Friday, 31 July 2020

Stories of Life : दिल का रिश्ता (भाग -2 )

दिल का रिश्ता (भाग -1) के आगे पढ़ें..... 
 
दिल का रिश्ता (भाग -2 )

उसने चारों तरफ देखा, पर वहाँ दूर दूर तक कोई नहीं था।

पर वो आगे भी नहीं बढ़ पा रहा था। ना जाने क्या वजह थी?

कुछ देर तक इसी उहापोह में रहा, फिर वो वापस station लौट आया।

पर station में बहुत देर तक कोई गाड़ी नहीं जानी थी।

राहुल को समझ नहीं आ रहा था, वो कहाँ जाए?

वो फिर उस ओर पलट गया, जहाँ रीना रहती थी।

वहाँ पहुंच कर वो घंटों खड़ा, बहते पानी को देख रहा था।

तभी उसे लगा जैसे वो लहरें उसे एक ओर लिए जा रहीं हैं। उसने अपने शरीर को एकदम ढीला छोड़ दिया।

आधे घंटे पानी में तैरने के बाद वो एक निर्जन सी जगह पहुंच गया।

वहाँ ना पानी था, ना कोई इंसान।

तभी एक तेज हवा का झोंका आया और साथ ही कुछ घुटी हुई सी आवाज़। 

राहुल उस ओर ही चल दिया, उसके दिल में कुछ पा जाने सी कशिश थी।

जब वो वहाँ पहुंचा, तो उसने देखा, वो रीना थी, शायद रीना का प्यार ही राहुल को खींच रहा था, और वो ही राहुल को लहरों में समा जाने से रोक रहा था। पर रीना एकदम निश्चेत पड़ी थी, फिर वो आवाज़ किस की थी?

यह सोचता हुआ राहुल, रीना को उठाकर बेतहाशा दौड़ने लगा, क्योंकि रीना की चंद सांसें ही बची लग रही थी, वो रीना को खोना नहीं चाहता था।

जैसे-तैसे वो रीना को लेकर station पहुंचा, वहाँ उसे first aid दिलवाई और जरुरत की tablets लीं।

अभी train भी खड़ी मिली। वो जल्द से जल्द अपने शहर लौटना चाहता था।

अपने शहर पहुंचते ही वो रीना को लेकर स्टेशन से ही उस hospital में पहुंचा, जहाँ रीना job करती थी।

रीना का तुरन्त treatment start हो गया।

रीना की दोस्त रिया, राहुल से आकर बोली, रीना pregnant है।

राहुल यह सुनकर समझ नहीं पाया कि वो कैसे खुश हो? क्योंकि रीना की हालत गंभीर बनी हुई थी।

रिया बोली, राहुल तुम्हारा और रीना का रिश्ता इतना गहरा है कि उसने ना केवल रीना, बल्कि तुम्हारे बच्चे को भी बचा लिया है।

रीना को अभी कुछ महीने hospital में ही गुजारने होंगे, पर हम दोनों को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश करेंगे।

एक महीने hospital में बीते, फिर राहुल ने घर में ही सारी facilities arrange कर लीं।

वो रीना को घर ले आया, और जी जान से उसी में लगा रहता। 

रीना पूरी तरह से ठीक हो गयी।

फिर वो दिन भी आ गया, जब उनके प्यारी सी बेटी ने जन्म लिया।



रिया ने दोनों को बधाई दी और कहा, रीना तुम्हारे प्यार ने तुम्हें बचा लिया।

राहुल और रीना, दोनों एक साथ बोले, हमारी बेटी ने हमें बचाया है। राहुल समझ चुका था, वो आवाज़ जो उसे अपनी तरफ खींच रही थी, वो रीना की नहीं उसकी बेटी की थी। 

राहुल और रीना ने बहुत प्यार से उसका
नाम परी रखा।

आखिर उस नन्ही सी परी ने ही अपनी माँ को जिंदा रखा था, और अपने पिता को अपनी माँ के पास लाया था।

उनके दिल के रिश्ते को अटूट रखा था।

Thursday, 30 July 2020

Stories of Life : दिल का रिश्ता

दिल का रिश्ता

रीना और राहुल में बहुत प्यार था, शादी के पांच साल बीत जाने पर भी, दोनों एक-दूसरे में इस कदर खोए रहते थे, कि उनको तो छोड़िए, पूरी दुनिया को यही लगता था, दोनों newly married हैं।

राहुल software developer था और रीना doctor.
इस बार असम में बाढ़ आने पर रीना को वहाँ भेजने के order आ गये।

रीना और राहुल दोनों ने बहुत कोशिश की, पर order cancel नहीं हुआ।

मन मारकर रीना एक हफ्ते के लिए असम चली गई।

राहुल, रीना के train में बैठने के दो घण्टे बाद से उसको हर घंटे फोन करने लगा था।

दोनों ने रात एक-दूसरे से बात करते हुए ही निकाली।

पर वहाँ पहुंच कर हर घंटे बात करना संभव नहीं था।

तो रीना ने राहुल से बोला, मैं time निकाल कर तुम से 4 से 5 घंटे में बात कर लूंगी।

राहुल के लिए बहुत मुश्किल था, पर वो मान गया।

रीना को गये, दो दिन ही हुए थे पर राहुल को बहुत बेचैनी होने लगी थी।

आज तो वैसे भी सुबह से शाम हो गई थी, पर रीना का एक भी फोन नहीं आया था।

और जब भी राहुल फ़ोन मिला रहा था, phone unreachable जा रहा था।

राहुल से रहा नहीं गया और उसने आनन-फानन में असम जाने का plan कर लिया।

राहुल train में तो बैठ गया था,  पर आज उसकी धड़कन बहुत बढ़ी हुई थी।

वो यह नहीं समझ पा रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है, वो रीना से दो दिन दूर रहा है, इसलिए, या

उससे मिलने जा रहा है इसलिए, या

कुछ बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई है, इसलिए।


बहुत बेचैनी के साथ, उसने सफ़र पूरा किया।

जब वो उस जगह पहुंचा, जहाँ रीना रुकी हुई थी, वहाँ सिवाय बहुत अधिक पानी के कुछ नहीं था।

यह देखकर उसका दिल धक से रह गया। उसने रीना को यहाँ आने से बहुत रोकने की कोशिश की थी, पर वो नाकामयाब हो गया था, रीना भी नहीं आना चाहती थी पर वो कुछ नहीं कर सकी थी।

आज राहुल की जिंदगी खत्म हो गई थी, वो भी इन्हीं लहरों में समा जाना चाहता था।

वो लहरों की ओर आगे बढ़ने लगा, पर तभी उसे लगा जैसे किसी ने उसे कस कर पकड़ लिया हो, जिससे वो आगे नहीं बढ़ पाया।

Wednesday, 29 July 2020

Article : Rafale - The safety

Rafale - The safety

हमें जिसका कितने दिनों से इंतज़ार था, आज वो शुभ मुहूर्त आ गया है।

राफेल का भारत में आगमन।



पर बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो इस विशेष आयोजन को पूर्णतया निरर्थक घोषित कर रहे हैं।

उनका कहना है कि, देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है, ऐसे समय में मोदी जी को राफेल मंगाने की क्या सूझी?

आप की जानकारी के लिए बता दें, इसकी deal आज नहीं की गई है, बहुत दिनों पहले ही इस विषय में निर्णय लिए जा चुके थे।

हाँ वो कार्यान्वित अब हुई है। और यकीन मानिए, बहुत सही समय पर हुई है।

आज चीन जब दोहरी रणनीति चल रहा है, कि भारत देश को भीतर और सरहद दोनों से कमजोर कर दिया जाए।

तो उसका मुंह तोड़ जवाब है यह।

पहले lockdown कर जीवन सुरक्षा, फिर unlock कर अर्थव्यवस्था सुरक्षा, अब राफेल के आगमन से सरहद सुरक्षा।

यह है मोदी जी की पूर्ण व्यवस्था।

आप कहेंगे कि खाक, जीवन सुरक्षा!

जी बिल्कुल जीवन की सुरक्षा!  

मोदी जी ने, कोरोना के विषय में,  ज्ञात होते से ही lockdown कराया, हर कुछ दिन में देश के नाम संदेश देकर सुरक्षा नियमों से अवगत कराया व उन नियमों का पालन करने के लिए हाथ जोड़कर विनती भी की।

उन्हें जब लगा कि देशवासी पूर्णतः स्थिति समझ चुके हैं, संकट की घड़ी से लड़ने में सक्षम हैं, तब  unlock कर  दिया।

क्योंकि lockdown से अर्थव्यवस्था भी चरमरा रही थी।

अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कुछ योजनाओं को पारित करना भी प्रारंभ कर दिया है।

अब अगर corona cases बढ़ रहें हैं तो उसमें दोष मोदी जी का नहीं, हमारा है‌।

हमारी लापरवाही, हमारी नज़र-अंदाजी के कारण देश में corona cases बढ़ रहें हैं।

हमारी सुरक्षा, हमारे देश की सुरक्षा हमारे हाथ में है। तो स्वयं सुरक्षित रहिए और देश को भीतर से सुदृढ़ बनाएं।

अब बात करते हैं, देश की सरहद की।

तो उसी को सुदृढ़ करने के लिए, भारत की वायु सेना को सशक्त बनाने के लिए ही राफेल लाया गया है।

इस के आने से वायु सेना अत्याधिक सशक्त हो जाएगी, जिससे दुश्मन अपने दुश्कृत्य करने की हिम्मत नहीं कर सकेंगे।

हमारे देश भारत की बागडोर बहुत ही सक्षम हाथों में है, देश को सुदृढ़ बनाने में उनका साथ दीजिए।

देश में कोरोना को नियंत्रित कर के भीतर से सुदृढ़ हम बनाएं और सरहद को सैनानी।

तब भारत को number 1 बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

आइए राफेल के आगमन पर, गर्व करें भारत की एक और जीत पर और जश्न मनाएं भारत के सुदृढ़ होने पर।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

Tuesday, 28 July 2020

Kids' Stories ( Advay the hero series- Green friends)


Advay the Hero - Green Friends
 

बहुत दिनों से corona के कारण कहीं बाहर ना निकल पाने से सारे बच्चे परेशान हो गए थे।

सब्र का बांध अब Advay का भी टूटने लगा था।

कितने दिनों से वो सब आपस में नहीं मिले थे, बहुत दिन बीत गए थे उन्हें आपस में मस्ती किए हुए।

अकेले-अकेले, खेल कर वो थक चुके थे और बहुत बोर भी हो चुके थे।

School की online classes की देखा देखी, उन्होंने online मस्ती भी शुरू कर दी थी।

पर साथ में खेलने वाले बच्चों को virtually कब तक मज़ा आता?

तो वो उसमें भी बोर हो गए।

अब उन्हें कुछ नया चाहिए था, जिसे करने के लिए उन्हें बाहर ना जाना पड़े, क्योंकि कोई भी parents इसकी permission नहीं दे रहे थे।

तो वो नया ऐसा चाहिए था, जो घर में ही कर लें, पर उसमें रोज नया surprise हो, जो बच्चों को बांधे भी रखे।

उन्हीं दिनों Advay के school में Sow Good की classes start हो गई।

उसमें Advay को हर रोज नया और surprising element मिल रहा था, तो उसे बहुत मज़ा आ रहा था।

उसने सोचा apartment में भी सारे friends को बता देता हूँ, तो सबको मज़ा आएगा।

उसने सारे friends को call किया, कि मैंने कुछ new friends से friendship की है।

सब उनसे friendship कर लें तो वो सबके घर आ जाएंगे। और parents उन्हें आने से मना नहीं करेंगे, बल्कि सब उन्हें प्यार करेंगे।

और वो हमें corona से बचाने में भी माहिर हैं।

सारे बच्चे surprise हो गये, कौन हैं ऐसे वो?

सब नाम पूछने लगे।

Advay बोला, मेरे Green friends.

Green friends, यह क्या है... ? 

कोई जादू है क्या.....?

हाँ, जादू ही तो हैं वो, हमारे साथ रहेंगे, हर रोज़ नए-नए रूप में आएंगे। हमें corona से बचाएंगे, साथ ही हम उन्हें खा भी सकते हैं।

सुनकर सारे बच्चे बहुत खुश हुए और कहने लगे, हमें भी उनसे दोस्ती करनी है।

Advay ने उन्हें micro-greens  को लगाने का सारा method बता दिया।



सारे friends के घरों में आसानी से मिलने वाले, चना, मेथी, मूंग, धनिया के छोटे छोटे-छोटे पौधे लहलहाने लगे।

सारे बच्चों को रोज़ कुछ नया देखने और करने को मिल रहा था।

Advay ने सारे friends को बोला, हम लोग हर 4 days बाद अपने green friends की pic share करेंगे और हर week online में मिलकर अपना experience share करेंगे।

सारे बच्चों ने ऐसा करना शुरू कर दिया, अब सबके पास बताने को बहुत कुछ था, साथ ही हर समय उनके साथ उनके Green-friends भी थे।



एक बार फिर से पूरे apartment के बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई।

एक बार फिर बच्चों ने corona को अपनी खुशी छीनने से रोक दिया था।

Monday, 27 July 2020

Short story : 🌹🌹सावन 🌹🌹

आप सभी को सावन के चौथे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻🔱🕉️

आप सब के साथ मुझे बीकानेर ( राजस्थान) के श्री अशोक रंगा जी की लघुकथा को share करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।


🌹🌹सावन 🌹🌹




शिव भक्त बालक प्रेम गहरी नींद में था . नींद में अचानक उसकी मुलाक़ात नारद मुनि जी से हो गई थी . अब प्रेम की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा.

बालक प्रेम ने नारद मुनि के सामने एक के बाद एक सवालों की झड़ी सी लगा डाली ताकि वे नजरों से कहीं  ओझिल ना हो जाए .
 
प्रेम ने उनसे यह भी सवाल पूछा कि सावन के महीने में महादेव को विशेष रूप से क्यों पूजा जाता है? 

इस महीने में चारों तरफ बादल -बरसात, हरियाली, ठण्डी-ठण्डी हवाएँ  व खुशनुमा सा माहौल क्यों हो जाया करता है? 

नारद जी ने भी बालक को प्रसन्नता पूर्वक बताना शुरू किया, कि सावन के महीने में महादेव स्वयं पार्वती से मिलने धरती पर आया करते  है. 

महादेव के धरती पर आने व पार्वती जी से मिलन की खुशी में प्रकृति उनके स्वागत  में चारों तरफ शीतल हवाएँ, हरियाली, बादल व बरसात के रूप में अपनी खुशियों को प्रकट करती हुई  उनका दिल से स्वागत करती है व दूसरे शिव भक्त भी उनके दर्शन व उनकी कृपा दृष्टि पाने के लिए मचल उठते है. 

इतने में बाहर तेज़ बारिश व बिजली की आवाज़ से बालक प्रेम की आँख खुल चुकी थी.

प्रेम हर-हर-महादेव का उच्चारण करते हुवे जल्दी से नहा-धो कर सीधे महादेव के मंदिर में गया . 

मंदिर के दर्शन के बाद प्रेम ने सभी दिशाओं में प्रकृति को शिव समर्पित होते हुवे देख महादेव का जयकारा लगाया. हर हर महादेव, हर हर महादेव. 

Disclaimer:
इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Friday, 24 July 2020

Tips : Glowing skin


ईश्वर ने हमें दो तरह के complexion दिए हैं, fair and dark. जिसको हम पूरी तरह से clinically या makeup से ही change कर सकते हैं। जो सबके लिए मुमकिन नहीं है।

आप जानते हैं, कोई कितना भी fair and beautiful हो या fair and handsome, पर अगर उसके face पर glow नहीं होगा तो सब बेकार।

फिर complexion change करने की कोशिश क्यों करें, जिसे करना कठिन है, और उसे करने के बाद भी result अच्छे आए ना आए, क्या पता?

तो आज हम skin में कैसे glow ला सकते हैं, उसकी ही बात करेंगे, क्योंकी glowing face तो हर एक को भाता है।

Skin में glow होगा या नहीं, यह पूरी तरह से हम पर ही निर्भर करता है। इसके लिए बस कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना  है। 

अपने चेहरे पर glow लाने के लिए इन beauty tips को आप daily practice में ‌ले आएँ, तो आपका‌ face flawless और attractive लगेगा।
 
Glowing skin



1. For flawless face : Skin की cleaning के लिए कभी-कभी raw onion खाना अच्छा होता है। इससे चेहरे के दाग-धब्बों के कम होने में भी मदद मिलती है।
 
2. Fresh looking : Fresh दिखने के लिए आंखों को आराम देना भी बेहद जरूरी है। ज्यादा देर तक computer के सामने बैठने वालों को थोड़ी-थोड़ी देर बाद, screen या लिखने पढ़ने के काम से आंखों को थोड़ा rest दे देना चाहिए,  जिसके लिए खिड़की के बाहर या इधर-उधर देखना चाहिए, व आंखों की हल्की-फुल्की exercise करनी चाहिए, इससे आंखों को आराम मिलता है।
 
3. Face-mask :  Face पर mask लगाने से face की त्वचा पर मौजूद dead cells  हट जाती हैं। इससे चेहरा सुंदर होता है व skin tight होती है और झुर्रियां भी कम हो जाती हैं। पर याद रखियेगा, face-mask herbal हो या home-made हो।

Note : यहाँ corona से related बात नहीं कर रहे हैं तो, face mask को उस face-mask से co-relate मत कीजिए, जो आजकल पहना जा रहा है, यहाँ beauty tips की बात कर रहे हैं और face पर लगाए जाने वाले mask की बात कर रहे हैं। 

4. Bathing effect : नहाने से भी face पर glow आता है। हालांकि 10 minute से ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए। ज्यादा देर तक नहाने से भी face की softness घटती है। गर्म पानी से देर तक नहाने से skin पर red spots भी पड़ सकते हैं।
 
5.  Nap : दोपहर के समय लगभग हर किसी को नींद आने लगती है। काम के बीच समय में से 5 मिनट निकालकर भी आंखें बंद करें, तो यह फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है बल्कि blood में serotonin hormone का level बढ़ता है। यह hormone happiness, mood stabilization & well-being की feeling के लिए जिम्मेदार होता है।
 
6. Fresh Air : दिनभर की थकान उतारने में fresh air से बढ़कर कुछ नहीं है। यह थकान उतारने में बहुत मदद करती है। थोड़ी देर चलना या हल्की-फुल्की exercise से भी चेहरे पर glow आता है। नीले आसमान और हरियाली के बीच दिमाग में ताजगी आती है।

इन सब tips से बढ़कर जो सबसे बड़ी tip है, वो यह कि face सबसे ज्यादा glow तब करता है, जब आप खुश हों और confident हों। 

तो बस follow कीजिये यह सब, और सब पर छा जाइए, चाहे आपका complexion कुछ भी हो।    


Thursday, 23 July 2020

Song : दिल से बंधी एक डोर

आप सभी को हरियाली तीज की अनेकाएक हार्दिक शुभकामनाएँ, आप सब की ज़िंदगी में रंग, खुशियाँ व उम्मीद सदैव बनी रहे। 

दिल से बंधी एक डोर




दिल से बंधी एक डोर,
जो दिल तक जाती है। 
सारी सखियां मिल कर,
तीज मनाती हैं॥  

पहने सब हरी हरी चूड़ी,
हरी हरी चुनरी, हरी ही बिंदी है। 
हाथों में सुन्दर सुन्दर,
मेंहदी रचाएं जाती हैं॥  

दिल से बंधी एक डोर.....

आज छाई हर ओर हरियाली,
तीज आई मनभावन वाली॥ 
सखियों संग बैठ के झूला,
पींग पर पींग बढ़ाएं जाती हैं॥ 

दिल से बंधी एक डोर......

संग मिलती हैं सारी सखियां,
बांटे, घेवर और मिठाईयाँ॥ 
झूमती है धरा भी,उनके संग,
जब सब मिल कजरी गाती हैं॥ 

दिल से बंधी एक डोर ......




यह गीत  दिल से बंधी एक डोर की तर्ज़ पर ही बना है, आप चाहें तो इसे  किसी अन्य धुन पर भी गा सकते हैं ।   

Wednesday, 22 July 2020

Short Stories : बारिश

बारिश

किशन को हमेशा से बारिश का मौसम सबसे अच्छा लगता था।

उमड़- घुमड़ आए काले बादल, जिससे दोपहर भी शाम सी हो जाती थी।

फिर तेजी से बिजली का कड़कना, माँ का उसे अपने आंचल में छुपा लेना।

तभी मूसलाधार बारिश का होना, और उसका झूमकर नाचना।

फिर बहुत ही स्वादिष्ट भजियोँ की खूशबू का  उन पलों में चार चांद लगाना

उसकी खुशबू से दोस्तों का खिंचा आना

फिर पूरी टोली का बारिश में मस्त हो कर नहाना, और साथ ही भजिए का लुत्फ उठाना

यह सब उसे बारिश में दीवाना बना देता था।

पर यह कैसी बरखा? 

जिसमें बादल भी आए, बिजली भी कड़की, बरखा भी बड़ी जोर से थी बरसी, माँ ने वो स्वादिष्ट भजिए भी बनाए....

पर इस मुए कोरोना के कारण एक दोस्त भी ना आए...

माँ ने सोचा, आज तो उसके लाडले की आंखों से भी बरसात होगी, वो कैसे उन्हें रोक सकेगी?

पर नहीं, किशन बस एक टक बारिश देख रहा था, और भी ज्यादा बड़ी‌- बड़ी आंखें खोल कर।


ए किशन, क्या देख रहा है रे, इतनी बड़ी- बड़ी आंखें खोल कर, माँ ने पूछा

माँ, गिन रहा हूँ, बारिश की कितनी बूंदें गिर रही हैं।

सबसे मैंने कहा है, अगली साल दोगुनी हो कर गिरना, जो कुछ कमी रह गयी है। उसको पूरी करना।

इसलिए, बड़ी- बड़ी आंखें खोल कर देख रहा हूँ, कोई छूट ना जाए, मुझे मूर्ख ना बनाएं।

किशन की मासूमियत, विश्वास, जोश और उम्मीद ने उनके मन में कोरोना से लड़ने का नया उत्साह भर दिया।

वो सोचने लगी, कितनी बड़ी बात उनके लाडले की मासूमियत ने कह दी, 

यह तो हम पर है कि हम थक कर हार कर जिंदगी से मायूस हो जातें हैं, या दोगुने जोश, उत्साह और उमंग से आने वाली खुशियों का इंतजार करते हैं। उन्हें पूरी करने की कोशिश करते हैं।

Monday, 20 July 2020

Bhajan : निराले भोला

आप सभी को सावन के तीसरे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻🔱🕉️

आज आप सब के साथ मुझे रायपुर छत्तीसगढ़ की मंजू सरावगी मंजरी जी  का भेजा हुआ भजन साझा करते हुए अपार प्रसन्नता रही है।

🌹निराले भोला🌹



शीश गंगे की धार, गले मुण्ड की माल
भोले भाले, मेरे भोला सबसे निराले

बारह बार धरती पे  शिव आये
द्वादश ज्योति लिंग में समाये
सुन भक्तों की पुकार, आये नन्दी पे सवार
दिये दर्शन,  भोले जगत के रखवाले
मेरे भोला सबसे निराले....... 

मस्तक पे चंदा बिराजे
जटाओं में गंगा साजै
है त्रिनेत्र धारी, शिव भोला त्रिपुरारी 
पहने बिच्छू ततैया, गले में सर्प काले
मेरे भोला सबसे निराले........ 

ऊंचे हिमालय में बैठे
संग गौरा गनेश लेके
तन में भस्म रमाय, मन मृगछाला भाय
भोले बाघाम्बर वाले
मेरे भोला सबसे निराले..... 

कांवरिया मन को भाते
शीश पे कांवड़ जल चढा़ते
दूध दही से नहाते,पंचमेवा पंचामृत लाते
फूल धतूरा कनेर, बेल पतियां, जनेऊ दुशाले
मेरे भोला सबसे निराले........ 

हाथ में डमरू धारी
भूत प्रेत  से इनकी यारी
नृत्य तांडव किया, हलाहल पिया
कैलास वासी, बनारस बसाने वाले
मेरे भोला सबसे निराले.... 

शीश गंगे की धार, गले मुण्ड की माल
भोले भाले, मेरे भोला सबसे निराले

✍✍



यह भजन मंजू जी ने इस धुन में गाया है, आप चाहें तो इसे किसी और धुन में भी गा सकते हैं।


Disclaimer:
इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Friday, 17 July 2020

Poem : पावस ऋतु


आज मुझे इंदौर की श्रेष्ठ रचनाकार उर्मिला मेहता जी की यह कविता share करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।

आइए, उनके साथ हम सब भी पावस‌ ऋतु  में झूम लेते हैं। 

पावस ऋतु
    


Image courtesy : KPBS 


नाचते हैं पेड़,गाते हैं पौधे ,
झूम के मतवाले मस्त हुए जाते हैं
तपती हुई धरती के संतप्त प्राणी, 
खुशी के इज़हार को दोहराए जाते हैं।
धूल के हैं रंग गुलाल,
 हवाओं के जोश जश्न, 
मौसम के स्वागत में व्याकुल आतुर होकर,
सभी जैसे प्रियवर का
 मिलन गीत गाते हैं।
कृष्ण घटाओं में तड़ित की 
प्रखर धार पावस के आगमन
का जय घोष करती है
तृषित धरा का उर पोषित हुआ है ज्यों,
जल नहीं अमृत की बरसात होती है।
Disclaimer:
इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Thursday, 16 July 2020

Recipes : Wheat pancake


आज कल कोरोना काल है, साथ ही बहुत गर्मी भी हो रही है।

अब हमारे पास दो difficulties हैं।

गर्मी से खाने- पीने के समान जल्दी ख़राब हो जाते हैं, पर कोरोना के कारण राशन भी limited है। तो हर चीज़ discard करना भी संभव नहीं है।

ऐसे में क्या किया जाए।

पर आपको पता है, समस्या तब तक समस्या है, जब तक हम परेशान होते हैं, अन्यथा अगर ठंडे दिमाग से सोचे, तो हल हर बात का है।

आज एक ऐसी ही problem का solution है, हमारी आज की Recipe.
जब हम रोटी बनाने के लिए dough बनाते हैं तो कभी कभी थोड़ा ज्यादा dough prepare हो जाता है।

जिसे अगले दिन use करने पर हल्का खट्टा सा लगता है, रोटी का‌ taste बेकार कर देता है, क्योंकि गर्मी के कारण उसमें fermention हो जाता है।
ऐसे में ना तो वो खाते बनता है, ना फेंकते।

आप जब shades of life से जुड़े हैं तो आप का कुछ भी waste कैसे हो सकता है।

आज आपको ऐसे ही (Dough) आटे का बहुत yummy and healthy version बताते हैं।


Wheat pancake




Ingredients:
Prepared dough - 100 gm.
Salt - as per taste
Cumin - ½ tsp
Green chillies -as per taste
Onion - 1 big
Tomato - 1big 
Capsicum - 1 big
Coriander leaves - handful
Cheese (optional)

Method -

  1. Prepared dough को थोड़े बड़े बर्तन में रखें। रात में इसमेें इतना पानी भर दीजिए कि आटा पानी में डूब जाए।
  2. अब इसे fridge में रख दें।
  3. Morning में आटे को अच्छे से मसल लें, और एक smooth धोल बना लीजिए।
  4. घोल में Salt, Cumin, Green chillies, Onion, Tomato, Capsicum, coriander leaves finely chop कर के डाल दीजिए।
  5. तवे में घी लगाकर grease कर लीजिए।
  6. तवे में आटे के ready घोल को फैला लीजिए। Gas की flame high कर दीजिए।
  7. 2 minutes के बाद gas slow कर दीजिए।
  8. जब एक तरफ़ से crispy हो जाए, तो दूसरी तरफ से भी crispy होने तक सेक लीजिए।
  9. इसे धनिया की चटनी और Tomato sauce के साथ serve करें।
Note : 
  • अगर आप को cheesy flavour पसन्द है, तो last में cheese spread कर दीजिए, और pancake को fold कर दीजिए, इससे heat से cheese melt हो जाएगा। जिससे बहुत creamy and cheesy flavour आएगा, जो आप को बहुत yummy लगेगा।
  • आटे को रातभर भिगोकर, fridge में रखने से, आटा खट्टा नहीं होता है, और जब घोल बनाते हैं तो वो  lump-free रहता है, और बहुत easily smooth बन जाता है। जिससे wheat pancake बहुत yummy बनता है।
  • यह Pizza के comparatively बहुत healthy option है, और taste में उससे कम नहीं पड़ेगा।
  • तो सोचना क्या है, आज ही try कीजिए, और हाँ हमें बताना मत भूलिएगा कि आप को कैसा लगा?

Wednesday, 15 July 2020

Articles (Special Days) - Lockdown के celebration


Lockdown के celebration

वक्त ना थमा है, 
ना कभी थमेगा।
अच्छा या बुरा, 
वो तो चलता रहेगा।।

यह बात तो हम सब जानते हैं कि वक्त किसी के रोके से ना रुका है, ना रोका जा सकता है।

तो हम अपनी ज़िन्दगी के खूबसूरत लम्हें, कोरोना-काल होने से क्यों रोक दें।

क्यों हम उन लम्हों को कोरोना की भेंट चढ़ा दें, यह कहकर की इस समय क्या कर सकते हैं।

आप shades of life से जुड़े हैं, तो ऐसे पल आपकी जिंदगी में नहीं आएंगे, जब आपके ख़ास लम्हें, आम बन जाएंगे।

आज मेरे इस article डालने का कारण यह है कि लोग अपने special moment को यूँ ही बीत जाने दे रहें हैं।

जबकि आप को पता है, यह पल ही हमारे सुखपूर्वक जीवन, जीने की वजह होते हैं। 

अगर हम थोड़ी-सी planning कर लें तो हम इस समय भी बहुत कुछ कर सकते हैं, special moment को most special बना सकते हैं।

9 July को मेरे बेटे का birthday था, तो हमने उस दिन give-up नहीं किया, बल्कि उस दिन को eventful day बना दिया।

इस बार की birthday उसकी special birthday बन गई।





तो चलिए, हम आपको बताते हैं कि, कोरोना-काल में भी limited material and limited place के साथ हम अपने special moment को कैसे super special बना सकते हैं।

आज हम, kids की birthday party की planning ही बता रहे हैं, और किसी events की planning की बात, आप को अपनी आगे की post में बताएंगे, तो हम से जुड़े रहिएगा।

बात kids की चल रही है तो kids को पसंद आता है कि उनके पास variety की बहुत सारी चीज़ें हो।

आप उनकी पसंद की चीज़ें, जैसे chocolate, chips, candies, lollipop, cakes, biscuit, gems,  juice, etc... खरीद लें।

पर याद रखियेगा, बड़े बड़े packets, लेने के बजाय छोट-छोटे packets लीजिए। उससे variety बढ़ जाती है। 

Variety बढ़ने से number बढ़ जाते हैं, साथ ही वो ज्यादा tasteful भी होता है, because कोई भी एक ही चीज ज्यादा खाने से variety की चीज़ें खाना पसंद करता है।

आज कल कोरोना-काल होने से हमें सब चीजों को quarantine करना होगा, तो आप की planning event से 15 to 20 days पहले से start हो जानी चाहिए।

उनके लिए, कुछ gifts भी लें, जिसमें toys and games हों।

इस साल आप dresses drop कर सकते हैं, क्योंकि बाहर निकलने के, parties में जाने के मौके कम मिलेंगे। और बच्चों की dress बहुत जल्दी छोटी हो जाती है।

यह तो हुई, चीजों की बात।

अब चलिए, कुछ events plan करते हैं।

आप को पहले वो बताते हैं, जो हमने 9 July को plan किया था - 

1. हम लोग ने roof से toffees लटका दी थी, बेटे के चारों तरफ उसके toys रख दिए and birthday song के साथ wish करते हुए उसे उठाया।

ऐसे उठाने से दिन की शुरुआत से ही special वाली feeling आती है।

2. Breakfast में उसका favourite breakfast,  cold coffee, with ice and white sauce pasta था।

3. फिर जब वो online classes attend कर रहा था, उसके background को toys and balloons से decorate कर दिया, जिससे उसका वो special day, और दिनों से different है, ऐसी feeling रहे।

4. हमने almirah में खूब सारे balloon रख दिए थे।

जब वो shower लेने की prepration के लिए  almirah खोलकर कपड़े निकाल रहा था, तो सब balloon उस पर गिरने लगे, जो उसे बहुत surprising लगा।





5. जब वो नहाने गया, तो  bathtub, washable toys से decorate कर दिया, पानी में rose water डाल दिया।

Shower की जगह bathtub. उसे देखकर वो बहुत खुश हो गया, और उसने बहुत enjoy किया।

6. Lunch में उसका favourite dishes में pizza, chowmein, आलू की टिक्की & mango Juice था।

खाना खाने के बाद से शुरू हो गया, उसकी दूसरी दुनिया का सफर -

7. हमने, उसके tent House को chips, chocolate, lollipop, gems, shots, balloon, etc. से decorate कर दिया, tent House तक जाने का रास्ता toffees से बनाया।


उसको toffee के रास्ते तक blindfold कर के लाए।

जब उसने वो सब देखा, वो dreamland में पहुंच गया।

कुछ उस गाने जैसा , टाफियों की दीवारों पर लटके गुब्बारों.......

8. उसके बाद, उसके साथ treasure hunt खेला, छोटी-छोटी riddles के साथ। जो full of surprises था। जिसमें उसको बहुत मजा आया।

उसके बाद शुरू हुआ, online events. 

आज कल उसके बिना तो, सब अधूरा है  -

Online events में एक बहुत अच्छी बात यह है कि, उसमें पास वाले, दूर वाले, दूसरे शहर वाले, बल्कि दूसरे देशों वाले भी शामिल हो जाते हैं

9.  online events में 2 online games party,

जिसमें उसके बहुत सारे friends शामिल थे।

10. cake cutting party, जिसमें हमारी पूरी family, online शामिल थी। चाहे वो जिस भी city में थे।

11. रात में उसका favourite dinner, समोसा और रसमलाई।

Means दिन भर मस्ती, मज़ा और बहुत सारे events.

तो बताइए, कैसा रहा उसका birthday, Lockdown में?

आप को menu यही रखना है तो आप को सारी Recipies, blog में मिल जाएगी।

इन Recipes के साथ ही और भी बहुत सारी tasty dishes की भी recipes आप को मिल जाएगी।

आइये, कुछ और भी event भी बता देते हैं, जो आप plan कर सकते हैं।

Tent House की जगह piniata बना सकते हैं।

अगर आप के पास ज्यादा लोग हैं, तो आप treasure hunt की जगह fate भी organise कर सकते हैं।

पूरी family के साथ games plan कर सकते हैं।

अगर आप के पास आंगन या garden है, तो pipes set करके rain party arrange कर सकते हैं।

तो अपने special events को Lockdown में ऐसे celebrate करें कि वो भी यादगार बन जाएं, 
और जब भी यह दिन याद आएं,
वो आप के चेहरे पर 
मुस्कराहट ले लाएं।

Monday, 13 July 2020

Poem : झूमे धरा आकाश रे

आप सभी को सावन के दूसरे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻🔱🕉️

आज आप सब के साथ मुझे कटनी की बेहतरीन रचनाकार किरण मोर जी की कविता को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है

उन्होंने अपनी कविता के द्वारा पूरे श्रावण मास का बहुत अच्छा चित्रण प्रस्तुत किया है, आप सब इसका आनन्द लें।

झूमे धरा आकाश रे



श्रावण आया श्रावण आया,
 लाया रुत बरसात रे।
रोज छमा छम बरसे, 
झूमे धरा आकाश रे।

आया आया श्रावण मास
शिव की पूजा होती खास
बेलपत्र अरु चंदन चावल
होय आरती कर अरदास
बारह में ये एक महीना
शिव के लिए है खास रे
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

श्रावण सोमवार का व्रत कर
राम राम लिख बेलपत्र पर
शिव जप राम,राम जप शिव को
दोनों मिल शिवराम कहाकर
भक्तों के निज त्रास हरें ये
पूरण करते हैं आस रे
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

पड़तीं बूंदों की बौछार
लातीं रक्षाबंधन त्यौहार
 वचन बहिन की रक्षा का
बांधे कलाई अनुपम प्यार
बांधे रखता एक दूजे से
दोनों को पर्व है खास रे
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

छा जातीं घनघोर घटाएं
ठंडी होने लगतीं हवाएं
विरह रचे गीतों की लड़ियां
प्रेमी गीत युगल नव गाएं
उनकी एक झलक पाने को
मन हो जाता उदास रे।
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

बढ़े प्रीत अनुराग पिया से
लगे विरह की आग जिया में
खबर कोई चिठिया आ जाए
सपन पिया आए निंदिया में
तन न सोए मन भी जागे
प्रेम मिलन की आस रे।
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

झूला पड़े कदंब की डार
झूल रहे बागों सरकार
राधा रानी झूल रहीं संग
पींग बढ़ाते कृष्ण मुरार
नागपंचमी और बनाए
मल्ल युद्ध को खास रे।
रोज छमा छम बरसे पानी
झूमे धरा आकाश रे।

श्रावण आया श्रावण आया
लाया रुत बरसात रे।
रोज छमा छम बरसे
झूमे धरा आकाश रे।

Disclaimer:

इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।



Sunday, 12 July 2020

Story of Life : पहला सावन ( भाग - 3)

पहला सावन (भाग - 1) और....

पहला सावन (भाग-2) के आगे पढें.....


पहला सावन ( भाग  - 3) 


अरे मेरी लाडो, तेरे साथ गुजारा, उसका वो पहला सावन, तुझे याद है? कितनी मस्ती की थी तुम दोनों ने। उसकी ज़िंदगी के वो पल, वो कभी नहीं भूलना चाहता था, पर बहुत चाहकर भी India नहीं आ पा रहा था।

तो हर साल की यहाँ की photo बड़े मामा से मांगता था।

अच्छा...... रिया को सुन कर बहुत ही अच्छा लग रहा था, कि रंजन को भी वो सावन याद रहा।

पर नानी, मैं तो पिछले 10 सावन से आ ही नहीं रही हूँ, तो उसने मुझे कैसे पहचाना?

मुझ से वो तेरी हमेशा बात करता है, तेरी photo भी मैंने उसे भेजे थे, और इस सावन में वो तुझे बताने आया है, कि वो तुम्हें अपना जीवनसाथी बनाना चाहता है।

नानी!......

क्यों तुम नहीं चाहती हो? मेरी तुम्हारी माँ से भी बात हो गयी है, वो तैयार हैं।

आप लोग मुझे London भेज देंगे.......

नहीं बिटिया, रंजन अब यहीं रहेगा, पिछले 2 साल से वो India में ही है। उसने अपना business setup यहीं कर लिया है। तेरे प्यार ने उसे वापस अपनी ज़मीन से जोड़ दिया।

रिया शर्म से लाल हो गयी। आज उसका इतने दिनों का इंतज़ार जो ख़त्म हो गया था।

फिर वो और नानी दोनों बाहर आ गए, नानी साथ रिया को आया देखकर रंजन गा उठा

रिमझिम घिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन.......”

उसका गाना सुनकर रिया मुस्कुरा दी और उसने जाकर गाना लगा दिया, और झूमने लगी.......

अबकी सावन ऐसे बरसे, बह जाएँ रंग मेरी चुनर से....... जमके बरसो जरा.......”

और तभी ख़ूब ज़ोर से बारिश शुरू हो गयी, जैसे सावन भी दोनों का साथ दे रहा हो।

रिया और रंजन को उस सावन ने हमेशा के लिए मिलवा दिया।


Saturday, 11 July 2020

Stories of Life : पहला सावन (भाग-2)


पहला सावन (भाग - 1) के आगे पढ़ें... 


पहला सावन (भाग-2)



रिया माँ के साथ घर तो लौट आई, पर वो रंजन को ना भूली।

आगे के हर सावन में उसकी रंजन से मिलने की तड़प बढ़ती गयी, पर रंजन फिर किसी सावन में नहीं आया। अब तो रिया ने भी सावन में जाना बंद कर दिया।

आज रिया 24 साल की हो गयी थी, माँ बोली- रिया तुम कितने दिनों से सावन में नानी से मिलने नहीं गयी, अब की चलना, नानी तुम्हें बहुत याद कर रही हैं।

माँ के इतना बोलने से रिया भी साथ चल दी, पूरे रास्ते आज रिया के मन में यही गीत चल रहा था.....

कितने सावन बरस गए, मेरे प्यासे नैना तरस गए.......”

रिया को आया देखकर नानी खुशी से खिल उठी, आह! मेरी प्यारी बिटिया आ गयी।

उन्होंने बड़े मामा से कहा, बेटा इस साल खूब सारे झूले लगवाना, मेरी लाडो जो आई है। 

ज्यादा झूले..... रिया बस इतना ही बोली।

सारी व्यवस्था बहुत अच्छी थी, पर रिया का मन बुझा ही रहा।

तभी एक बहुत ही smart सा लड़का उसके पास आया और बोला, रिया सावन के गाने में आज नहीं झूमोगी?

रिया उसे देखती रही, फिर वहाँ से जाने लगी, तभी गाना बजने लगा -

“मोहब्बत बरसा देना तू, सावन आया है....तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है........”

और वो लड़का रिया को देख देख कर dance कर रहा था, पर रिया को बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा था। वो वहाँ से चली गयी।

नानी, रिया के पीछे पीछे अन्दर आ गयीं। 

क्या हुआ मेरी लाडो?

तुम चली क्यों आई? बचपन में तो रंजन के साथ ख़ूब dance कर  रही थी।

वो रंजन था....... नानी?

हाँ, क्यों? तुमने नहीं पहचाना? वो तो तुम्हें एक नज़र में ही पहचान गया।

ओह! तभी उसने मुझे रिया बुलाया था, और गाने में झूमने को भी कहा था।

नानी- वो मुझे, कैसे पहचान गया?

आगे पढ़ें, पहला सावन( भाग-3) में........   


Friday, 10 July 2020

Stories of Life : पहला सावन

पहला सावन

Image courtesy : Partrika

फोन घनघना रहा था, रमा हाथ पोछती हुई आयीं- हाँ माँ, कर ली है पूरी तैयारी, बस पूड़ी ही pack कर रहीं थी। तभी नन्ही रिया ने रमा का हाथ पकड़ कर हिलाया, नानी के घर चलना है ना?

हाँ, मेरी माँ, तुम्हारी नानी का ही phone है।

अच्छा माँ, रखती हूँ, रिया को ready कर के बस निकल ही रहे हैं, बाकी बात मिलकर करूंगी।

रमा के साथ रिया हर साल सावन में नानी के घर ही जाती थी। उसकी नानी के घर में सावन में बड़ा उत्सव होता था। उसमें झूले भी लगाए जाते थे, जो रिया को बहुत पसंद थे।

रिया की खूब सारी friends भी बन चुकी थीं वहाँ।

रास्ते भर रिया, यही गाती रही,

बदरा छाए, कि झूले पड़ गए, हाय........

घर पहुँचते ही रिया, नानी के गले में झूल गयी, नानी..... नानी...... झूले लग रहे हैं ना?

हाँ मेरी प्यारी बिटिया....

रमा बोली, पूरे रास्ते, झूले पड़ गए...... झूले पड़ गए...... यही गाती रही है।

इस बार नानी ने और ज्यादा झूले लगवाए थे।

नानी इतने झूले क्यों लगवाए हैं?

बेटा, इस बार तेरे बड़े मामा के London वाले friend, अपनी family के साथ आ रहे हैं, इसलिए मामा ने ही ज्यादा लगवाए हैं।

माँ, महेश भैया आ रहे हैं, रंजन और भाभी के साथ?

हाँ रमा, पूरे पाँच साल बाद आ रहा है महेश।

तभी तेरा भाई उसके लिए बहुत तैयारी करा रहा है। सबसे अच्छा दोस्त जो है उसका।  

वाह! बहुत मज़ा आएगा, कहकर रिया झूमने लगी।  

नानी बोलीं, रमा ये तो ऐसे खुश हो रही है, जैसे ये रंजन को ना जाने कब से जानती हो।

अरे...... कुछ नहीं माँ, ये झूले की दीवानी है, बहुत सारे झूले देखकर ही झूम रही है।

पूरा उत्सव बड़े धूम से मनाया गया, पर इस सावन में रिया और रंजन की बहुत पक्की दोस्ती हो गयी, जैसे ना जाने कब के बिछुड़े मिले हों।

दोनों ने इस गाने पर खूब dance किया....

“ बरसो रे मेघा, मेघा....., बरसो रे मेघा मेघा.......”

आगे की कहानी पढ़ें, पहला सावन(भाग-2) में.....


Wednesday, 8 July 2020

Tips : मेंहदी का रंग, रहे लम्बा बरक़रार


सावन का महीना आते ही बहुत सारे तीज त्यौहार शुरू हो जाते हैं, और उसमें हम को याद आती है, मेंहदी की।

तो चलिए आज आपको हम यही बताते हैं,  कि मेहंदी लगाते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
और ऐसा क्या करना चाहिए, कि मेंहदी का रंग हमारे हाथों में ज्यादा दिन तक बरक़रार रहे।

मेंहदी का रंग, रहे लम्बा बरक़रार


  1. मेहँदी की डिजाईन पहले से decide कर लें, जिससे आप अपनी पसंद की मेहँदी लगा या लगवा सकें।
  2.  अगर आप घर में तैयार करके मेहँदी लगाना चाहते है, तो उसकी तैयारी पहले से शुरू कर दें. क्यूंकि इसमें समय लगता है. वैसे आजकल बाजार में बनी मेहँदी की cone मिलते है, जो कई variety में आते हैं।
  3. मेहँदी लगाने से पहले हाथ पैर अच्छे से soap से धो लें, जिससे किसी तरह की गंदगी, तेल हाथ में न रहे, और मेहँदी गहराई तक पहुँच कर रंग ला सके. मेहँदी जितनी गहराई तक पहुंचेंगी, रंग उतना गहरा आएगा।
  4. हाथ को धोने के बाद कोई cream or oil न लगायें।
  5. हाथ चिकना होने से मेहँदी फैलने लगती है और design ख़राब हो जाती है।
  6. अगर आप मेहँदी वाला तेल लगा रही हैं, तो उसे हाथ में अच्छे से rub कर लीजिए, जिससे  Skin oily ना‌ रहे।
  7.  मेहँदी लगाना शुरू करने से पहले, मेहँदी उससे जुड़ा समान सब रख लें जैसे पुराना कपड़ा, कैंची आदि. बार बार उठने से design भी ख़राब होती है, और रंग भी अलग अलग चढ़ता है।
  8. मेहँदी लगाते समय ज्यादा रोशनी वाले स्थान में बैठें, जिससे design clear बन‌ सकें।
  9. मेहँदी शुरू करने से पहले आप washroom भी होकर आयें, जिससे बीच में जाने की जरूरत न पड़े. और भी कोई जरुरी काम हों तो कर लें।
  10. खाना बनाना, और खाना, मेहँदी लगाने से पहले कर लें।
  11. जितने देर तक आप हाथों में पानी नहीं लगाएंगी, मेहँदी का रंग चढ़ता जाता है।
  12. मेहँदी लगाते समय सूर्य की रोशनी में नहीं बैठना चाहिए, न ही मेहँदी को सूर्य की रोशनी में सुखाना चाहिए. इससे डिजाईन ख़राब होती है।
  13. हम चाहते है, मेहँदी जल्दी से सुख जाये, इसलिए सूर्य की रोशनी में सुखाने की कोशिश करते है, लेकिन मेहँदी सूखने में अपने हिसाब से समय लेती है, ऐसा कुछ करने से जल्दी नहीं सूखती है।
  14. अगर आप मेहँदी को naturally सूखने देंगे तो ज्यादा अच्छा और लम्बा टिकने वाला रंग चढ़ता है।
  15. मेहँदी लगाने के बाद, waxing, pedicure, manicure नहीं करवाना चाहिए. इससे मेहँदी की ऊपरी layer निकल जाती है, और मेहँदी धुली धुली दिखने लगती है. आप ये मेहँदी लगवाने के पहले करें, फिर मेहँदी लगवाएं, इससे आपके हाथ,पैर भी सुंदर लगेंगे।