1. Mawa Kulfi की recipe हम share कर चुके हैं, उसकी recipe के लिए आप इस link पर click कर सकते हैं -https://shadesoflife18.blogspot.com/2020/04/recipe-mewa-malai-kulfi.html?m=1
  2. एक pan में एक cup पानी boil करने रख दीजिए।
  3. जब पानी उबल जाए, तो उसमें Faluda threads को डाल दीजिए और 3 to 5 min के लिए medium flame पर चलाते हुए boil कर लीजिए। 
  4. अब pan को 30 minutes के लिए ढककर रख दीजिए।
  5. अब फालूदा को ठन्डे पानी में डाल दीजिए, उसमें 1 tsp. sugar और अपनी पसंद का rose or kewda essence डाल दीजिए, जिससे फालूदा slightly flavourful हो जाए।
  6. एक bowl में एक Cup पानी डाल दीजिए।
  7. उसमें 2 tsp sabja seeds डालकर 30 minutes के लिए रख दें। 
  8. Kulfi के तीन से चार टुकड़े कर लीजिए।
  9. अब एक कांच का glass लीजिए। 
  10. उसमें हम सब ingredients की layer बनाते हुए कुल्फी फालूदा ready करेंगे।
  11. उसमें सबसे पहले 1 tsp. रूह अफ़ज़ा डालिए, फिर flavoured Faluda, उसके बाद soaked sabja seeds, फिर कुल्फी के टुकड़े, उसके बाद फालूदा, फिर सब्जा के बीज, फिर कुल्फी के टुकड़े डाल देंगे।
  12. अंत में इसे finely chopped dry fruits और रूह अफ़ज़ा की drops से garnish कर लीजिए।

Yummy and tasty Kulfi Faluda is ready to serve.

कुछ tips and tricks भी देख लीजिए :


C. Tips & Tricks : 

  • आप हमारी कुल्फी की recipe को try करेंगे तो बहुत easily, tasty kulfi आप बना लेंगे। 
  • कुल्फी फालूदा के लिए सबसे अच्छा combination, Mawa Kulfi से ही आता है, वैसे अगर आप different flavour की कुल्फी लेना चाहें तो ले सकते हैं।
  • आप रूह अफ़ज़ा की जगह कोई भी flavoured syrup ले सकते हैं।
  • Faluda threads को आप घर पर भी बना सकते हैं, अगर आप को उसे बनाना सीखना हो, तो comment box में डाल दीजियेगा, हम method बता देंगे।
  • फालूदा में sugar and essence add करना totally optional है। आप plain faluda भी रहने दें सकते हैं।
  • Faluda threads के ठंडे हो जाने के बाद उन्हें ठंडे पानी में अवश्य डालें। ठंडे पानी में डलने के बाद ही वो अपना proper texture contain करते हैं।
  • Market में राशन वालों के पास आपको easily faluda threads and sabja seeds मिल जाएंगे।
  • आप की जानकारी के लिए बता दें, सब्जा के बीज और कुछ नहीं, तुलसी के बीज होते हैं। जो कि बहुत ही healthy and tasty options है कुल्फी के साथ।
  • Sabja seeds and faluda threads को आप different flavour के shake में भी डाल सकते हैं।
  • आप को एक बात और बता दें कि आइसक्रीम की तुलना में कुल्फी ज्यादा healthy option है। कुल्फी में milk content ज्यादा rich होता है।

तो चलिए आज से ही शुरूआत करते हैं, summer vacation का celebration...

Saturday, 18 May 2024

Article: Rising Temperature

 बढ़ता पारा 



इस बात से तो हम सभी अवगत हैं कि temperature, दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है। इतना ज्यादा कि, बिना AC के चैन ही नहीं है और एक पल भी पंखे के बिना रहना तो असंभव ही है।

सोचिए जब कमरे में पंखा, कूलर और AC के बिना आराम नहीं है, तब kitchen में gas की बढ़ी हुई additional गर्मी से कितना ज्यादा परेशानी होती होगी?

फिर भी ऐसे में कोई है, जो आपकी हर फरमाइश पूरी करने से बिल्कुल नहीं कतरा रहा है, बल्कि खुशी-खुशी पूरी कर रहा है।

वो हैं आपकी माँ, पत्नी, बहन, भाभी, चाची, मौसी, बुआ आदि...

सच में महान हैं वो, जो अपने परिवार के लिए इतनी गर्मी में भी उनकी फरमाइश को पूरी कर रहे हैं।

आप को खुश होना चाहिए कि आप के पास इतना प्यार करने वाला कोई है। साथ ही आपको उनकी बहुत care करनी चाहिए, उन्हें बहुत सारा प्यार और सम्मान देना चाहिए।

उनके लिए कुछ special करना चाहिए। 

जैसे आप इस बात का ध्यान रखें कि उनके लिए fridge में हमेशा ठंडा पानी रहे, ऐसा ना हो कि जब वो सारे काम ख़त्म कर के ठंडा पानी पीने की चाह रखें तो ठंडा पानी ख़त्म हो चुका हो। 

गर्मी की छुट्टियां हो गई हैं तो specially बच्चों से कहना कि वो दिन भर में खुद भी खूब पानी पिएं और अपनी Mumma को भी पीने के लिए पानी देते रहें। 

आजकल, नलों में पानी बह‌ुत गर्म आ रहा है, उनके नहाने के लिए पानी भर कर रखें, जिससे वो नहाने के बाद fresh feel कर सकें।

जब वो काम ख़त्म करके आराम करने आए तो कमरे में, कूलर या AC पहले से चला कर कमरा ठंडा कर के रखें, जिससे कमरे में आकर उन्हें बहुत सुकून मिल सके।

जब वो आराम कर रही हों तो छोटे-छोटे कामों के लिए उन्हें उठाकर तंग ना करें बल्कि वो काम खुद कर लें।

ऐसे dish की फरमाइश ना करें, जिसमें उन्हें घंटों gas के आगे खड़ा रहना पड़े। 

अगर कर सकें तो उनकी help भी करें, जिससे उनका काम जल्दी ख़त्म हो जाए।

अपनों से प्यार कीजिए, उनका सम्मान कीजिए और बहुत सारी care.. यही जिंदगी है, बहुत खूबसूरत पल...

Thursday, 16 May 2024

Article: Taste or poison

स्वाद या ज़हर



आज के इस article को लिखने का मुख्य उद्देश्य है, हमारे देश के बच्चे..

आप कहेंगे क्या हो गया जी बच्चों को...

बच्चों में बढ़ता fast food का हद का craze.

Momos, Chowmein, Manchurian etc. यह सारे ही, उतने ही घातक हैं, जितना घातक मीठा जहर। 

यह सब खाने में जितने स्वादिष्ट है, health के point of view से उतने ही जहरीले। 

यह सब तब और घातक हो जाते हैं, जब इन्हें रेहड़ी पटरी से लिया जाए।

आप कहेंगे कि हम ऐसा क्यों बोल रहे हैं? 

क्योंकि इनका craze सिर चढ़कर बोल रहा है। 

Indian street food, जैसे पकौड़ी-कचौड़ी, चाट, गोल-गप्पे, लिट्टी चोखा, ढोकला, फाफड़ा, इडली, डोसा, छोले-भटूरे, आदि से मुकाबले momos, chowmein, manchurian, pizza, sandwich, burger etc. की stalls ज्यादा नजर आने लगी है।

और पहले लगने वाले ठेले जिनमें,फालसे, फलों की चाट, मूली, खीरा, भुट्टा, आदि... वो तो अब यदा-कदा ही देखने को मिलते हैं।

आप देखेंगे तो पाएंगे कि Indian foods, most healthy foods है। किसी-किसी में आपको oil content ज्यादा मिल सकता है लेकिन harmful chemicals आपको नहीं मिलेंगे।

इसलिए अच्छा यही होगा कि Indian food items ही खाए जाएं...

जबकि fast food में harmful chemicals होने की संभावना बहुत अधिक होती है। 

किसी में preservatives, किसी में emulsifier, किसी में different chemicals like ajinomoto, किसी में colour etc...

इनमें से mostly DNA या blood cells पर attack करते हैं, जिनसे cancer, heart disease, nerves disorder, bones में weakness, obesity, diabetes, blood pressure etc की problem हो जाती है।

हमने रेहड़ी पटरी वालों के items ज्यादा खतरनाक इसलिए कहे, क्योंकि उन्हें कम पैसों में food items ज्यादा स्वादिष्ट बनना है तो वो ज्यादा chemicals use करते हैं।

पर ऐसा नहीं कि सारे रेहड़ी पटरी वालों के items ख़राब ही होंगे, उनके अच्छे भी हो सकते हैं और बड़ी-बड़ी eateries में भी ज्यादा chemicals use हो सकते हैं।

पर अगर आप fast food खाना ही चाहते हैं तो उन्हें घर पर ही बनाएं, हो सकता है कि वो taste में थोड़ा कम tasty लगे, पर healthy 100% होंगे।

और अगर आप बाहर ही खाने में interested हैं तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें।

1. अगर food items, colour डालकर बनाया है तो उसे avoid करें। जैसे honey chilli potato, paneer, chicken, gobhi etc.

2. Chinese items में Ajinomoto डालने को मना कर दें। 

3. Momos में monosodium glutamate (MSG) डालने को मना कर दें। 

हमने आपको जो बताया है, उस पर एक बार विचार अवश्य करिए। क्योंकि आपकी व आपके परिवार की सेहत आपके ही हाथों में है।

एक बार फिर कहेंगे कि घर पर बने खाने से ज्यादा tasty and healthy कोई खाना नहीं है। आप को fast food बहुत ज्यादा पसन्द हो तो उन्हें भी healthy version में कर के बनाएं।

Be healthy, be happy 🫶🏻❤️😊🙏🏻

Tuesday, 14 May 2024

Article: सरकारी नौकरी के बदलते स्वरूप

सरकारी नौकरी के बदलते स्वरूप 


हमेशा से ही एक चीज है, जिसका craze रहा है, फिर चाहे वो हमारे बाप-दादाओं के ज़माने की बात हो या हमारे, वो है सरकारी नौकरी... 

हां, पर धीरे-धीरे अब कुछ craze कम हो चला है। 

पर साथ ही सरकारी नौकरी का स्वरूप भी बहुत कुछ बदल गया है। 

चलिए देखते हैं कैसे…

जैसा पहले के जमाने में teacher को फटीचर कहा जाता है, जो सरकारी स्कूलों में नौकरी में करता था, क्योंकि उनकी ना तो आमदनी थी, ना ही कुछ काम...

पर अब स्वरुप बदल गया है, अब government school teachers की salary अच्छी-खासी बढ़ गई है कि उनके सामने private school teachers की salary कहीं नहीं टिकती है। पर साथ ही अब काम भी बहुत बढ़ गया है। 

पर government का कहना है कि जब salary बढ़ी है तो काम का बढ़ना, औचित्यपूर्ण है। वैसे आप ठीक से सोचेंगे तो उतना ग़लत भी नहीं है।

मतलब अगर आप government school teachers की बढ़ी हुई salary देखकर इसे join करना चाह रहे हैं तो साथ में यह भी सोचकर आइए कि काम भी आपको करना पड़ेगा, आराम या कामचोरी नहीं चलेगी।

दूसरे और भी सरकारी नौकरियों में भी बदलाव आया है, फिर वो चाहे bank हो, railway हो, airlines हो, electricity department हो, जज हो, IAS, PCS officers हो, police service हो, SAIL, BHEL, ONGC, या अन्य सरकारी महकमे हो, सबमें ही काम और salary दोनों ही बढ़ी है।

पर बढ़ने के साथ कुछ घटा भी है और वो है, छुट्टियां और मिलने वाली सुविधाएं...

पहले सरकारी नौकरियों में कामचोरी भी बहुत थी और छुट्टियों की भरमार भी, पर अब ऐसा नहीं है।

बहुत सी सरकारी नौकरियों में गाड़ी, बंगला, नौकर-चाकर सब मिलता था, मतलब एक बार आप ने मेहनत करके यदि सरकारी नौकरी प्राप्त कर ली, तो बस फिर तो आपके शाही ठाठ-बाट...

घर अब भी मिलता है, पर उतना बड़ा नहीं, गाड़ी मिलती है, पर ऊंचे ओहदे पर पहुंचने के बाद। और नौकर-चाकर, वो लगभग नहीं ही समझिए... 

आज लगभग सभी सरकारी नौकरी में private companies की तरह ही काम करना पड़ता है। ऐसे में बहुत से लोगों को लगता है कि जब काम ही करना है तो private companies ही join किया जाए, वहां पैसा तो ज्यादा होगा।

ऐसे हर नौकरी में नहीं कहा जा सकता है क्योंकि बहुत सी government job में भी salary अच्छी कर दी गई है। चलिए मान भी लिया कि private companies ज्यादा अच्छी salary देती है, फिर भी एक बात में आज भी government job ज्यादा अच्छी है और वो है security में...

Government job में work load हद का बढ़ा है, छुट्टियां जमकर कंट्रोल कर दी गई हैं।

लेकिन security आज भी वैसी ही है, आज भी जितना मुश्किल government job पाना है, उतना ही मुश्किल किसी भी employee को terminate करना। यही वजह है कि अभी भी government job का craze पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।

हालांकि young age में जब job join करते हैं शायद, उस समय security की value कुछ ‌लोग ना समझ पाए पर work experience के साथ बहुत अच्छे से समझ आने लगता है।

इसलिए अगर आप government job में हैं तो बढ़े हुए काम और घटी हुई छुट्टियों को लेकर गरियाते और कोसते नहीं रहें, बल्कि बढ़ी हुई salary भी देखें और सुचारू रूप से खुशी-खुशी काम करें।

अगर हर government employee सुचारू रूप से खुशी खुशी काम करेगा, तभी देश का विकास होगा। और यह भी याद रखिए, जब हम भी किसी government system में अपने काम से जाते हैं तो सुचारू रूप से होते हुए काम को देख कर प्रसन्न होते हैं।

तो अगर कोई हमारे system में अपने काम से आए तो उसे भी तो खुशी मिलनी चाहिए। और खुशी सुचारू रूप से होते हुए काम से ही मिलती है। तो अगर काम का load बढ़ा है और छुट्टियां घटी है तो चिढ़ना क्यों?

आप यह सोच कर काम कीजिए कि हमारे कार्यालय में कोई आएगा तो खुश होकर ही जाएगा, फिर अधिक काम करना खलेगा नहीं।

मेरे पति भी सरकारी नौकरी ही करते हैं, काम की बढ़ोत्तरी और छुट्टियों में कमी उनके office में भी हुई है। 

पर हम लोगों के लिए personal problem से बड़ा है देश का विकास...

और देश के विकास के लिए अधिक काम और कम छुट्टियां बर्दाश्त है हमें 🙏🏻

हमने उनकी job का‌ जिक्र सिर्फ इसलिए किया है कि government job में होने वाली problem हम लोग भी face कर रहे हैं। 

आप को यह ना लगे कि हम या हमारे पति होते government job में, तब तो हम परेशानियां समझते... 

सब देख परख के, परेशानियों से रुबरू होने के बाद ही हमने यह article लिखा है।

फिर जिस देश का मुखिया, बिना छुट्टियां लिए, बिना काम चोरी किए देश के विकास के लिए अनवरत कार्य कर रहा है, वहां के देशवासियों को भी कार्य करते हुए देश के विकास में सहायक बनना चाहिए ...

आप का क्या सोचना है?

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳🙏🏻

Sunday, 12 May 2024

Story of Life: आज मैं माँ

मेरे बेटे अद्वय ने आज, बहुत ही मार्मिक कहानी हमें Mother's day के उपलक्ष्य में तोहफ़े के रूप में दी। जब उसे पढ़ा, तो उसने मेरे दिल को छू लिया।

एक ऐसी कहानी, जो हर मां से जुड़ी हुई है‌ और अगर सभी बच्चे इसे समझ सकें तो हर मां को गर्व होगा।

आज उसे ही साझा कर रहे हैं, शायद आपके दिल को भी छू ले...

Happy Mother's Day 

आज मैं माँ



एक दिन मैं अपनी माँ से बोला, “आपका जीवन कितना सरल और आनंददायक है। घर में ही तो रहना है, जब चाहो तब टेलीविज़न देख लो, जब चाहो तब सो जाओ, जो मन में आए वह कर लो। आपको न पढ़ाई-लिखाई करनी होती है, न ही आपको परीक्षा का डर है। आपके जीवन में तो आनंद ही आनंद है।”

यह सुनकर माँ बोलीं, “बेटा, मैं इस पड़ाव से गुज़र चुकी हूँ। फिर भी तुम्हें ऐसा महसूस होता है, तो चलो, एक दिन के लिए तुम माँ और मैं बेटा बन जाती हूँ। कल मैं विद्यालय जाऊँगी, और तुम गृह के सभी कार्य करना।”

मैं मन ही मन आनंदित हो उठा। मुझे लगा कि एक दिवस के लिए ही सही, परंतु मौज-मस्ती करने को तो मिलेगी।

मैं अलार्म से सुबह पाँच बजे उठा। इतनी जल्दी उठने का मन तो नहीं कर रहा था, परंतु जानता था, कि माँ के विद्यालय जाने के बाद खूब विश्राम कर लूँगा। 

फिर मैं चला माँ को उठाने, परंतु “पाँच मिनट बाद, दस मिनट बाद” कह-कह के पूरे बीस मिनट उन्होनें ऐसे ही काट दिए। मैं क्रोधित हो गया, और मैंने पानी के तीन-चार छींटे उनके चेहरे पर मारे, और वे झल्लाते हुए उठ गईं।

तभी मुझे नाश्ते की चिंता हुई। मुझे कुछ भी बनाना नहीं आता था, मैंने सोचा कि इन्हें आज दूध-ब्रेड दे देता हूँ। जैसे ही मैंने नाश्ता परोसा, वे चिल्लाने लगीं, “यह कैसा नाश्ता है? छिः! मैं इसे बिलकुल भी नहीं खाऊँगी।”

मुझे कुछ भी बनाना नहीं आता था, इसलिए मैंने उन्हें डाँटते हुए कहा, “चुपचाप इस नाश्ते को खा लो, वरना बहुत मारूँगा।” यह सुनकर रोते हुए उन्होनें सारा नाश्ता अपने मुँह में जल्दी-जल्दी ठूस लिया।

मैंने उनके टिफ़िन में चिप्स और बिस्कुट रख दिए, परंतु देखकर वे ज़िद पर अड़ गईं, “यह क्या है! मुझे पोहा चाहिए, केवल पोहा, और कुछ नहीं।” मैंने गुस्साते हुए कहा, “जो दिया है, वह ले जाओ।”

हम नीचे उतरे, परंतु तब तक बस निकल चुकी थी। उसके पश्चात मैंने उन्हें कैसे विद्यालय पहुंचाया, यह केवल मैं ही जानता हूँ।

घर पहुँच कर ए.सी. चला कर मैं अपने बिस्तर पर लेट गया, पर तभी आँधी आ गई और बिजली चली गई। चंद मिनटों में पूरा घर धूल-धूसरित हो गया। मुझे ध्यान आया कि मैंने खिड़की तो बंद ही नहीं की थी। लो जी, हो गया आराम, अब करो सफाई। बहुत मेहनत लगी, पर आखिरकार पूरा घर साफ हो गया।

मैं थक कर चूर हो चुका था, और मुझे बहुत नींद आ रही थी। मैं लेटा ही था, कि तभी कामवाली आ गई। मुझे लगा सारे कार्य स्वयं करके चले जाएगी, परंतु उससे भी काम कराना किसी सिर-दर्द से कम नहीं था। हर पाँच मिनट में तो वह मुझे बुला रही थी।

तभी चाची का फोन आ गया। फोन पर बात करते-करते मुझे सामने दूध के पैकेट दिखे, तभी लगा कि दूध भी तो उबालना है, इसलिए बात करते-करते मैंने दूध चढ़ा दिया।

बिस्तर पर लेट के बातों में मगन हो गया। तभी कुछ जलने की महक आने लगी, मैं रसोईघर की ओर दौड़ा, मैंने देखा दूध उफन के फैल चुका था। मैंने तुरंत गैस बंद की।

आह! माँ का जीवन कितना कठिन होता है। तभी मुझे माँ कि आवाज़ आई, “उठो बेटा, विद्यालय नहीं जाना।”

मैं भड़भड़ाकर उठा और माँ से कस के चिपक गया।

माँ ने पूछा, “क्या हुआ? कोई डरावना सपना देखा?”

मैंने ना में सिर हिलाते हुए कहा, “माँ, आप बहुत अच्छी हैं।”

माँ ने मेरा सिर सहलाते हुए मुझसे पूछा,"क्यों रे?”

मैंने मुसकुराते हुए कहा, “क्योंकि आप माँ हो....


मातृत्व दिवस पर विशेष....

Saturday, 11 May 2024

Short story: किराए की साइकिल

 किराए की साइकिल  



चंदन बस्ती में रहने वाला होशियार बच्चा था। उसके पापा, किशन की किराने की दुकान थी। 

पूरी बस्ती वहीं से राशन लेती थी, बहुत लोगों का उधार भी चलता था, इस कारण किशन का बस्ती में वट था, साथ ही बच्चों में चंदन का..

इस बार चंदन की मौसी ने उसके जन्मदिवस पर उसको तोहफे मे साइकिल दी। 

अभी तक बस्ती में किसी के पास साइकिल नहीं थी। ऐसे में चंदन की चमचमाती लाल साइकिल, सारे बच्चों मे आकर्षण का केंद्र बन गई।

हर बच्चा उसे छूना, देखना चाह रहा था। चंदन ठहरा व्यापारी का बेटा... उसने सब को कहा, देखने और छूने के 5 रूपए लगेंगे। 

5 रूपए बड़ी कीमत नही थी, आधे घंटे मे सारे बच्चे घर से 5 रूपए ले आए।

चंदन ने सबकी line लगवा दी, इस सख्त हिदायत के साथ कि सब बस साइकिल को देखेंगे और छूएंगे, कोई किसी तरह की कोई छेडछाड नहीं करेगा। जिसके कारण भी साइकिल में जरा भी खराबी आई, उसे पूरे 5 हजार का भुगतान करना पड़ेगा। 

इस तरह से चंदन के पास पूरे 250 रूपए एकत्रित हो गए। उसने एक बढ़िया चश्मा खरीदा और बड़ी शान से रोज, पूरी बस्ती के, साइकिल से चक्कर लगाने शुरू कर दिए। बच्चों के पास, उसे ललचाते हुए देखने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।

हफ्ता-दस दिन बाद चंदन साइकिल चला-चला कर बोर हो गया। अब उसके दिमाग में एक तिकड़म आई।

उसने सारे बच्चों को बुलाया और कहा, जो-जो भी साइकिल चलना चाहता है, उसे किराया देना होगा। कितनी देर के लिए साइकिल लोगे, उसी के अनुसार किराया देना होगा। 20, 50, 70, 100 रूपए... साथ मे यह हिदायत तो थी ही कि, जिसके कारण भी साइकिल में जरा भी खराबी आई, उसे पूरे 5 हजार का भुगतान करना पड़ेगा। 

बच्चो मे खुशी की लहर दौड़ गई। वो दौड़े चले गए रूपए लेने...

अब तो हर रोज, सुबह से शाम साइकिल चलती और चंदन की कमाई बढ़ती जाती। 

कुछ ही दिनों मे साइकिल की पूरी कीमत निकल आई। अब चंदन ने एक और साइकिल खरीद ली और उसे भी किराए पर चलाने के लिए लगा दी। और ऐसे ही उसका किराए की साइकिल चलावाए जाने का business चल पड़ा...

चंदन के पापा किशन अपने बेटे की व्यापारी-बुद्धि देखकर अति प्रसन्न हुए और बोले, मैं तो हर रोज कितना राशन खरीदने और दुकान मे दिनभर खटने के बाद रूपए कमा पाता हू; और तुम घर बैठे, किराए की साइकिल चलवा कर कमा रहे हो... गजब दिमाग पाया है, ऐसे ही खूब कमाओ। 

धन्यवाद पापा, आगे मोटरसाइकिल और कार‌ की भी planing है...

किशन जोर से हंस दिया, फिर बोला, बहुत सही जा रहे हो...

Thursday, 9 May 2024

Article : महल से Mall तक

महल से Mall तक 



आज husband के साथ long drive पर गए थे। Car दिल्ली की चौड़ी सड़कों पर दौड़ रही थी। हर  थोड़ी दूर पर एक mall आ रहा था या यूं कहें बहुत ही आलीशान और खूबसूरत थे, सारे के सारे Mall...

इन malls की ख़ूबसूरती और भव्यता देखकर यही ख्याल आ रहा था, भारत मे पहले ऐसे खूबसूरत और भव्य महल हुआ करते थे, आज malls हैं।

वैसे ही विशाल और गगनचुम्बी, उतने ही भव्य और बेहद खूबसूरत.. एक बार निहारना शुरु करो तो नजर नहीं हटती उससे..

महलों में बहुत सारे कमरे होते थे, जिसमें राजा-रानी, उनका परिवार, शाही कर्मचारी और अनेकानेक दास-दासी रहते थे। 

आज malls में भी बहुत कमरे हैं पर उनमे अलग-अलग companies और utility की shops हैं। 

महल में शाही परिवार और उनसे जुड़े विशेष लोग ही अंदर जा सकते थे, जबकि आम लोग किसी विशेष कार्य या अवसर पर ही अंदर जा सकते थे। 

जबकि malls में कोई भी अंदर जा सकता है, चाहे खास हो या आम, बशर्ते वो खुद ही अंदर जाने मे झिझक ना रहा हो।

सोचा जाए तो अपने बचपन में हमने कभी कल्पना ही नहीं की थी, कि एक ही जगह, हर संभव चीज़ मिल जाएगी।

अगर तब सोचते तो असंभव-सा लगता, पर आज किसी को कहेंगे कि कितना असंभव कार्य था, तो लोग कहेंगे कि ऐसा भी कोई बड़ा काम नहीं है, जिसके लिए असंभव शब्द use किया जाए। 

Mall के हर floor पर जगमगाती led lights, glow sign boards उसकी ख़ूबसूरती पर चार चांद लगा रहे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे हजारों जुगनू एक साथ जगमगा रहे हो। 

आज कल fashion सा हो गया है, malls जाना, हो भी क्यों नहीं, सब सामान एक जगह मिल जाते हैं, थकान भी कम, क्योंकि बहुत दूर कुछ भी नहीं होता है।

Multistorey Floor के लिए lift है और साथ ही पूरे mall में central A.C. भी है, जो ही पूरे ambience को pleasant and soothing बना देता है।

Malls में आकर लोगों को लगता है कि shopping के साथ-साथ उनकी outing भी हो जाएगी। तो malls के आने से लोगों की shopping को लेकर धारणा ही बदल गई, अब shopping एक अच्छी outing भी बन गई है। 

इन malls ने आकर हर आम आदमी को शाही बना दिया, हर किसी को महलों तक पहुंच दिया...

Tuesday, 7 May 2024

Tip: Gas stove cleaning

आज आप के साथ एक ऐसी Tip share कर रहे हैं, जो हर घर की requirement है।

और यकीन जानिए, एक बार आप ने इस तरह से gas stove clean कर लिया, तो आप को कभी gas service कराने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 

गैस चूल्हे की सफाई 


Gas को use करते time कई बार ऐसा देखा जाता है कि उसके burners की flame कम हो जाती है। जिसके कारण उस पर काम करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।

खासकर जिनके पास दो burners वाला stove होता है उनके लिए तो इस से बहुत ही ज्यादा दिक्कत हो जाती है।

इस छोटे से काम के लिए stove service वाले आपसे बड़ी कीमत भी मांग सकते है। लेकिन अगर आप स्वयं इसे ठीक कर लें तो आप इस परेशानी से बच सकती हैं।

इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी है। बस यहाँ जो तरीका बताया गया है उसे step by step follow करना है।

Step 1

Gas stove clean करने के लिए सबसे पहले cylinder को regulator से off कर दें। 

इसके बाद उस पर रखे हुए pan support (जिस पर बर्तन रखा जाता है) उसे निकाल दे और burners को भी निकाल लें। 

अब कोई भी बर्तन लें उसमें burners डालें और हर burners के ऊपर Harpic डालें और उसे 15 मिनट के लिए side में रख दें।

इस प्रकार से 2-3 महीने में आपको burners की सफाई करनी चाहिए। जब तक आपके burners Harpic में भीग रहें है तब तक हम दूसरे step पर चलते हैं।


Step 2

अब बारी है main stove को साफ करने की, जिसके कारण flame, low हो चुकी है। 

इसके लिए आपको एक plass और screw driver की जरूरत होगी। stove को उल्टा कर लें, और जिस burner की flame कम है उसे आपको खोलना है। 

कई बार बहुत दिनों बाद खोलने के कारण nut बहुत tight हो जाते है, उसे आसानी से खोलने के लिए उस पर थोड़ा तेल डालकर रख दें। 

अब पीछे plass से और आगे screw driver की मदद से आप burner खोल सकते हैं। खोलने के बाद अब सब parts आपके हाथ में होंगे। 

पीछे की ओर से जहां से gas हमारे burner में आती है उस हिस्से को साफ करना है। 

उसके लिए आपको किसी बारीक तार, needle या फिर pin (जिससे stove साफ किया जाता है) की जरूरत है। 

 Pin और brush की मदद से उसे अच्छे से साफ करें। उसी brush से आप ऊपर वाला हिस्सा भी साफ करें। देखने में आपको वह साफ दिखेगा लेकिन उसके अंदर बहुत ही बारीक कचरा फंस जाता है इसलिए उसे अच्छे से साफ करना बहुत जरूरी है।

Step 3

साफ करने के बाद जिस प्रकार आपने खोला था उसी प्रकार से आप pipe को जोड़ दें। ध्यान रहे कि आप इसे अच्छे से tight लगाएँ।

Step 4

Harpic में भीगे हुए burners में थोड़ा पानी डालें, washing powder और brush की मदद से अब इसे clean करना है। brush की मदद से आप burners को आसानी से साफ कर सकते हैं। 

clean करने के बाद इसे पानी में डालें और फिर एक बार नल के नीचे इसे धो लें। धोने के बाद इसे साफ कपड़े से पोंछें और झटक लें, इससे पानी बिलकुल भी अंदर नहीं रहेगा।

Step 5

अब बस सब चीजों को अपनी जगह लगा दें, और अपना stove चालू कर के देखें। चालू करने के बाद आपको इसकी flame high दिखेगी। चार आसान step में आपका चूल्हा पहले जैसा (नया सा) हो जाएगा।

इतनी आसानी से आप अपना चूल्हा साफ कर सकती है। इसके लिए अब आपको किसी को भी बाहर से बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Note

Gas stove को खोलने के साथ ही यह ध्यान रखिएगा कि, आप ने कहां से क्या खोला है, जिससे बाद मे Gas stove के सारे parts, nut and screw से अच्छे से tight कर सकें। 

Friday, 3 May 2024

Story of Life: विवाह भाग - 4

 विवाह भाग - 1,

विवाह भाग -2 व

विवाह भाग-3 के आगे…

विवाह भाग - 4 



घर पहुंचने के बाद से दोनो को पहली बार यह एहसास हुआ कि वो जीवन साथी हैं।

इतना खूबसूरत जीवन साथी पाकर, संजय मौका तलाशने लगा, चंदना के निकट रहने का... 

एक दिन संजय, जब office से लौट कर आया तो वो अपनी मां से बोला, बहुत गर्मी हो रही है क्यों ना, Mango shake और आम पन्ना पिया जाए? 

ठीक है, तुम कच्चे पक्के दोनो तरह के आम लेते आना, तो मैं एक एक दिन कर के दोनो बना दूंगी, मां ने कहा।

लेते आना, नहीं मैं अभी लेकर आता हूं। साथ ही तरबूज और खरबूजा भी लेता आऊंगा।

ठीक है, लेकर आजा सब, चंदना को भी गर्मी में फलों का आनन्द मिल जाएगा।

मां, अगर आप को ठीक लगे तो चंदना को भी ले जाऊं? फलों को छांटने और पकड़ने में मदद हो जाएगी। 

ठीक है, ले जा, पर तेरे पापा जी आएं, उससे पहले आ जाना, वर्ना वो नाराज होंगे कि नई बहू को भेज दिया, काम कराने।

हां हां, मां जल्दी आ जाएंगे।

संजय, चंदना को लेकर,  सीधे रमेश चाट भंडार वाले के पास पहुंच गया।

रमेश चाट भंडार वाले को देखकर, चंदना ने प्रश्न सूचक निगाहों से संजय को देखा...

कल जब हम लोग लौट रहे तो मैंने  तुम्हें इस ओर बड़ी हसरत भरी नजरों से देखते हुए देखा था,, फलों का तो बहाना था, दरअसल तुम्हे यहां लाना था...

और फल?

वो भी ले लेंगे, पहले तुम चाट के मजे तो ले लो। 

चंदना, संजय के प्यार और care से खुश हो गई। उसने मन ही मन, अपने सब बड़ों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने उसके लिए इतना अच्छा जीवन साथी ढूंढ के दिया।

लौटते समय वो लोग फल लेकर लौटे..

चंदना ने खाना खाने के बाद सबके लिए Mango shake बनाया।

सबको कांच का गिलास दिया, पर संजय को स्टील का।

मां ने पूछा, स्टील का क्यों दे रही हो, तो उसने बोल दिया कि कांच के गिलास खत्म हो गए थे। 

जबकि हकीकत यह थी कि उसने संजय के लिए ज्यादा गाढा Mango shake बनाया था, क्योंकि संजय को Mango shake ज्यादा आम वाला पसंद था।

दिन-दिन बीतते गये और दोनो का एक-दूसरे के लिए प्यार और care बढ़ती ही गई। 

आज उनकी 10 anniversary थी। उसमें जब रंजना बुआ आई तो दोनो ने उनका आशीर्वाद लेते हुए धन्यवाद दिया और कहा कि अगर आप ने, उस दिन हम लोगों को विवाह और उसमें भी arrange marriage का सही अर्थ  ना समझाया होता तो यह शुभ दिन भी नही आता।

और आप ने सही कहा था कि arrange marriage, बहुत सारे gift rapers में लिपटा जिंदगी का सबसे खुबसूरत gift है। जिसमें हर दिन एक नया सा लगता है।

Thursday, 2 May 2024

Story of Life : विवाह भाग - 3

विवाह भाग - 1 

विवाह भाग -2 के आगे…

विवाह भाग - 3


मैं 2 दिन बाद, चंदना को अपने घर ले जाऊंगी, तुम भी आ जाना। 

यह कहकर रंजना ने phone काट दिया। 

चंदना और संजय दोनों की धड़कनें तेज़ हो चली थी, दोनों ही रंजना के घर में मिलने का इंतजार बेसब्री से करने लगे। 

2 दिन बाद, चंदना और संजय, रंजना के घर पर मिले। रंजना बुआ ने दोनों से कहा, तुम लोग ऐसे पवित्र रिश्ते में बंधे हो, जो सृष्टि के निर्माण में सहयोग करेगी।

तुम लोगों को एक-दूसरे से मिलवाने का काम हम सब परिजन का था, जो हमने सफलतापूर्वक संपन्न किया।

देखो बच्चों, arrange marriage इसलिए आवश्यक होती है, क्योंकि उसमें अनुभवी लोगों की सोच शामिल होती है, जो अपने बच्चों के लिए वरदान होती है। 

तुम दोनो, एक-दूसरे के पूरक हो, मैं अपनी शुभकामनाओं के साथ यहां से जा रही हूं। अब आगे का सफर तुम लोगों को सफलतापूर्वक पूर्ण करना है।

रंजना बुआ के जाने के बाद, चंदना और संजय एक दूसरे की तरफ मुखातिब हुए, पर अब उन्हें अजनबीपन का एहसास नहीं था।

शरम और झिझक तो अभी भी थी, पर साथ ही अपनापन भी लग रहा था। 

बहुत झिझकते हुए संजय, चंदना के नजदीक गया और बोला, बहुत देर हो चली है, घर चलें?

संजय के नजदीक आने से, चंदना के पूरे शरीर में एक सिरहन सी दौड़ गई और दिल की धड़कन बहुत तेज हो गई।

जी... 

हम लोग bike से चलें? Actually मैं अभी उसी से आया था।

हाँ.. 

चंचल और अल्हड चंदना अभी भी, सिमटी सकुची सी, बस हां और ना में ही जवाब दे रही थी।

दोनो जब bike से घर लौट रहे थे तो उन्होंने पहली बार एक दूसरे की छुअन को महसूस किया था, जो दोनो को ही रोमांस की अनुभूति दे रहा था।

घर पहुंचने के बाद से दोनो को पहली बार यह एहसास हुआ कि वो जीवन साथी हैं।

इतना खूबसूरत जीवन साथी पाकर, संजय मौका तलाशने लगा, चंदना के निकट रहने का...

आगे पढ़ें विवाह भाग - 4 में...