Wednesday 22 April 2020

Poem: विनती धरा से

विनती धरा से


जो ना सोचा था कभी,
वो अचानक हो गया;
थम गया जहां यह सारा,
क्या से क्या यह हो गया।

ठहरी हुई है जिन्दगी,
ठहरा सा अस्तित्व हो रहा;
रुक गया है: वो ही सब कुछ,
जिस पर गुमान था सबको रहा।

खुद को ईश्वर समझकर,
प्रकृति को रौंदता गया;
कहीं मीनारें, कहीं दीवारें
खड़ी, वो करता गया।

नित नई खोज करके,
ढूंढ डालें अस्त्र शस्त्र;
पर कोरोना के आगे,
हो रहे हैं सब व्यर्थ।

पर धरा पर अभी भी,
बहुत कुछ बदला नहीं;
चल रहा है पहले सा,
हारा वो कभी नहीं।

बल्कि वो कठिनता में,
अब और भी प्रबल हुआ;
मलिन हो चुका था जो कभी,
वो, पावन और निर्मल हुआ।

हे धरा, हे माँ सुन लो विनती,
अब सारे कष्ट हरो ना;
दुःख से आकुल हो रहे सब,
जहां से अब नष्ट हो कोरोना।

🌏 Happy 50th Earth Day🌍

Recipe : Instant bread with out Yeast and Egg

यह मेरे Quarantine segment की 24th recipe है। इसमें कोई भी green veggies नहीं पड़ेंगीं। 

जैसा कि आप सब से वादा किया था, वो सब बनाना बताएंगे, जिसके कारण आप बाहर जाते हैं।

तो आज आपको ऐसी Recipe बताने जा रहे हैं, जो घर में बनाने के लिए, हम कभी नहीं सोचते हैं। जी हाँ , बिल्कुल सही, हम bread  🍞 की बात कर रहे हैं।

हम आपको बहुत easily prepare होने instant bread बताने जा रहे हैं। इसमें आपको ना Yeast चाहिए, ना egg. 

इसमें आप hygiene and taste दोनों mention कर सकते हैं।

तो आज इसे ही try कीजिए, और अपनी family को वो सब खिलाएं, जिसे वो बहुत दिनों से खाना चाहते थे।

Instant bread with out Yeast and Egg



Ingredients:
All purpose flour- 3 cup
Milk - 1 Cup
Lemon - 1
Baking powder - 1, 1/2tsp
Salt - 1/4 tsp.
Condensed milk -2 tsp.
Or sugar + milk powder - 1tsp + 1tbsp
Clarified butter ( Ghee) -  1 tbsp.
Mix herbs, garlic, etc. - optional

Method:
  1. Luke warm दूध में नींबू निचोड़ कर 10 minutes के लिए छोड़ दें।
  2. मैदे में baking powder डालकर 2 बार छान लें।
  3. उसमें, salt mix कर दीजिए।
  4. 10 minutes में दूध, फटे हुए दूध जैसा दिखने लगेगा।
  5. इस दूध में, घी, condensed milk डाल दें।
  6. अब इसमें थोड़ा थोड़ा करके मैदा mix cross and fold method से मिलाते जाएं। गीले आटे जैसा texture बनता है।
  7. Baking mould को घी से grease व मैदे से dust कर लीजिए।
  8. अब bread mix को mould में डाल दें।
  9. ऊपर से घी लगाकर level कर लीजिए और उस पर herbs sprinkle कर दीजिए।
  10. फिर उसे preheat Microwave oven में 4 minutes के लिए microwave  कर लीजिए।
  11. Knife test - bread में knife डालकर निकालने पर अगर वो clean निकलता है तो, bread बन गई है।
Now bread is ready, for any preparation of yours.

Note:
  • Milk solution में, मैदा mix, cross and fold method से ही mix कीजिए, वरना bread soft नहीं बनेगी।
  • याद रखियेगा, Bread बनाने का dough, गीले आटे जैसा sticky sticky बनेगा।
  • अगर आप diet consious हैं, तो combination ratio में मैदा व आटा mix कर सकते हैं।
  • अगर आप के पास condensed milk  नहीं है, तो आप milk powder+ sugar combination को भी try कर सकते हैं।
  • वैसे इनमे से दोनों ना हो, तो आप avoid भी कर सकते हैं, क्योंकि यह necessary elements नहीं है, केवल taste enhancers है।
  • आप flavour के लिए herbs, sesame seeds, garlic  etc. डाल सकते हैं।
  • आप को sweet flavour चाहिए तो salt मत add कीजिए, बल्कि उसकी जगह sweet ingredients mix कीजिए, means आप sugar, milk powder, condensed milk, dry fruits, cherry etc add कर लीजिए।

Short story : एकता, बुद्धि और संयम

एकता, बुद्धि और संयम

जैसे ही lockdown की बात पता चली, सारे बिहारी मजदूर परेशान, गांव से आए थे, कुछ कमा लेंगे, यहाँ तो खाने के भी लाले पड़ गए।

सभी को अपने......

बस फिर क्या था, चल दिए सब, बिना इस बात की परवाह किए किे मंजिल बहुत दूर है, और पास कुछ नहीं।



थोड़ी दूर जाने पर पता चला कि बड़ी गलती हो गई है, क्योंकि मीनारें और दुकानें तो बहुत पड़ रही थी, नहीं कुछ दिख रहा था, तो इंसान।

बस सब तरफ वो ही वो थे।

उसमें भी सबकी चलने की गति अलग-अलग होने से वो छोटे छोटे समूह में रह गये थे।

अब धीरे धीरे शरीर की ताकत और हिम्मत दोनों जवाब दे रहे थे।

एक छोटे समूह में ममता काकी भी थीं, बेहद सुलझी हुई और नाम के अनुरूप ममतामई।

उन्होंने अपने थके-हारे समूह से कहा, बिना योजना के आगे बढ़ना असम्भव है, हमें कुछ योजना बनानी होगी, और संयम रखना होगा, तो सब कुशल मंगल गांव पहुंचेंगे।

सब एक स्वर में बोले, क्या करना होगा।

वो बोली, एकता कायम करनी होगी, काम बांटना होगा, बुद्धि चलानी होगी। साधन सीमित हैं तो संयत रहना होगा।

सबसे पहले, सब अपनी धोती, गमछा जो कुछ है, निकाल कर, सारे आदमी लोग टैंट बनाएं,  और औरतें जो कुछ है, उसे खाना के लिए निकल लो।

थोड़ी थोड़ी दूरी पर सोने और खाने की व्यवस्था हो गई।

अगले दिन वो बोली, सब थोड़ा इधर उधर देखकर आओ, जो भी फल-सब्जी, गाय बकरी दिखे, ले आओ। फिर सब साथ आगे चलेंगे।

कुछ देर में सब फिर मिले, कोई खाली हाथ ना था, कुछ गाय और बकरी भी साथ हो लीं।

गाय व बकरी का दूध व कंडा था, फल और सब्जियाँ अब हर समय साथ थी, तो खाने की ऐसी व्यवस्था हो गई, कि कोई भूखा नहीं रह रहा था।

बस धीरे धीरे रुकते चलते सब सकुशल गांव पहुंच गए। ना वो भूखे थे, ना बेहद थके हुए।

सब एक ही बात कह रहे थे, सकुशल गांव, सिर्फ ममता काकी के साथ के कारण संभव हुआ है, पर वो बोलीं, सब एकता, बुद्धि और संयम से हुआ है।

यह सब साथ हो, तो कोई जंग बड़ी नहीं है।