Monday 29 July 2019

Story Of Life : सावन का तोहफा (भाग- 3)


सावन का तोहफा (भाग-1)...... और 

सावन का तोहफा (भाग-2)........ के आगे की कहानी 



सावन का तोहफा (भाग- 3)


नितिन जब office से घर आया, नेहा जाने को तैयार खड़ी थी। नितिन का ये देखकर दिल टूट गया, उसने सावन को लेकर बहुत सारे plan किए थे।

वो बहुत सुंदर night gown लाया था, उसने सोचा था, आज ही रात इस romantic song के साथ

मोहब्बत बरसा देना तू, सावन आया है..... नेहा को gown gift करेगा।

पर घर में तो, दूसरा ही माहौल था। नेहा अपने मायके चली गयी।

अब तो नितिन और नेहा दोनों को एक-एक दिन काटना भारी पड़ रहा था। 

एक दिन आखिरकर नितिन अपने ससुराल पहुँच ही गया। 

नेहा के घर वाले थोड़ा पुरानी सोच वाले थे, उन्होंने नितिन को नेहा के भाई के कमरे में रहने को बोल दिया, ये तो और भी बुरा था, साथ तो थे, पर साथ नहीं। उसी समय दूर बजता गाना, नितिन को और दुखी कर रहा था
 “अबकी सजन सावन में...... मिल ना सकेंगे दोनों, एक ही आँगन में.....

एक दिन में ही दुखी होकर नितिन वापस चला गया, नेहा भी तड़प के रह गयी। 

नेहा ने कभी सोचा भी नहीं था, कि कभी उसे मायके से ज्यादा ससुराल पसंद आएगा. नेहा की भाभी को नेहा की मनोदशा समझ आ गयी, उनकी और नेहा की बहुत पटती भी थी। दोनों ननद-भाभी कम, बहनें ज्यादा लगती थीं।

भाभी ने नेहा के भैया से बोला, आपको हमारा पहला सावन याद है? भैया बोलेकैसे भूल सकता हूँ, उस तड़प को!

तो भाभी बोली, आज मैं आप से अपने पहले सावन का तोहफा 
चाहती हूँ, देंगे?

आज 3 साल बाद!

हाँ, देंगे ना?

अच्छा बोलो, क्या चाहिए?

आप माँ जी से बात करके, नेहा को उसके ससुराल छोड़ आइये ना, आपको आपके पहले सावन के तड़प की कसम।

कैसी बात करती हो? माँ नही मानेंगी......। 

फिर कुछ दिन बाद राखी भी है, मेरी एक ही तो बहन है। उसे भी छोड़ आऊँ, तो मेरी कलाई सूनी ना रह जाएगी?......

एक तरफ सूनी कलाई, दूसरी तरफ साजन से जुदाई, क्या है नेहा की किस्मत में, जानते हैं सावन का तोहफा (भाग- 4)

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