Saturday, 16 January 2021

Article : उम्मीदों का सवेरा

 उम्मीदों का सवेरा 



"जिसका हमें था इंतजार, वो घड़ी, आ गई, आ गई आज......"

आज का दिन, वो दिन है जिसका हम सब ने बहुत इंतजार किया। यह दिन उम्मीदों का सवेरा बनकर आया है, आशाओं की किरण बनकर आया है। 

और सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि, इस सवेरे को लाने के लिए हमें किसी अन्य देश पर निर्भर नहीं रहना है। 

यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है कि  कोरोना को मात देने के लिए, जहाँ कितने ही देश, दूसरे देशों पर निर्भर हैं। वहीं भारत के पास दो-दो vaccine मौजूद हैं।

आज हमारे पास sirum institute की Covishield और Bharat biotech की Covaxin, मौजूद हैं।

आज वो शुभ दिन है, जब हमारे देश के विभिन्न भागों में vaccination start हो गया है।

जहाँ बहुत से देशों ने vaccination campaign की शुरुआत बड़े बड़े politician के vaccine लगने से हुई है। 

वहीं भारत ने यह शुरुआत अपने frontline warriors के vaccination से start की है।

यह सोच, किसी संत की हो सकती है कि जिन frontline warriors ने आपदा के समय सबसे आगे रहकर पूरे देश की सुरक्षा की है। उसी को सुरक्षा भी सर्वप्रथम मिलनी चाहिए। 

वैसे भी आगे भी, वो ही सम्पूर्ण देश की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में सहयोगी रहेंगे।

इसलिए आज शुरुआत उनसे ही प्रारंभ की जा रही है। उसके बाद देश के उन लोगों की सुरक्षा व्यवस्था की जाए, जो शारीरिक रूप से कमजोर हों, इसलिए दूसरे स्थान पर वृद्ध व्यक्तियों को, तदोपरान्त उन लोगों का स्थान है जो पहले से ही रोगों से ग्रस्त हैं। उसके बाद अन्य लोगों का स्थान है।

तो जिस तरह से vaccination campaign की planning की गई है, वो सिर्फ भारत जैसे संस्कारी देश में ही संभव है।

अब हम सब भारत वासियों को vaccination campaign को सफल बनाने का हर संभव प्रयास करना चाहिए। 

किसी भी तरह के बहकावे में ना आएं और हाँ दवाई भी कड़ाई भी। 

यही तरीका है, corona से मुक्ति पाने का। 

हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि बहुत सारे देश भारत से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें भी शीघ्र कोरोना जैसी महामारी से मुक्ति मिल जाएगी। 

जिसमें, ब्राजील, मोरक्को, सऊदी अरब, म्यांमार, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों ने भारत से वैक्सीन की आधिकारिक तौर पर मांग की है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में भारत सरकार बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देगी.

आज इस महामारी से मुक्ति पाने के लिए इन देशों को सबसे ज्यादा भारत पर भरोसा है।

तो गर्व से कहिए कि हम भारतीय हैं, जो हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर रहा है।