Friday 22 December 2023

Article: Christmas celebration

Christmas  Celebration  

अभी कल ही market जाना हुआ तो देखा पूरा market तो Christmas celebration के लिए ready था।

Shop अगर clothes की थीं तो वहां ज़्यादातर dresses red colour के थे, चाहे वो kids collection हो या ladies dresses। और हां साथ में हर size की Santa Claus dress तो available थी हीं...

Shop अगर general store थी, तो उसमें plum cake, Christmas cake, cup cakes, cookies etc. सजी हुई थीं। ध्यान दीजिएगा हमने general store लिखा है, cake and confectionery and sweets की shops पर तो भरमार थी cakes, cookies etc. की...

जो shops, books and decorative items की थीं, वहां पर तो X-mas tree व उससे related gift items थे।

मतलब हर दुकान पर कुछ ना कुछ Christmas celebration से related सामान ज़रूर था।

कुछ देर बाद कुछ schools का dispersal time हो गया और देखते क्या हैं, बहुत से बच्चे Red colour की dress और Santa Claus dress पहने हुए थे।

यह सब देखकर हम सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर आज दिन क्या है?

फिर याद आया कि आज तो 21 तारीख है, means Christmas आने में पूरे चार दिन और... 

फिर सोचा हैं कहाँ? India में ही ना? 

इतने दिन पहले से ही पूरा market लालिमा लिए हुए था। जैसे हम India में ना होकर European countries में हो...

फिर सोचा कि अगर किसी celebration के लिए लोग इतने excited हैं तो क्या हमारा कुढ़ना ठीक है?

खुश रहने के बहाने ही तो होते हैं, festival and celebrations। फिर सब खुश ही तो हैं, कोई दंगे फसाद तो नहीं हो रहे हैं।

साथ ही, Red colour dress या Santa Claus dress पहनने से, cake cutting और cookies खाने से, Christmas tree सजाने या बच्चों को surprise gifts देने भर से लोग Christian बन जाएंगे। 

ऐसा तो बिल्कुल नहीं है...

जब तक कोई regularly church ना जाए, Bible ना पढ़े या Jesus Christ को follow ना करे, वो कैसे Christian बन जाएगा? 

तो किसी भी तरह के celebration से चिढ़ने-कुढ़ने का क्या औचित्य?

खुशियां तो जिस भी बहाने से आए, अच्छी ही हैं। हाँ बस अपने धर्म से जुड़े नियम, कानून और परंपराओं का नियमित रूप से पालन होना चाहिए। उसके celebration के उत्साह, उमंग और जोश में किसी तरह की कोई कमी नहीं आनी चाहिए। 

साथ ही हमें दूसरे धर्मों के लोगों को भी अपने धर्म में रंगना चाहिए, पर जबरदस्ती नहीं बल्कि उसकी छटा को इतना बिखरा कर कि हर कोई दिल से हमारे रंग में हमारे उत्सव में घुल-मिल जाएं... 

तो चलिए उत्साह के थोड़े लाल रंग में हम भी रंग जाते हैं, पहले Christmas and New year मनाते हैं। फिर पतंग उड़ानें से लेकर पटाखों को फोड़ने तक देश को त्यौहारों के रंग में रंगते चले जाते हैं....

अभी दिल्ली में 25 December से 1 January तक बहुत सारी जगहों में carnival arrange किए जाते हैं। जिसके कारण ठंड के यह दिन बहुत खूबसूरत होते हैं।