April Cool Day
जी हाँ आप ने सही पढ़ा, हमने April cool day ही
लिखा है। बहुत सालों से हम 1 April को April
fool day की तरह से मानते आए हैं।
पर कभी आप ने सोचा है, इससे हासिल क्या होता है? कुछ भी
नहीं! सिवाय इसके कि
हम किसी को कुछ क्षण के लिए सबकी नज़र में या उसकी खुद की नज़र में मूर्ख, छोटा या
नीचा साबित करने में कामयाब हो जाते हैं।
पर पता है, किसी को
नीचा दिखाना कोई महानता का काम नहीं है। तभी आपको इसके लिए कोई कभी याद नहीं
करेगा। पर इसके बदले में आप किसी की ऐसी मदद कर दें, कि उसकी
ज़िन्दगी में सुकून आ जाए, तो वो आपको अवश्य याद रखेगा।
इसलिए इस बार से हम 1 April को cool day की तरह
से मानना शुरू करेंगे। तो सोच क्या रहे हैं? पूरा दिन
बचा है, अभी से ही planning करते हैं, कि हम कैसे दूसरों के काम आते हैं।
उस दिन हम ऐसा कुछ plan कर सकते हैं, कि अपने बच्चों के लिए तो हम बहुत कुछ करते हैं। अब की बार माँ, पापा के भी लिए कुछ करें।
अपने employees को
डाँटा तो अपने बहुत बार होगा, उस दिन जिस बात में वो अच्छे हैं, उसकी
प्रसंशा कर दें।
अगर आपकी maid बहुत दिनों से advance माँग रही है, तो उसे उस दिन दे दीजिये।
कोई भूखा मिल जाए तो, उसे कुछ
खिला दीजिये, किसी की प्यास बुझा दीजिये। कोई रूठा है, तो मना लीजिये।
बच्चों को ice-cream खिला कर cool day की शुरुआत करें, उनको कब से गर्मी की प्रतीक्षा थी, कि गर्मी आये, और उनके cool cool day शुरू हो जाएँ।
यकीन जानिए, किसी को
मूर्ख बना के जो खुशी मिली होगी, उसे ज्यादा सुख, किसी को
मुस्कुराहट देने में है।
और अगर आपको ये सब नहीं
करने की इच्छा है तो, सबसे पहली शुरुआत हम 1, 1 पौधा
अपने आसपास लगा कर करते हैं, इससे हम दो काम एक साथ करेंगे, एक तो
भूमि ऋण या प्रकृति ऋण चुकाएंगे, साथ ही आगे आने वाले पीढ़ी को शुद्ध वातावरण भी देंगे।
Fool day मनाया बहुत
Cool day मनाएंगे अब
मूर्ख बना चुके बहुत
चेहरे पर खुशियाँ लाएँगे
कब
Very nice thought👌
ReplyDeleteThank you ma'am for your appreciation
DeleteGood article.
ReplyDeleteसही कहा आपने यह अप्रेल फूल अँग्रेजों की देन है।हमारे यहाँ की संस्कृति में तो नव वर्ष पहली अप्रेल से ही आरंभ होता था।केक ,जन्म दिन पर मोमबती बुझाना,पिज़्जा,लेयर के आलू चिप्स ,जो कि नाना वेज साबित हुए हैं ,को हम मजे से खाते हैं।हमें अब भी जाग जाना चाहिये।इतनी चीज़ें हैं हमारे यहाँ फिर किसी की नकल क्यों करें?
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद 🙏🏻
Deleteआप ने सही कहा है कि अंग्रेजों से हम अभी तक शारीरिक रूप से आजाद हुए हैं।
मानसिक रूप से अभी तक गुलाम ही हैं।
जब हम हर क्षेत्र में समृद्ध हैं, तो दूसरों की नकल, आखिर कब तक?