Thursday, 12 May 2022

Short Story : विश्वास

विश्वास


हरिया की सब्जी की दुकान थी। वो सबसे बहुत अपनेपन से बात करता, सब्जी एकदम ताज़ी रखता और दाम भी उचित लगाता था। बहुत से लोगों का उसकी दुकान में खाता भी चलता था, मतलब वो सब्जी का हिसाब, महीना पूरा होने पर करते था। 

उसकी पत्नी रेखा कहती भी, कि खाते पर दुकान क्यों चलाते हो? किसी ने बाद में पैसे नहीं दिए तो?

हरिया, हमेशा कहता, दुकान रुपए-पैसों से नहीं, विश्वास से चलती है। शायद इसीलिए उसका सबसे रिश्ता भी अच्छा था और दुकान भी बढ़िया चल रही थी।

कुछ दिन पहले Paytm जैसे apps. के आने से, हरिया की दुकान पर भीड़ थोड़ी कम हो गई थी। क्योंकि हरिया इस तरह के apps पर पैसे लेना नहीं सीख पा रहा था।

एक दिन रेखा का भाई करन आया, उसने कहा कि इन सब apps का ही ज़माना है। इसे लेने से लोग ज़्यादा सामान खरीदते हैं, क्योंकि इससे पैसे सीधे उनके खाते से जाते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस समय उनकी जेब में कितना पैसा है। 

रेखा बोली, सही तो कह रहा है करन। रेखा के मन‌ रखने के लिए हरिया तैयार हो गया। करन ने हरिया की दुकान में उस app को शुरू करा दिया।

दुकान में एक बार फिर भीड़ बढ़ने लगी, रेखा और हरिया दोनों खुश थे।

पर यह क्या? 

भीड़ तो बहुत आ रही है पर पैसे उतने नहीं आ रहे थे, पर इसका कारण क्या था?

रेखा ने करन को बुलाया और कहा कि भाई, जब ग्राहक आ रहें हैं तो तेरे जीजा के पास पैसे क्यों नहीं आ रहे?

आने तो चाहिए, पर आ क्यों नहीं रहे, पता करता हूँ। वो अपने जीजा के साथ दुकान में रहने लगा। सब सही था। खूब भीड़ आ रही थी। 

जिसमें कुछ नये ग्राहक भी थे, जो हमेशा app पर ही पैसे देते थे, सब ठीक था करन को भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर कारण क्या है?

एक दिन करन, एक लड़की जो हमेशा app पर ही पैसे देती थी, उसका पीछा करने लगा।

लड़की दुकान से कुछ दूर निकलने के बाद अपनी दोस्त से बात करने लगती है और हंस हंस कर बोल रही थी कि यार, यह जो app आएं हैं, cashless shopping कराने वाले, उस से हम जैसे लोगों की चांदी हो गई है।

कैसे? उसकी दोस्त ने पूछा...

यह जो अनपढ़, गवांर और गरीब लोग हैं, उन्होंने बड़ी दुकानों की देखा-देखी और ग्राहक की संख्या बढ़ाने के लिए, apps लगा लिए हैं। 

इन्हें अक्ल तो है नहीं, कि इन apps से मिलते-जुलते, बेवकूफ बनाने वाले app भी होते हैं। जिनसे हु-ब-हू वैसा ही payment करने का message आ जाता है।

जिससे दुकानदार को दिखता है कि payment हुआ है, पर असल में पैसा दुकानदार के खाते में जाता नहीं है।

आज करन को समझ आ गया था कि, उसके जीजा के साथ कैसा धोखा हो रहा है।

उसने इसके लिए, एक युक्ति निकाल ली।

अगले दिन जब वो लड़की सब्ज़ी लेकर, app से पैसा देने लगी, तो करन ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

पहले तो वो लड़की, आनाकानी करने लगी कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है, जब करन मानने को तैयार नहीं हो रहा था, तो वो पुलिस वालों को बुलाने की धमकी देने लगी।

करन ने कहा, आप क्या बुलाओगी मेडम जी, हमने पहले ही बुलवा लिया है।

पुलिस वालों को देख कर वो लड़की बुरी तरह सकपका गई।

करन ने कहा, मेडम जी, पुलिस थाने जाने से पहले, एक बात सुनती जाओ, हम गरीब लोग बेवकूफ नहीं होते हैं।

हम तो आप जैसे बड़े लोगों पर विश्वास करते हैं। हमें आपकी तरह छल-कपट नहीं आता है। पर हमारी सरलता को हमारी कमज़ोरी भी नहीं समझें। 

क्योंकि अगर हमने भी विश्वास करना छोड़ दिया, तो आप जैसे बड़े लोगों का जीना दुश्वार हो जाएगा।

एक दूसरे पर विश्वास करना सीखिए, क्योंकि यही है जिसने ज़िंदगी जीने लायक बना रखा है। इसने ही, आपस में प्रेम और अपनत्व बना रखा है।

अपने थोड़े से लालच और दो पैसे के फायदे के लिए, अपनी शातिर चालों से किसी के विश्वास को ठेस ना पहुंचाएं।

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