Saturday 4 June 2022

Story of Life : Blind date Part -2

Blind date (part -1) के आगे...


Blind date (part -2)


पर उन्होंने, अपनी दोस्त अंजू के बेटे प्रखर को जो कि पुलिस इंस्पेक्टर था, उसको सारी बात बता कर उसका ध्यान रखने को बोल दिया।

प्रखर बोला, आंटी आप बेफिक्र रहें, रीता का मैं ध्यान रखूंगा।

प्रखर दिखने में एकदम साधारण सा लगता था, इसलिए वो रीता को फूटी आंख नहीं सुहाता था, पर हेमा जी को प्रखर बचपन से ही बहुत पसंद था, क्योंकि प्रखर अपने नाम के अनुरूप पढ़ने में भी तेज़ था और सरल स्वभाव का भी था।

प्रखर ने अपने सबसे काबिल हवलदार से कहा कि वो सादे कपड़ों में रहकर रीता पर निगरानी रखे और कुछ भी गड़बड़ लगने पर तुरंत उसे फ़ोन करे।

रीता बहुत अच्छे से तैयार होकर रितेश से मिलने के लिए घर से निकल गई, और रितेश को उसके दोस्त राहुल ने कहा कि आज बहुत hot लड़की शीशे में उतरी है, मैं बस कैमरे के साथ blue moon hotel में तेरा इंतजार करुंगा। आज मुझे रीता की सारी अकड़ निकालनी है।

और हाँ, बस एक chance मिलेगा, ध्यान रखना कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए।

रीता से मिलते ही रितेश ने उसे कहा, गज़ब! तुम तो जैसी photo में दिखाई देती हो, उससे भी ज्यादा hot हो।

रीता अपनी तारीफ़ सुनकर, गदगद हो गयी।

रीता ने एक शरमाई सी नज़र से रितेश को देख, वो उसे देखते ही उस पर फ़िदा हो गई, उसे उसमें अपने सपनों का राजकुमार नज़र आ रहा था।

चलो आज हम दो प्रेमी, पूरी दुनिया घूम कर आते हैं।

प्रेमी!...

तो और क्या? एक हसीन लड़की और एक handsome लड़का जब एक दूसरे को बहुत पसंद करने लगें तो, वो प्रेमी ही तो हो जाते हैं।

रीता ने शरमा कर, हामी में सिर हिला दिया। 

रितेश ने अपनी चमकती हुई बड़ी सी कार में रीता को बैठाया और उसकी कार हवा से बातें करने लगी।

Hotel blue moon के आगे कार रुकी।

बहुत ही royal hotel देखकर रीता, खुशी से झूम उठी।

अंदर आकर, रितेश ने starter and cold drinks order किए।

इससे पहले की order आता, रितेश घुटने पर बैठ गया और रीता को दो gifts दे दिए। 

रीता से अपनी प्रसन्नता रोकी नहीं जा रही थी। उसने जल्दी-जल्दी दोनों gifts खोल दिए।

एक में iPhone और दूसरे में बड़ी सी solitaire ring, रीता उन्हें देखकर स्वप्न लोक में पहुंच गई।

वो ख़ुशी में झूमने लगी और रितेश को गले लगा कर बोली, रीता, रितेश की लच्छेदार बातों और उसके द्वारा किए गए कार्यों से उसके जाल में उलझती जा रही थी।

You are my Hero, I love you... 

मुझे बरसों से तुम्हारा इंतज़ार था। 

तभी starter and cold drinks आ गये।

दोनों starter and cold drinks enjoy करने लगे।

चंद पलों में ही रीता मदहोशी में झूमने लगी और जब तक वो कुछ समझती, बेहोश हो चुकी थी।

रितेश ने, राहुल को तुरंत फोन किया और रीता को कमरे में ले जाने लगा। इसी समय फूर्ति से हवलदार ने प्रखर को फोन कर दिया।

जब तक राहुल होटल के room तक कैमरा और बाकी सामान लेकर पहुंचा, प्रखर भी आ गया और तेजी से room की तरफ भागा...

इससेे पहले कि वो दोनों कुछ अनहोनी करते, प्रखर अपने पूरे दल के साथ वहाँ पहुंच गया और सब कुछ under control कर के room से बाहर चला गया।

एक female constable ने रीता को भी उठाया। वो भड़भड़ा गई, मैं यहाँ कैसे आई?

Madam, वो तो आप ही बताइए कि आप इस hotel में करने क्या आई थी?

मैं... मैं तो blind date पर आई थी, वो थोड़ा शर्मिंदा होते हुए बोली...

आप का वही blind date वाला Hero लाया था, आप को यहाँ...

और वो चमकती हुई कार, solitaire ring‌ और iPhone?

कार किराए की, solitaire ring नकली और फोन चोरी का था...

क्या...आह! मैंने इस सब पर विश्वास कैसे कर लिया?

Madam, अजनबी लोगों पर विश्वास तो करना चाहिए, पर इतनी जल्दी भी नहीं।

आज अगर आप की माँ और सर आपकी जिंदगी में नहीं होते तो शायद आप खुद को जीने लायक भी नहीं समझती। 

कहाँ हैं, सब लोग? 

बाहर और आपकी माँ घर पर।

रीता, अपने को संभाल कर बाहर आई तो उसने देखा कि, राहुल और रितेश दोनों गिरफ्तार हो चुके थे।

राहुल, तुमने कैसे खंजर चुभाया, मेरी दोस्ती पर? 

दोस्ती! तुम जैसी hot and attitude वाली लड़की से कोई दोस्ती नहीं करता है, सिर्फ use करता है, इसके साथ ही राहुल और रितेश जो़र-जो़र से अट्टहास करने लगे।

मैं कैसी मूर्ख थी, जो तुम लोगों के जलील जाल में फंस गई। मेरी मां ने कहा था, तुम जैसे लोगो से दूर रहूं। Social media पर उतनी ही active रहूं, जिससे मेरा फायदा हो।

उसके बाद वो, उस तरफ गई, जहांँ इंस्पेक्टर था। प्रखर को अपने सामने देखकर, रीता की आंखों में नमी आ गई। बोली, मैंने हमेशा तुम्हारा मज़ाक उड़ाया था, फिर भी तुम मुझे बचाने आ गये? बहुत बहुत आभार।

मुझे Aunty ने कहा था, और मैं कभी उनकी बात नहीं टालता हूँ। मुझे नहीं, जाकर Aunty को अपना आभार व्यक्त करो।

थोड़ी देर बाद रीता, अपने घर में थी। वो दौड़ती हुई अपनी माँ के पास आयी और उनसे चिपक कर घंटों रोती रही और माफी मांगती रही।

माँ ने कहा, बेटा माँ-बाप ज़्यादा अनुभवी होते हैं, उनकी बातों पर ध्यान देना चाहिए। कभी भी किसी अजनबी पर इतना ऐतबार मत करो कि उसके साथ blind date पर चली जाओ।

जब रीता चुप हो गई तो, हेमा जी बोलीं, बेटा मेरा, अनुभव और दूरदर्शिता ने केवल चेतना का काम किया था। पर तुझे सुरक्षित रखने में प्रखर की सोच, समझ और सूझबूझ शामिल है।

उसने उन गुंडों को रंगे हाथों पकड़ कर, ना केवल तुम्हारी आंखें खोली है, बल्कि बहुत सी लड़कियों को इस जलील जाल से बचाया है।

क्या, मैं तेरी शादी, प्रखर से कर सकती हूँ?

रीता को समझ आ गया था कि रंग रूप नहीं, अच्छे संस्कार और सही सोच ही इंसान को सफल और सुखी बनाते हैं। और वो दोनों प्रखर में थी।

उसने धीरे से सिर हिलाकर माँ को हामी भरी और अपने कमरे में भाग गई।

हेमा ने जब अपने मन की बात और रीता की हामी की बात, अंजू को बताई तो वो भी खुश हो गई। उन्होंने कहा कि प्रखर से भी पूछ कर विवाह की date जल्दी fix कर देंगे।

प्रखर को जब सारी बातें पता चली तो उसके होंठों पर मीठी मुस्कान आ गई। 

यह देखकर अंजू जी बोलीं, मैं आज ही हेमा के साथ मिलकर शादी की date fix करती हूँ।