Thursday, 15 May 2025

Article : तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा

भारतीय सेना की आ!तंक पर इतनी बड़ी जीत के बाद पूरे देश में सैनिकों के शौर्य को सम्मान देने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई। 

तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा 



यह रैली, जिस-जिस राज्य से गुज़री, उसमें उस राज्य के मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, पुलिस के बड़े-छोटे अधिकारी और BJP पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। साथ ही सर्व समाज, सर्व धर्म के लोग शामिल थे, जिसमें हर आयु, हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

जब रैली निकल रही थी, उस समय वो लोग भारत माता की जय, जय हिन्द, जय भारत और भारतीय सेना की जय के नारे लगाते हुए, वीर सैनिकों के पराक्रम की जय करते हुए जा रहे थे।

कहीं भी BJP government या मोदी जी के नारे नहीं लगाए जा रहे थे। 

जगह-जगह लोग, इनके स्वागत में फूल लेकर खड़े थे और रैली आने पर उसका फूलों की वर्षा से स्वागत कर रहे थे। उनके पहुंचने पर देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे थे।

रैली के लोग को देने के लिए juice, पानी आदि का भी arrangement किया हुआ था, जिससे बढ़ी हुई गर्मी में लोगों को रैली में चलने में दिक्कत न हो।

कुछ स्वागत करने वाले लोग, मोदी जिन्दाबाद के नारे लगाने लगे, तो BJP कार्यकर्ता कहने लगे कि आज सिर्फ सेना की जय-जयकार की जाए। इस रैली को किसी भी तरह का राजनैतिक रंग न दिया जाए।

उन्होंने कहा, BJP government ने वही किया, जो एक जिम्मेदार और देशभक्त प्रधानमंत्री और सरकार को करना चाहिए।

इस जीत को सुनिश्चित और सफल बनाने में सेना का अदम्य साहस, वीरता, सूझबूझ और सटीकता ही सर्वोपरि है। 

सेना के इस शौर्य में चार चांद तब और लग गये, जब सर्व समाज, सर्व धर्म और हर आयु के लोग एकत्रित होकर एकसूत्र में बंध कर देश को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे थे।

क्योंकि इस तिरंगा यात्रा का मुख्य उद्देश्य ही देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना था। इस अभियान के तहत सार्वजनिक जागरूकता, ध्वज वितरण/विक्रय कार्य, स्कूल और कॉलेजों में कार्यक्रम, समुदाय में भागीदारी, स्थानीय सरकारी निकायों की भागीदारी, झंडा कोड का पालन करते हुए तिरंगा यात्रा निकली गई थी।

राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू, पहलगाम आदि सब जगह हुई।

भारत की जीत के जश्न को मनाने का इससे बेहतर कोई और तरीका नहीं हो सकता था। इस जश्न ने भारत को एकता के सूत्र में बांध दिया। इस नायाब तरीके को जिस किसी ने सोचा, उसकी महान सोच को प्रणाम...

जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳