Monday, 25 April 2022

Article : COVID, कितना डर, कितनी सच्चाई

 COVID, कितना डर, कितनी सच्चाई 




यह जो जिंदगी है, इसमें ना जाने कितने उतार- चढ़ाव देखने को मिलते हैं। कभी सुख तो कभी दुःख, कभी कठिनाई, कभी परेशानियांँ, कभी सफलताएं, कभी असफलताएं। पर यह है, तभी तो जीवन है। 

जब सुख में खुशी है तो दुःख से डरना क्या?

जी हाँ, नहीं डरना है, क्योंकि मंज़िल डरने से नहीं, आगे बढ़ने से मिलती है।

जीवन की एक ऐसी ही सच्चाई बन गया है कोरोना...

कोरोना, एक ऐसी सच्चाई है, जिसके होने से रोना-धोना नहीं है बल्कि दृढ़ता से उसका सामना करना चाहिए।

ऐसा नहीं है कि यह बात पीर पराई पर लिख रहे हैं। आप बीती पर लिख रहे हैं।  

हम लोग, पिछले ढाई साल से लगातार, सारे corona protocol, follow कर रहे हैं। Means, सामानों को 10 दिन, quarantine करना, social distancing रखना, means कहीं, किसी भी जगह unnecessary आना-जाना नहीं करना। जहाँ जाना ज़रूरी है, जैसे office, market, hospital etc. तो mask पहनकर निकलना, sanitizer use करना, घर आते से ही सबसे पहले shower लेना, सबके vaccination है, etc.

अभी कुछ दिन पहले‌ बेटे Advay का school खुल गया। वो 10 साल का है, इसलिए उसके vaccination नहीं हुआ है। 

बहुत से बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें cold, cough, fever, diarrhea, nausea, vomiting tendency etc. है, फिर भी school आ रहे हैं।

School में Advay दिन भर mask लगाता है, पर बहुत से बच्चे, दिन भर mask नहीं लगा रहे हैं। और parents उनके mask नहीं लगाने का support भी कर रहे हैं। 

शायद, यह 2 साल schools के online का after effects है कि कुछ parents को बच्चों की safety की कोई चिंता नहीं है। वो चाहते हैं कि बच्चा कुछ देर स्कूल में रहे और उन्हें शांति मिले।

और लोगों की लापरवाही से, फंस मेरा बेटा गया और उसे fever and cough हो गया।

उसके बाद हमें और बेटी को भी fever and cough हो गया।

Doctor को दिखाया, तो वो बोले कि दिल्ली में आजकल corona के case बहुत बढ़ गये हैं, और उनके भी symptoms URTI ही है। अगर आप कहें तो आप को RT PCR test लिख दें।

2 minute के लिए सोचा, कराएं कि नहीं?

फिर अगले ही पल सोचा कि अगर नहीं है तो डरना क्या? और अगर है, तो भी डरना क्या? सही diagnosis and treatment must है। और हमने test करा लिया।

Test positive आया!

जब test positive आ गया, तो हमें सोचना था कि हम इसे सबको बताएं या चुपचाप रहें। पर हमारे ज़मीर ने हमें इसकी इजाज़त नहीं दी कि हम चुप रहें और सब काम यथावत जारी रखें। और बाकी सब को हमारे कारण corona हो जाए।

मेरे पति ने, अपने office में, मेरे और बेटी की positive report के बारे में बता दिया, हमने बेटे के school में और maid को भी बता दिया।

उसके बाद हम लोग home quarantine हो गये। 

जितनी problem, हम लोगों को health regarding नहीं आयी, उससे ज्यादा home quarantine में आयी।

पर सोच लिया था कि एक responsible citizen behaviour रखेंगे, तो वही किया और सच मानिए, problem तो ज़रूर हुई पर मन में जो सुकून था कि हम से कोई और बीमार नहीं होगा, वो बहुत value रखता है।

आज-कल कहा जा रहा है कि corona अब mild हो गया है। पर ऐसा नहीं है, corona पहले भी mild था और आज भी mild है, पर सिर्फ उन लोगों के लिए जो पहले से पूर्णतया स्वस्थ हैं।

लेकिन जो पहले से ही किसी भी तरह की बीमारी से ग्रस्त हैं, जैसे high blood pressure, diabetes, heart problems, low haemoglobin, lungs problem or any such types of problems, उनके लिए corona कल भी धातक था और आज भी है। 

अगर आप, corona के पहले healthy हैं तो आप को सिर्फ fever and cough ही होगा, जो कि 2 से 3 दिन में ठीक भी हो जाएगा।

पर अगर आप पहले से ही किसी problem को face कर रहे हैं, जैसे BP, diabetes, low haemoglobin, lungs or heart problems etc. तो आप को fever and cough के साथ, weakness, dizziness, body ache, smell or taste का जाना, सांस फूलना etc. जैसी problem भी हो सकती है।

पर ऐसा नहीं है कि, जिन्हें इस तरह की problem है, उनका कोई treatment नहीं है, उनका भी treatment है, वो भी ठीक हो जाएंगे, बस उन्हें time थोड़ा ज़्यादा लगेगा। बशर्ते उनका सही diagnosis सही time से हो।

अब हम आपसे जो कहने जा रहे हैं, वो सबसे important है। जब भी आपको corona के symptoms लगें, जैसे cold, cough, fever, diarrhea, nausea, vomiting tendency, smell ना आना etc. तो RT PCR test ज़रुर कराएं, coz COVID positive होने से mild or severe नहीं होता है। वो healthy and unhealthy body पर depend करता है। पर अगर diagnosis सही नहीं होगा तो treatment सही कैसे होगा।

और आप सभी से यह अनुरोध भी है कि corona positive होने पर quarantine भी अवश्य रहें।

क्योंकि corona से पूरी तरह से निजात तभी मिलेगा, जब हम डरें नहीं बल्कि सच्चाई का डटकर मुकाबला करें। सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए भी सोचें।

दूसरों के लिए सोचना, panic होना नहीं है, I repeat - जब हम कोरोना से डरेंगे नहीं, सच्चाई का डटकर सामना करेंगे। सारे protocol follow करेंगे। Symptoms होने पर test कराएं और positive होने पर quarantine हों। तभी सच में कोरोनामुक्त होगा India.

अपने लिए नहीं तो, अपने बच्चों के लिए ही सही, COVID, से डरें नहीं, बल्कि सच्चाई से उसका सामना करें।

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳