कमी
आज मिलंद और कामिनी एक party में जा
रहे थे। कामिनी बहुत ही खुश थी, काफी दिन बाद, बहुत बड़े होटल में party में जा रही थी।
उसने अपनी सबसे महँगी dress निकाली, और साथ में diamond
की jewelry भी, वो सबसे अच्छी दिखना चाहती थी।
मिलंद normal dress में
ही था। तैयार होकर दोनों ही होटल
में पहुँच गए।
जब दोनों car से निकले तो कामिनी ने देखा, होटल
में पहुँचने वाली सभी कारें बड़ी-बड़ी थीं, बस उसकी कार ही सबसे छोटी थी। कामिनी का मन उदास हो
गया।
सभी आने वालों का दरबान
बहुत अच्छे से welcome कर रहा था।पर उनके पहुँचने पर door मिलिंद
ने ही खोला। कामिनी को बहुत गुस्सा आया।
क्या कामिनी, छोटी
छोटी बात पर दिल छोटा करती हो, दरबान का हम पर ध्यान नहीं गया होगा?
कामिनी गुस्से से लाल-पीली
होते हुए बोली - क्यों नहीं गया, वो पता है? क्योंकि तुम एकदम साधारण कपड़े में हो। कितनी बार कहा था, नयी style का coat ले लो।
पर किसी को मेरी सुननी हो, तब ना....
तभी उसकी नज़र वहाँ खड़ी ladies पर गयी, सब एक
से एक costly कपड़े में थी, और jewelry, वो तो बहुत ही heavy थी।
उन
सबको देखकर तो उसे लगने लगा, ईश्वर ने उसकी ही किस्मत में सबसे कमी कर रखी है। बस
फिर क्या था, जितनी खुश वो आते time थी, उतनी
अभी दुखी हो गयी थी।
अब तो जितने समय hotel में रही, उतनी
देर तक अपनी हैसियत में कमी ही ढूंढती रही। उसे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था।
जैसे-तैसे खाना खत्म करके वो जल्दी ही party
से लौट आए।
रास्ते भर वो मिलंद से
गुस्सा होती रही, और अपनी
किस्मत को कोसती रही।
जब वो घर वापस आए, तब मात्र 10 ही बज रहे थे। वो lift में थे, lift चलती, उससे पहले......
आगे पढ़ें कमी-(भाग-2) में
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