Friday 28 January 2022

Article : भारत का बदलता स्वरूप

 भारत का बदलता स्वरूप 




कहा जाता है, जैसा देश वैसा भेष...

या साहित्य समाज का दर्पण है...

जो बिकता है वही दिखता है, ऐसे बहुत से slogan हैं। 

आप ने देखा होगा, कि गणतंत्र दिवस परेड पर भी राज्यों की झांकियों में वही दिखाया जाता है, जो हाल में ही घटित हुआ हो या निकट भविष्य में होने वाला हो। 

इस बार की गणतंत्र दिवस परेड पर बहुत कुछ बदलाव थे, शायद आप का भी उस पर ध्यान  गया हो... 

झांकियों के प्रदर्शन में, ताजमहल, चारमीनार, कुतुबमीनार, गांधी, नेहरू आदि शामिल नहीं थे।

बल्कि इस बार की झांकियाँ, भारत की अपनी संस्कृति के रंगों में रंगी हुई थी। हर state की झांकियों में ईश्वर, मंदिरों या संतों की प्रतिमा थी। 

जहाँ एक ओर श्री कृष्ण जी का पांचजन्य शंख था, हनुमानजी की मूर्ति थी। काशी-विश्वनाथ का कोरिडोर था, स्वामी विवेकानंद जी और अरबिंदो घोष की प्रतिमा थी, वहीं  देश के अमर सेनानी, सुभाष चन्द्र बोस व सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति भी थी। साथ ही खेल से जुड़े देश को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलवाने वाले खिलाड़ियों के cutout भी थे। 

जम्मू-कश्मीर की झांकी कभी Republic day parade में शामिल होगी, अपनी समृद्धि और माता वैष्णो देवी मंदिर को दर्शाते हुए। 

ऐसा हमने तो क्या, इसकी कल्पना तो कश्मीर में रहने वालों ने भी नहीं की होगी। 

पर ऐसा इस बार हुआ।

पर साथ में एक चीज़ और देखने को मिली, कि भारतीय संस्कृति और धर्म की झांकियांँ थी, वहीं उनके साथ विज्ञान से हुए विकास भी दृष्टिगोचर हो रहा था। क्योंकि एक और गोधन का प्रदर्शन था तो दूसरी तरफ virtual reality.

विरासत और विज्ञान का अनोखा संगम था, इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में।

Army's parade और Bike stunts में ladies का भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना, महिला सशक्तिकरण और उनके आत्मनिर्भरता और विकास की कहानी कह रहा था। 

भारत के स्वदेशी arms and weapons और भी हथियारों की विविधता भारत की सुरक्षा के प्रति सुदृढ़ीकरण और आत्मनिर्भरता को दर्शा रहा था।

इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में cockpit से दिखाए जाने वाले दृश्य यह सिद्ध कर रहे थे कि हम technology में भी बहुत आगे बढ़ गये हैं।

कम शब्दों में कहा जाए तो, इस गणतंत्र दिवस परेड में भारत का बदलता स्वरूप स्पष्ट इंगित हो रहा था। 

एक नया सशक्त, समृद्ध, उन्नत, संस्कृति और विरासत को सहेजा हुआ भारत। विश्व गुरु भारत, सम्पूर्ण भारत। ऐसा भारत, जिसके पैर जमीन पर और नजरें आसमान पर हैं।

जिसके पास भक्ति भी है और शक्ति भी...

क्या आप को भी Republic day parade देखकर ऐसा ही लगा, बताइएगा जरुर 🙏🏻

हमेशा निज स्वार्थ में पड़कर, कोसते मत रहिए, कभी सकारात्मक दृष्टि से, देशभक्त होकर भी देखिए तो आप को देश समृद्ध भी दिखेगा और सशक्त भी।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳 

No comments:

Post a Comment

Thanks for reading!

Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)

Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.