Sunday, 8 May 2022

Poem : माँ बनने के बाद...

आप सभी को मातृदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏🏻 💐🎉


एक लड़की के माँ बनने के बाद अपनी माँ को समर्पित एक कविता...

ज़िन्दगी के हर पड़ाव पर बहुत कुछ बदलता है, पर माँ बनने के बाद ज़िन्दगी ही बदल जाती है। कैसे एक लड़की की नींद, सुख चैन, सपने, सफलता सब अपने बच्चे के ईर्द-गिर्द सिमट जाती है। 

इसी भाव को उकेरती हुई आज की कविता, जो हर माँ को समर्पित है...

अंत में एक बच्चे के भाव भी हैं, जो उसके लिए सबसे अधिक महत्व रखते हैं, उस पर भी ध्यान जरूर दीजियेगा... 


माँ बनने के बाद...


माँ मुझे आज वो बात

समझ आती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है...

 

बच्चा बीमार हो जब,

नींद मुझको भी नहीं आती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है…


जब तक खाना न खाएं वो,

भूख मुझको भी नहीं सताती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है…


परीक्षा हो उसकी

धड़कन मेरी तेज़ हो जाती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है…


मेरे बच्चे की सफलता में,

मुझे अपनी सफलता नज़र जाती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है...


अपने बच्चे की मासूम मुस्कराहट, 

मुझे सबसे ज्यादा भाती है;

माँ बनने के बाद, लड़की

कितनी बदल जाती है...


पर माँ, बच्चे को भी,

माँ के होने से ही ताकत आती है;

होगा दूसरों के लिए ईश्वर कहीं भी,

मुझे तो वो छवि, आप में ही नज़र आती है...





बहुत सारे प्यार और आभार के साथ

🌹💞🙏🏻Happy Mother's Day 🙏🏻💞🌹