Friday, 30 May 2025

Article : Nation First

भारत-पाकिस्तान की ceasefire पर न जाने कितनी बातें की गई..

“मोदी जी, अमेरिका से डर गये…”

“जब घुस गये थे और जीत भी रहे तो पूरा फोड़ आना चाहिए था…”

“PoK क्यों नहीं ले लिया?...”

“अब जगह-जगह delegates भेजकर क्या उखाड़ लेंगे…”

ऐसी न‌ जाने कितनी बातें हो रही हैं, जिनका कोई मतलब नहीं है। 

अब मोदी विरोधी कहेंगे, अरे मतलब कैसे नहीं? आप तो वैसे भी मोदी के गुणगान करेंगी।

तो पहली बात तो यह है कि जो अच्छा काम करता है, उसका गुणगान तो होना ही चाहिए... फिर वो चाहे मोदी जी हों या अब्दुल कलाम...

लेकिन यह सब बाद की बात है, पहले main मुद्दे पर आते हैं। 

Nation First


मोदी जी ने पाकिस्तान को जो पटखनी दी, उससे उनके कितने followers बढ़ गये, शायद चंद और या बिल्कुल भी नहीं..

क्योंकि हमें करना कुछ नहीं होता है, पर टीका-टिप्पणी बहुत करनी होती है।

आप को क्या लगता है, किसी देश का अस्तित्व मिटा देना इतना आसान होता है?

आसान होता, तो रूस ने यूक्रेन का अस्तित्व कब का मिटा दिया होता.... 

मिटा?

24 February 2022 से युद्ध चल रहा है, रूस superpower है और यूक्रेन छोटा सा देश। फिर भी क्या हुआ?

नहीं मिटा न...

इजरायल और हमास का युद्ध 7 October 2023 से चल रहा है।

इजरायल जैसे अभेद्य सैन्य शक्तियों के बावजूद युद्ध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। 

कारण जब युद्ध बढ़ता है तो एक देश से नहीं होता है, बल्कि दुश्मन देश के साथ और भी बहुत से देश जुड़ जाते हैं।

साथ ही एक बात अवश्य हो रही है युद्ध चल रहे देशों में, कि उनके यहां जान-माल की हानि हो रही है। देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है और कहीं न कहीं देश भविष्य में पीछे की तरफ जा रहा है।

अब आते हैं भारत-पाकिस्तान में।

भारत का इरादा कभी भी युद्ध का नहीं था, वो सिर्फ़ आतं!की ठिकानों को ध्वस्त करना चाहता था, वो उसने बाखूबी किया।

पाकिस्तान के युद्ध के माहौल बनाने पर उन्हें सशक्त सबक सिखाना था, वो भी जबरदस्त रूप से किया... 

Ceasefire भी पाकिस्तान ने मांगी थी, तो वो दी, लेकिन केवल सैन्य रूप में, और वो भी स्थगित तौर पर, जिससे जान-माल का नुक़सान न हो, अर्थव्यवस्था कमजोर न हो...

पर, कूटनीतिक तौर पर आज भी Operation Sindoor जारी है, सिन्धु संधि की शर्तें अभी भी वैसे ही कायम रखी है। पाकिस्तानी लोगों को अब भी entry नहीं मिली है, घुसपैठियों को निकालने का कार्य पूर्ण रूप से जारी है।

जासूसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है।

देश विदेश में delegates को भेजने का कारण, भारत की विश्व में पकड़ मजबूत और पाकिस्तान की पकड़ कमजोर करना है।

साथ ही सैन्य शक्तियों को बढ़ाने के लिए arms & ammunitions का निर्माण कार्य देश में और अधिक बढ़ा दिया है, जिससे देश और अधिक आत्मनिर्भर और सशक्त हो जाए।

सारे border सुरक्षा प्रणाली से seal कर दिए गए हैं, फिर चाहे पाकिस्तान से हो, चीन से हो, बांग्लादेश से हो या श्रीलंका से हो। मतलब देश को चारों ओर से सुरक्षित करते चल रहे हैं।

अब रूझान एक जगह और बढ़ा रहे हैं, और वो है व्यापार की तरफ... और यह होना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह एक ऐसा sector है, जो विदेशी ताकतों पर बहुत असर करता है। 

और इस मुहिम में हम फौजी की वर्दी न पहन कर भी देश की सेना जैसे ही देश के काम आ सकते हैं...

बस करना यह है कि हमें smartphones, laptops, ACs, TVs, refrigerators (fridge) और भी बाकी सारे products को Mi, Vivo, Oppo, Redmi, Haier, Realme, Spigen, Baseus, Midea, TCL, Lenovo, Hisense, Oneplus जैसी Chinese companies से नहीं खरीदना है।

ऐसा इसलिए, क्योंकि यह सब chinese companies से products खरीद कर हम China की economy strong करते हैं और चीन उन्हीं पैसों से पाकिस्तान की मदद करता है। और पाकिस्तान आतं!कवाद की मदद करता है... 

In short, हम अपने पैसे वहां न खर्च करें, जहां से आतं!कवाद को बढ़ावा मिले...

एक बार अपने से पहले Nation First की feeling रखिए, बहुत-सी Indian companies हैं, जैसे Godrej, Croma (Tata), Havells, Lloyd (वैसे wales की है, पर Havells ने खरीद ली है), Voltas, Crompton, Blue Star, etc...

इनके अलावा top class companies Samsung & LG के product भी ले सकते हैं, क्योंकि यह दोनों south korea की companies हैं तो यह चीन को मजबूत नहीं करती हैं।

अगर देश को सुरक्षित और सशक्त करना है, तो सिर्फ सेना, सरकार और मंत्रियों के भरोसे नहीं, बल्कि सभी को मिलकर Nation First की भावना से ओत-प्रोत रहना होगा, फिर भारत को सर्वोपरि होने से कोई नहीं रोक सकता है।

बाकी रही PoK की बात, तो आज नहीं तो कल मिल ही जाएगा। और नहीं भी मिला तो भी क्या, जितना हमारे पास है, वो सुरक्षित, सशक्त और खुशहाल रहे, यह सबसे बड़ी बात है।

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳