Tuesday 2 October 2018

Poem : क्यों भूल गए



आज गांधी जयंती के पावन अवसर पर हमारे राष्ट्रपिता बापू जी को मेरा सादर प्रणाम,साथ ही आज शास्त्री जी का भी जन्म दिवस है। उन्हें भी मेरा सादर नमन
आज के इस पावन दिवस पर मेरी यह कविता दोनों महापुरुषों को समर्पित

क्यों भूल गए



बापू तो सबको याद रहे
क्यों,शास्त्री जी को भूल गये

भारत को सफल बनाने में
दोनों का ही  है योगदान
एक ने दिलाई आजादी
दूजे ने दिलाया था सम्मान

बापू तो सबको याद रहे
क्यों,शास्त्री जी को भूल गये

बापू, अंग्रेजों संग डटे रहे
भारत छोड़ो का नारा था
तो, शास्त्री जी के इस नारे
जय जवान जय किसान
से ही, पकिस्तान हारा था

बापू तो सबको याद रहे
क्यों,शास्त्री जी को भूल गये

दोनों ही थे महापुरुष
दोनों ने ही दिये बलिदान
कोई किसी से कम नहीं
दोनों ही थे बड़े महान

फिर होता है क्यों भेदभाव
बापू तो सबको याद रहे
क्यों,शास्त्री जी को भूल गये