Wednesday 12 February 2020

Stories of Life : कोकिला

कोकिला


रेखा और राकेश के बड़े अरमानों के बाद एक बेटी पैदा हुई। उनका संतान का सपना तो पूरा हो गया, पर बेटी दुबली-पतली काली भुजंग थी।

तो सारे उसे कल्लो, काली या भूतनी कहा करते। इससे रेखा का जी बड़ा जला करता, पर करती भी क्या? किस-किस को रोकती? बस अपनी किस्मत को ही कोसती, हे भगवान ऐसी क्यों दी?

जब उनकी बेटी 3 साल की हुई, तो रेखा को पता चला, कि उसकी आवाज़ बहुत ही मीठी थी। तो उसने अपनी लाडो का नाम प्यार से कोकिला रख दिया।

कोकिला का स्वर इतना मीठा था, कि अब सब उसे प्यार से कोकिला ही बुलाने लगे।

पर उसके दोस्त आज भी उसे भूतनी ही बुलाते थे। साल गुजरते गए, अब तो कोकिला को अपने दोस्तों से काली-भूतनी कहा जाना भी खलना बंद हो गया।

वो बहुत मीठा गाती थी, तो रेखा ने उसका admission music के college में करा दिया।

जब उसने college में admission लिया, तो उसके सारे दोस्त पीछे छूट गए। कोकिला college के पहले दिन सबसे पहले पहुँच गयी थी। थोड़ी देर में ही एक बेहद smart और गोरा लड़का, red T-shirt, blue jeans और blue sunglasses पहने, अपने हाथ में guitar लिए उसकी class में आया।

उसने कोकिला से कहा, Hey, beautiful girl! Do you know, where is the instrument class?

Beautiful! दो मिनट तो कोकिला स्तब्ध रह गयी, फिर उसे लगा, शायद उसे ही बोला है। 

वो खुशी के मारे फुली नहीं समाई, आज उसे किसी ने beautiful 
कहा था, वो भी इतने smart लड़के ने...


आगे पढ़ें कोकिला (भाग -2) में...