Monday 17 February 2020

Stories of Life : कोकिला- (भाग-3)

 कोकिला - (भाग-1) और   

 कोकिला - (भाग-2) के आगे...

 कोकिला - (भाग-3) 

Beautiful girl! सुनकर कोकिला फिर से सकपका गयी, मेरी!.. मेरी किस लिए?

मैं एक concert करना चाह रहा था, जिसमें मुझे तुम्हारी जैसी मीठी आवाज़ ही चाहिए थी। तुम मेरी student नहीं बनना चाहती हो, कोई बात नहीं। क्या मैं तुम्हें join कर सकता हूँ। कोकिला ने इसकी स्वीकृति दे दी।

अब तो भास्कर और कोकिला आए दिन साथ साथ रहते। इससे college की बाकी सब लड़कियाँ बहुत जलती थीं।

एक दिन भास्कर कोकिला को अपने concert वाली जगह ले गया। वहाँ उसे अपना competitor राहुल मिल गया। राहुल कोकिला को देखकर बोला, क्या भास्कर कोई और नहीं मिली, एक अंधा, एक भूतनी, क्या जोड़ी बनी है। कोई नहीं आ रहा तेरे concert में।

भास्कर बोला, तुझे जो देखना था, तूने देखा। मेरी तो ये beautiful girl है, और तू देखना, मेरा show house full जाएगा।

अंधा! भास्कर अंधा है? कभी तो ऐसा नहीं लगा, सब काम perfectly करता है।  नहीं शायद अंधा ही है, मुझे देख नहीं सकता, शायद इसलिए मुझे beautiful girl कहता है।

ना जाने कितने सवाल एक साथ कोकिला के मस्तिष्क में घूम गए...

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