79वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर शहीदों को श्रृद्धा सुमन अर्पित करते हुए आज की यह कविता प्रस्तुत करते हैं…
कहानी स्वतंत्रता की
मंगल पांडे, तात्या टोपे,
या फिर झांसी की रानी।
स्वतंत्रता दिलाई किस-किस ने,
है यह बड़ी लंबी कहानी।।
शहीद यहाँ हुए अनेकों,
कुछ जाने, कुछ अनजाने भी।
हंसते-हंसते खून बहा दिए,
आजादी के परवानों ने ही।।
वीर सावरकर, और भगत सिंह,
हो या चंद्रशेखर आजाद।
नाम अनेकों जुड़े हुए हैं,
जिन्होंने देश को किया आबाद।।
गांधीजी हो, सरदार पटेल,
या हो सुभाष चन्द्र बोस।
अंग्रेजों की कुटिल चाल को,
सदा के लिए किया ख़ामोश।।
हर भारतीय ने किया विरोध,
गूंज उठा हर एक इलाका।
पराजित फिरंगी देख हैरान थे,
लहराता हुआ विजय पताका।।
सन् सत्तावन से भड़की चिंगारी,
सन् सैंतालीस में शांत हुई।
फिरंगियों की सेना हारी,
बेचैन और क्लान्त हुई।।
शत्-शत् नमन उन सभी को,
जो थे अमर वीर बलिदानी।
सदियों तक याद की जाएगी,
स्वतंत्रता की अमिट कहानी।।
🇮🇳🙏🏻 भारत माता की जय 🙏🏻🇮🇳