बहुत से लोगों का कहना है कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने से क्या? वो कर क्या रहे हैं।
तो वो कर क्या रहे हैं, यह तो उन्होंने खुद बताया है।
“विकसित भारत, अब उससे कुछ कम नहीं।”
उन्होंने कहा था कि भारत की economy 2025 तक 4 trillion dollars तक ले जाएंगे और उसे विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।
इस बीच आतंकवादी हमला और पाकिस्तान से एक छोटे से युद्ध के बावजूद, भारत अर्थव्यवस्था में 4th position पर पहुंच ही गया।
जो देश प्रेमी हैं, वो तो बहुत खुश हुए होंगे, पर उससे अलग लोगों में से कुछ लोगों ने इसे कोई तवज्जो नहीं दी होगी, तो कुछ के तो सीने पर सांप लोट गया होगा।
पर जो देश भक्त होंगे, उन्हें दिख रहा होगा कि वो दिन दूर नहीं जब भारत 3rd position पर भी जल्दी ही पहुंच जाएगा।
ऐसे कैसे?
Would be 3rd Position
तो जरा देखिए :
अमेरिका approx 30 trillion dollars के साथ 1st position पर, चीन approx 19 trillion dollars के साथ 2nd position पर, जर्मनी 4.744 trillion dollars के साथ 3rd position पर, और भारत 4.187 trillion dollars के साथ 4th position पर है।
आपको पता है देश के इतनी तेजी से आगे बढ़ने का कारण क्या है?
इसका कारण है make in India, strong defence system and digital India...
यह तीनों ही कारण हैं, जिससे देश इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है कि अमेरिका और चीन जैसे बड़े-बड़े देश, सब हैरान हैं...
हालांकि बात चाहे make in India की रही हो, देश की सुरक्षा व्यवस्था की या digital India की, विपक्ष और देश विरोधियों ने हमेशा मजाक उड़ाया, इनका implementation नामुमकिन है, ऐसा कहकर हतोत्साहित भी किया गया।
पर डटी रही भारत सरकार, नामुमकिन को मुमकिन करने में।
और कर भी दिखाया, और इस राह पर आगे ही आगे बढ़ते जा रहे हैं।
अगर किसी भी देश ने यह संभव कर दिखाया, तो उसे number 1 बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
Make in India and strong defence तो समझ आता है, पर digital India क्यों जरूरी है??
जब जमाना AI का है, तो smart भी बनना पड़ेगा, उसके कारण ही digital...
पर साथ ही एक कारण और है digital India का...
UPI का बढ़ता प्रयोग।
आजकल बड़े-बड़े लोगों से लेकर हर छोटे-बड़े दुकानदार, सब्जी वाले, दूध वाले, रिक्शा, ठेले-ढकेले वाले, सब के पास UPI है।
इस UPI ने भी 4th position लाने में बहुत योगदान दिया है।
साथ ही साथ UPI भारत में unity और integrity को दर्शाता है। किसी भी religion, place of birth या economic status का इंसान इसे use कर सकता है, वो भी बिल्कुल free, जो India को सशक्त बनाने में help कर रहा है।
Free of cost service के कारण बाकी देश भी इसकी ओर अपना interest दिखा रहे हैं।
अगर किसी देश को विश्व में सर्वोच्च स्थान पर रहना है, तो उसकी currency का worldwide usage भी देश-विदेश में होना चाहिए। USD ($) एक international currency है, इसलिए USA एक super power है।
UPI के कारण हमारे देश की currency INR (₹) भी international currency बनने जा रही है।
यही कारण है कि अमेरिका और चीन भारत के बढ़ते कद से डर भी रहे हैं और चिढ़ भी रहें हैं।
और जिस तरह से भारत ऊंची से ऊंची छलांग लगा रहा है, तो वो दिन भी दूर नहीं जब भारत तीसरे स्थान पर तो क्या प्रथम स्थान पर पहुंच जाएगा।
हर field में भारत बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है, फिर चाहे defence system हो, technology हो, invention हो, intelligence हो, sports हो, economy हो, trade हो, infrastructure हो, agriculture हो...
जिस सरकार का vision इतना अच्छा है, वो सफलताओं के नित नए आयाम स्थापित करेगी ही...
तो जनाब, अपनी कुर्सी की पेटी बांध लीजिए, क्योंकि भारत supersonic रफ़्तार से उड़ने की तैयारी में है।
और हम सब साक्षी होंगे, भारत के स्वर्ण काल में पहुंचने के...
उस खूबसूरत, सशक्त और सुदृढ़ देश के, जहां हर कोई आना चाहेगा।
शायद फिर प्रतिभा पलायन न हो, हमारे youths को भारत में ही अपना भविष्य नजर आने लगे।
शायद बच्चे और मां-पापा हमेशा साथ-साथ रहें, एक दूसरे से दूर-दूर नहीं...
पर यह शायद हकीकत तब बनेगा, जब देश सही हाथों में बरकरार रहे और हम सब देशवासी अपना कर्तव्य सही से समझें। अपनी जिम्मेदारी और अपने काम को सुचारू रूप से करें।
यह न देखें कि हम पर काम कितना पड़ रहा है, यह न देखें कि हमारी छुट्टियां कितनी कट गई...
क्योंकि जब हमें उन्नत देश चाहिए, तब मेहनत तो सबको ही करनी पड़ेगी।
तो क्या कहते हैं? करेंगे न? वो भी खुशी-खुशी...
उज्जवल देश होगा, तो भविष्य सुरक्षित रहेगा और हमारे बच्चे खुश...
तो एक बार अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर देश को सुरक्षित और समृद्धशाली बनाएं, जिससे भारत तीसरे या दूसरे स्थान पर नहीं, बल्कि पहले स्थान पर पहुंच जाए।
जय हिन्द, जय भारत 🇮🇳
Highly motivational and energetic blog
ReplyDeleteThank you so much.
DeleteYour words of appreciation and encouragement matter a lot to me.