Friday, 2 June 2023

Kids story : वक्त से पहले

वक्त से पहले 


आज सुबह-सुबह ही फ़ोन की घंटी बज उठी, रचना ने रंजीत को कहा, मैं चाय बना रही हूं, आप फ़ोन उठा लेंगे? 

हां, हां.. उठाता हूं अभी, यह कहकर रंजीत ने फ़ोन उठाया... Hello.., आप कौन बोल रहे हैं? 

Hello Sir.., मैं शुभ के school से बोल रहा हूं, मैं आप से शुभ के regarding कुछ बात करना चाहता हूं...

रंजना तब तक चाय लेकर आ चुकी थी, किस का फ़ोन है?

शुभ के school से है..

शुभ के school से शाम को? Speaker पर रखिए...

Sir, आपको शुभ ने बताया, कि आज उसनेे क्या किया?

नहीं ऐसा तो कुछ नहीं कि, आप का फ़ोन आ जाए..

उसने आज बस चलाई है...

बस!.. क्या बोल रहे हैं आप? वो अभी मात्र 11 साल का है- रचना ने कहा...

जी वही मैं भी सोच रहूं Ma'am, वो अभी मात्र 11 साल का ही है, फिर भी उसने यह कमाल कर दिया...

आपको शुभ ने बताया नहीं? फिर कुछ सोचते हुए, शुभ के Sir बोले, हो सकता है कि इसलिए नहीं बताया हो, क्योंकि उसे कोई बड़ी बात ना लगी हो!...

पर आप यह बताइए कि उसने बस चलाई ही क्यों? और आप लोग, इस बात की तारीफ कर रहे हैं या उसके द्वारा, ग़लत काम करने की बात कहने के लिए फ़ोन किया है, रंजीत ने थोड़ा झुंझलाहट में बोला...

Sir, शुभ की तारीफ करने के लिए ही फ़ोन किया है।

दरअसल बात यह है कि आज सुबह, बस driver की तबीयत अचानक से बिगड़ गई और वो उसी अवस्था में बस चला रहा था।

शुभ ने, बस driver की तरफ देखा और चंद ही मिनटों में समझ गया कि driver की तबीयत ख़राब हो रही है। वो तुरंत उसके पास पहुंचा और driver की guidance में उसने बस को किनारे लगा दिया।

उसके बाद driver के फोन द्वारा हमें सभी परिस्थितियों से अवगत कराया।

कुछ ही मिनटों में हम उस जगह पर पहुंच गए और सभी बच्चे school आ गये। 

आज अगर आप का बेटा, alert and responsible नहीं होता,‌‌ तो सारे बच्चे मुश्किल में पड़ जाते...

हमारे पूरे school को गर्व है शुभ पर...

यह सुनकर, रंजीत और रचना, दोनों ने समवेत स्वर में धन्यवाद किया।

Sir, हमें जितना गर्व है शुभ पर, उतनी ही इस बात की curiousity भी कि, केवल शुभ ही क्यों? आखिर क्या ख़ास है उसमें?

रंजीत ने बहुत ही गर्व से सधे हुए शब्दों में कहा, उसके पास mobile नहीं है...

Mobile नहीं होना कौन सी खासियत होती है?

आजकल की बढ़ती आधुनिकता और दिखावे के चलन के कारण, छोटे-छोटे बच्चों के पास भी मोबाइल फोन रहने लगा है, जिसके कारण उनके अंदर alertness and responsibilities ख़त्म होती जा रही है।

साथ ही उन्हें बहुत छोटी उम्र में उन बातों का exposure भी मिल रहा है, जो नहीं मिलना चाहिए, क्योंकि वो उनके बचपन को नष्ट और भविष्य को बर्बाद कर रहा है। 

हम चाहते थे कि हमारा शुभ, alert, responsible, intelligent and sensible बने और उसका भविष्य उज्जवल बने।

आप ने जो आज देखा, वो उसी खासियत के कारण हुआ। 

Mobile ज़रूरी है पर ठीक समय पर, वक्त से पहले नहीं... 

बिल्कुल सही कहा आपने.. एक बार फिर से शुभ और आपकी परवरिश को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🏻

हम अपने school में इस बात का जिक्र अवश्य करेंगे, जिससे बाकी के parents and students भी इससे aware रहें।