Monday 31 August 2020

Short Stories : अन्नपूर्णा वाले डॉक्टर बाबू

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL)  द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कहानी लेखन प्रतियोगिता आयोजित हुई थी, जिसमें भारत के सभी नागरिक भाग ले सकते थे।

उसका विषय था " लोगों के जीवन में खुशहाली लाता सेल " और  शब्द सीमा थी - 800 शब्द ।  

आज मुझे गाज़ियाबाद के श्री अभयेश्वर सहाय जी की कहानी को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है।

इनकी कहानी ने प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। 


अन्नपूर्णा वाले डॉक्टर बाबू



किशन घर लौटा तो, उसकी पत्नी रज्जो दुखी बैठी थी।

क्या हुआ रज्जो? आज तेरा फिर मुँह लटका हुआ है। फिर से गाँव की याद आ रही है? या फिर राधा के ससुराल वाले कुछ माँग रहे हैं? राधा की शादी क्या की, हमारा तो गाँव ही छूट गया, सब तो उसकी शादी की भेंट चढ़ गया। फिर भी मुँह ना बंद हुआ राधा की सास का।

अरे नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। राधा का फोन आया था, तुम्हारे नाती सरजू के पैर में लोहे की सरिया घुस गयी थी। घाव हो गया है, गाँव का डॉक्टर पाँव काटने की बात कर रहा है।

हे भगवान! ये कैसे हुआ? ये सरजू भी ना हद का बदमाश है, एक जगह टिक कर बैठ ही नहीं सकता है।

अरे! बच्चे शरारत नहीं करेंगे तो क्या, हम तुम करेंगे? गाँव के और बच्चों के साथ खेल रहा था, उसी में लग गयी।

तो तू क्या सोच रही है? क्या करना चाह रही है? मुझसे पैसे रुपए की उम्मीद ना करना।

हाँ जानती हूँ, हम दोनों मिलकर भी इतना नहीं कमा रहे हैं, कि हमें पूरा पड़े, फिर रुपए पैसे की उम्मीद क्या करूंगी?

वही तो.......  फिर तू सोच क्या रही है, वो बताएगी?

सोच रही हूँ, कुछ दिन के लिए राधा को यहाँ बुलवा लूँ। एक ही तो नाती है अपना, उसका भी पैर कट जाएगा, सोच कर ही कलेजा मुँह को आ रहा है।

सुनकर तो मेरा मन भी, भीतर तक काँप गया था। पर कर क्या सकते हैं? यहाँ बुलवा लेने से क्या हल निकलेगा? कौन किसी डॉक्टर को जानते हैं।

जब राधा का फोन आया था, उस समय अपनी पड़ोसन नन्दा भी यहीं थी। वो बता रही थी, अन्नपूर्णा में बड़े अच्छे डॉक्टर बैठते हैं। कह रही थी, उन्हें दिखवा दूँ।

दिल्ली में डॉक्टर तो कई हैं, पर अपने पास पैसा भी तो होना चाहिए।

अरे मेरी पूरी बात तो सुन लो, वो मुफ़्त में देख लेंगे।

बड़ी आई! मुफ़्त में देख लेंगे!

अरे, वो सेल कंपनी वालों का अपार्टमेंट है। नन्दा बता रही थी, कंपनी हम गरीब लोगों को देखने के लिए ही डॉक्टर साहब को वहाँ बुलाती है, और हमारी फीस के पैसे कंपनी देती है।  

कंपनी देती है? तब तो डॉक्टर भी ऐसे ही होंगे।

अरे नहीं, बोल रही थी, बड़े अच्छे डॉक्टर हैं, बहुत भीड़ रहती है। नंबर लगाना पड़ता है।

तो वहीं काम करने वालों के परिवार वालों को देखते होंगे। तूने वहाँ काम पकड़ लिया है?

अरे नहीं। वो बोल रही थी, ऐसा नहीं है, कि जो वहाँ रहते हैं, या वहाँ काम करते हैं, सिर्फ उनको ही देखते हैं। नन्दा बता रही थी, सेल बड़ी भली कंपनी है, सारे गरीबों को देखने के लिए डॉक्टर आते हैं।  फिर वो चाहे कहीं भी रहता हो, कहीं भी काम करता हो।

अच्छा चल दिखा तो तू लेगी, फिर दवा का क्या होगा? वो कौन सी सस्ती आती है।

वो भी सेल देती है।

अच्छा अगर ऐसा है, तो कहना पड़ेगा, आज भी गरीबों के जीवन की खुशहाली के लिए कोई सोच रहा है। फिर मैं ऐसा करता हूँ, आज ही चला जाता हूँ।

उसकी  सास का कोई भरोसा नहीं है, कब तक उसे आने दे। देर हो गयी, तो डॉक्टर साहब भी ठीक ना कर पाएंगे।

किशन अगले दिन सुबह ही राधा को लेकर आ गया।

राधा के आते ही रज्जो अपने सारे काम छोड़कर राधा और सरजू के साथ अन्नपूर्णा भागी, क्योंकि वह डॉक्टर साहब 12 बजे तक ही बैठते थे।

जब वो लोग वहाँ पहुँचे, पहले से ही बहुत सारे गरीब लोगों की वहाँ भीड़ लगी थी। रज्जो अपने से आगे लगे लोगों से पूछने लगी, कैसे डॉक्टर हैं? सब यही कहने लगे, भगवान हैं,  डॉक्टर साहब।

कुछ देर में रज्जो का नंबर आ गया, उसने जैसा सुना था, डॉक्टर साहब वैसे ही निकले। राधा तो उन्हें देखकर रोने ही लगी, डॉक्टर साहब हमारे बच्चे को बचा लीजिये। बड़ी दूर से आए हैं, गाँव में तो डॉक्टर बोल दिया था, पाँव काट देंगे। डॉक्टर साहब ने पहले राधा को चुप कराया, फिर सरजू के पाँव को ठीक से देखा। देखकर बोले 1 महीना लग जाएगा ठीक होने में।

डॉक्टर साहब पाँव तो नहीं कटेगा, डरते डरते रज्जो बोली। नहीं, नहीं कटेगा। दवा से ही ठीक हो जाएगा। ये सुनकर रज्जो और राधा के जान में जान आई। आपको सारी दवा भी मिल जाएगी, बस सब कुछ समय से देते रहना।

डॉक्टर साहब की दवा ने जादू सा काम किया। सरजू सचमुच पूरा ठीक हो गया। उसके ठीक होने से सारा परिवार खुशी से नाच रहा था । कोई भी पूछता ये चमत्कार कैसे हुआ? तो वे बड़े खुश होकर बोलते, हमारी ज़िंदगी में खुशहली लाने का सारा श्रेय सेल का है। आज सेल के कारण पूरा भोवापुर गाँव खुश है, उसने हमें इतने अच्छे डॉक्टर जो दिये हैं- अन्नपूर्णा वाले डॉक्टर बाबू।

Friday 28 August 2020

Tip : Bye bye Dandruff


कल का article, Dandruff and it's causes था, और आप से कहा कि आज Dandruff को remove करने की remedy पर Tip, post करेंगे। तो आज आप सब के लिए वही Tip है, इसे follow कीजिए। और कहें.....

Bye bye Dandruff




 Keep Washing your scalp

एकत्रित हुई  dead cells की layer  को remove करने के लिए अपने बालों और सिर को अच्छी तरह से साफ करें। आप अपने बालों को धोने के लिए  Ketoconazole, selenium sulphide or zinc से युक्त shampoo का use कर सकते हैं। हालांकि, dandruff  न होने पर भी इन shampoo का use करने से problem हो सकती हैं, क्योंकि यह आपके सिर को dry बनाते हैं।

 Combing : 

 सिर की सतह पर मौजूद layers को हटाने के लिए आपको एक बारीक comb से अपने बालों को comb करना होगा। ऐसा करने से  blood circulation में भी सुधार आएगा।

 Massage your scalp

Coconut oil or olive oil  के साथ सिर की मालिश करने से रक्त परिसंचरण blood circulation में सुधार होता है। जब blood के circulation  में सुधार होता है, तो dandruff नियंत्रित होती है। इसलिए, बालों में comb करने से पहले अपने सिर की नियमित रूप से मालिश करें। यह बालों के विकास के लिए भी लाभदायक होता है।

Protect your scalp from weather effect

अपने बाल और सिर को मौसम से बचाएं। उदाहरण के लिए, सूरज की किरणें और गर्मी आपके सिर में तेल का उत्पादन बढ़ा सकती हैं, जिससे dandruff  की समस्या बढ़ती है। इसलिए, सूरज की किरणों और खराब मौसम के सीधे संपर्क से बचने के लिए, सिर को ढकें।

Homemade remedies

Dandruff की  problemsको  control करने और रोकने के लिए कुछ easy homemade remedies निम्नलिखित हैं -

1. नारियल के दूध के साथ नींबू का रस मिलाएं और इस मिश्रण को अपने सिर पर लगाकर इसे कम से कम आधे घंटे के लिए छोड़ दें। फिर, सादे पानी से अपने बालों को धो लें।

2. सिर में सरसों का तेल लगाएं, इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर सिर धो लें। dandruff  को remove करने के लिए इसे एक महीने में 3 दिन लगाएं।

3. यदि आपको सामान्य सर्दी जुकाम या allergic rhinitis नहीं  हैं, तो आप अपने सिर में दैनिक आधार पर दही लगा सकते हैं ताकि dandruff  न हो। 

4. नारियल के दूध में काली मिर्च की एक चुटकी डालें और इसे अपने सिर पर लगाएं। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और धो लें।

Change your life style

तनाव कम करने, संतुलित आहार खाने और शरीर को साफ रखने से आपको dandruff  को रोकने में मदद मिल सकती है। यहां तक ​​कि व्यायाम करने से भी आपको तनाव से राहत मिलती है, जिससे dandruff को रोका जा सकता है। इसीलिए, नियमित रूप से कुछ व्यायाम करना जरूरी है जैसे कि चलना, कूदना, या jogging करना।

Shampoo

Dandruff को remove करने में shampoo का बहुत बड़ा role है। उसके लिए सबसे पहले तो आप अपने बाल रोज़ comb करना और नियमित रूप से shampoo करना शुरु करें। सभी Anti-Dandruff एक जैसे नहीं होते हैं। कुछ में अलग-अलग तत्व होते हैं, जैसे:

coal tar

Pyrithione zinc

Salicylic acid and sulphur

Salicylic acid

Selenium disulfide

Ketoconazole

सही कारण जानकार, इन सामग्रियों में से एक सामग्री वाले शैम्पू का चयन करें। Normal shampoo के साथ anti dandruff shampoo  का उपयोग करने से dandruff दूर करने में मदद मिल सकती है।

कुछ शैंपू को सिर में लगाने के बाद लगभग 5 मिनट के लिए छोड़ देना चाहिए, क्योंकि बहुत जल्दी से धोने से उसमें मौजूद घटक सही से काम नहीं कर पाते। एंटीडैंड्रफ शैम्पू का उपयोग करने के दिशानिर्देश बोतल पर लिखे मिल जायेंगे। उसी अनुसार उसका उपयोग करें। एक बार जब Dandruff, control हो, तब उस Dandruff shampoo का उपयोग आप कम बार कर सकते हैं।

यदि आपको बहुत अधिक खुजली या दवाओं का उपयोग करना पड़ रहा है तो डॉक्टर से सलाह लें। वास्तव में जिद्दी रूसी के लिए, आपको चिकित्सकीय शैम्पू या दवा का उपयोग करना पड़ सकता है।

अगर आप की इन homemade remedies से dandruff remove नहीं हो रही है और आप की problem severe हो गई है  तो  Dandruff के लिए बहुत सारी allopathy and ayurvedic medicine भी available हैं।

बहुत से medicinal shampoo भी हैं, जो आप की problem को solve कर सकते हैं, पर उसके लिए किसी अच्छे dermatologist से contact कीजिए। 


डिस्क्लेमर: यह tip केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Thursday 27 August 2020

Article : Dandruff and it's causes

 Dandruff  and it's causes



आप सभी हमारे blog से निरन्तर जुड़े हुए हैं, आप blog को सराह रहें हैं।

साथ ही आप लोग समय-समय  पर यह भी बता रहे हैं, कि आपकी क्या requirements हैं। 

इन सब के लिए, आप सभी का अनेकानेक धन्यवाद 🙏


आज अपने  viewers की demand पर हम dandruff (रूसी) की problem और उसके Causes पर article डाल रहे हैं।

यह आजकल की  एक common problem है, आप भी इसे अवश्य पढ़ें और इस problem से छुटकारा पाएं।

Dandruff :

Dandruff को Scruff या Pityriasis simplex capillitii के रूप में भी जाना जाता है, बालों में dandruff की शुरुआत होने के कुछ कारण हो सकते हैं जिनको हम इस article में बता रहे हैं। 

वास्तव में जब, सिर की Skin की upper thin layer, inactive हो जाती है तो वह crust की तरह हटने लगती है उसे dandruff कहते हैं। Dandruff निकलते समय Skin पर खुजली होती है और खुजलाने पर वहां की Skin कभी कभी Red हो जाती है।


सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि कितने type की dandruff होती है - 

Dry skin related dandruff: 

यह dandruff, dry skin की वजह से होने वाली dandruff है। यह सबसे common dandruff है। Mostly winter season में, गर्म पानी से बाल धोने से यह dried and layered form में devloped हो जाती है।

आप ने भी ध्यान दिया होगा, winters में dandruff problem बढ़ जाती है।

Oil related dandruff :

रूसी का एक और common cause है आपके सिर से निकलने वाले sebum oil का ज्यादा मात्रा में जमा हो जाना। 

यदि आपके बाल और सिर साफ नहीं हैं, तो sebum oil, skin की dead cells और गंदगी के साथ मिलकर खुजली वाली layer बना सकता है।

Fungus related dandruff :

Malassezia एक ऐसी fungus है जो mostly  त्वचा और सिर पर पाई जाती है। Normally, इस fungus की limited growth होती है। लेकिन, सिर पर excess oil इस fungus के लिए भोजन के रूप में कार्य करता है, जिससे उसकी growth increase हो जाती है। यह fungus, Oleic acid को‌ produce करता है जिससे white layer, devloped हो जाती है।

Disease related dandruff :

कभी-कभी Disease के कारणों से सिर से related infections हो सकते हैं। 

For example - Psoriasis से skin की cells का production बढ़ जाता है। जिससे skin की extra layer बनती हैं और वह गंदगी और sebum oil के साथ मिलकर dandruff बनाती हैं। इसी तरह, Eczema से भी skin खुजली वाली और layer वाली बन जाती है।

 Symptoms  of Dandruff  :

Normally, youngers के लिए, रूसी के symptoms को पहचानना आसान होता है। Dandruff  में white oily stains दिखते हैं जो आपके बालों व कंधों पर मौजूद होते हैं और इसके साथ आपके सिर में खुजली भी हो सकती है। 

Winter season में dandruff बढ़ सकता है क्योंकि घर के अंदर की heat से Skin सूखी हो सकती है और यह स्थिति summer season के दौरान सुधर सकती है।

Causes of Dandruff   :

ऐसे कुछ cause जो बालों में dandruff होने का कारण बन सकते हैं, इस प्रकार हैं:

Dry skin:

Dry Skin, dandruff का main reason  है। यदि आपकी dry skin है, तो dandruff की possibility बढ़ जाती है और अगर इसका ठीक से treatment नहीं किया जाता है, तो आपके सिर की dry and dead cells, skin की layer बनकर dandruff  के form  में सामने आती है।

Dirty head:

Dirty head, dirt and dead cells का sign होता है। यह दो तरीकों से dandruff produce कर सकता है। Excess of dead cells से बालों में dandruff की समस्या शुरू होती है। गंदा सिर बहुत से germs को attract करता है यह Yeast and fungus के devlopment  का cause बन सकता है। इस से prevention का एकमात्र तरीका यह है कि आप समय समय पर अपना सिर धोती रहें और अपने scalp को साफ रखें। क्योंकि इस प्रकार के dandruff के कारण बाल भी झड़ते हैं।

combing :

बालों को  combing करने से निश्चित तौर पर आपके बालों की सफाई हो जाती है। बालों की proper combing नहीं होने से dandruff हो जाता है।

बालों में daily combing करनी चाहिए। ऐसा करने से आप अपने सिर से Dirt, dead cells, etc  की सफाई करती हैं। Daily combing करने से सिर में गंदगी एकत्रित नहीं होती।

Seborrheic dermatitis :

Skin की ऐसी stage है जिसमें सिर, कान और चेहरे की skin पीली, चिकनी और crusted हो जाती है। 

अगर आपकी oily skin है तो आपकी सिर की skin खुजलीदार और दानेदार हो सकती है। ऐसा excessive oils के produce होने के कारण होता है और excessive oils आपके सिर पर Dirt and dead cells के रुकने का कारण बन सकता है।

इसे control करने के सिर को साफ़ रखना ज़रूरी है। जब ज़रूरी हो शैम्पू करें। पुरानी कहावतों के अनुसार न चलें कि जल्दी जल्दी सिर धोने से बाल खराब होते है। आज के समय में गंदगी और प्रदूषण बहुत ज्यादा है। बालों को अनावश्यक नुकसान से बचाने के लिए, light and balanced pH वाले shampoo, use करें।

Skin disease :

जब किसी को Psoriasis eczema, any other skin disease हैं तो उन्हें रूसी की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। उन्हें बिना समय बर्बाद किये जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। 

Heigh styoroid and long medication :

Heigh styoroid and long medication चल रहा है, तो वो भी dandruff  जैसी गंभीर समस्या का सामना कर सकता है और ऐसी स्थिति का जल्द से जल्द cure  किया जाना चाहिए, अन्यथा ये गंजेपन का कारण बन सकती है। Normalcy वापस लाने के लिए आपको experts से consult कर के right medication करना चाहिए।

Mental stress :

इसकी कोई परवाह ही नहीं करता है, या समय की कमी के कारण परवाह नहीं कर पाता है। लेकिन stress की वजह से भी गंभीर रूसी हो सकती है। Stress से दूर रहने के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद पूरी करें। इससे stress कोसों दूर रहता है।

Diet

Proper and healthy diet नहीं लेने और fast food ज्यादा खाना भी एक कारण होता है, dandruff का।  

Dandruff के कारण बालों के झड़ने से बचने के लिए fresh fruit and vegetables अपनी diet में शामिल करें। Proper, healthy diet लीजिए और cleanness का भी ध्यान रखें। घर का खाना ही ज्यादा अच्छा होता है।

इन सब बातों का ध्यान रखिए तो आप को dandruff नहीं होगा।

कल हम आपको Tip में बताएंगे कि अगर आप को dandruff हो गई है। तो आपको इस problem से कैसे  relief मिले।

So stay tuned.....

Wednesday 26 August 2020

Poem : राधाष्टमी

 राधाष्टमी



दिखा नहीं लोगों को,

फिर भी, साथ मैंने पाया है। 

तभी तो कान्हा, नाम से पहले,

राधा रानी का नाम आया है॥ 


हो तुम सब भोले बांवरे,

जो तन का सुख, रास आया है। 

मैं तो मुरलीधर की प्रेम दीवानी,

मैंने तो कान्हा का दिल पाया है॥ 


जिसको तुम समझे विरह, 

वो रंग ना जीवन में आया है। 

जाने से पहले ही कान्हा,

मुझमें गया समाया है॥


यह प्रेम नहीं था देह का,

तभी विवाह नहीं रचाया है। 

दिल से दिल बंधे थे संग में,

तभी प्रेम हमारा अग्रणी आया है॥


लौकिक प्रेम नहीं था उनका,

उन्होंने अलौकिक प्रेम निभाया है। 

तभी तो जग ने आज भी उनका,

प्रेम मिलन गीत गाया है॥


जन्माष्टमी तो बहुत मनायी,

अब राधाष्टमी भी मनाते हैं। 

क्योंकि राधे-राधे, जपो तो,

बिहारी जी चले आते हैं॥ 


🕉️आप सभी को राधाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ 🕉️

Tuesday 25 August 2020

Instant Milk Coconut Modak

गणेश जी का आगमन, पूरे भारत में धूमधाम से मनाते हैं।

जिसमें उनके अतिप्रिय मोदक का भोग भी जरुर से लगाया जाता है।

Authentic  मोदक तो चावल के आटे में मेवा, गुड़ आदि भरकर, भाप में पका कर बनाया जाता है। 

यह बनाने में कठिन होता है, साथ ही हर किसी को वह उतने पसन्द भी नहीं आते हैं।

इसी सब के चलते, आज कल different varieties के मोदक बनने लगे हैं, जिनका shape तो वही रहता है, बस taste different होता है।

तो आज आपको easily बनने वाला Instant Milk Coconut Modak बता रहे हैं।

क्योंकि यह non-fire recipe है, तो इसे kids भी easily बना सकते हैं।

तो बच्चे लोगों, 

दिखाओ अपने हाथों का कमाल,

प्रसाद बनाओ बेमिसाल, 

खुश कर दो अपने बप्पा को, 

जिससे वो जल्दी आएं, हर साल


Instant Milk Coconut Modak




Ingredients

Milk powder - 100 gm.

Coconut powder - 100gm

Sugar powder- 50 gm or as per taste

Milk - 2 to 4 tsp.

Ghee - 2tsp and for greasing 

Method :

  1. Milk powder, Coconut powder and sugar powder अच्छे से mix कर लीजिए।
  2. अब इसमें 2 tsp milk  add कर के अच्छे से  mix करते हुए dough prepare कर लीजिए।
  3. अगर आप का 2 tsp. में Dough prepare ना हो तो, आप 1,1 tsp करके और milk add करते जाएं।
  4. जब dough prepare हो जाए, उसमें 2 tsp Ghee mix कर लीजिए।
  5. अब सांचे में घी लगाकर, mixture को उसके बीच में रखकर shape देते जाएं।
  6. आप का स्वादिष्ट मोदक प्रसाद चढ़ाने के लिए ready है।

Note

  • Milk add करते समय ध्यान रखिएगा, Milk powder and sugar powder बहुत जल्दी watery होने लगते हैं, तो Milk add 1,1 tsp करके ही डालिएगा। वरना dough नहीं बनेगा, गीला गीला mixture ready हो जाएगा। 
  • मोदक का dough जितना अच्छा होगा, मोदक का taste and shape भी उतना अच्छा होगा।
  • आप का dough पूड़ी के आटे जैसा ready होना चाहिए। 
  • अगर आप का mixture गीला हो जाए तो उसमें same amount में milk powder and coconut powder add कर लीजिएगा।
  • साथ ही उसको थोड़ी देर के लिए fridge freezer में रख दीजिए।
  • जिससे वो थोड़ा hard हो जाएगा और मोदक आसानी से बन‌ जाएंगे।
  • Ghee add होने से भी थोड़ा गीला होता है, इसका भी ध्यान रखना होगा।
  • Ghee add करना, इसलिए जरूरी है, क्योंकि उससे Dough हाथों में नहीं चिपकता है, और taste भी अच्छा आता है। 
  • हर बार सांचे में भी घी अवश्य लगाएं, इससे मोदक सांचे में नहीं चिपकता है और shape भी अच्छा आता है।
  • आप चाहें तो, हमने आपको जो Coconut Laddoo बनाना बताया था, आप उससे भी मोदक बना सकते हैं।
  • अगर आपके पास सांचा नहीं है तो भी आप हाथों से वैसा shape बना कर मोदक बना सकते हैं।
  • आप अपने taste के according Coconut and milk powder का ratio change कर सकते हैं।

तो बस बना लीजिए, अपने लाडले, गणपति बप्पा के लिए प्रसाद। हर घर से मोदक खाकर क्या पता बप्पा इतने खुश हो जाएं कि भारत से कोरोना हमेशा के लिए चला जाए।

जोर से बोलो

🕉️ गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया 🕉️

Monday 24 August 2020

Article : Sushant Singh Rajput- Homicide or Suicide

Sushant Singh Rajput- Homicide or Suicide



सुशांत, एक ऐसा नाम जो आज सबके दिलो-दिमाग पर छाया हुआ है। उसका हंसता-खेलता चेहरा लोगों के जेहन में समाया हुआ है।

पहले कहा, यह जा रहा था कि आत्महत्या है, पर अब रुख़ पूर्ण रूप से बदल गया है।

जैसे जैसे, जानकारियाँ मिल रही है, सोचकर हैरानी हो रही है, कि किस कदर अंधकार व्याप्त है कि, यहाँ ना जाने कितने कातिल हैं, जो इन्सानियत का‌ मुखौटा पहने मौजूद है।

पर अब शायद वो वक्त आ गया है, जब अंधेरे की सारी पर्त खुल जाएंगी।

पहले भी कुछ ऐसे murder हुए हैं, जिन्होंने लोगों को झकझोर दिया, लेकिन वो सच की गुत्थी सुलझा नहीं सके।

आज सुशांत सिंह की असमय मृत्यु वो सच उजागर कर देगी।

सुशांत को शांत करने वाले, शायद यह नहीं सोच पाये थे कि उसका नाम सुशांत है, पर उसका जाना, सबको अशांत कर देगा।

आज केवल रुपहले पर्दे पर ही नहीं बल्कि सुशांत के खून के छींटें बहुत दूर दूर तक पड़े दिखाई दे रहे हैं।

रुपहला पर्दा, जो दूर से बहुत सुनहरा दिखाई देता है, वो कितना कुरूप और भयावह है, शायद हमें सुशांत को खोने के बाद समझ आ रहा है।

इस केस के सारे पेंच ठीक से खुलने ही चाहिए, जिससे आगे, इस तरह से जवान प्रतिभाएं दम ना तोड़े।

सुशांत, वैसे भी बहुत होनहार था, अगर वो इस क्षेत्र में ना आता तो भी वो भारत के लिए सुयोग्य पुत्र साबित होता।

आज उसे खोने के बाद, उसका परिवार सोच रहा होगा, काश इस खूनी माहौल में उनका बेटा ना गया होता, जो सिर्फ फरेब से भरा हुआ है।

आप कहेंगे, कि हमने खुद पहले आत्महत्या समझ विवेचना की थी।

क्योंकि उस समय जो प्रकट था, वो वही था। और मेरा आज भी यही मानना है कि, आत्महत्या किसी समस्या का अंत नहीं है, अंधकार ज्यादा हो तो, गिर जाने से बेहतर है कि रास्ता बदल लो।

पर अगर हत्या है, तो न्याय मिलना ही चाहिए, फिर शामिल उसमें कोई भी व्यक्ति क्यों ना हो।

किसी को कोई अधिकार नहीं है कि वो बस अपने स्वार्थ में निहित होकर किसी का जीवन ही समाप्त कर दें।

पहले, जब बड़ी बड़ी हस्तियां शामिल होती थी, किसी के कत्ल में, तो उसे ऐसे दफ़न कर दिया जाता था कि छींटें तो नज़र आते थे, पर बोल कोई कुछ नहीं पाता था।

फिर वो मौत, चाहे बड़ी बड़ी हस्तियों की ही क्यों ना हो।

हमें खुशी होनी चाहिए कि अब देशवासी इतने सशक्त होते जा रहे हैं, कि उनका रोष, उचित न्याय पाने को सक्षम हो रहा है।

सुशांत, अब तुम्हें न्याय मिलने के बाद ही देश शांत होगा।

कातिल जो भी हो, उसकी जिंदगी में अशांति अवश्यंभावी है। 

आज भारत में कातिल, ऐसे चैन से नहीं रहेंगे, उन्हें सज़ा अवश्य मिलनी चाहिए, और अब वो होकर रहेगा।

Saturday 22 August 2020

Bhajan (Devotional Song) : हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष


हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष



हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष
आरती करूं मैं, हे गणेश
रिद्धि-सिद्धि के, तुम हो स्वामी
प्रथम पूज्य तुम, अन्तर्यामी
विनती करता जो, तुम्हारी
रहे, ना उसकी बाधा शेष
हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष
आरती करूं मैं, हे गणेश
तात महादेव, पार्वती माता
जन जन तुमको, शीश नवाता
भक्त तुम्हारा, ध्यान जो धरता
उसके, दुःख ना रहते शेष
हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष
आरती करूं मैं, हे गणेश
तुम हो, बुद्धि -ज्ञान के दाता
सुख-समृद्धि, सब तुम से आता
कृपा तुम्हारी, जो मैं भी पाता
जीवन में कुछ ना, रहता शेष
हे गणनायक , तुम प्रभू विशेष
आरती करूं मैं हे गणेश

आप सभी को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ🙏🏻 🕉️ 🙏🏻

💐 गणपति बप्पा मोरया 💐

Friday 21 August 2020

अनहद नाद (भाग -5)

 अब तक आप ने पढ़ा, अनहद नाद (भाग-1), अनहद नाद (भाग -2), अनहद नाद (भाग-3)अनहद नाद (भाग -4).....

अब आगे........

 अनहद नाद (भाग - 5)


आंटी का हाथ थामे बाहर निकलेI मेरे क़रीब आयेI

मैं शून्य थीI मेरी आँखें नम थींI अंकल ने मेरे सिर पर हाथ रखाI उनका हाथ रखते ही मेरा दिल भर आयाI मैं कुछ कह पाती उससे पहले ही वो बोल पड़े-

“ये हमारी ज़िन्दगी का तीसरा दौर शुरू I”

और फिर वो अपने घर से दूर बाहर गेट की तरफ़ चल दिएI सबसे वैसे ही मिले जैसे रोज़ हँसते-मुस्कुराते हुए मिलते थेI किसी को भनक भी नहीं लगी कि पिछली रात उनके साथ क्या हुआ और अगली बार वो कब मिलेंगेI अब उनके चेहरे पर वो तनाव नहीं था, वो हताशा नहीं थेI वो आंटी जी का हाथ थामे अपनी ज़िन्दगी के तीसरे पड़ाव की ओर चल दिएI  मैं उन्हें जाते हुए तब तक देखती रही जब तक वो मेरी आँखों से ओझल नहीं हो गएI

मैंने वापस अपने घर की ओर रुख किया तो महसूस किया कि मैं चल नहीं पा रहीI मेरे पैर डगमगा रहे थेI किसी तरह मैं लडख़ड़ाते हुए अपने घर के दरवाज़े तक पहुँची और दरवाज़ा खटखटायाI

 मेरी छोटी बहन ने दरवाज़ा खोलाI मैं अंदर गईI देखा माँ खाना बना रहीं हैं,  पिताजी अख़बार पढ़ रहे हैं, बड़ा भाई चाय पी रहा है और छोटी बहन चहल पहल कर रही हैI

 मैं चारों तरफ़ अपने रिश्तों को सवालिया नज़र से देख रही थी और अपने विश्वास को ढूँढ रही थीI

 मैं किसी से कुछ कहे बिना अपने कमरे में आ गईI बेचैन मन से बिस्तर पर लेट गईI मुझे अब नींद नहीं आ रही हैI  बस अंकल की कही बातों ने मेरे दिलो दिमाग़ पर एक छाप छोड़ दीI

उनके विश्वास और दिल के टूटने की आवाज़ मैं अभी भी महसूस कर रही हूँI

 क्या सच में अपने लिए जीयूं, अपनों के लिए नहीं…………..?

Disclaimer:

इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।


Thursday 20 August 2020

अनहद नाद( भाग - 4)

 अब तक आप ने पढ़ा, अनहद नाद (भाग-1), अनहद नाद (भाग -2) अनहद नाद (भाग- 3).....

अब आगे........

अनहद नाद (भाग -4)


उन्होंने जवाब दिया- “इसका अर्थ है कि अब मैं कहीं भी रह सकता हूँI कहीं भी सो सकता हूँI सारा जहान मेरा है, 

सिवाय वीरेंद्र की ज़िन्दगी केI”

फिर कुछ देर के लिए ख़ामोशी छा गईI 

मैं उठी और अपने बैग से पानी की बोतल निकालकर अंकल की तरफ़ बढाईI

 उन्होंने पानी का एक घूंट पिया और बोतल को अपने सिराहने रख लिया I जैसे ही मैं उनके सामने बैठी फिर मेरा सवाल-

“अंकल घर तो आपका है न?”

मेरा सवाल अभी पूरा भी नहीं हुआ था कि उन्होंने बीच में रोकते हुए....

 कुछ पन्नें मेरे सामने रख दिएI मैं एक-एक पन्ना पढ़ती गयी और पलटती गयीI मुझे मेरे सवालों के जवाब मिल चुके थेI

वो पन्नें चीख-चीख कर कह रहे थे कि ‘अपने लिए जियो पर अपनों के लिए मत जियोI’

धोखे से वीरेंद्र अंकल ने कौशिक अंकल का सब कुछ अपने नाम कर लिया थाI कौशिक अंकल और आंटी से उनकी छत तक भी छीन ली थी, उन्हें इस संसार में अकेला कर दियाI

मेरे मन में यही आ रहा था कि कोई अपना भी इस हद तक नीचता पर उतर सकता है!

मैं अंकल से कुछ कह पाती इतने में चिड़ियों की चहचहाहट ने हमारा ध्यान भंग किया तो मैंने महसूस किया कि भोर हो चली हैI आसपास फिर से ज़िन्दगी की चहल पहल शुरू हो गयीI

अंकल उठे, अंदर गए........

आगे पढ़े अंतिम भाग, अनहद नाद ( भाग -5)


Disclaimer:

इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Wednesday 19 August 2020

अनहद नाद (भाग -3)

अब तक आप ने पढ़ा, अनहद नाद (भाग-1) और अनहद नाद (भाग -2)......

अब आगे........

अनहद नाद- भाग 3


उनकी बातों और तनाव की गहराइयों को अंदर तक महसूस कर पा रही थीI  वे आगे बोले- “जब मैं ग्यारह वर्ष का था तभी से मैंने अपने घर को सम्भाल लिया था I”

अंकल के चेहरे पर एक संतुष्टि झलक रही थीI  पता चल रहा था कि उन्होंने अपने कर्त्तव्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया हैI अंकल का बोलना जारी था –

“गाँव मे मैं पहला लड़का था जिसकी नौकरी दिल्ली में लगी थीI नौकरी  की बात सुनते ही वीरेंद्र ख़ुशी से बोला- ‘अरे वाह भैया अब तो आप दिल्ली में रहोगेI 

मैं भी आपके साथ चलूँगाI आप जानते हो न मैं आपके बिना नहीं रह सकताI’

मैंने हामी भर दीI मेरे हामी भरते ही उसने पूरे गाँव में शोर मचा दियाI

‘हु हु हु  रे रे रे हुर्र….. मैं भी भैया के साथ शहर जा रहा हूँI’ तब से लेकर आज तक वीरेंद्र मेरे साथ ही हैI  

मैंने हमेशा उसका साथ दियाI हर चीज़ में हमेशा पहले उसको रखाI उसकी हर इच्छा का सम्मान किया। उसकी शादी भी मैंने अपने हाथों से ही कीI 

धीरे-धीरे उसके रवैये में बदलाव तो आ रहा था पर मैंने सोचा कि शायद समय की यही माँग हैI वक़्त के हिसाब से हमें भी बदलना चाहिएI”

मैंने उनको बीच में ही रोकते हुए कहा- “पर अंकल वीरेंद्र अंकल ने आज ऐसा क्या किया जो आपको इतनी निराशा हो रही हैI”

अंकल ने हँसते हुए कहा- “आज उसने मुझे अपने आप से आज़ाद कर दिया I”

“क्या?” मैं भौचक्की सी रह गई I

“आज़ाद कर दिया इसका क्या अर्थ है?” मैंने तपाक से पूछा......

आगे पढ़े, अनहद नाद (भाग - 4)....


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Tuesday 18 August 2020

अनहद नाद (भाग -2)

अब तक आप ने पढ़ा,

अनहद नाद (भाग-1)......

अब आगे........

अनहद नाद (भाग-2)



उनकी आवाज़  में कम्पन थाI इतना बोल कर वे फिर शांत हो गएI ऐसा लग रहा था जैसे हम दोनों वहाँ होकर भी वहाँ नहीं हैंI  कुछ देर बाद मैंने पूछा-

“आप कहना क्या चाहते हैं? आपके पास तो अपने इस सवाल का जवाब हमेशा रहता हैI


आप ही तो कहते हैं कि अगर दुनिया मे रिश्ते ही न हों तो अपनेपन का वजूद ही नहीं रहेगाI”

उन्होंने अपने माथे पर हाथ फेरते हुए कहा- “आज मुझे अपनी कही बात ही सही नहीं लग रही या ये बात  मेरे ऊपर लागू ही नहीं होती I”

उनकी आँखों के आंसू बंद ही नहीं हो रहे थेI बार-बार उनके मुँह से बस यही शब्द निकल रहे थे कि

“तुम हमेशा अपने लिए ही जीना, पर कभी अपनों के लिए मत जीना I”

उनकी इस बात से यह तो साफ़ ज़ाहिर हो रहा था कि इन्हें किसी अपने ने अंदर तक तोड़  दिया है I उन्होंने लम्बी साँस लेते हुए अपनी पलकों को बंद किया और कमर को पीछे ले जाकर शांतचित्त बैठ गएI

मैं उनकी तरफ़ टकटकी लगाकर लगातार देखे जा रही थीI शायद मुझे आगे जानने की जिज्ञासा थी इसलिए उनके बोलने का इंतज़ार कर रही थीI

चारों तरफ़ कोई आवाज़ नहीं थी I अंकल ने गहरी साँस लेते हुए अपनी बात कहनी शुरू की – “तुम वीरेंद्र को को तो जानती  हो न?”

“जी जानती हूँ I वो तो आपके छोटे भाई हैंI” मैंने उनके सवाल का जवाब दिया I

अपनी बात पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा- “ठीक कहा, वो मेरा छोटा भाई ही है पर आज लग रहा है कि मैं उसे जानता ही नहींI”

“पर आप ऐसा क्यों कह रहें हैं? आख़िर बात क्या है?” मैंने पूछा…

उन्होंने कहना शुरू किया- “वीरेंद्र, मैं और मुन्नी हम दो भाई एक बहन हैं I हम अपनी माँ को चाची कहते हैं और पिताजी को पिताजीI हमारा बचपन कुछ अच्छा नहीं थाI

पिताजी के पास छोटा सा ही खेत थाI  वो ज़्यादा पढ़े लिखे नहीं थे I चाची बिलकुल अनपढ़ थी और घर के नाम पर बस एक छप्पर डाली हुई थी......

मैं घर में सबसे बढ़ा हूँI  मैंने अपने माता पिता के कष्टदायक दिन देखे हैंI  इसलिए कभी नहीं चाहा कि उन कष्टों की छाया भी वीरेंद्र और मुन्नी पर पड़ेI”

वो कहते जा रहे थे और मैं एकाग्र होकर सुनती जा रही थीI 

आगे पढ़े, अनहद नाद (भाग - 3) में....


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Monday 17 August 2020

Stories of Life : अनहद नाद

आज आप सब के साथ मुझे दिल्ली की मंझी हुई साहित्यकार भावना शर्मा जी की कहानी को share करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है। इनको हिन्दी साहित्य में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त है।

अपनी कहानी के माध्यम से भावना जी ने रिश्तों की उलझन को बखूबी प्रदर्शित किया है। आप सभी कहानी का आनन्द लीजिए।

अनहद नाद



आज मुझे ऑफिस से घर आने में काफ़ी देर हो गई I  जैसे ही कॉलोनी के गेट के अंदर क़दम बढ़ाया देखा चारों तरफ़ शांत वातावरण था I मुझे केवल मेरे ही क़दमों की आहट सुनाई दे रही थी I सब सो चुके थेI हर घर की बत्ती बंद थीI 

मैंने अपने घर के सामने पहुँचकर जैसे ही अपना हाथ दरवाज़ा खटखटाने के लिए उठाया तभी मेरी निगाहें मेरे साथ वाले घर के बरामदे पर गईंI मुझे ऐसा लगा वहाँ कोई हैI  पर रोशनी न होने के कारण ठीक से दिखाई नहीं दे रहा थाI 

मन में जिज्ञासा हुई तो मेरे क़दम अपने आप उस ओर बढ़ गएI जैसे-जैसे मैं बढ़ी उनकी तस्वीर साफ़ होती गई I  देखा, यह क्या! 

ये तो कौशिक अंकल हैंI उनके बाल रुई की तरह सफ़ेद हैंI चेहरे पर बारीक़ बारीक़ झुर्रियों ने मानो अपना घर बना लिया होI मैंने हमेशा उनमें एक तेज देखा जो सामने वाले में हमेशा सकारात्मकता प्रदान करताI पर आज उनके चेहरे पर वो तेज क्यों नहीं हैं? और वो अकेले क्यों बैठे  हैं?

पहले तो कभी उन्हें अकेले व शांत नहीं देखाI हमेशा अपने परिवार के साथ ही दिखाई देते हैंI  यकायक मैंने पूछ ही लिया- “क्या बात है अंकल? आप ऐसे अकेले क्यों बेठे हैं?”

उन्होंने अपनी नम आँखों से मेरी ओर देखाI वो ख़ामोश थे पर उनकी आँखें ख़ामोश नहीं थींI ऐसा लग रहा था मानो कितने तूफ़ान उनकी आँखों में तैर रहे हैंI मैं उनकी बेचैनी साफ़ तौर पर महसूस कर पा रही थीI  मुझसे उनका तनाव बर्दाश्त नहीं हो पा रहा थाI मैं उनके दर्द को कम करना चाहती थीI इसलिए सामने से ख़ुद ही पूछ लिया –

“क्या बात है अंकल? कोई परेशानी है क्या?”

अंकल ने अपने सिर को हिलाते हुए मना किया और कोई जवाब नहीं दियाI

फिर मैंने उनसे आत्मीयता से कहा- “आप मुझे अपनी बेटी कहते हैं तो अपनी इस बेटी को अपनी परेशानी बताइयेI हो सकता है कि मैं आपकी परेशानी सुलझा तो न पाऊँ पर आपके दुःख को बाँट ज़रूर सकती हूँ I”

मैंने उनके कंधे पर हाथ रख कर सांत्वना देनी चाहीI मेरा हाथ रखते ही उनकी आँखों से एक के साथ नौ-नौ आंसू बहने लगेI मुझे आश्चर्य हुआ जिस इंसान को मैंने हमेशा हँसते हुए पाया, दूसरों को प्रोत्साहित करते देखा, सुबह उठकर जो इंसान मुस्कुराते हुए सबसे मिलता है वो आज इतना उदास I

सामने से दर्द भरी आवाज़ आई- “भगवान ने ये रिश्ते क्यों बनाये हैं बेटा ?”....

आगे पढ़े अनहद नाद - (भाग -2) में......


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Saturday 15 August 2020

Poem : भारत - The new India

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की 74वीं वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻 

जय हिन्द जय भारत 🇮🇳

भारत - The new India




भारत अब वो भारत ना रहा

जो सकुचा, सिमटा था, डरा हुआ

अब है भारत सिंह की मानिंद

आज वो सब पर दहाड़ रहा


उरि, पुलवामा के हमलों का

ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया

आतंकवाद, भारत के नाम से

डरकर है कांप रहा 


पाक के नापाक इरादों को

भी ऐसा चकनाचूर किया

भारत पर हमला, कैसे करें

उसको ना अब वो सूझ रहा


चीन की गन्दी राजनीति को

पूर्ण होने से पहले रौंद दिया

डोकलाम, गलवान की घाटी में

उनको आगे बढ़ने से रोक दिया


ना केवल युद्ध में आगे है

वो अब हर क्षेत्र में सशक्त हुआ

हर ओर बढ़ रहा है आगे वो

हर क्षेत्र में अग्रणी बना हुआ


आज विश्व में हर ओर होती

भारत की जय जयकार

सर्वश्रेष्ठ है भारत ही

सम्पूर्ण विश्व कर रहा स्वीकार


स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला में 

आओ सब संकल्प करें

सोने की चिड़िया हो भारत फिर से

इस का प्रयास हर पल करें

Friday 14 August 2020

Tip : Dresses, that make you look taller

हमने previous tip में आप को बताया था कि  how to increase your height 

पर जिनकी height, completely increase हो चुकी है, या अब वो उम्र नहीं कि height और increase हो। पर वो tall ना होकर average or short height के हैं। ऐसे लोगों के लिए shades of life ना सोचे, यह तो कभी हो ही नहीं सकता है।

पर उसके लिए remedy बताने से पहले हम आप से यही कहेंगे। ईश्वर ने सबको अलग-अलग रंग रूप कद काठी दी है। हम सभी बहुत सुन्दर हैं।

आप जैसे भी हैं, बहुत खूबसूरत हैं, confident रहें, खुश रहें, सबका अच्छा सोचें। यह गुण आप को सबसे खूबसूरत बनाते हैं।

हाँ तो आते हैं उस बात पर कि जिनकी height average or short है, वो ऐसा क्या करें, जो उनकी height में चार चांद लगा दे।

तो जैसा कि आप से पिछली बार वादा किया था, कि आप को dressing sense बताएंगे, जो कि आप को tall दिखने में सहायक होगी। आज उसी को बता रहे हैं।


Dresses, that make you look taller

Neck

Dress की neck में high neck avoid कीजिए, उसकी जगह v shape and broad shape अच्छा रहता है। V shape and broad shape होने से आप tall दिखेंगे।

Upper outfits :  

  • Upper outfits, short होने से आप tall दिखेंगे। वैसे भी आजकल Crop top का fashion चल रहा है। 
  • अगर आप को upper outfits long रखना है तो, "A" shape कुर्ती लीजिए। "A"shape में आप tall दिखेंगे।
  • आज कल अनारकली सूट का भी बहुत fashion चल रहा है। अनारकली सूट में short लोग और short लगते हैं। तो क्या जो short हैं, वो अनारकली सूट नहीं पहन सकते?
  • जब आप हम से जुड़े हैं तो solution आप को जरूर देंगे, क्योंकि सभी को update रहने की इच्छा होती है।
  • तो उसके लिए आपको ऐसा अनारकली सूट लेना होगा, जिसका top chest से divided हो, ना कि waist से। तो बस ऐसा अनारकली सूट लीजिए जो chest से divided हो और आप tall दिखें।

Lower outfits:  

  • ध्यान रखिएगा कि आप के lower outfits like, jeans, bottom, skirts and lahanga etc, high waist के हों।
  • High waist आप को tall दिखाएगी, जबकि low waist से height कम लगती है।
  •  Lagging, jeans, bottom etc ankle height के होना better हैं, चूड़ीदार होने के बजाय। चूड़ीदार से height कम लगती है।
  • Lowers, Ankle heights के होने से आप ज्यादा tall दिखेंगी।
  • Broad plazo avoid करें, इससे भी height short लगती है। Lowers tight होने से height अच्छी दिखती है।

Same  overalls :  

अगर आपकी पूरी dress same colour की है, means upper outfits and lower outfits same colour के हैं, तब भी आप tall दिखेंगे। इसलिए ही evening gown में लोग tall दिखते हैं। पर ध्यान रखिएगा, evening gown भी या तो बिना division का हो या उसमें भी division वैसा ही होना चाहिए, जैसा अभी आप को अनारकली सूट का बताया है।

Boots : 

आप Short dress के साथ boots पहनेंगी, तब भी आप tall दिखेंगी।


यह तो रही dresses खरीदते वक्त ध्यान रखने योग्य बातें।

एक बात और जान लीजिए, pics लेते समय लंबे लोगों के साथ खड़े होकर photo खिंचवाने के बजाय थोड़ा आगे खड़े रहिए। ऐसा करने से pics में आपकी height कम नहीं लगेगी।

तो बस ध्यान रखिएगा, इन बातों का। और कोई मौका मत छोड़िए दुनिया पर छा जाने का।

अगली Tip में आप को बताएंगे कि slim and trim दिखने के लिए किस तरह की dresses को opt करें।

So stay tuned......

Thursday 13 August 2020

Poem : प्रेम

आज आप सब के साथ मुझे श्रीपाल सदन लोहरवाड़ा,ऋषभदेव जिला उदयपुर राजस्थान के उत्कृष्ट रचनाकार नरेंद्रपाल जैन जी की कविता को share करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है। 

इस कविता में इन्होंने श्री कृष्ण भगवान के प्रेम स्वरूप को बहुत खूबसूरती से प्रदर्शित किया है। आप सभी इस का आनन्द लीजिए।


प्रेम




प्रेम का ही रसपान किया है,

प्रेम के ही परिचायक हैं,

प्यार के बीज ही बोए हमने,

प्यार के ही फलदायक हैं।

प्रीत के ग्रंथों पर दुनिया में

जब भी शोध कहीं होगा,

दुनिया बाँचेगी हमको उस

महाकाव्य के नायक हैं।


Disclaimer:

इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

Wednesday 12 August 2020

Recipe : Coconut Laddoo

आज जन्माष्टमी के पावन पर्व पर हम अपने लड्डू गोपाल के लिए भोग प्रसाद में लड्डू ना बनाएं, तो भक्त कैसे कहलाएं।

आज की हमारी recipe है, coconut laddoo. जो कि सिर्फ तीन ingredient से बनेगा।  

क्या हुआ, फिर वही परेशानी, जब खोया नहीं है, तो लड्डू  कैसे बनाए?

पर फिक्र की क्या बात जब shades of life है साथ। 

आज हम उस problem को भी solve कर देते हैं। 

आज हम आपको वही बताने जा रहे हैं, जो हमारे घरों में सदियों से होता आ रहा है, घी बनाते हुए खोया बनाना, पर उसको tasty कैसे बनाए, उसके सारे note आपको recipe के साथ में देंगे। 


Coconut Laddoo 



Ingredient 

Malai : about 1 lt. 

Sugar : 200 gm or according to taste 

Coconut powder : 200 gm 

Method :

  1. Wok लीजिये, उसमें मलाई को डाल कर थोड़ी थोड़ी देर में चलातें  रहे । 
  2. थोड़ी देर में मलाई से घी अलग होने लगेगा व खोया अलग।
  3. इसे तब तक पकाएं, जब तक खोया गुलाबी भूरा ना हो जाए। 
  4. खोया  तैयार है। इससे करीब 400gm के approx खोया निकल आता है।
  5. आप खोया को अच्छे से छान कर घी अलग कर लें। 
  6. Sugar को महीन पीस लें। अगर आप diet concious हैं तो sugar-free  use कर सकते हैं।
  7. जब खोया इतना ठंडा हो जाए कि आप उससे लड्डू बना सके,  पिसी चीनी व 150 gm coconut powder डालकर अच्छे से mix कर लें। 
  8. इस mixture के लड्डू बना लें। 
  9. अब इन लड्डू को बचे हुए coconut powder में roll कर लें। 
  10. स्वादिष्ट लड्डू प्रसाद के लिए तैयार हैं। 

Note :

स्वादिष्ट खोया बनाने के लिए आप कुछ बातों का विशेष ध्यान रखेंगे तो बिना मिलावट का स्वादिष्ट खोया आप घर पर ही बना लेंगे। 

  1. मलाई से खोया बनाने के लिए उसको कम से कम 1 week तक collect करना पड़ता है। 
  2. हमेशा मलाई freezer में रखें, उससे मलाई ज्यादा दिन तक fresh रहती है। मलाई fridge में रखने से वो खराब होने लगती है, जिससे खोया खट्टा और कसैला बनता है।  
  3. freezer में रखी मलाई से खोया स्वादिष्ट बनता है।
  4. जब आप खोया बना रहे हैं, उस समय slow flame रखिए।
  5. High flame होने से मलाई जल सकती है, साथ ही उससे छीटें भी आते हैं, तो उससे आपका हाथ भी जल सकता है। 
  6. अगर खोया wok के bottom में लग रहा हो, तो 5 min. gas off कर दीजिये, व wok को ढक दीजिये। 
  7. थोड़ी देर में चिपका हुआ खोया soft हो जाएगा, अब उसे आहिस्ता आहिस्ता से कर के निकाल दीजिये। याद रखिएगा अगर आप उसे शुरू में ही नहीं छुड़ाएंगे तो खोया लगता ही जाएगा। 
  8. फिर आपको खोया कम और जला हुआ भाग ही ज्यादा मिलेगा।
  9. खोया बनाते समय यह भी ध्यान रखें, कि जैसे ही वो गुलाबी भूरा हो जाए, gas off कर दीजिये, उस समय उसका temperature  इतना high रहता है, कि gas off करने  के बाद भी वो थोड़ा और भूरा हो जाता है। 
  10. अच्छा खोया बनने की निशानी ये है कि आप का खोया खिला-खिला बनेगा,  खोया में बिना sugar डाले भी स्वाद में हल्का मीठा सा होगा। और wok बिलकुल साफ होगी। उसमें जगह-जगह जला हुआ खोया नहीं लगा होगा। 
  11. आप चाहें तो अपने स्वाद के अनुसार खोया का रंग बहुत हल्का गुलाबी या सफेद सा भी रख सकते हैं।
  12. बहुत ही tasty  खोया बनता है, एक बार ऐसे बने खोये के मीठे पकवान व मिठाई खा लीजिये, फिर हमेशा इसी खोये को use करेंगे आप।   

  • क्योंकि हम इस खोया का use Coconut Laddoo बनाने के लिए कर रहें हैं, तो ध्यान रखिएगा, घी अच्छे से निकल जाए, क्योंकि coconut powder में भी oil content रहता है।
  • हल्के भुने खोया का लड्डू, जल्दी ख़राब हो जाता है। इसलिए खोया ठीक से भूनकर ही लड्डू बनाना ज्यादा अच्छा रहता हैं।

तो आइये बनाते है, स्वादिष्ट coconut laddoo, अपने लड्डू गोपाल के लिए 


नन्द के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की

हाथी, घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

नंदलाल कहें, या बाँके बिहारी, कन्हैया कहें या बनवारी, कान्हा कहें या कृष्णा या लड्डू गोपाल या माखन चोर या कहें यशोदा नन्दन। 

सब में बस आप ही आप हैं, हम में भी आप, सब में भी आप । 

हे प्रभू, आप प्रसाद ग्रहण करें व हम सब पर अपनी कृपा बनाए रखें।

आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें 


Tuesday 11 August 2020

Bhajan (Devotional Song) : रिझाते सबको......

रिझाते सबको......



ओ नटखट नंदलाला,

बन कर के, तुम ग्वाला।

रिझाते सबको तुम अपनी,

बाल लीलाओं से।।


यौवन जो आया,

गोपियों संग, रास रचाया।

रिझाते सबको तुम अपनी,

प्रेम लीलाओं  से।।


मारकर कंस को तुमने,

पाप का, अंत कर डाला।

रिझाते सबको तुम अपनी,

युद्ध कलाओं से।।


जब हुआ महाभारत,

अर्जुन का रथ, सम्हाला।

रिझाते सबको तुम अपनी,

सम्पूर्ण कलाओं से।।


मानव का, रूप धर कर,

सभी स्थिति में, खुद को ढाला।

रिझाते सबको तुम अपनी,

प्रभू लीलाओं से।।


आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

श्री कृष्ण भगवान हम सब पर अपनी कृपा बनाए रखे 🙏🏻 🕉️


यह भजन इस धुन पर गाना है, आप चाहें तो इसे किसी और धुन पर भी गा सकते हैं। 


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Kids Story : विश्वास. (Devotional)  

Bhajan (Devotional Song): आए आए हमारे कान्हा जी  

Bhajan (Devotional Song): दर्शन देंगे कान्हा 

Poem : माँ को कान्हा नज़र आता है 

Short Story : प्रसाद 

Stories - Devotional : दर्शन कान्हा जी का

Bhajan : आया आया है नंदलाला

Monday 10 August 2020

Short Story : प्रसाद

 प्रसाद 


माँ बड़े मन से कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी कर रही थी, बहुत सारे भोग पकवान बना रही थी।

उसकी खुशबू से पूरा घर महक रहा था।

कार्तिक वहीं, बैठा पढ़ रहा था, उससे रहा नहीं जा रहा था, एक सवाल उसके मन में बहुत दिनों से घूम रहा था।

उसने सोचा, आज तो माँ से पूछ कर ही रहूंगा।

वो, माँ के कंधे पर झूल गया, और पूछने लगा - माँ, आप कितना सारा भोग प्रसाद बना रहीं हैं, पर कान्हा जी कुछ खाएंगे क्या?

आप एक बात बताएं, जब भगवान कुछ खाते नहीं है तो हम भोग प्रसाद क्यों बनाते हैं?

और अगर वो खाते हैं तो कुछ कम क्यों नहीं होता है?

माँ बोलीं- कार्तिक  तुम्हारी इस बात का जवाब मैं बाद में दूंगी। पहले यह बताओ, आज तुम्हारी टीचर ने, जो कविता तुम्हें याद करने को कहा था, तुमने याद कर ली?

हाँ माँ, बहुत देर पहले ही याद कर ली थी। आप सुनेंगी?

हाँ, तुम वो किताब लेकर मेरे पास आओ।

माँ ने किताब से कविता सुनना शुरू कर दिया, कार्तिक को पूरी कविता बहुत अच्छे से याद थी, उसने एक सांस में पूरी कविता सुना दी।

फिर माँ बोलीं, नहीं तुम्हें कविता ठीक से याद नहीं है।

नहीं माँ, याद है मुझे, आप ठीक से देखिए।

पर अगर तुम्हें पूरी कविता याद है, तो यहाँ से कविता कम क्यों नहीं हुई? पूरी कैसे लिखी हुई है।

जिस तरह से तुम्हारे कविता याद करने के बाद भी पूरी कविता, किताब में अभी भी लिखी हुई है, क्योंकि तुमने उसे सूक्ष्म रूप से धारण किया।

अब वो किताब में भी है और तुम्हारे मन मस्तिष्क में भी।

उसी तरह ईश्वर भी प्रसाद सूक्ष्म रूप से ग्रहण करते हैं, जिससे वो उनके पास भी रहता है और उस पात्र(plate) में भी यथावत ही रहता है।

जब भी किसी चीज़ को सूक्ष्म रूप से ग्रहण किया जाता है तो उसके बाह्य रूप में कोई अंतर नहीं आता है। 

हमें पूरे भक्तिभाव से प्रसाद, ईश्वर को अर्पित करना चाहिए और पूर्ण विश्वास से ग्रहण भी करना चाहिए, कि ईश्वर ने हमारे द्वारा चढ़ाएं भोग प्रसाद को स्वीकार कर हमें आशीर्वाद प्रदान किया है।

आज कार्तिक को अपने प्रश्न का उत्तर मिल गया था।

अब कार्तिक माँ के साथ, पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ भोग-प्रसाद बनवाने बैठ गया।

उसने छोटे-छोटे हाथों से टेढ़े-मेढ़े लड्डू बना दिए। 

वो शाम का इंतजार कर रहा था, जब उसके कान्हा, उसके बनाए लड्डू का प्रसाद स्वीकार करेंगे 


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