Wednesday, 10 September 2025

Article : Fatty Liver

कुछ बिमारियाँ आजकल की lifestyle के कारण बहुत तेजी से बढ़ रही हैं, जिनमें से एक कोई ऐसी है जो आजकल हर दूसरे की medical report में देखने को मिल रही है। सही पहचाना, fatty liver.

आज समझने की कोशिश करेंगे कि liver का क्या function है, वो कितना important organ है,  fatty liver क्या है, fatty liver की कब alarming situation आ जाती है और भी कई सारे questions.

Fatty Liver


सबसे पहले समझ लेते हैं कि हमारी body में liver की functioning क्या है?


(I) Functions of Liver :

Liver 100 से अधिक vital functions करता है जिसमें शामिल हैं -

  • Harmful substances को detoxify करना।
  • Glucose को store और release करके blood sugar को regulate करना। 
  • Fat के digestion में सहायता के लिए bile का production करना, 
  • Albumin जैसे essential proteins और clotting को synthesize करना।
  • Fats, carbohydrates और proteins की metabolic process करना। 
  • Vitamins and minerals (जैसे iron) को store करना।
  • Blood में से waste products को clear करना।
  • Bacteria and viruses को combat करके immune response में major role play करना।

Liver के functions देखकर आपको समझ आ गया होगा कि liver का human body में major role है। आपको एक बात और बता दें कि human body में liver सबसे बड़ा internal organ है। 


(II) Fatty Liver :

Fatty liver मतलब, liver पर extra fat deposit हो गया है। 


(III) Stages of Fatty Liver :

Fatty Liver की 4 stages होती हैं। 

  1. Steatosis
  2. Steatohepatitis
  3. Fibrosis
  4. Cirrhosis


1. Steatosis (normal/mild fatty liver) -

यह fatty liver की stage-1 है, जिसमें liver में fat deposit हो जाता है, लेकिन swelling नहीं होती है।

Mostly लोग इस stage में ही होते हैं, और आमतौर पर इससे कोई गंभीर समस्या नहीं होती है। सिवाय थकान और कभी-कभी पेट दर्द...


2. Steatohepatitis (non-alcoholic) -

यह एक ऐसी stage है जिसमें liver में fat deposit होने के साथ-साथ swelling भी आ जाती है।

इस stage में liver cells damage होने लगते हैं।

मतलब इस stage से problem alarming हो चुकी है, doctor के consultation में treatment लें।


3. Fibrosis -

Continuous swelling and damages के कारण liver में wound बनने लगते हैं।

Liver स्वयं अपने tissue को repair करने का प्रयास करता है, जिससे scar tissue बन जाते हैं और उसके सामान्य कार्यों में बाधा आने लगती है।

हालांकि इस stage में liver को काफ़ी नुकसान पहुंचता है, लेकिन वह अभी भी ठीक से काम कर रहा होता है, बशर्ते आगे के damage को रोका जा सके।


4. Cirrhosis -

यह fatty liver का सबसे advanced या last stage है, जिसमें liver में extensive and irreversible scar हो जाते हैं।

Cirrhosis होने पर liver अपना काम ठीक से नहीं कर पाता और liver failure या cancer का खतरा बढ़ जाता है।


Fatty liver का रोग धीरे-धीरे develop होता है, और lifestyle में change करके शुरुआती stage में इसे रोका या ठीक किया जा सकता है। यदि इसको समय पर manage न किया जाए, तो यह dengerous भी हो सकता है।

हम अगले article में आपको बताएंगे कि ऐसी कौन-सी home remedies की जाएँ कि fatty liver की problem होने से stage-1 पर ही cure हो जाए।

So stay tuned…


Disclaimer :

The information or details mentioned in this article have been taken from reliable sources.

Monday, 8 September 2025

Article : World Physiotherapy Day

World Physiotherapy Day 




आज World Physiotherapy Day है, जिसे PT Day भी कहते हैं। 

Physiotherapy, जो कि अभी तक paramedical profession समझा जाता था, इसे अब independent profession के रूप में समझा जाने लगा है।

इसका कारण है physiotherapy की बढ़ती popularity and requirements।

Physiotherapy field में भी different fields में specialization होते हैं।

जैसे orthopedics/musculoskeletal, neurology, cardiopulmonary, sports, pediatrics, और geriatrics.

आज कल की lifestyle ऐसी होती जा रही है कि इतनी सारी fields में से लोगों को किसी न किसी तरह की problem होने ही लगी है, जिसके कारण आजकल लोग बहुतायत से physiotherapy कराने लगे हैं। 

पर धन्य होते हैं physiotherapist कि आठ-आठ घंटे हंसते-मुस्कुराते हुए लोगों के दर्द को दूर करा के उन्हें मुस्कान प्रदान करते हैं।

जबकि लोगों की physiotherapy करने में इनके खुद के बैंड-बाजे बज जाते हैं।

वैसे रिश्ता दोनों तरफ़ से अच्छा होना चाहिए, patient and physiotherapist दोनों का। 

वैसे physiotherapy कराने आए बहुत से लोगों को लगता है कि physiotherapy करने से उनका दर्द पलभर में छू-मंतर हो जाएगा।

हालांकि physiotherapist केवल excercise ही नहीं कराते हैं, बल्कि बहुत से electrical equipments and different tools भी use करते हैं, पर यहां कोई जादू नहीं होता है। Pain relieving process में time तो लगता ही है।

इसलिए problem होने पर physiotherapy कराने तो जाएं, पर साथ-साथ में खुद भी प्रयास करें, excercise करें, positive सोच रखें और पूरा ठीक हो जाएंगे, यह मान कर चलिए।

स्वस्थ रहें, सुखी रहें…

Saturday, 6 September 2025

Article : गणपति विसर्जन

आज अनंत चतुर्दशी है। एक विशेष चतुर्दशी...

यूँ तो हर महीने में दो चतुर्दशी आती हैं, फिर भी जो महत्व पूर्णमासी और अमावस्या का होता है, वो चतुर्दशी का नहीं।

लेकिन अनंत चतुर्दशी का अपना विशेष महत्व है, कारण यही दिन गणपति बप्पा जी के विसर्जन का दिन है।

किसी का भी विसर्जन मन को आहत करता है, और शुभ भी नहीं प्रतीत होता है। किन्तु देवी, देवताओं का विसर्जन शुभ ही मानते हैं क्योंकि वो सर्वशक्तिमान है और उनका विसर्जन होने के बाद वो अगले वर्ष फिर से आते हैं।

अतः उनका विसर्जन पूरे हर्षोल्लास के साथ किया जाता है, इस कामना के साथ कि हे देव और हे देवी, अगले वर्ष भी जल्दी आइएगा और अपने भक्तों पर कृपा बरसाइएगा।

पर आज का यह article एक सोच को और एक परंपरा को बदलने के लिए लिख रहे हैं।

एक सुख के लिए लिख रहे हैं, जो धीरे-धीरे हमारी जिंदगी से विलुप्त होता जा रहा है।

और हमारे सुख के विलुप्त होने का बहुत बड़ा कारण है हमारा mobile के साथ obsession…

गणपति विसर्जन


जी हाँ, जबसे हमारी जिंदगी में mobile आया है, हम बहुत से सुखों से वंचित होते जा रहे हैं। 

और इसका साक्षात् उदाहरण आज देखने को मिला।

Actually आज hospital गए थे तो वहाँ भी गणेश चतुर्थी में गणेश जी की स्थापना की गई थी और आज अनंत चतुर्दशी है, अतः आज गणेश जी का विसर्जन होना था।

गणेश जी की अति विशाल और बेहद खूबसूरत प्रतिमा को स्थापित किया गया था और आज जब विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था, तो hospital वालों ने तय किया कि hospital के पूरे परिसर में से ले जाते हुए विसर्जन के लिए ले जाया जाए।

जिससे जिस किसी भी भक्त को उनके दर्शन करने हैं या कोई कामना करनी हो, वह कर सके, अतः वो प्रतिमा को हर परिसर में ले कर गए।

पर आपको पता है, हुआ क्या?

वही जो हमेशा होता है...

लोगों ने जैसे ही गणपति बप्पा जी को देखा तो बहुत से लोगों ने दर्शन करने और कामना मांगने के बजाय अपने-अपने mobile उठाए और लगे photo खींचने और video बनाने…

इसका मतलब समझ रहें हैं, जहाँ पहले गणपति बप्पा जी की प्रतिमा को निहार कर मन-मंदिर में बसाकर ईश्वर भक्ति की जाती है, आज वहीं क्षणिक सुख की photo और video बनाना प्रमुख हो गया है।

मत दीजिए, photo और video को इतना महत्व कि जो परम सुख है, उसी से वंचित हो जाएं।

जब भी किसी मंदिर में जाएँ या विशेष स्थान पर हों तो सारा समय photo और video बनाने और उसे social media पर post करने में ही waste मत करें। 

सच्चा सुख उस पल को जीने में है, न कि उन पलों को बस camera में कैद करने में।


गणपति बप्पा जी को नमन करते हैं इसी कामना से कि :

गणपति बप्पा मोरया, पुढच्या वर्षी लवकर या (अगले बरस तू जल्दी आ)।


हे गणपति महाराज, हम सब पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखिएगा 🙏🏻