Friday, 15 January 2021

Poem : वो वीर हैं भारत के प्रहरी

वो वीर हैं भारत के प्रहरी 



चाहे बर्फ की हो चादर फैली,

या चले कितनी शीत लहरी।

जो अडिग रहें हर क्षण हीं,

वो वीर हैं भारत के प्रहरी।।


चाहे सूर्य हो पूर्ण प्रचंडता पर,

या रेत हो तपती गहरी।

जो विचलित ना हो क्षणभर भी,

वो वीर हैं भारत के प्रहरी।।


चाहे जल में कंठ तक रहे डूबे,

या कितनी हो वर्षा भारी।

जो डटे रहें हर पल में,

वो वीर हैं भारत के प्रहरी।। 


चाहे हो खड़ा पाकिस्तान,

या चीन चले चालें गहरी। 

हर बार हराते हैं जो इनको,

वो वीर हैं भारत के प्रहरी।।


हम हार मान लेते हैं,

जीवन के चंद कठिन पलों से।

वो जी जान से लड़ जाते हैं,

कठिन पल को सरल बनाकर के।।


ठंडक, गर्मी, बरसात तो,

जीवन के मौसम हैं।

वो मौत से लड़ जाते हैं,

निज को फौलाद बनाकर के।।


हे वीर, तुम्हें भारत का नमन,

हे वीर तुम्हारा करते वंदन।

तुम मान हमारे भारत के,

तुम शान हमारे भारत के।।


जय हिन्द, जय हिन्द की सेना 🇮🇳

भारतीय सेना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

🙏🏻💐