Thursday, 10 October 2019

Story Of Life : हमने घर बदल लिए (भाग -2 )


हमने घर बदल लिए (भाग -2 ) 


कीर्ति का room बगल वाला ही था, इसलिए उसे सब बात सुनाई पड़ रही थी। रैना दी की सास ने पूछा, बिटिया कुसुम को राखी post कर दी?

हाँ, मम्मी जी, कुसुम दी के पास राखी पहुँच भी गयी। और हाँ मम्मी जी, आपकी और पापा जी की सारी दवाई भी कल ही ले आयी थी।

क्योंकि आज नितिन भी आ रहा है, तो सारा समय उसके साथ ही गुजरेगा।

नितिन! तब तो तुम आज, उसी की पसंद का pasta, burger ही बनाओगी।

वो तो बनाऊँगी ही, वो मेरा सबसे बड़ा बेटा जो है।

हाँ, हाँ लाड लड़ा, तभी तो वो भी, मेरी चाची सबसे best कहता फिरता है।

तभी एक phone बजा, रैना दी बात कर रहीं थीं, हाँ भाभी, आपको नितिन की चिंता करने की जरूरत नहीं है, मैंने उसके interview में जाने के लिए सारे समान ready कर दिये हैं। 

और हाँ अबकी बार फिर आप लोगों के लिए आचार और बड़िया भी भिजवा दूँगी। पिछले साल भेजी थी, तो भैया को बड़ी पसंद आई थी, अब तक तो खत्म भी हो गयी होंगी।

रैना दी की सास ने भी बात की, phone रखने के बाद वो बोलीं, आह री मेरी प्यारी बिटिया, जब से तुम आई हो, मुझे घर, रिश्तेदार किसी की भी चिंता नहीं रहती है, कहकर रैना दी की सास ने उन्हें गले लगा लिया।    

कीर्ति तैयार हो कर आ गयी, नितिन भी आ गया था। नाश्ते में white sauce pasta और नमकीन दलिया बना था। सब अपनी अपनी पसंद का नाश्ता कर रहे थे, पर कीर्ति ने दोनों चीज़ें खाईं, दोनों बहुत ही tasty थे।

कीर्ति, जीजू और नितिन एक साथ निकल गए। जब वो घर वापस पहुंचे, तो रैना दी physiotherapist का payment कर रहीं थीं।
जब वो चला गया, तो जीजू ने रैना दी से पूछा, उसे payment क्यों कर रही थीं? 

तो रैना दी बोलीं, आज last day था। अच्छा चलो, बढ़िया है, कहकर जीजू तो अपने कमरे में चले गए। पर कीर्ति को सवालों के घेरे में छोड़ गए।

रात का खाना भी रैना दी ने दो तरह का बनाया था, burger भी और रोटी सब्जी भी। अब भी कीर्ति ने दोनों खाये थे, दोनों ही बहुत tasty था।

कीर्ति ने रैना दी से कहा, आज आप मेरे साथ सो जाएँगी, मुझे आप से बहुत कुछ पूछना है, कल मेरी train भी है....... 

आगे पढ़ें-  हमने घर बदल लिए (भाग-3) में.......