जाओ, मोदी को बता दो
पहलगाम में होने वाले att*ck में मंजूनाथ को मारने वाले आतं*वादी ने उनकी पत्नी पल्लवी को नहीं मारा...
उसके यह कहने पर भी नहीं मारा, कि जब मेरे पति को मार दिया है, तो मुझे भी मार दो...
तो आतं*वादी ने कहा, तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ कह दो मोदी को...
क्यों कहा गया ऐसा?
ऐसा तो नहीं है कि यह पहला attack था, उससे पहले भी कई आतं*वादी att*ck किए जा चुके हैं।
बहुत से प्रधानमंत्री के कार्यकाल में भी...
पर इस तरह से खुली चुनौती नहीं दी गई...
फिर अभी क्यों?
शायद इसीलिए कि उरी और पुलवामा जैसी Surgical Strike पहले कभी नही हुई...
शायद इस तरह से निर्दोष हिन्दुओं को मारकर और खुली चुनौती देकर वो भारत को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं?
अब देखना यह है कि जिस तरह से मोदी सरकार आने के बाद आ*की हमलों पर लगाम कस दी गई थी।
क्या वो अभी भी कायम हो पाएगी?
क्या कश्मीर की वादियां और बाकी पूरा भारत फिर से सुरक्षित हो पाएगा?
जो भारत में पहले नहीं होता था, वो अब हो रहा है, और वो है BJP government से सुरक्षित करने की आस लगाना...
जिनको मोदी जी को चुनें जाने की वजह समझ नहीं आती होगी, वो भी अभी सुरक्षा की आस लगाए मोदी जी को देख रहे होंगे...
शायद उन्हें भी समझ आ गया होगा कि सुरक्षित रहना, जीवन की प्राथमिकता है...
क्योंकि कहीं न कहीं सभी जानते हैं कि भारत अगर सुरक्षित रह सकता है तो तब तक, जब तक BJP government है...
तो सभी अगर पूरे विश्वास के साथ मोदी जी का साथ देंगे तो देश की सुरक्षा अवश्य होगी...
आप देशवासियों की उम्मीदों का मान रखेंगे ना मोदी जी?...