Friday, 4 February 2022

Skit : पेड़ों की रक्षा, जीवन सुरक्षा

अद्वय के द्वारा लिखी first skit An Adventurous Day को आप सभी द्वारा बहुत appreciate किया गया और आप सबने उसे बहुत सारा आशीर्वाद भी दिया, उसके लिए आप सबका का ह्रदय से अनेकानेक आभार ❤️🙏🏻

आज उसके ही द्वारा लिखा गया पहला हिन्दी नाटक साझा कर रहे हैं। आप सभी से अनुरोध है कि उसके इस नाटक को भी वही प्यार और आशीर्वाद प्रदान कीजिएगा 🙏🏻

अपने बेटे अद्वय द्वारा रचित पहले हिन्दी नाटक को आप सब के साथ साझा करते हुए अत्यंत गर्व व हर्ष की अनुभूति हो रही है 😊

विषय - पेड़ पौधे


 पेड़ों की रक्षा, जीवन सुरक्षा




सूत्रधार-

एक नन्हा पौधा, अंधकार से भरे भूगर्भ से बाहर निकल कर प्रकाश में आने वाला है, वो महसूस करना चाहता है, ठंडी-ठंडी हवा, सुगंधित पुष्प की खुशबू, हरियाली, और देखना चाहता है रंगीन दुनिया, खिलखिलाना चाहता है अपनी माँ और दोस्तों के साथ।

नन्हा पौधा -

माँ मैं बाहर आ गया...

सूत्रधार-

माँ उसे प्यार से निहारती है

पीपल का पेड़ -

आ मेरे लाल...

नन्हा पौधा -

माँ जैसा मैंने सोचा था, यह प्रकाश से भरी, हरियाली से सजी दुनिया उससे भी ज्यादा खूबसूरत है।

पीपल का पेड़ -

हाँ बेटा, जब तक कोई प्रदूषण ना फैलाए और हम पर बुरी नज़र ना डाले तब तक...

नन्हा पौधा -

बुरी नज़र! क्या मतलब?

सूत्रधार-

वो अभी बात कर ही रहे थे तभी...

Car की आवाज़... भुर्ररर.. भुर्ररर.. पों... पों...

नन्हा पौधा -

(खाँसने की आवाज़) ऊंह ऊंह..

माँ यह गंदा, काला धुआं कैसा?

पीपल का पेड़ -

(खाँसने की आवाज़), ऊंह अंह...

 यह वाहन से निकलता धुंआ है बेटा

जयंत - 

यह पेड़ भी ना, कहीं भी उग कर जगह छोटी कर देते हैं।

अभी जगमोहन को बोलता हूं, इस बड़े पेड़ को काटने को।

ट्रिन ट्रिन ट्रिन ट्रिन...

जगमोहन -

हेलो sir

जयंत -

हेलो जगमोहन...

ठंड इतनी पड़ रही है, तुम्हें लकड़ी नहीं चाहिए?

जगमोहन -

चाहिए साहब...

जयंत -

तो एक काम करो, वो जो मेरे घर के सामने का पीपल का पेड़ है, उसे काट दो। मुझे वहाँ अपनी दूसरी car खड़ी करनी है। 

जगमोहन - 

Sir जी, वो तो बहुत मोटा पेड़ है, 100 रुपए लगेंगे और सारी लकड़ियां भी मेरी..

जयंत - 

ठीक है, आकर काटो..

जगमोहन -

जी sir...

पत्नी खुश हो जाएगी, चूल्हे और हाथ तापने की लकड़ी का अच्छा इंतजाम हो गया।

सूत्रधार -

जगमोहन लकड़ी काटने को चला जाता है।

जगमोहन -

खट खट खट

पीपल का पेड़ -

आह, आह, आह

नन्हा पौधा -

माँ, दुनिया बहुत खराब है।

सूत्रधार-

तभी पेड़ की एक डाल नन्हे पौधे पर गिर जाती है और वो दब जाता है। 

नन्हा पौधा -

आह.... माँ.... 

सूत्रधार -

पीपल का पेड़ कराहता रहता है और जगमोहन पेड़ काट देता है।

जयंत पेड़ कटने के बाद अपनी car वहाँ खड़ी कर के घर चला जाता है।

2 दिन बाद....

जयंत -

क्या हुआ नीलम? यह डाक्टर साहब क्यों आए हैं?

नीलम -

क्या बताऊं सूरज आज बहुत खांस और हांफ रहा था।

डॉक्टर -

आप के बेटे को ठीक से oxygen नहीं मिल पाने के कारण उसकी यह हालत हो गई है।

आपके घर के सामने पर जो पीपल का बड़ा-सा पेड़ था, उसे ना जाने किसने कटवा दिया? वो आते-जाते लोगों को छांव देता था और भरपूर oxygen भी।

ना जाने क्यों लोग हरे-भरे पेड़ को काट कर अपने लिए ही मुसीबत लाते हैं?

चलिए मैंने दवा लिख दी है, शायद सूरज को 2-4 दिन में आराम आ जाए।

नीलम - 

Thank you doctor साहब।

सूरज -

मम्मी जब मैं आ रहा था तो जगमोहन अंकल पेड़ काट रहे थे, और उससे वहाँ उगा छोटा-सा पौधा भी दब गया।

नीलम -

बेटा इसके लिए सिर्फ जगमोहन जिम्मेदार नहीं है। 

सूरज -

तो कौन है?

नीलम-

बेटा, जगमोहन तो अनपढ़ है, उसको पेड़ काटने को किसी ने कहा होगा, जिसे इतनी भी समझ नहीं है कि पेड़ के बिना जीवन असंभव है।

जयंत -

मुझे माफ़ कर दो, वो बेवकूफ इंसान मैं ही हूं।जिसने ज़रा सी बात के लिए हरा-भरा पेड़ कटवा दिया।

सूरज -

पापा चलिए, हम उस छोटे पौधे से लकड़ी हटाकर उसे बचा लेते हैं, कल वही हमको जीवन देगा। 

सूत्रधार -

तीनों वहां जाते हैं, नीलम और जयंत मिलकर उस कटी हुई डाल को हटा देते हैं।

सूरज उस नन्हे पौधे से कहता है: 

सूरज -

I love you छोटे पौधे, क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे? मैं हमेशा तुम्हारा ध्यान रखूंगा।

सूत्रधार -

छोटा-सा पौधा बड़े प्यार से सूरज को देखता है, तभी उसे माँ की कही हुई बात याद आ जाती है और सोचता है...  

नन्हा पौधा -

दुनिया अच्छी है, जब तक किसी की बुरी नज़र न पड़े। 

सूत्रधार -

जब तक हम पेड़ पौधों का ध्यान रखेंगे, पेड़ हमें जीवन देंगे, उनके बिना जीवन असंभव है। पेड़ पौधों का ध्यान रखें और किसी भी तरह का प्रदूषण न करें। पेड़ों की रक्षा, जीवन सुरक्षा... 

धन्यवाद। 



यह एक नाटक नहीं बल्कि जीवन की सच्चाई है, इसे स्वयं भी पढ़ें और बच्चों को भी सुनाएं, पसंद आने पर साझा भी करें और अमल भी।

एक बार पुनः आप सबसे कह रहे हैं कि आप सब इस नाटक को अपने बच्चों के school के लिए use कर सकते हैं। 

साथ ही अगर आप को अन्य किसी विषय पर कहानी, नाटक आदि चाहिए हों तो comment box पर लिख कर बता दें। हम उसे भी शीघ्र post कर देंगे 🙏🏻😊

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