Wednesday, 13 May 2020

Poem : बहुत असर है

बहुत असर है


स्वदेशी अपनाओ,
देश आत्मनिर्भर बनाओ,
सब ओर यही लहर है।
मोदी जी आपकी बातों में,
बहुत असर है।।
एक बंदा आया है,
भारत को उन्नत कराने,
फिर से उसे सोने की ,
चिड़िया बनाने,
आ जाओ, 
सभी एक साथ
 अब हमें नहीं 
कोरोना का डर है।
एकता ही बन जाएगी,
कोरोना पर कहर है।
मोदी जी आपकी बातों में,
बहुत असर है।।
इस कठिन समय में भी
कैसे आत्मविश्वास जगाते हैं,
मोदी जी, बड़ी सरलता से बताते हैं,
मंजिल मिलेगी, चाहे ;
कितनी कठिन डगर है।
मोदी जी, आपकी बातों में
बहुत असर है।।
डरे-सहमे से बैठे सभी थे
भूले कोरोना, आत्मनिर्भरता की,
चर्चा हो रही घर घर है।
मोदी जी आपकी बातों में
 बहुत असर है।।