Tuesday, 27 April 2021

Poem : हनुमान जी हैं गुणी बहुत

हनुमान जी हैं गुणी बहुत



हनुमान जी हैं गुणी बहुत

हैं वो प्रबल अपार

आइए उनके गुणों से सीखें

कैसे जीतें सकल संसार 


सीखने की थी ललक बहुत

तभी वो सीखे हैं अपार

विद्वान है वही 

जो सीखे अपरम्पार 


 कार्य कुशलता में पारंगत

कभी ना की आलस से संगत 

जो हो काज करन को आतुर

वही हो कार्य कुशल में चातुर 


निर्भीक हैं वो बहुत

साहस है उनमें अपार 

जो हरपल रहे निडर

उससे, कठिन समय जाए हार  


दूरदर्शिता उनमें समाई 

सुग्रीव विभीषण से मैत्री करवाई

जिसमें होता है यह गुण 

उसने विश्व में सफलता पाई 


बल है उनमें प्रबल 

गर्व नहीं है लेश

मान उनका सब करें

बृह्मा, विष्णु, महेश


हनुमान जी के गुणों को

जिसने कर लिया आत्मसात

सकल काज उसके संवरे 

श्रीहरि स्वयं रहे उसके साथ


हे संकट मोचन, संकट हरो, 

कृपा का रखो हाथ

विपदा सारी टले,  

सदा रहो हमारे साथ🙏🏻🕉️


जय बजरंग बली 🙏🏻🕉️