Tuesday, 12 November 2019

Poem : नानक जी के वचन

नानक जी के वचन


गुरु नानक देव जी की
है वर्षगांठ पांच सौ पचास
आओ याद करें हम शिक्षा उनकी
सोचें क्यों कहलाता यह पर्व प्रकाश

ईश्वर है एक ही
एक पर ही करो विश्वास
वो हम सब में बसा
गांठ बांध लो बात

जिस ने उसको भज लिया
ईश्वर रहता उसके पास
फिर भय तुझको काहे का
जब ईश्वर रहते साथ

कर मेहनत ईमानदारी से
और बुरा ना कर कोई काज
फिर तू हरदम प्रसन्न रह
खुश रहने का यही राज

धन का संचय करने में
ना जीवन कर बर्बाद
संग अपने, दूजे का पेट भरे
तो, सुख रहे तेरा आबाद

स्त्री, पुरुष, कोई नहीं छोटा बड़ा
सब हैं एक समान
इन सब बातों का ध्यान धरो
नानक जी के वचन महान

इन सब बातों का ध्यान धर लें तो
प्रकाश ही प्रकाश हो जाए सर्व
इसलिए ही जन्म दिवस उनका
कहलाता है प्रकाश पर्व


550वें  प्रकाश पर्व की लख लख बधाईयाँ 

No comments:

Post a Comment

Thanks for reading!

Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)

Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.