Monday, 18 March 2024

Poem: Love Stories

फागुन का रंग, रस, माधुर्य से परिपूर्ण मास चल रहा है। इस मास में हवाएं भी ऐसी चलती है कि सब ओर प्रेम ही प्रेम विद्धमान रहता है। उस का असर कुछ ऐसा होता है कि सजीव तो सजीव, निर्जीव वस्तुओं के सुर भी बदल जाते हैं। 

इस सुर को ही अपनी आज की कविता में पिरोया है। आइए उसका आनंद लेते हैं।

Love Stories 


हवा चली ज़ोर से

तो window बोली 

door से 

सुन रहे हो

जो खट-खट 

वो मेरे heart की है

धक-धक 

क्या मस्त हवा है

मौसम romantic हो चला है

Flowers महक रहे हैं

पंछी चहक रहे हैं 

काश आज कोई

sweets ले आए

मद्धम सी light की 

Candle जलाए 

चलो हम भी इंसानों-सा 

थोड़ा रोमानी हो जाएँ

हमको personify करके 

कोई हमारी feeling को

समझ पाए

जितनी हो requirements बस

मकान उतने ही बनाएँ

जिससे लहराते रहे वृक्ष

और चलती रहें हवाएँ 

उन्हें काटकर

Window and door

ना बनाए जाएं 

हम भी रह सकें सजीव

निर्जीव ना हो जाए 

और इस romantic से

मौसम में, यूँ ही 

Love stories बनती जाएँ... 



आज कुछ अलग सी कविता लिखी है, जैसी आजकल ज्यादा पसंद की जा रही है। जिसमें रस भी है और उन्मुक्तता भी, जो प्यार के एहसास को जगाती है और ना बोलने वाली वस्तुओं को भी धड़कन और आवाज़ दे जाती है। 

एक अलग प्रयास किया है, बताइएगा कि आप को कैसा लगा?....