Saturday, 2 October 2021

Poem : भारत माँ के लाल

भारत माँ के लाल



थे भारत माँ के लाल,

वो थे बहुत कमाल। 

छोटा-सा कद था,

पर विचार बहुत विशाल।। 


ईमानदारी कूट-कूट भरी थी,

देशभक्ति अटूट थी। 

देश के नेतृत्व की क्षमता,

उनमें अपूर्व थी।।


देश सुरक्षित बने तभी, 

जब रक्षक उसका दृढ़ हो।

ललकार सके ना उसको दुश्मन, 

जब उसकी सेना सुदृढ़ हो।। 


जिस देश में रहे हरियाली,

वहाँ खुशहाली भी आएगी। 

खेत-खेत में छायी हरियाली,

सुख-समृद्धि फैलाएगी।। 

जय जवान जय किसान, 

यह ही उनका नारा था। 

किसानों से जवानों तक,  

सब को उन्होंने संवारा था। 


लाल बहादुर शास्त्री जी के,  

मंत्रों को जिसने जान लिया। 

देश विकास वही करेगा,

जिसने उस मूल-मंत्र को मान लिया।। 


भारत माँ के सपूत को हम, 

शत् शत् नमन करते हैं।

उनके जन्म दिवस में,

हम बारम्बार प्रणाम करते हैं।।


हमारे राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी व देश के सबसे सफल भूतपूर्व प्रधानमन्त्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को उनके जन्मदिवस के पावन अवसर पर सादर नमन 🙏🏻🙏🏻