Monday, 15 July 2024

Short Story : Life SET Hai

Life SET Hai

आज बहुत दिनों बाद अपने बचपन के दोस्त समर से मिलना हुआ। मेरी तरह वो भी सब्जी मंडी में सब्जी लेने आया हुआ था।

और समर कैसा है यार?

अपनी तो Life Set Hai... और रजत तेरी?

हां काट ही रहा हूं, पर तेरी कौन सी लाटरी खुल गई, जो तेरी life set hai?

और अगर life set hai तो सब्जी मंडी में क्या कर रहा है?

अरे यार, life set hai, तभी तो सब्जी मंडी में हूं…

क्या मतलब? मैं कुछ समझा नहीं...

देख यार, अपन इतना कमा लेते हैं कि रोज दाल-रोटी और हफ्ते में दो-चार बार मिठाई- पकवान खा लेता हूं, मतलब संतुष्ट हूं।

सब्जी मंडी आया हूं, मतलब पूरी तरह से स्वस्थ हूं, किसी पर आश्रित नहीं हूं।

बड़ी मंडी में आया हूं, मतलब बीबी बढ़िया बना कर खिलाती है और हमारी सेहत का ध्यान रखती है, मतलब प्यार करने वाली पत्नी मिली है। 

छोटी सी कार भी है अपनी, छोटा सा परिवार है, दो प्यारे बच्चों के साथ, मतलब life में settled भी हूं। 

खुद के खरीदे कपड़े और सामान इस्तेमाल करता हूं, किसी से मांगकर या उतरन नहीं पहनता, मतलब अपनी पसंद और शौक को पूरा कर पाता हूं। 

बहुत ऊंची-ऊंची ख्वाहिश को पूरा करने के लिए अनाप-शनाप loan नहीं लिया है, मतलब कर्जदार नहीं हूं।

और मेरे हिसाब से life set होने के लिए इससे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए...

समर चला गया, सारी सब्जियां अपनी कार में रखकर ...

और मैं खड़ा सोच रहा था कि, जैसा समर बता रहा था, उससे हर चीज़ मेरे पास और अच्छी है, फिर भी मैंने कभी नहीं कहा, life set hai...

सच में अच्छा स्वास्थ्य, प्यारा परिवार और इतनी धन-संपत्ति, कि जरूरत पूरी करने के लिए, किसी के सामने हाथ ना फैलाने पड़े, ऐसी संतुष्टि रहे, बस इतना ही तो चाहिए ना, life set करने के लिए...

फिर हमें किस की तलाश है?

ज़िंदगी, फिर ना मिलेगी, Life Set Hai... जी भर कर जी लीजिए, क्या पता, क्या कल हो ना हो...

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