शादी-विवाह से जुड़े रीति-रिवाजों के गीत साझा कर रहे हैं, उस श्रृंखला में हल्दी चढ़ने की रीति पर पहला गीत है- बन्नी तेरी हल्दी में
दूसरा गीत भात मांगने पर आधारित है- मेरे भैया चले आना
तीसरा गीत, दुल्हन की मनमोहक रुप को पूर्ण करती हुई, मेंहदी पर आधारित है- मेंहदी रचने लगी हाथों में
शादी-विवाह में बन्ना, बन्नी और चुहलबाज़ी वाले गीत बहुत पसंद किए जाते हैं।
तो चलिए कुछ गीत बन्ना-बन्नी के नाम…
आज की बन्नी की क्या demand है बन्ना जी से, आज गीत द्वारा उसी को साझा कर रहे हैं।
तो सारे कुंवारे, इस गाने को ध्यानपूर्वक सुनें, और प्रयास करें, अपनी होने वाली वधू को प्रसन्न रखने का...
बन्ना जी जरा जमके कमाना
आया महंगाई का ज़माना,
बन्ना जी जरा जमके कमाना।
दाल और रोटी का गुजारा जमाना,
पिज्जा-बर्गर है खाना।
बन्ना जी जरा जमके कमाना।
आया महंगाई का जमाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
हल्दी और उबटन का गुजारा जमाना
ब्यूटी पार्लर हैं जाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
आया महंगाई का जमाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
साड़ी और कुर्ते का गुजारा जमाना
जीन्स टी-शर्ट ही पहनना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
आया महंगाई का जमाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
बाइक और कार का गुजारा जमाना
ऐरोप्लेन में बैठाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
आया महंगाई का जमाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
चिठ्ठी और तार का गुजारा जमाना
आइफोन दिलाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना
आया महंगाई का जमाना
बन्ना जी जरा जमके कमाना

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