Monday, 30 November 2020

Poem : देव दीपावली व प्रकाश पर्व

 देव दीपावली व प्रकाश पर्व




देव दीपावली की,

महिमा अजब निराली।

काशी नगरी की इसमें,

छटा देखने वाली।।


दीप से दीप जले हैं ऐसे,

मानो चांद, जमीं पर आया।

रोशनी प्रज्वलित हुई है ऐसी,

तिमिर नहीं कहीं पर छाया।।


विष्णु जी ने मत्स्य रुप धर,

धरती को प्रलय से बचाया।

मत्स्यावतार के कारण ही,

जीवन का अस्तित्व रह पाया।।


त्रिपुरासुर का वध कर,

महादेव त्रिपुरारी कहलाए।

प्रसन्न हो देवता, काशी में,

 देव दीपावली मनाने आए।।


नानक जी के अमृत वचनों से,

जीवन सार समझ में आया।

पृथ्वी पर अवतरण उनका,

तभी, प्रकाश पर्व कहलाया।।


आइए दीप से दीप जलाकर,

हम देव दीपावली मनाएं।

नानक जी के वचनों से,

जीवन में प्रकाश लाएं।।


आप सभी को देव दीपावली व प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻💐🕉️

Saturday, 28 November 2020

Article : Cholesterol

 Cholesterol


आज-कल cholesterol बढ़ना एक आम समस्या हो गई है। Cholesterol का खतरा ऐसी मुसीबत बन चुका है कि युवा, अधेड़ उम्र के लोग और बुजुर्ग सभी को चौंकन्ना रहने की ज़रूरत है।

पर आप को पता है? cholesterol का हमारी body में special role है। तो पहले यह समझते हैं कि cholesterol क्या है।

 

What is Cholesterol?

 

Cholesterol, एक lipid (fat-like substance) होता है, जो हमारे blood & cells में पाया जाता है। Cholesterol एक 27-carbon compound है, जिसका एक unique structure होता है। उसकी एक hydrocarbon tail होती है। उसका central sterol nucleus four hydrocarbon rings और hydroxyl group से बना होता है।

यह cell membranes, steroid hormones, Vitamin D और bile acids के formation में help करता है। साथ ही यह joints को भी lubricated रखने में मदद करता है, जिससे वहां की हड्डियों पर movement होने से बुरा असर नहीं पड़ता है। इसके बढ़ जाने से आपके शरीर को नुकसान होने लगता है।

Cholesterol के बढ़ने से Circulation related diseases जैसे कि heart attack, stroke, blood pressure, etc. का खतरा बढ़ जाता है।

 

Type of cholesterols

 

Cholesterol दो तरह के होते हैैं -

  1. Low density lipoprotein (LDL) or bad cholesterol or harmful cholesterol, में Mono-Unsaturated Fatty Acids (MUFA) पाए जाते हैं। यह arteries (oxygen-rich खून के प्रवाह की नलियां) में जमा हो कर blockage कर देता है। इससे dangerous diseases होने का खतरा बढ़ जाता है ।
  2. High density lipoprotein (HDL) or good cholesterol में Poly-Unsaturated Fatty Acids (PUFA) पाए जाते हैं। HDL हमारी पूरी body से LDL को liver के पास ले जाने का काम करता है; जिससे LDL को हमारी body से बाहर निकला जा सकेे।
  3. Very Low Density Lipoprotein (VLDL) सेहत के लिए सबसे हानिकारक होता है।
  4. Triglycerides हमारे शरीर में सबसे ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इसकी मात्रा बढ़ने से heart related diseases होने की probability बढ़ जाती है, especially महिलाओं में।

Trans fat = LDL + VLDL. अतः यह शरीर के लिए बहुत हानिकारक होता है।

 

Hazardous condition

 


बहुत अधिक मात्रा में ऐसा भोजन लेने सेजिसमें LDL की मात्रा अधिक होशरीर में bad cholesterol बढ़ने लगता है। इसे high cholesterol कहते हैं। अगर शरीर में LDL बहुत अधिक है और HDL बहुत कमतो arteries में cholesterol जमा होने लगता है। इससे खून के प्रवाह के लिए जगह कम हो जाती है। इससे शरीर में blood flow ठीक से नहीं होता। इससे heart में समस्या पैदा हो जाती है। यह जानलेवा भी हो सकती हैं।

 

Healthy Cholesterol levels

 

20 साल से छोटे लोगों के लिए:

  • Body में total cholesterol level 170mg/dL से कम होना चाहिए।
  • LDL यानी bad cholesterol 100 mg/dL से कम होना चाहिए।
  • Trans fat की मात्रा 120mg/dL से कम होनी चाहिए।
  • HDL 45mg/dL से अधिक होना चाहिए।

 

20 साल और बड़े लोगों के लिए:

  • Body में total cholesterol level 125mg/dL और 200 mg/dL के बीच होना चाहिए।
  • LDL यानी bad cholesterol 100 mg/dL से कम होना चाहिए।
  • Trans fat की मात्रा 130mg/dL से कम होनी चाहिए।
  • HDL महिलाओं में 50mg/dL और पुरुषों में 40mg/dL से अधिक होना चाहिए।
  • Triglycerides 150 mg/dL से कम होना बेहतर है।

 

Symptoms of high cholesterol

 

High cholesterol के खुद के कोई लक्षण नहीं होते। अधिकतर case में यह अचानक सामने आता है। यह blood pressure, heart attack, stroke, etc. के रूप में सामने आता है।

Cholesterol आपके शरीर में बढ़ता रहता है, arteries छोटी होती रहती हैं और खून का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है।

कुछ विशेष लक्षण नहीं होते हैंफिर भी यह लक्षण हों तो आप सोच सकते हैं कि cholesterol check करा लें।

 

1. आंखों के पास चकत्ते (swollen patches) दिखाई देना।

2. Pale skin - यह high cholesterol का प्रमुख लक्षण हैजिसमें व्यक्ति की त्वचा पीली पड़ जाती है।

कुछ लोगों को यह jaundice का संकेत लग सकता हैलेकिन उन्हें किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

3. Chest pain - अगर किसी व्यक्ति के सीने में दर्द रहता हैतो उसेइसे नज़रअदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि यह high cholesterol का कारण हो सकता है।

4. Pain in lower legs (below knees) - High cholesterol का एक लक्षण पैर के निचले हिस्से में दर्द होना या सुन्न होना भी है।

हो सकता है कि ज्यादातर लोगों को यह थकान का परिणाम लगेलेकिन ऐसा होते रहने पर doctor को consult करना आवश्यक है।

5. Abnormal heart rate - अगर किसी व्यक्ति को दिल की धड़कनों के असामान्य गति से चलने की शिकायत रहती हैतो उसे जल्द से जल्द doctor से consult करना चाहिए।

 

How can we check cholesterol levels?

 

Blood test से cholesterol का पता लगाया जा सकता है। सलाह दी जाती है कि 20 साल के होने के बाद हर 1 से 3 साल के बीच अपना blood test करा लेना चाहिए। अगर आपके परिवार में high cholesterol की history है तो आप जल्दी-जल्दी cholesterol की जांच कराते रहें। High blood pressure, बढ़े हुए वजन और smoking की स्थिति में भी cholesterol की जांच कराना चाहिए।

 

To control your Cholesterol levels

 

1. Nutritious food - हमारे खान-पान का हमारी health पर direct effect पड़ता है।

यह बात high cholesterol पर भी लागू होती हैइसलिए लोगों को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान  देना चाहिए और केवल पौष्टिक भोजन ही करना चाहिए।

Fruits, vegetables and fibrous food बहुत अच्छे रहते हैं। Almond, walnut, Corn बहुत अच्छा रहता है।

2. Regular exercise - High cholesterol की रोक-थाम करने का सबसे अच्छा तरीका regularly exercise करना है।

Regular exercise करने से immunity बढ़ जाती हैजो उस व्यक्ति को healthy रखने में helpful होती है।

3. Weight control - अधिक वजन को बहुत सारी बीमारियों का कारण माना जाता है।

इसी कारणसभी लोगों को अपने वजन का विशेष  ध्यान रखना चाहिए ताकि उसे किसी तरह की बीमारी होने की संभावना न हो।

4. Smoking - किसी भी व्यक्ति के लिए smoking करना काफी harmful साबित हो सकता है।

अत: किसी भी व्यक्ति को smoking नहीं करना चाहिए ताकि वह बेहतर ज़िदगी जी सके। 

वैसे भी smoking, आपके साथ ही आपके परिवार और दोस्तों सबके लिए भी हानिकारक है, क्योंकि cigarette से निकलने वाला धुआं, साथ में रह रहे हर एक को नुक्सान पहुंचाता है।

 

Frequently Asked Questions (FAQs)

 

Q1. High cholesterol के लक्षण क्या हैं?

Ans. High cholesterol होने के संकेतों में मुख्य रूप से चक्कर आनाभूख न लगनासीने में बाईं ओर दर्द होनापैरों में दर्द होना इत्यादि शामिल हैं।

 

Q2. High cholesterol कितना खतरनाक हो सकता है?

Ans. हर व्यक्ति के लिए cholesterol काफी important होता है। जब यह अपने normal level से बढ़ जाता हैतो इससे उससे काफी गंभीर बीमारी होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इन बिमारियों पर ध्यान न देने से यह जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।

 

Q3. क्या High cholesterol को कम किया जा सकता है?

Ans. जी हां, high cholesterol को कम किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को नमक का सेवन कम करना, exercise करनाडॉक्टर के संपर्क में रहना इत्यादि तरीके को अपनाना चाहिए।

 

Q4. High cholesterol किस तरह का भोजन करने से होता है?

Ans. High cholesterol की बीमारी मुख्य रूप से red meat, ज्यादा नमक, fast-food, fried food, इत्यादि को ज्यादा खाने से होता है।

 

Q5. High cholesterol को कम करने के लिए सुबह का नाश्ता कैसा होना चाहिए?

Ans. High cholesterol को कम करने के लिए सुबह के नाश्ते में बादाम वाला दूधआमलेटसंतरे का जूसइत्यादि को शामिल करना चाहिए।

 

Q6. क्या high cholesterol, stress से होता है?

Ans. आमतौर पर, High cholesterol directly stress से नहीं होता हैलेकिन अधिक वजन का होना, B.P.  होना समेत ऐसे बहुत सारे तत्व हैंजो High cholesterol का कारण बनते हैं।

 

Q7. क्या high cholesterol से कमज़ोरी महसूस होती है?

Ans. जी नहीं, high cholesterol में कमज़ोरी महसूस नहीं होती है,  मगर इससे अन्य गंभीर बीमारियां heart related diseases, lung related diseases, breathing problems, etc. हो सकती हैं।


डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Thursday, 26 November 2020

Recipe : Raj kachudi

त्यौहारों और शादी-विवाह का मौसम हो और पकवानों की खुशबू ना हो, यह तो नाइंसाफी होगी।

तो क्या हुआ कि आज कल कोरोना ने हवा कुछ ऐसी चला रखी है कि शादी- विवाह, पार्टी में शामिल होना सपना सा लगने लगा है।

पर इस मौसम में हम पकवान ना खाएं, यह नहीं हो सकता।

तो चलिए आज हम अपने घरों में दिल्ली की मशहूर राज कचौड़ी की खुशबू बिखेरते हैं, और सब का दिल जीत लेते हैं।


 
Raj kachudi






Ingredients


For kachudi

All purpose flour (Maida) -1 Cup

Semolina (suji ) - ¼ Cup

Salt - ¼ tsp

Clarified butter (Ghee) - for frying and moyan 


For filling

Green gram Whole (sabut moong) - 2tbsp.

Potato ( boiled and fried) - 2tbsp.

Thick Curd -  1cup

Meethi chutney - 1 tbsp. 

Green chutney - 1tbsp.

Besan ke mahin sev - 1tbsp.

Roasted cumin powder 1tsp.

Black salt - 1 tsp 

Pomegranate- 1tbsp. 


Method


For kachudi

  1. मैदे में सूजी, नमक व 1tsp. घी मिलाकर अच्छे से mix कर लीजिए।
  2. इसमें पानी डालकर, smooth and soft dough बना लीजिए।
  3. इसे ½ hours के लिए rest करने के लिए छोड़ दीजिए। जिससे सूजी फूलकर soft हो जाए।
  4. आटे से गोले बना लीजिए और उसको rolling pin से पतला roll कर पूड़ी बना लीजिए।
  5. एक wok( कढ़ाही) में घी डालकर गर्म कर लीजिए।
  6. तेज गर्म घी में पूड़ी डाल दीजिए, पूड़ी के फूल जाने पर, flame slow कर दीजिए।
  7. पूड़ी को सुनहरा होने तक fry कर लीजिए।
  8. सुनहरा हो जाने पर, अच्छे से घी छानकर उसे निकाल कर ठंडा होने रख दीजिए।
  9. इसी तरह सारी पूड़ी बना लीजिए।
  10. जब तक पूड़ी ठंडी हो रही है, हम filling ready कर लेंगे।

For filling

  1. Overnight soaked मूंग दाल को high flame पर दो whistle देकर पका लें।
  2. Boiled potatoes को crispy fry कर लीजिए।
  3. दही में थोड़ी चीनी और नमक डालकर अच्छे से फेंट लें।
  4. जब पूड़ी पूरी तरह ठंडी हो जाए तब उसमें मूंग दाल, fried potatoes, फेंटा हुआ दही, हरी चटनी और मीठी चटनी से fill कर दीजिए। Black salt, roasted cumin powder व लाल मिर्च पाउडर छिड़क दीजिए।
  5. ऊपर से इसे finely chopped coriander leaves, दही, दोनों चटनी, महीन सेव व अनार से decorate कर serve कर दीजिए।
  6. Your delicious Raj kachudi is ready to serve.

Note

  • आप कहेंगे कि, यह तो पूड़ी बनाई है, फिर इसे कचौड़ी क्यों कहते हैं? क्योंकि हम पूड़ी के अन्दर सारी filling भर रहे हैं, इसलिए इसे राज कचौड़ी कहते हैं।
  • पूड़ी का Dough rest करने के बाद पूड़ी के आटे जैसा थोड़ा hard हो जाएगा, रोटी जैसा बहुत soft नहीं रहना चाहिए।
  • पूड़ी का size बड़ा रखिएगा, वरना filling properly नहीं भरेगी।
  • पूड़ी सब तरफ से एक सी पतली बेलिएगा, वरना वो पूरी तरह से गोल नहीं फूलेगी।
  • पूड़ी अलग अलग रखकर ठंडी करिएगा, जिससे वो फूली रहे। एक दूसरे पर चढ़ाकर रखने से पूड़ी पिचक जाएगी और soggy भी हो जाएगी।
  • जब पूड़ी पूरी तरह ठंडी हो जाए, तभी filling भरिएगा, वरना दही, चटनी सब भरने से वो crispy नहीं रहेगी।
  • राज कचौड़ी serve करने से ½ hours पहले ही ठंडी होकर ready होनी चाहिए। क्योंकि बहुत देर तक हवा में रहने से वो नमी पकड़ लेती है और soggy हो जाती है।
  • अगर आप को पूड़ी ज्यादा पहले से prepare करके रखनी हो, तो पूड़ी ठंडी हो जाने पर, उसे किसी airtight container में रखिएगा।
  • पर ध्यान रखिएगा कि पूड़ी intact रहे।
  • आप चाहें तो अपने taste के according, आलू boiled ही डाल सकते हैं। Crispy डालने से ज्यादा tasty लगता है।
  • याद रखिएगा दही खट्टा ना हो, और पतला भी ना हो। गाढ़ा और मीठा दही ही अच्छा लगता है।
  • अगर आप का दही पतला और खट्टा हो तो इस tip को follow कर सकते हैं। साथ ही tasty chutneys की recipe भी आप को मिल जाएगी।
  • आप अपने taste के according, more spicy कर सकते हैं, chat masala और chilli powder add करके।

तो देखकर क्या ललचाना, जब आसान है घर पर बनाना। 



Wednesday, 25 November 2020

Poem : शुभ दिन

शुभ दिन


आज का यह शुभ दिन,

हमेशा शुभ बनकर आया है।

इसने मेरे मन को हरदम,

सुख बनकर हर्षाया है।।


इस दिन ने मेरे जीवन को,

अपूर्ण से सम्पूर्ण बनाया है।

एकल जीवन में खुशहाली दे,

जीवनसाथी से मिलवाया है।।


यह दिन नहीं, केवल हमारे,

मिलन का दिवस कहलाया है।

इस दिन ने दो परिवार को,

दो संस्कारों को मिलवाया है।।


हम सब, एक-दूसरे से,

रहते थे कितने अनजान।

पर, यह दिवस आया तो,

हो गये एक-दूजे की जान।।


एक परिवार था मेरा,

एक आपका कहलाता।

यह दिवस आया तो,

जुड़ गया, सदियों का नाता।।


जीवनसाथी आप को,

शुभ दिन की शुभकामनाएँ।

शादी की सालगिरह।

जीवन में खुशहाली लाएँ।।


आज मेरी शादी की 17वीं सालगिरह है, और आज की मेरी यह कविता अपने जीवन साथी, अपने पूरे परिवार को नज़र !

और उन सब को भी, जिनको अपनी शादी, सिर्फ जीवन साथी से ही मिलन नहीं, वरन् पूरे परिवार से मिलन नज़र आती है। 

शादी की सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएँ!!🎉💐❤️

Tuesday, 24 November 2020

Tips : Useful tips of eggs

ठंडक के दिन आ गए हैं तो, साथ ही eggs खाने के दिन भी आ गये हैं, तो कुछ viewers की demand पर आज आपको उससे related ही कुछ tips बताते हैं। 


 Useful tips of eggs




हम process के लिए, glass के utensils लें रहें हैं, क्योंकि उसमें clearly दिखता है। अगर आप के पास glass utensils ना हो तो, जो utensils आप के पास available हों, उन्हें use कर सकते हैं।

Fresh or not -




सबसे पहले तो यह जानना जरूरी होता है कि egg fresh है या नहीं। उसके लिए glass  vessel में पानी भर कर उसमें egg डाल कर देखिए।

पानी इतना लीजिएगा कि eggs उसमें पूरी तरह डूब जाए।

Egg, bottom में रहे, तो वो fresh है। Slightly उठ जाता है, या tilted हो जाए तो वो थोड़ा पुराना है, पर आप इसे omelette or scrambled eggs के लिए use कर सकते हैं। पर अगर वो तैर जाए तो वो stale( ख़राब) हो गया है।

ध्यान रखिएगा कि animal based Protein fresh ही consume करना चाहिए, वरना यह ज्यादा harmful होते हैं।

Boiling it proper




Boiling से पहले यह check कर लीजिए, कि वो चिटका हुआ ना हो, वरना वो boil करने में mess कर देगा।

आप eggs को Pan में carefully रखें, जिससे वो चिटके नहीं। Pan में पानी भर लें।

Eggs को boil करने में पानी इतना होना चाहिए कि eggs उसमें just डूब जाए।

Boiling के time आप उसमें, salt or vinegar डाल दीजिए, जिससे वो boiling के time crack ना हों।

आप इसे high flame पर  रखें, जब पानी completely boil हो जाए तो, Gas slow कर दीजिए। Pan को lid से cover कर दीजिए।

1 minute बाद gas off  कर  दीजिए।

10 minutes बाद lid हटा कर eggs ठंडे पानी में डाल दीजिए।

यह process, hard albumin and soft yolk की है।

वैसे about 12min( slow flame) perfect timing है, eggs boiling के लिए।

Egg आप को कैसा boil चाहिए, उसके according boiling time आप को figure में दिख जाएगा।

Peeling off





ऊपर दी गई process से eggs ऐसे boil होंगे कि आप easily peel off  कर लेंगे।

फिर भी अगर आप को problem हो तो, आप उसे एक glass में डालकर shake कर लीजिए, जिससे उसकी outer shell crack हो जाएगी और आप easily peel off  कर लेंगे।

Frying the boiled egg




बहुत से लोग egg curry बनाने में boil egg fry करते हैं। 

Egg fry करने में, egg yolk heat up हो जाता है, उसकी heat को albumin lock कर देता है। जिससे बहुत बार egg fry करने में वो burst हो जाता है। जिससे आप जल भी सकते हैं।

तो ध्यान रखिएगा कि eggs fry करने से पहले albumin में 3 to 4 जगह slit कर लीजिए। Slit  ऐसे कीजिए कि सिर्फ albumin में कट लगे, yolk तक न पहुंचे।

Albumin में slit होने से वो heat lock नहीं करेगा, तो eggs fry करने में burst नहीं होगा।

याद रखिएगा, Yolk में cut लगने से वो fry करने में बाहर निकल कर mess कर देगा।

आप को कुछ special omelette, others egg based recipe, भी बताएंगे, जो looks में भी tempting हैं, and obvious है, taste में तो yummy होगी ही, आखिरकार Shades of Life पर जो होगी, तो

Stay tuned......

Saturday, 21 November 2020

Story of Life : दस्तक ( भाग -4)

दस्तक (भाग-1)दस्तक ( भाग -2) और दस्तक ( भाग -3) के आगे.....


दस्तक ( भाग -4)




अपने को मत कोसो निखिल, अभी घबराने से या परेशान होने से काम नहीं चलेगा।

बहुत तेज और शातिर सोच रखनी होगी, संभारा जैसी।

तुम ही सोचो, मेरा तो दिमाग ही काम नहीं कर रहा है।

तभी नेहा को याद आया, जुगना माई उसे देखकर, उल्टा उल्टा बोल रही थी, कहीं वो उसे रास्ता तो नहीं सूझा रही थी।

नेहा ने निखिल से कहा कि जैसा shopkeeper बोला था, उसके opposite direction में चलो।

निखिल ने bike घुमाई और उल्टी दिशा में दौड़ा दी।

कुछ ही देर में पक्का रास्ता दिखने लगा था। वो थोड़ा और बढ़े, तो traffic भी दिखने लगा, उनके जान में जान आई।

नेहा की बुद्धि और जगुना माई की कृपा से वो उस जगह से बाहर निकल आए थे।

रास्ता पूछते पूछते वो अपने घर लौट आए।

रात के 11 बज चुके थे, duplicate key से जब वो अंदर आए तो उन्हें देख कर बच्चे कहने लगे, आप हमें छोड़कर कहाँ चले गए थे?

ऐसा क्या लेने गए थे, जो इतनी रात में घर आए हैं?

निखिल और नेहा के पास बच्चों कि बात का कोई जवाब नहीं था।

बच्चों तुम लोगों Maggi खाकर सोए क्यों नहीं?

हमने कुछ नहीं खाया, आप लोगों के बिना हमें कुछ अच्छा नहीं लगता है।

नेहा ने फटाफट सबके लिए  पुलाव बनाया, जिसे खाकर सब सो गए।

अगले दिन नेहा ने कहा, क्या करना है उस दस्तक का? 

नाम ना लो उसका, वो भयानक रात, मैं हमेशा के लिए भूल जाना चाहता हूँ।

और खूबसूरत संभारा को? नेहा निखिल को चिढ़ाती हुई बोली।

तुम से खूबसूरत और समझदार दुनिया में और कोई नही।

अच्छा जी.......

Friday, 20 November 2020

Story of Life : दस्तक ( भाग -3)

 दस्तक ( भाग -1) और दस्तक ( भाग -2) के आगे.....


दस्तक ( भाग -3)


जाओ तुम जल्दी से bike ले आओ, हम तुरंत निकलेंगे।

नेहा, तुम्हें हो क्या गया है?

और मेरा mobile और bike की key संभारा के पास हैं।

क्यों हैं, उसके पास? नेहा गुस्से से चिल्लाई।

अरे.... उसने कहा था कि bike  की key और mobile जमा करने होंगे।

नेहा, बोली पता है मुझे लट्टू हो चुके हो तुम, वो अभी जो बोलेगी, वही करोगे तुम।

नेहा ने अपना mobile देखा, उसमें अभी भी recording चालू थी।

यह सोनू भी ना, ना जाने क्या setting कर दी है, phone cut करो और recording चालू।

अभी delete करती हूँ, नहीं तो बच्चों को हमारे झगड़े का पता चलेगा।

वो delete करती, उससे पहले ही निखिल ने phone ले लिया, ऐसा भी क्या record कर लिया।

उसने सुनना शुरू किया, उसमें संभारा की आवाज आ रही थी।

नेहा वो सुनकर खुश हो गई।

उसने तुरंत अपने phone से निखिल के phone पर call किया।

फोन संभारा ने उठाया।

 नेहा ने संभारा से कहा, निखिल का mobile और key लेकर बाहर आओ।

संभारा ने देने से इंकार कर दिया। बोली सब मेरा है।

नेहा बोली, वो पुलिस में रिपोर्ट कर देगी।

संभारा बोली, यहाँ की पुलिस और सब उसका है, कोई नहीं सुनेगा तुम्हारी।

नेहा ने कुछ सोचते हुए, संभारा को recording सुना दी। 

देख संभारा, तू बाहर आ रही है कि, मैं सब जोगावर को सब सुना दूं।

Recording सुनकर, संभारा बाहर आ गई।

यह ले, चाभी और फ़ोन। पर संभारा के यहाँ जिसने भी दस्तक दी है, वो उसकी इच्छा के बिना यहाँ से नहीं निकल सकता।

नेहा तो भड़की हुई ही थी, बोली तेरा सामना अभी तक नेहा से हुआ कहाँ था, मैं बाहर भी निकलूंगी और तू जेल भी जाएगी।

संभारा गुस्से से पैर पटकती हुई चली गई।

नेहा सोच रही थी, उसने संभारा‌ को बोल तो दिया, पर यह होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि वो जान चुकी थी कि संभारा बहुत ख़तरनाक औरत है।

उसने, निखिल से कहा, मैं जैसा बोलूं, तुम वैसा-वैसा ही करना।

अब तक निखिल भी समझ चुका था कि वो भयंकर मुसीबत में फंस चुके हैं।

दोनों bike में बैठकर जैसे आए थे, उसी direction में जाने की सोचने लगे।

पर वो direction उन्हें दिख ही नहीं रहा था।

तब उन्होंने सीधा चलना शुरू कर दिया। 

सामने एक shop थी, नेहा shopkeeper से बोली, हमें जोगावर जी ने भेजा है, जगुना माई सा की तबीयत बहुत ख़राब हो गई है। बताओगे बाहर निकलने का रास्ता कौन सा है?

बाहर क्यों, वैध तो अंदर ही हैं।

अरे भाई, बात वैध के हाथ से निकल चुकी है, हम डॉक्टर को बुलाने जा रहे हैं, तुम्हें नहीं बताना हो तो चलो चलकर जोगावर जी को बोल दो, तुम्हें माई सा की कोई चिंता नहीं है।

दुकानदार, नेहा के confidence के साथ ऐसा कहने से और सबके नाम लेने से घबरा गया, उसने बाहर का रास्ता बता दिया।

निखिल ने बहुत तेज बाईक उसी तरफ बढ़ा दी।

नेहा, तुम्हें सबके नाम कैसे पता हैं?

मैंने संभारा के phone conversation में सुना था।

Good, intelligent हो।

निखिल bike को इतनी speed में रखना कि कुछ भी गड़बड़ी होने से तुम balance कर सको।

क्यों?

कुछ नहीं, जो कहा है, बस उसका ध्यान रखना।

Ok.

नेहा को उस दुकानदार पर भरोसा नहीं था।

वो बराबर ज़मीन देखती चल रही थी।

आगे जमीन कुछ soft और गीली सी लग रही थी।

रुक जाओ, निखिल हमें गलत रास्ता बताया गया है।

क्या कह रही हो?

कुछ तो गड़बड़ लग रही है, वो shopkeeper कहीं संभारा का आदमी तो नहीं था।

उसने bike से उतर कर एक पत्थर उठा कर थोड़ी दूर फेंका, उसका शक सही था। आगे गहरी दलदल थी।

निखिल यह देखकर बहुत बुरी तरह सहम गया, हे भगवान...... नेहा मैंने तुम्हें कहाँ फंसा दिया?

आगे पढें दस्तक (भाग -4) में........

Thursday, 19 November 2020

Story of Life : दस्तक ( भाग -2)

दस्तक ( भाग -1) के आगे......

दस्तक ( भाग -2)



आखिरकार bike एक घर के आगे रुक गई। 

घर बहुत ही कलात्मक था, उसकी दीवारें, उसका दरवाजा सब इस बात की गवाही दे रहे थे कि घर का मालिक कुछ खास है।

निखिल ने नेहा से कहा, तुम दरवाजा knock करो, तब तक मैं bike park कर के आता हूँ।

Knock....... knock कहाँ करना होता है आज कल...... 

नेहा ने देखा कि वहाँ कोई bell थी ही नहीं, दरवाजा knock ही करना पड़ेगा।

उसने दरवाज़े पर दस्तक दी, तो उसकी गूंज कुछ ऐसी सी आई, मानो वो किसी सुनसान जगह में खड़ी हो। 

जबकि उस घर के आस-पास बहुत से घर थे।

घर के अंदर से एक स्त्री बाहर आई, वो बहुत सजी हुई थी और बला की खूबसूरत लग रही थी।

उसने ऐसा इत्र लगा रखा था कि उसकी महक से चंद मिनटों में वो पूरी जगह महकने लगी थी।

तब तक में निखिल भी आ गया था।

निखिल और नेहा घर के अन्दर आ गए, उस घर की हर दीवार पर बहुत सुन्दर सुन्दर से showpiece लगे थे, जिनसे निगाह ही नहीं हट रही थी।

निखिल ने नेहा से बोला, अब पता चला कि मैं तुम्हें क्यों यहाँ लाया हूँ?

नेहा ने सिर तो हाँ में हिला दिया, पर उसका मन ना जाने किस अनजान ख़तरे से उसे अगाह कर रहा था।

अंदर एक बूढ़ी औरत लेटी थी, एक आदमी उसकी देखभाल कर रहा था।

तभी वो स्त्री बोली, वहाँ का देख रही हो जी?

बुढ़िया बीमार है, म्हारा मर्द देखे है उसे,  तुम तो यहाँ देखो, कितना चोखा माल है।

नेहा सामान देखने लगी, पर निखिल की नज़र तो उस स्त्री से हट ही नहीं रही थी।

नेहा ने पूछा, दाम कितना है?

तो निखिल चट से बोला, अरे तुम्हें जो पसंद आए, वो ले लो।

चाहे तो और लोगों को देने के लिए भी ले लो।

इनके यहाँ के सामान बहुत सुंदर हैं, फिर कहाँ रोज़ रोज़ इतनी दूर आना होगा। यह सब निखिल उस स्त्री को देखते हुए ही बोल रहा था।

वो स्त्री बोली, अरे ले लो, जितना चाहो ले लो, आज तक संभारा के दरवाजे की दस्तक जिसने भी दी है, एक सामान लेकर नहीं गया।

नेहा ने एक दो सामान की कीमत पता की, सभी बहुत सस्ते थे।

नेहा ने निखिल की तरफ देखा, तो निखिल मुस्कुरा दिया, और बोला, मैं जानता था कि, बहुत सुन्दर और बहुत सस्ता सामान मिलता है।

नेहा ने झटपट चार-पांच चीजें पसंद कर लीं।

संभारा, तुम pack कर दो सब।

हाँ अभी लो, कह कर वो भीतर चली गई।

पर जब आधे घंटे तक बाहर नहीं आई, तो नेहा गुस्साने लगी।

यह कर क्या रही है? बच्चे भी घर में अकेले हैं, और यह कितनी देर लगा रही है।

घर भी पास नहीं है, जाते जाते भी समय लगेगा। 

खाना भी तो नहीं बना कर आई।

निखिल बोलने लगा, थोड़ा सब्र कर लो, अभी आ जाएगी।

नेहा ने सोचा, चारु को ही बोल देती हूं कि Maggi बना कर खा लें।

उन्हें आते आते समय लगेगा। 

पर वहाँ तो signal ही नहीं थे।

नेहा ने सोचा, शायद भीतर signal हों, क्योंकि भीतर से संभारा की किसी से phone पर बात करने की आवाज़ आ रही थी।

नेहा थोड़ी ही भीतर गई थी, कि signal आ गये।

उसने phone मिलाया, तो चारु कहने लगी, Mumma आप लोग कहाँ हैं? आपका और Papa का phone ही नहीं लग रहा है।

नेहा बोली, बेटा हमें आते-आते time लगेगा, तुम Maggi बना लो, सोनू और तुम Maggi खाकर, सो जाना।

मेरे पास duplicate key है, हम अंदर आ जाएंगे।

Mumma, आप सोनू से बात कर लीजिए।

नेहा ने सोनू को भी समझा दिया।

बात कर के, नेहा ने phone cut कर दिया।

Phone cut होते-होते ना जाने कैसे उसमें recording वाला option खुल गया।

नेहा, संभारा को ढूंढ़ती हुई अन्दर को गयी, तो उसे संभारा की आवाज साफ सुनाई दे रही थी।

वो किसी को बोल रही थी कि, वो रोज अपनी सास और पति को ज़हर दे रही है, पर उन पर असर ना जाने कब तक होगा?

उधर से आवाज़ आई कि, तुझे जरुरत क्या है? सब तो तेरी मुठ्ठी में है।

वो बोली, नहीं अभी यहाँ, जगुना और जोगावर की ही चलती है।

उसका पूरा हक तो यहाँ पर इनके मरने के बाद ही होगा। तब ही वो अपने काले जादू का जाल सब जगह फैला पाएगी।

यह सुनकर नेहा घबरा गई, वो बाहर को भागी, उसने निखिल से कहा, तुरन्त निकलो।

वो लगभग निखिल को खींचती हुई सी बोली।

क्यों आखिर हुआ क्या है? संभारा को तो आ जाने दो।

मुझे कुछ नहीं लेना यहाँ से बस, अब तुम चलो।

नेहा, निखिल को खींचती हुई बाहर ले जा रही थी।

तभी उसकी नज़र, उस बुढ़िया पर पड़ी।

बुढ़िया, नेहा को देखते ही रोने लगी और उसकी तरफ हाथ जोड़कर उल्टा, उल्टा बोल रही थी।

नेहा को बड़ा अजीब लगा, पर वो निखिल के साथ बाहर आ गई।

आगे पढ़े दस्तक (भाग -3) में........

Wednesday, 18 November 2020

Story of Life : दस्तक

दस्तक



निखिल, office से आते ही नेहा से बोला- ready हो जाओ, आज तुम्हें वो चीज दिला कर लाता हूं, जिसकी तुम्हें कितने दिनों से चाह थी।

किस चीज की बात कर रहे हो?

बच्चों को भी ready होने को बोल दिया है?

नहीं, अभी उनको नहीं ले चल रहा हूं, तुम्हें अच्छा लगेगा तो इन्हें भी ले चलेंगे।

अरे, कहाँ चलना है, क्या दिलाना है, वो कुछ बताओगे?

लौटने में कितना समय लगेगा?

समय ज्यादा नहीं लगेगा, तुम्हें तुरंत पसंद आ जाएगा।

बस जल्दी से ready हो जाओ।

नेहा को समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा भी क्या दिलाना है निखिल को, जो इतना उतावला हुआ जा‌ रहा है।

यही सब सोचते हुए वो ready होने लगी।

जाने से पहले उसने बच्चों को बोला कि वो लोग जल्दी आ जाएंगे।

घर पर सावधानी व प्रेम पूर्वक रहना।

अपनी बेटी चारू से बोली, snacks box में बहुत सारे biscuit, cake, chips, etc.... रखें हैं, भूख लगे तो खा लें।

सोनू के साथ खेलती रहना, अगर वो ज्यादा परेशान हो रहा हो तो उसकी हम से बात करा देना।

हालांकि वो जानती थी कि बच्चे, उन लोगों के आए बिना जल्दी कुछ नहीं खाते थे। पर फिर भी वो हिदायत दे रही थी।

वो और निखिल bike से चले जा रहे थे। चलते चलते वो थोड़ा नहीं, बल्कि  बहुत दूर आ गये थे, रास्ता भी कच्चा पक्का सा था,तो  दूरी और ज्यादा समझ आ रही थी।

आगे पढ़े, दस्तक (भाग -2) में.....

Monday, 16 November 2020

Poem : रुचना कर देना

आज भाईदूज के पावन पर्व पर, सारी सृष्टि को कहा है कि मेरे भाईयों के जीवन में खुशहाली, सुख समृद्धि व यश कीर्ति रहे, वो चिरायु रहें। और सारे भाई- बहन प्रेम से रहें।


रुचना कर देना 




ओ सूरज तुम, 

चमक बाद में लेना।

पहले मेरे भाई के,

रुचना कर देना।

अपनी सी यश कीर्ति,

उसके नाम भी कर देना।।


ऐ धरती तुम,

घूम बाद में लेना।

पहले मेरे भाई के,

रुचना कर देना।

अपनी सी सम्पन्नता, 

उसको भी दे देना।।


ऐ चांद जरा तुम भी,

 सुन लो।

पहले मेरे भाई के,

रुचना कर देना।

अपनी सी शीतलता,

उसके मन में भर देना।।


मैं तो जा ना सकी उस तक,

तुम सब जाकर, यह कर देना।

हंसी, खुशी, सुख समृद्धि से,

उसका जीवन भर देना।।


पर याद रहे, एक बहन ने,

जो रुचना - स्नेह भेजा है संग।

हर काम करने से पहले,

तुम सब उस को कर देना।।


सूना ना रहे माथा उसका,

उसको चिरायु कर देना।

सबसे पहले जाकर,

मेरे भाई के रुचना कर देना।।

Sunday, 15 November 2020

Recipe : अन्नकूट सब्जी

 आज हमारे दीपावली महापर्व का चतुर्थ दिवस है, जिसे हम गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पूजा के नाम से जानते हैं।

आज के दिन श्री कृष्ण भगवान ने अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली से विशाल गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुल के लोगों की मूसलाधार वर्षा व बाढ़ से या यूं कहें इन्द्र देव जी के प्रकोप से रक्षा की थी। 

आज के दिन 56 भोग चढ़ाने का प्रावधान है, जिसमें अन्नकूट सब्जी का विशेष महत्व है।

तो आज आपको वही बताने जा रहे हैं। इस सब्जी के स्वाद का तो कहना ही क्या? जब श्रीहरि का भोग है, तो स्वाद तो बेजोड़ होना ही है।

पर यह साथ ही बहुत पोष्टिक भी है और उससे भी बड़ी बात यह है कि इसके ingredients fix नहीं है, इसमें आप कोई भी सब्जी ले सकते हैं। 

बस इतना ध्यान रखिएगा कि, भोग की सब्जी है तो तामसिक कुछ नहीं पड़ेगा, मतलब प्याज, लहसुन बिल्कुल भी नहीं डाले जाएंगे।

अन्नकूट सब्जी




Ingredients

Potato - 1 medium

 Tomato - 2big

Brinjal - 1 small

Lady finger 3 to 4

Raddesh - ⅓ bowl

Carrot - ⅓ bowl

Cauliflower - ½ bowl

Cabbage - ⅓ bowl

Broad beans - ¼ bowl 

Bottle gourd - ¼ bowl

Ridge gourd - ¼ bowl

Pea - ½ bowl

Capsicum - ¼ bowl

Collacasia - 2 to 4

Pumpkin - ¼ bowl

Ginger - ½ inch 

Salt - as per taste

Turmeric - ½tsp

Cumin seeds - ½tsp

Asfoietida - ¼tsp

Chilli powder - as per taste

Coriander leaves - for garnishing

Oil - 1tbsp.

Butter - 1tbsp.

Ghee - 1tbsp.

Method -

  1. सारी सब्जियों को छोटा-छोटा काट लीजिए।
  2. एक wok( कढ़ाही) में तेल गर्म कर लीजिए। Flame slow कर दीजिए।
  3. गर्म तेल में हींग जीरा डाल दीजिए।
  4. जीरा चटक जाए, तब उसमें कटी हुई अदरख व टमाटर डाल दीजिए।
  5. इसमें नमक, मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर डालकर mix कर लीजिए, व टमाटर soft होने तक पका लीजिए।
  6. अब इसमें सभी सब्जियाँ डालकर, अच्छे से mix कर लीजिए। Capsicum को अभी मत डालिए।
  7. Wok को plate से ढक दीजिए, व सब्जी गलने तक, बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं।
  8. जब सब्जी गल जाए तो उसमें capsicum भी डाल दीजिए।
  9. धीमी आंच पर 1tbsp मक्खन डालकर सब्जी अच्छे से भून लीजिए।
  10. Serve करने से पहले, इसमें घी डालकर mix कर दीजिए व इसे coriander leaves से garnish कर लीजिए।
  11. आप इसे रोटी, चावल, पूड़ी, पराठे किसी के भी साथ serve कर सकते हैं। दाल, कढ़ी या कोई भी रसेदार या सूखी सब्जी हो, आप सबके ‌साथ इसे serve कर सकते हैं।
  12. सब के साथ इसका बहुत अच्छा combination होता है।

Note

  • आप इन में से कोई भी सब्जी avoid कर सकते हैं और अपने taste की कोई भी सब्जी add कर सकते हैं।
  • बस ऐसी कोई सब्जी मत add करिएगा, जिसका prominent taste हो। Like bitter gourd.
  • किसी भी सब्जी की बहुत ज्यादा quantity मत डालिएगा।
  • सब्जी का taste ऐसा होना चाहिए कि सबका मिला जुला taste होना चाहिए। किसी भी सब्जी का prominent taste नहीं आना चाहिए।
  • Capsicum बहुत जल्दी गल जाती है और यह खड़ी रहने से ज्यादा अच्छा स्वाद देती है, तो इसे सब्जी गलाने के समय ना डालकर, भूनते समय डालना चाहिए।
  • इस सब्जी को बनाने का सबसे बड़ा profit यह है कि इसे बनाकर आप अपने बच्चों को बहुत सारी veggies का nutrition दें सकते हैैं। जो वो खुशी खुशी का लेंगे, क्योंकि यह बहुत yummy बनती है।
  • आप अपने according इसमें तीखा बढ़ा सकते हैं।
  • छौंकते समय या garnish के time आप हरी मिर्च डाल सकते हैं। 

Saturday, 14 November 2020

Poem : यादों की दीपावली

यादों की दीपावली



चलो यह दीपावली हम,

कुछ अलग सी मनाते हैं।

यादों के दिए

दिल में जलाते हैं।।


चलते हैं इस बरस,

नानी की गली।

मामी, स्वादिष्ट खस्तों से,

सजी थाली लें खड़ी।

मामा, बड़ी सी पारात में,

चकरी जो चलाते।

जिसे देखकर हम बच्चे,

कितने खुश हो जाते।।


चलो यह दीपावली हम,

कुछ अलग सी मनाते हैं।

यादों के दिए

दिल में जलाते हैं।।


चलते हैं इस बरस,

दादी की गली।

चाची के गुलाबजामुन में,

मिठास है बड़ी।

चाचा, राॅकेट जो चलाते,

आसमां की सैर हम,

बच्चे भी कर आते।।


चलो यह दीपावली हम,

कुछ अलग सी मनाते हैं।

यादों के दिए

दिल में जलाते हैं।।


चलते हैं इस बरस,

मायके की गली।

मम्मी के नरम दहीबड़े,

का स्वाद भूलता ही नहीं।

पापा देते पैसे,

हम बच्चे उनसे,

पटाखे की सारी दुकान,

ही घर ले आते।।


चलो यह दीपावली हम,

कुछ अलग सी मनाते हैं।

यादों के दिए

दिल में जलाते हैं।।


हमारे बचपन के दिन,

लगते थे कितने अच्छे।

जहाँ अपने थे, सपने थे,

मिठास थी, उल्लास था।

हर साल हमें दीपावली का,

बेसब्री से इंतजार था।

मिठाई, पकवान, पटाखे,

दिखते थे हर ओर।

बच्चों की मस्ती का,

शोर चहूं ओर।।


तब क्यों बच्चों की,

मस्ती के पर कतरते, 

जाते हैं?

क्यों, आखिर क्यों,

दीपावली में ही,

पटाखों पर बैन लगाते हैं?

क्यों उनके जीवन से,

मीठी यादों की सौगात,

चुराते हैं?


अरे, घूमने दो उन्हें भी,

चकरी के संग।

आसमां की सैर,

करने दो राॅकेट के संग।

अनार से निकलती,

रोशनी से वो नहा लें।

फूलझड़ी के,

फूल संग वो भी,

झिलमिला लें।

कुछ देर तक तो

दीपावली, पटाखों संग

मना लें।

जी लें अपना बचपन,

मस्तियों से भरा।

एक बार जो बड़े,

हो गये तो।

दूर तलक जीवन में,

फिर वो मस्तियाँ कहाँ।।


चलो यह दीपावली हम,

कुछ अलग सी मनाते हैं।

यादों के दिए

दिल में जलाते हैं।।


आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻🕉️🎉🎆



माँ लक्ष्मी जी व प्रभू श्री गणेश जी की कृपा सदैव हम सब पर बनी रहे 🙏🏻🙏🏻

कविता को पढ़कर व सुनकर आनन्द लें।


Friday, 13 November 2020

Article : दीपावली पूजन व मूर्ति से जुड़ी गूढ़ बातें

शुभ धनतेरस, article की विशेष सफलता के पश्चात आज आप को दीपावली में मूर्ति स्थापना, उनका स्थान व उससे जुड़ी गूढ़  बातों के विषय में बता रहे हैं।

हम हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्यौहार दीपावली है। इसमें हम गणेश जी व लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करते हैं।

पर आप ने कभी सोचा है, इनकी एक साथ पूजा अर्चना क्यों की जाती है? जबकि यह दोनों पति-पत्नी भी नहीं हैं।

ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि मनुष्य को जीवन यापन करने के लिए धन अति आवश्यक है। जिसकी देवी माता लक्ष्मी जी हैं। 

और धन प्राप्ति आप को ज्ञान, बुद्धि, रिद्धि सिद्धि से होती है, जिसके देवता श्री गणेश जी हैं। साथ ही वह प्रथम पूज्य भी हैं।

दीपावली हमारा सब से बड़ा पर्व है, जिसमें पूजा अर्चना का विशेष महत्व है, अतः इस दिन जीवन यापन को सक्षम बनाने अर्थात् सरलता प्रदान करने वाले ईश्वर श्री गणेश जी व लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है।

घर में बरकत और धन-संपत्ति के लिए हम सभी लक्ष्मी माता का पूजन करते हैं। लेकिन अक्सर हमें पूजा-पाठ और मूर्तियों से जुड़ी गूढ़ बातें पता नहीं होतीं और हम अनजाने में ही अपनी पूजा का ह्रास करते रहते हैं। जानिए, लक्ष्मी माता की पूरी कृपा प्राप्त करने के लिए मूर्ति से जुड़ी खास बातें…


दीपावली पूजन व मूर्ति से जुड़ी गूढ़ बातें




मूर्ति की ऊंचाई

बहुत ऊंची मूर्ति नहीं लेनी चाहिए, बड़ी मूर्ति स्थापित करने पर नियम कायदे सख्त हो जाते हैं, जिनके पूरा न होने पर मूर्ति दोष लगता है। 

अंगूठे जितनी ऊंचाई की मूर्ति ही घर में स्थापित करना सबसे सर्वोत्तम माना गया है। ऐसा वास्तु के अनुसार है। मंदिर में चित्र कितना भी बड़ा लगा सकते हैं।

गणपति जी, किस तरफ विराजें लक्ष्मी माता के



लक्ष्मी जी हमेशा गणेशजी के दाहिनी तरफ विराजित होनी चाहिए, क्योंकि बायां स्थान पत्नी का बताया गया है और गणेशजी को लक्ष्मी जी का मानसपुत्र कहा गया है। 

लक्ष्मी जी की ऐसी तस्वीर या मूर्ति घर में न रखें 



कभी भी लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति या तस्वीर की स्थापना घर में नहीं करनी चाहिए, जिसमें वह खड़ी हुई हों। ऐसा माना जाता है कि खड़ी हुई लक्ष्मी जी जाने के लिए तैयार रहती हैं। ऐसे में कमल या सिंहासन पर विराजित लक्ष्मी माता का चित्र ही घर में लगाएं।

लक्ष्मी माता उल्लू पर सवार न हों



ऐसी लक्ष्मी माता, जो उल्लू पर सवार हों कभी घर में नहीं लगानी चाहिए। इसकी वजह यह है कि ऐसी मूर्ति अस्थिर धन का कारक बनती है।

 मूर्ति रखने का सही तरीका

मूर्तियों को दीवार से सटाकर नहीं रखना चाहिए। ये दीवार से करीब 1 inch दूर होनी चाहिए।

मूर्तियाँ साथ में जुड़ी हुई ना हों


एक साथ जुड़ी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा को न ही स्थापित करें तो बेहतर है। लक्ष्मी-गणेश जी की प्रतिमा अलग-अलग होनी चाहिए।

प्रतिमा स्थापित करने की सही दिशा

लक्ष्मी और गणेशजी की मूर्ति हमेशा घर की उत्तर दिशा में स्थापित करनी चाहिए। क्योंकि इस दिशा को धन कुबेर की दिशा कहा गया है।

मंदिर में ऐसे रखें मूर्तियां

मूर्तियां कभी भी एक-दूसरे के आमने-सामने नहीं रखनी चाहिए। इन्हें एक-दूसरे के बराबर में लेकिन हल्का-सा टेढ़ा करके रखना चाहिए।

धन संपत्ति का स्थान

धातु से बनी लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा शुभता की सूचक है। आपका जो भी सोने-चांदी  या रत्नों से बना सामान है, उसे प्रतिमा के पास रखें। 

धन से संबंधित किसी भी तरह के कागजात जैसे शेयर, इंश्योरेंश आदि को लक्ष्मी स्वरूप अथवा श्री यंत्र के पास रखें।   

धन रखने के स्थान अथवा त‌िजोरी में काली हल्दी रखें, संपत्ति को नजर नहीं लगती और धन में बढ़ौतरी होती है।

आप सभी को छोटी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻🕉️