Wednesday, 1 July 2020

Poem: चिकित्सक दिवस (Doctors Day)

चिकित्सक दिवस
(Doctors Day)



भगवान तुम्हें सब कहते थे,
अभी वैसा रूपा धरा तुमने।
ना की तुमने अपनी, ना ही
अपनों की तनिक भी चिंता;
सब रहें स्वस्थ, इस खातिर
हम सबका ध्यान धरा तुमने।
जब डर कर बैठे थे घर में सब
उस पल में तुम निर्भीक रहे;
डटे रहे तुम, साहसी बनकर
अपने कर्तव्य पर अडिग रहे।
कोरोना जितना रौद्र हुआ
तुम उतने ही दृढ़ निश्चय हुए;
अतिशय ताडंव को रोकने में
तुम उतने ही सफल हुए।
आज नहीं तो कल उसको
जाना होगा भारत से;
कोरोना मानेगा निश्चय हार
हमारे स्वास्थ्य योद्धा से।
तुम्हारी इस कर्त्तव्य निष्ठा पर
हम नतमस्तक हो जाते हैं;
धन्यवाद दे सकें हम तुमको
हम चिकित्सक दिवस मनाते हैं।