Sunday 19 August 2018

Story Of Life : सावन आया है

सावन आया है

दीपा की नयी नयी शादी हुई थी। वो सपनों में खोई हुई अल्हड़ मासूम युवती थी।
वहीं रितेश उससे एक दम उलट practical धरातल में रहने वाला प्राणी था।
दीपा अपनी शादी से कई सपने सजाये हुए आई थी, या यूं कहें उस पर film, serials का काफी प्रभाव था। उसको लगता था, शादी means मस्ती, hotels, movie जाना, घूमना, फिरना, और इन सब से जो समय बचे, उसमें ढेर सारा romance करना।
उसकी इसी सोच का असर उसकी रोज़मर्रा की life style में दिखने लगा।
जब भी कॉफी बनाए तो उसमें heart बना के दे। पर रितेश उस तरफ ध्यान भी नहीं देता, वो जल्दी जल्दी, बिना कुछ बोले ऐसे ही पी जाता।
कभी Tiffin में love note डाल के भेदेती, पर जब वो लौट के आया हुआ tiffin देखती, तो उसे पता चलता कि रितेश ने उस note को खोला तक नहीं है।
ऐसे ही दिन गुजरते गए। और वो मौसम आ गया। जो दीपा का सब से favorite  मौसम था- सावन का मौसम।
ना जाने शादी के कितने दिनों पहले से उसने इस मौसम की कल्पना अपने जीवन साथी के साथ की थी।
आज तो सुबह से ही बहुत सुहाना मौसम था। काले काले बादल छाए हुए थे। रितेश रोज़ की तरह तैयार हो रहा था। दीपा ने radio start कर दिया, उसमें song बज रहा था, मोहब्बत बरसा देना तू, सावन आया है.....
एक तो इतना सुहाना मौसम, उस पर ये गाना, दीपा को मदहोश कर रहा था, तभी तेज़ हवा के झोंके से खिड़की खुल गयी, और पानी की नन्ही बौछारों ने उसके चहरे को स्पर्श करके उसे अन्दर तक भिगो दिया। अब वो kitchen में और नहीं खड़ी हो पा रही थी। उसके कदम बरबस ही रितेश की तरफ खिंचे चले गए।
उसकी उलझी हुई लहराती हुई जुल्फें, और चहरे में पड़ी हुई पानी की बूंदे उसे बेहद हसीन बना रहीं थीं। पर रितेश इन सबसे बेफिक्र office जाने के लिए ready हो रहा था।   
जैसे ही दीपा ने रितेश को देखा, वो उसके गले लग गयी।


फिर क्या हुआ, जानते हैं सावन आया है भाग 2 में  

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