Friday 1 January 2021

Poem : स्वागत करें नूतन वर्ष का

नया वर्ष हम सब के जीवन में स्वास्थ्य और प्रसन्नता लाए।

हम सब का जीवन, सुख समृद्धि और शांति से व्यतीत हो 🙏🏻💐🎉


 स्वागत करें नूतन वर्ष का




जो बीत गया,

वो साल गया।

अब उसकी बातें करना,

समझो बस, नादानी है।

बीती बातों को भूला देना,

यह जीवन की, निशानी है।।


क्या छिन गया?

क्या छीना उसने?

यह सोच सोच, बैठे रहना।

जीवन को रोके रखना,

व्यर्थ है, बेमानी है।।


जो आ गया सपने लेकर,

सुन्दर सुखद राहें बनकर।

उसका स्वागत, 

करो खुलकर

यही शाश्वत है,

रवानी है।।


भरो नया जोश, अपने अन्दर,

हौसलों को, 

पुनः बुलंद कर लो।

जिस मंजिल को

 ना पाया था।

उसको पाने का,

सुदृढ़, मन कर लो।।


जो सोच लो,

दृढ़ निश्चय होकर

और करो तपस्या 

उसको पाने की।

स्वयं ईश्वर,

कोशिश करते हैं,

तुम्हें यश दिलवाने की।।


आओ करें स्वागत हम,

इस नूतन वर्ष का,

आगे बढ़कर

किसलय, सुमन, सुगंध से,

अपने जीवन को महकाएं।

धरती को चलो फिर से,

नवयौवना सा, सजाएं।।

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻💐🎉